संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
प्रमुख सचिव ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की
व्यवस्थाओं और रणनीति को सराहा
कलेक्ट्रेट और मेडिकल कॉलेज में कोरोना नियंत्रण कार्यों की
समीक्षा की
जबलपुर, 30 अप्रैल, 2020
प्रमुख सचिव श्री
डी पी आहूजा
ने जबलपुर में
कोरोना वायरस के
संक्रमण को रोकने के लिए की गई प्रशासनिक व्यवस्थाओं की
सराहना करते हुए
कहा कि हाई
रिस्क व्यक्तियों की
पहचान, एडवांस कांटेक्ट ट्रेसिंग और
लोगों में जागरूकता पैदा
करने के लिए
अपनाई गई बेहतर रणनीति की
बदौलत ही कोरोना
वायरस के संक्रमण को
फैलने से रोकने
में काफी हद
तक यहां
सफलता मिल सकी है ।
राज्य शासन ने जबलपुर जिले में कोरोना
वायरस की निगरानी का दायित्व प्रमुख सचिव पशुपालन डी.पी. आहूजा को सौंपा है । इसी
सिलसिले में श्री आहूजा आज
कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में
आयोजित बैठक में
कोरोना वायरस पर
नियंत्रण को लेकर जिले
में किये जा
रहे कार्यों की
समीक्षा कर रहे थे
। इस
दौरान संभागायुक्त महेशचन्द्र चौधरी,
पुलिस महानिरीक्षक भगवत
सिंह चौहान, उप
पुलिस महानिरीक्षक मनोहर
वर्मा, कलेक्टर भरत
यादव, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, नगर
निगम आयुक्त आशीष
कुमार, सीईओ जिला
पंचायत प्रियंक मिश्रा,
अपर कलेक्टर हर्ष
दीक्षित, अपर कलेक्टर संदीप
जीआर, सयुंक्त संचालक
स्वास्थ डॉ ठाकुर, सीएमएचओ डॉ
मनीष मिश्रा, नर्सिंग होम
एसोशिएशन के अध्यक्ष डॉ
जितेंद्र जामदार भी मौजूद
थे ।
प्रमुख
सचिव श्री आहूजा
ने जबलपुर में
कोरोना संक्रमित लोगों
के उपचार तथा
इनके सम्पर्क में
आये लोगों के
क्वारेन्टाइन की उपलब्ध सुविधाओं की
जानकारी भी बैठक में ली। उन्होंने कंटेन्मेंट जोन
में डोर-टू-डोर सर्वे, ऐसे
क्षेत्रों के निवासियों को
आवश्यक वस्तुओं की
आपूर्ति तथा प्रतिबन्धों का
पालन कराने किये
जा रहे इंतजामों की
भी समीक्षा की । श्री
आहूजा ने बैठक में जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार, लॉकडाउन में आर्थिक
एवं औद्योगिक गतिविधियों को प्रारंभ करने तथा दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं की
आपूर्ति के बारे में शासन द्वारा तय गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश अधिकारियों
को दिये ।
बैठक में
कलेक्टर भरत यादव ने लॉकडाउन की वजह से जिले में फंसे अन्य राज्यों सहित जरूरतमंद
लोगों को भोजन व राशन मुहैया कराने की व्यवस्था की जानकारी दी । उन्होंने कहा कि
जिले के हालात को सामान्य स्थिति में लाने के लिए कई प्रभावी पहल की गई है । साथ
ही जिले में रोजगारमूलक गतिविधियों को बढ़ाने की दिशा में किये गये प्रयासों
विशेषकर औद्योगिक इकाइयों को शुरू करने के लिए दी गई अनुमति का ब्यौरा दिया ।
कलेक्टर ने कहा कि जिले भर में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक
वस्तुओं तथा खाद्य पदार्थों के परिवहन की सुगम व्यवस्था की गई है । जिले में सोशल
डिस्टेंसिंग और भारत सरकार की कोरोना गाइडलाइन के तय मानकों का कड़ाई से पालन कराया
जा रहा है ।
कलेक्टर
ने बताया कि जिले में अब प्रतिदिन कोरोना टेस्ट के लिए 200 से 250 लोगों के सैम्पल
परीक्षण हेतु भेजे जा रहे हैं । जिनके सैम्पल लिये जा रहे हैं उनमें से अधिकांश
ऐसे लोग हैं जो या तो कोरोना पॉजिटिव पाये गये व्यक्तियों के नजदीकी संपर्क में
हैं अथवा कंटेनमेंट क्षेत्र में घर-घर सर्वे के दौरान जिनकी हाई रिस्क के तौर पर
पहचान की गई है । उन्होंने बताया कि जबलपुर में पिछले कुछ दिनों से कोरोना
पॉजिटिव की संख्या बढ़ने की मुख्य वजह भी यही है ।
कलेक्ट्रेट
सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक के पहले प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा ने मेडिकल
कॉलेज के डीन कार्यालय में चिकित्सा अधिकारियों की भी बैठक ली तथा यहां कोरोना
संक्रमितों के इलाज के लिए उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की । उन्होंने कहा कि
मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में भर्ती कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के लिए चिकित्सक,
पैरामेडिकल स्टॉफ और नर्सों की सेवायें अच्छी रहें । मेडिकल कॉलेज के डीन और
अधीक्षक यह सुनिश्चित करें । मरीजों को सीसीटीव्ही कैमरे की निगरानी में रखा
जाये । सभी मरीज अनिवार्यत: मास्क पहनें । साथ ही वरिष्ठ अधिकारी अपने
