News.30.04.2020_A


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
प्रमुख सचिव ने किया कोरोना कंट्रोल रूम का निरीक्षण
जबलपुर, 30 अप्रैल, 2020
प्रमुख सचिव डीपी आहूजा ने आज शाम दमोहनाका स्थित स्मार्ट सिटी के कण्ट्रोल एण्ड कमांड सेंटर में बनाये गये एकीकृत कोरोना कण्ट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। श्री आहूजा ने कण्ट्रोल रूम को प्राप्त होने वाली सूचनाओं एवं शिकायतों के स्वरूप की जानकारी ली। उन्होंने शिकायतों के रजिस्ट्रेशन और उनके निराकरण की प्रक्रिया के बारे में भी पूछताछ की। इस अवसर श्री आहूजा को बताया गया कि कोरोना कण्ट्रोल रूम से होम क्वारेन्टीन में रखे गये और हाईरिस्क के तौर पर चिन्हित लोगों की मॉनिटरिंग भी की जा रही है । इसके साथ ही यहॉ स्थापित किये गये टेली मेडिसिन सेंटर से साधारण सर्दी-खांसी और बुखार से पीड़ित मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श भी दिया जा रहा है । कोरोना कण्ट्रोल रूम के अवलोकन  के दौरान संभाग आयुक्त महेशचंद्र चौधरी, कलेक्टर भरत यादव, नगर निगम आयुक्त आशीष कुमार, कण्ट्रोल रूम प्रभारी एवं जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा, सीईओ स्मार्ट सिटी आशीष पाठक भी मौजूद थे ।
क्रमांक/4085/अप्रैल-428/जैन
प्रमुख सचिव ने सराफा कंटेनमेंट क्षेत्र का भ्रमण किया
जबलपुर, 30 अप्रैल, 2020
प्रमुख सचिव पशुपालन श्री डी पी आहूजा ने दोपहर बाद सराफा कंटेनमेंट जोन का भ्रमण किया और इस क्षेत्र के  रहवासियों की दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं की आपूर्ति के लिये की गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने कंटेनमेंट जोन में सीसीटीव्ही और ड्रोन कैमरे से की जा रही निगरानी की व्यवस्था का जायजा भी लिया। इस दौरान संभाग आयुक्त महेशचन्द्र चौधरी, कलेक्टर भरत यादव, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा एवं नगर निगम आयुक्त आशीष कुमार भी मौजूद थे।
सराफा कंटेनमेंट जोन के भ्रमण के दौरान प्रमुख सचिव ने स्थानीय निवासियों से मोबाईल फोन से चर्चा की और दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं की आपूर्ति व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर उन्होंने कोरोना फाइटर्स के रूप में तैनात युवाओं से भी बातचीत की। श्री आहूजा ने यहाँ नगर निगम द्वारा स्थापित उप कार्यालय का भी अवलोकन किया तथा क्षेत्र में तैनात नगर निगम के सफाई कर्मियों का हौसला बढ़ाया।
क्रमांक/4086/अप्रैल-429/जैन
अतिमंद लक्षण वाले कोविड-19 मामलों में होम आइसोलेशन संबंधी दिशा-निर्देश जारी
जबलपुर, 30 अप्रैल, 2020
      प्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई ने प्रदेश के सभी कलेक्टर्स, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों, सिविल सर्जन और नर्सिंग होम एसोसियेशन के अध्यक्ष को अतिमंद लक्षण वाले कोविड-19 के पुष्ट मामलों के लिए होम आइसोलेशन प्रक्रिया संबंधी दिशा-निर्देश जारी किया है।
अतिमंद लक्षण के मामले में होम आइसोलेशन -
पुष्ट केस के मामले में घर पर सेल्फ आइसोलेशन की समुचित व्यवस्था (पृथक कक्ष शौचालय सहित की उपलब्धता) होने पर उसे होम आइसोलेशन का विकल्प दिया जाए इस हेतु लक्षणों की जाँच कोविड केयर सेन्टर (सीसीसी) में चिकित्सकों और पूर्व से होम क्वॉरनटाइन व्यक्ति की जाँच मेडिकल ऑफीसर द्वारा सुनिश्चित की जाये ।
होम आइसोलेशन हेतु पात्रता -
अतिमंद लक्षण है कि नहीं यह उपचार करने वाले चिकित्सक द्वारा तय किया जाये । ऐसे संक्रमित व्यक्तियों के घर सेल्फ आइसोलेशन व परिजनों के क्वारेंटाइन की पूर्ण सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए । होम आइसोलेशन के दौरान कोविड-19 के संक्रमित व्यक्ति रोगी की 24x7 देखभाल हेतु एक देखभालकर्त्ता उपलब्ध रहे व वह देखभालकर्त्ता डॉक्टर के साथ संपूर्ण होम आइसोलेशन अवधि के दौरान संपर्क में रहे, यह अनिवार्यत: सुनिश्चित किया जाये । इस हेतु चिकित्सक का संपर्क नंबर कोविड केस को अनिवार्यत: उपलब्ध कराया जाना चाहिए । देखभालकर्त्ता द्वारा आरोग्य सेतु एप (https://arogya-setuapp पर उपलब्ध) तथा सार्थक एप मोबाइल पर डाउनलोड किया जाये। आरोग्य सेतु एप 24x7 ब्लू टूथ अथवा वाई-फाई से संपर्क में रहे। ऐसे संक्रमित व्यक्ति द्वारा लक्षणों की स्व-निगरानी की जाना होगी एवं दैनिक स्वास्थ्य स्थिति से जिला चिकित्सा अधिकारी या 104 को अवगत कराया जाये । इस विकल्प को चुनने के लिए संबंधित द्वारा होम आइसोलेशन संबंधी वचन पत्र संक्रमित व्यक्ति से भरवाया जाए तथा निकटस्थ डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर की जानकारी दी जाये । देखभालकर्त्ता तथा अन्य निकट संपर्कों द्वारा चिकित्सकीय परामर्श अनुरूप हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन का सेवन किया जाये । संक्रमित व्यक्ति व देखभालकर्त्ता द्वारा होम क्वॉरनटाइन तथा होम आइसोलेशन संबंधी निर्देशों का पालन किया जाये ।
चिकित्सीय परामर्श की आवश्यकता -
होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड-19 केस द्वारा तत्काल चिकित्सकों व 104 को सूचित किया जाये। जब साँस लेने में कठिनाई, निरंतर दर्द, छाती में दबाव, भारीपन, मानसिक भ्रम या सचेत होने में कठिनाई,  होंठ व चेहरे का नीला पड़ना या अन्य कोई लक्षण होने पर चिकित्सीय परामर्श लिया जाना चाहिए।
होम आइसोलेशन अवधि की समाप्ति -
होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड-19 केस द्वारा आइसोलेशन अवधि की समाप्ति प्रथम कोविड पॉजीटिव जाँच के सैम्पल एकत्रीकरण दिनांक के 14वें दिन कराई जाये । इस हेतु कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति, चिन्हांकित शासकीय लैब में नि:शुल्क जाँच अथवा स्वयं के व्यय पर आई.सी.एम.आर. द्वारा अभिप्रमाणित निजी पैथोलॉजी लैब में द्वितीय कोविड जाँच के निगेटिव होने पर 24 घंटे के अंतराल पर तृतीय जाँच कराई जाये । कोविड संक्रमित व्यक्ति की जाँच में संक्रमण से मुक्ति पुष्ट होने पर एवं लक्षण रहित स्थिति को आंकलित कर, सर्वेलेन्स चिकित्सा अधिकारी द्वारा होम आइसोलेशन समाप्त कर लिखित प्रमाणपत्र दिया जाये व 14 दिन हेतु होम क्वॉरनटाइन की सलाह दी जाये ।