अधीनस्थ अमले को प्रोत्साहित करते रहें । प्रमुख सचिव ने बैठक में मेडिकल कॉलेज
में स्थापित की जा रही कोरोना टेस्टिंग लैब के बारे में भी जानकारी ली । बैठक में
संभागायुक्त महेशचन्द्र चौधरी, कलेक्टर भरत यादव, डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. प्रदीप
कसार भी मौजूद थे।
क्रमांक/4091/अप्रैल-434/जैन
रिपोर्ट आने के पहले परिजनों
को शव सौंपने के
मामले में विक्टोरिया का मर्चुरी
प्रभारी निलंबित
जबलपुर, 30 अप्रैल, 2020
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
डॉ मनीष मिश्रा ने विक्टोरिया अस्पताल के मर्चुरी प्रभारी कम्पाउंडर एस डी प्रधान
को कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आने के पहले ही परिजनों को शव सौंप देने के मामले में
तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
ज्ञात हो कि इस मामले में कलेक्टर श्री भरत
यादव ने अस्पताल के सिविल सर्जन को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया था। अस्पताल के
मर्चुरी प्रभारी को निलंबित करने की यह कार्यवाही कलेक्टर के निर्देश पर की गई है।
श्री यादव ने भविष्य में भी इस तरह की लापरवाही बरतने पर दोषी कर्मचारियों के
विरूद्ध कठोर कार्यवाही के निर्देश सीएमएचओ को दिए हैं।
क्रमांक/4092/अप्रैल-435/जैन॥
सी.एम. हेल्पलाइन
से 4 लाख 75 हजार से अधिक लोगों को मिली राहत
जबलपुर, 30 अप्रैल, 2020
प्रदेश में कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन में सी.एम. हेल्पलाइन
नम्बर 181 आम नागरिकों और सभी जरूरतमंदों के लिये सबसे बड़ा आसरा केन्द्र बन गया है।
इस नम्बर पर अब तक 4 लाख 75 हजार 923 लोगों को फोन करने पर भोजन, राशन, दवाओं, परिवहन
तथा अन्य प्रकार की राहत उपलब्ध कराई गई है। सी.एम. हेल्पलाइन किसानों के लिये भी मददगार
साबित हो रही है। इस पर अब तक किसानों की फसल कटाई, फसल परिवहन आदि की 1019 समस्याओं
का तुरंत निराकरण सुनिश्चित किया गया है।
प्राप्त विस्तृत जानकारी के अनुसार सी.एम. हेल्पलाइन नम्बर
181 पर अब तक भोजन संबंधी 3 लाख 83 हजार 697, परिवहन संबंधी 23 हजार 174, दवाइयों संबंधी
28 हजार 080, आवश्यक वस्तुएं जैसे दूध, सब्जी आदि संबंधी 14 हजार 094 तथा अन्य प्रकार
की 26 हजार 878 समस्याओं की जानकारी मिलते ही त्वरित कार्रवाई कर सहायता मुहैया कराई
गई।
क्रमांक/4089/अप्रैल-432/मनोज
पाँच दिवसीय
अल्प-विराम सत्र ऑनलाइन आयोजित करने का निर्णय
इच्छुक व्यक्तियों
से आवेदन आमंत्रित
जबलपुर, 30 अप्रैल, 2020
राज्य आनंद संस्थान द्वारा ऑनलाइन कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम
से पाँच दिवसीय अल्प-विराम सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इस कार्यक्रम में
भाग लेने के इच्छुक व्यक्ति संस्थान की वेबसाइट https://www.anandsansthanmp./ पर अपना
आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।
पाँच दिवसीय अल्प-विराम कार्यक्रम में प्रतिदिन सुबह
10 से 11.30 बजे तक सत्र होगा। इसके पहले सुबह 7 से 8 बजे तक सभी प्रतिभागियों को स्वयं
डायरी पेन के साथ एक घंटा दिए गये प्रश्नों का अल्प-विराम लेना होगा।
'प्रथम आये-प्रथम पाए' फार्मूले के आधार पर 40 प्रतिभागियों
को इस कार्यक्रम में प्रवेश दिया जाएगा। कार्यक्रम के संबंध में अधिक जानकारी मोबाइल
नम्बर-7723929667 पर प्राप्त की जा सकती है। जिन आवेदकों को अल्प-विराम कार्यक्रम में
प्रवेश दिया जाएगा, उनके मोबाइल नम्बर के आधार पर संवाद के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप
बनाया जाएगा। व्हाट्सएप ग्रुप पर सभी प्रतिभागी एक-दूसरे से परिचय प्राप्त करेंगे।
प्रतिदिन सुबह 10 से 11.30 बजे सत्र की लॉगइन आईडी एवं
यूजर पासवर्ड WhatsApp group पर दिया जायेगा। सत्र के लिए आप अपने घर में किसी भी शांत
स्थान पर डायरी एवं पेन के साथ बैठें।
सत्रों का विषय
सत्र में पहले दिन- सेल्फ अवेयरनेस (समाज, परिवार एवं स्वयं
के प्रति जागरूकता), दूसरे दिन- चिंता का दायरा-प्रभाव का दायरा, (कैसे चिंता को चिंतन
में परिवर्तित कर समाधान की ओर बढ़ें), तीसरे दिन-जीवन का लेखा-जोखा (कृतज्ञता, क्षमा,
माफी, धन्यवाद), चौथे दिन- सम्पर्क, सुधार और दिशा (शांत समय में भीतर की शक्ति से
जुड़ना) और पाँचवे दिन- संबंध एवं जीवन का उद्देश्य विषय पर परिचर्चा होगा।
क्रमांक/4090/अप्रैल-433/मनोज