देखभालकर्त्ता हेतु निर्देश -
कोविड-19 केस के देखभालकर्त्ता द्वारा सदैव संक्रमित व्यक्ति के कक्ष में उपस्थिति के दौरान ट्रिपल लेयर मॉस्क का उपयोग किया जाये ।  मास्क, मुंह व चेहरे को छूने से बचा जाये तथा मास्क के भीगने या गंदा हो जाने पर तत्काल बदला जाये । संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने अथवा उपयोग की हुई सतहों के संपर्क में आने पर साबुन, पानी से हाथ धोया जाये ।  भोजन पकाते समय, खाने के पूर्व व शौचालय के उपयोग के बाद साबुन पानी से न्यूनतम 40 सेकेंड तक हाथ धोया जाये अथवा उनको अल्कोहल युक्त सेनेटाइजर से साफ किया जाये । संक्रमित व्यक्ति से संपर्क के दौरान दस्ताने का उपयोग किया जाये । संक्रमित वस्तुओं जैसे बर्तन, तौलिया, चादर आदि को सीधे छूने से बचा जाये एवं इस दौरान दस्ताने एवं ट्रिपल लेयर मॉस्क का उपयोग किया जाये । दस्ताना उतारने के बाद हाथ अच्छे से धोकर साफ टीशू या तौलिये से पोंछा जाये । कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति को भोजन उसके कक्ष में ही परोसा जाये व उपयोग किये गये बर्तनों को दस्ताना पहनकर साबुन पानी से अच्छे से साफ किया जाये ।
      संक्रमित व्यक्ति को समस्त निर्देशित औषधियों का सेवन कराने का दायित्व देखभालकर्ता का होगा। देखभालकर्ता एवं अन्य सभी निकट संपर्कों द्वारा अपना दैनिक तापमान तथा अन्य कोविड लक्षण (बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई) की निगरानी की जाना अनिवार्य है एवं दैनिक रूप से इसका प्रतिवेदन सार्थक एप पर किया जाए। कोई भी लक्षण उत्पन्न होने पर नियत सर्वेलेंस चिकित्सा अधिकारी को सूचित किया जाए।
होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड-19 केस हेतु निर्देश-
      कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति द्वारा सदैव तीन लेयर मॉस्क का उपयोग किया जाए एवं मास्क भीगने व गंदा होने पर मास्क बदला जाए। मास्क को एक प्रतिशत सोडियम हाईपोक्लोराइट से विषाणुमुक्त करके ही निपटान किया जाए। कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति घर के अन्य वृद्धजन, उच्च रक्तचाप, दिल व गुर्दे के रोग से ग्रस्त सदस्यों से दूर अपने कक्ष में ही रहें। होम आइसोलेशन के दौरान संक्रमित व्यक्ति द्वारा समुचित आराम किया जाए एवं पर्याप्त पेय पदार्थों व संतुलित आहार का सेवन किया जाए। खांसते-छींकते समय मुंह को टीशू, रूमाल, तौलिया, दुपट्टा, गमछा आदि से ढांका जाए तथा हाथों को साबुन पानी से बार-बार धोया जाए। किसी भी परिस्थिति में व्यक्तिगत वस्तुओं को अन्य सदस्यों के उपयोग हेतु साझा न किया जाए। औषधियों के सेवन हेतु चिकित्सीय परामर्श का अनुपालन किया जाए। कोविड-19 के लक्षणों के संबंध में स्वयं निगरानी की जाए व लक्षण उत्पन्न होने पर सार्थक एप पर प्रतिवेदन एवं नियत सर्वेलेंस चिकित्सा अधिकारी को तत्काल सूचित किया जाए। संपर्क में आने वाले सतहों (टेबल, दरवाजे के हैण्डल, लाइट बटन व मोबाइल आदि) को विषाणुमुक्ति करने के लिए एक प्रतिशत सोडियम हाईपोक्लोराइट से नियमित रूप से साफ किया जाए।
कोविड केयर सेंटर से होम आइसोलेशन में स्थानान्तरण -
      कोविड केयर सेंटर में रोगियों की पूर्ण चिकित्सीय जांच होने के पश्चात् अति मंद लक्षण अथवा लक्षण रहित व्यक्तियों को घर पर होम आइसोलेशन की सुविधा होने की दशा में डॉक्टर के परामर्श पर वचन पत्र भरवाने के पश्चात् होम आइसोलेशन में स्थानान्तरण की अनुमति दी जा सकती है। पूर्व से होम क्वारेंटाइन में रहने वाले व्यक्ति की जांच पॉजिटिव होने पर घर पर ही लक्षणों की जांच हेतु समिति गठित की जाए। समिति की अध्यक्षता एसडीएम द्वारा इन्सीडेंट कमाण्डर के रूप में मेडिकल आफिसर दल के साथ सुनिश्चित की जाए तथा होम आइसोलेशन के संबंध में निर्णय लिया जाए। होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाने की स्थिति में कोविड -19 केस द्वारा होम आइसोलेशन संबंधी वचन पत्र भरवाया जाए।
होम आइसोलेटेड संक्रमित व्यक्ति में लक्षण उत्पन्न होने पर डीसीएचसी में स्थानांतरण
      यदि होम आइसोलेशन में रहते हुए संक्रमित व्यक्ति को बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं तो उसके द्वारा तत्काल डीएसओ, एमएमयू एमओ या 104 पर सूचित किया जाए एवं सार्थक एप पर लक्षण प्रतिवेदित किया जाए। होम आइसोलेशन की अनुमति देते समय चिकित्सक द्वारा संक्रमित व्यक्ति को समस्त आवश्यक संपर्क नंबर तथा निकटस्थ डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर डीसीएचसी की जानकारी अनिवार्यत: दी जाए।
क्रमांक/4087/अप्रैल-430/मनोज॥

नगर निगम क्षेत्र के 64 हजार घरों के साढ़े तीन लाख लोगों को मिला
नि:शुल्क रोग प्रतिरोधक औषधियों का लाभ
जबलपुर, 30 अप्रैल, 2020
      शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय तथा शासकीय आयुर्वेद चिकित्सालय की 13 टीमें जबलपुर के शहरी क्षेत्रों के गली-गली, मोहल्ले-मोहल्ले घूमकर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव और रोग प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि हेतु नि:शुल्क आयुर्वेद व होम्योपैथी औषधियाँ वितरित कर रही है ।
      शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के प्रधानाचार्य डॉ. एल.एल. अहिरवाल ने बताया कि शहरी क्षेत्र में 3 अप्रैल से अब तक 63 हजार 648 घरों के 3 लाख 57 हजार 436 से अधिक व्यक्तियों को नि:शुल्क रोग प्रतिरोधक दवाइयाँ प्रदान की जा चुकी हैं । दवा वितरण के इस कार्य में आयुर्वेद महाविद्यालय से डॉ. शेखर सिंह राठौर, डॉ. तेज सिंह घाघरे, डॉ. ज्योति सिंह, डॉ. रवि नारायण प्रजापति, डॉ. रामकुमार अग्रवाल, डॉ.रचना तिवारी, डॉ. शुभम् जैन एवं जिला आयुष कार्यालय से डॉ. श्रद्धा कार्तिकेय, डॉ. लक्ष्मी मिश्रा, डॉ. अर्शी खान, डॉ. नेहा पांडे, डॉ. रश्मि मरकाम टीम प्रमुख एवं महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई प्रभारी डॉ. पंकज मिश्रा एवं मोहम्मद रजा सिद्दीकी सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं ।
      नि:शुल्क औषधियों के वितरण कार्य की मॉनीटरिंग प्रधानाचार्य डॉ. एल.एल. अहिरवाल के निर्देशन में डॉ. आर.के. गुप्ता और डॉ. मनोज सिंह द्वारा की जा रही है ।
क्रमांक/4088/अप्रैल-431/मनोज