संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
प्रदेश
के बाहर फंसे एक हजार से अधिक मजदूरों के खाते में
एक-एक
हजार रूपये की राशि जमा
जबलपुर, 28 अप्रैल,
2020
मुख्यमंत्री
श्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के मुताबिक लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में
फंसे प्रदेश के नागरिकों के खाते में एक-एक हजार रूपये की राशि जमा करने के
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के परिपालन में जबलपुर जिले के अभी
तक ऐसे एक हजार 22 मजदूरों के खाते में राशि हस्तांतरित कर दी गई जो गुजरात,
राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में फंसे हुए हैं ।
अपर कलेक्टर
विकास एवं जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा के मुताबिक ऐसे लोगों की पहचान उनके
मोबाइल लोकेशन के आधार पर की गई है । श्री मिश्रा ने बताया कि जिले के ऐसे 5
हजार 600 लोगों के बारे में भी प्रशासन को सूचना प्राप्त हुई है जो दूसरे राज्यों
में फंसे हुए हैं । राज्य शासन के निर्णयानुसार ऐसे लोगों को वापस लाने की
कार्यवाही की जा रही है । उन्होंने बताया कि मण्डला-डिंडौरी सहित अन्य जिलों के
चार सौ से अधिक मजदूरों को भी जबलपुर से वापस भेजा गया है । इसी तरह दूसरे जिलों
में फंसे जबलपुर के मजदूरों को भी वापस लाने की कार्यवाही की जा रही है ।
क्रमांक/4067/अप्रैल-410/जैन
रेडक्रॉस
सोसायटी द्वारा 65 ऑटो रिक्शा चालकों को राशन का वितरण
जबलपुर, 28 अप्रैल,
2020
जिला
रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा आज रेल्वे स्टेशन पर ऐसे 65 ऑटो रिक्शा चालकों को राशन के
पैकेट का वितरण किया गया जिन्हें लॉकडाउन की वजह से आय का साधन चले जाने के कारण
परिवार के भरण-पोषण में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था ।
इन ऑटो
रिक्शा चालकों की ओर से जबलपुर ऑटो चालक संघ के द्वारा सांसद श्री राकेश सिंह के
माध्यम से जिला प्रशासन से सहायता का आग्रह किया गया था । कलेक्टर भरत यादव
ने तत्काल इन ऑटो रिक्शा चालकों की मदद करने के निर्देश रेडक्रॉस समिति के सचिव
आशीष दीक्षित को दिये गये थे ।
जिला
रेडक्रॉस समिति द्वारा आज इन ऑटो रिक्शा चालकों को पांच किलो आटा, पांच किलो चावल,
एक किलो दाल, एक किलो नमक, एक लीटर तेल एवं मसाले उपलब्ध कराये गये । साथ ही
उन्हें एक-एक मास्क भी प्रदान किया गया ।
क्रमांक/4068/अप्रैल-411/जैन
ड्यूटी
से अनुपस्थित रहने पर राजस्व निरीक्षक निलंबित
जबलपुर, 28 अप्रैल,
2020
कलेक्टर भरत
यादव ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु लगाई गई ड्यूटी से अनुपस्थित रहने
पर कुंडम तहसील के इमलई राजस्व मंडल में पदस्थ राजस्व निरीक्षक रूद्री प्रसाद
मिश्रा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है ।
निलंबित
राजस्व निरीक्षक को कुंडम तहसील के चौरई कलां चेक पोस्ट पर तैनात किया गया था
। निलंबन काल के दौरान रूद्री प्रसाद मिश्रा को अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय
कुंडम कार्यालय से संबद्ध किया गया है ।
क्रमांक/4069/अप्रैल-412/जैन
जबलपुर में भी प्लाज्मा थेरेपी से इलाज की सुविधा प्रारंभ करने
प्रयास शुरू
जबलपुर, 28 अप्रैल,
2020
कोरोना वायरस से
संक्रमित मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी
से उपचार की
तकनीक का इस्तेमाल शीघ्र
ही जबलपुर में
भी किया जायेगा
। इसके लिए प्रयास प्रारंभ कर दिये गये हैं ।
कलेक्टर भरत यादव ने
मेडीकल कॉलेज के
डीन डॉ प्रदीप
कसार से इस
बारे में चर्चा
कर प्लाज्मा थेरेपी
से मरीजों के
उपचार के लिये
उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि कोरोना
पीड़ितों के ईलाज की
प्लाज्मा थेरेपी से
उपचार की सुविधा जबलपुर
मेडिकल कॉलेज में
भी प्रांरभ
हो इसके लिए आईसीएमआर के नई दिल्ली मुख्यालय से अनुमति प्रापत करने सहित सभी जरूरी
औपचारिकतायें शीघ्र पूरी की जायें ।
क्रमांक/4070/अप्रैल-413/जैन
करमेता और सुहागी कंटेनमेंट
जोन से मुक्त
जबलपुर 28 अप्रैल 2020
जिला प्रशासन ने करमेता और सुहागी कंटेनमेंट
जोन को आज मंगलवार को डिनोटिफाई कर दिया है। अपर कलेक्टर विकास एवं जिला पंचायत सीईओ
प्रियंक मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इन दोनों कंटेनमेंट क्षेत्र में
पिछले 28 दिनों में कोरोना का कोई नया पाजिटिव प्रकरण नहीं आया है।
जिला पंचायत के सीईओ को मुताबिक इन
क्षेत्रों से कंटेनमेंट जोन हटने के बाद भी लॉकडाउन के प्रतिबंध लागू रहेंगे। उन्होंने
दोनों क्षेत्रों के लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने सहित सावधानी बरतने
और घरों में रहने का आग्रह किया है।
क्रमांक/4071/अप्रैल-414/जैन॥
प्लाज्मा
डोनेट करने जबलपुर से रवाना हुई सुनीता अग्रवाल
जबलपुर, 28 अप्रैल,
2020
प्रदेश में सबसे
पहले कोरोना पॉजिटिव पाये
गये अग्रवाल परिवार
की सदस्य सुनीता
अग्रवाल अपनी बेटी पलक
अग्रवाल के साथ प्लाज्मा डोनेट
करने आज शाम
जबलपुर से भोपाल
रवाना हो गई
हैं ।
भोपाल में सुनीता
अग्रवाल का रक्त प्लाज्मा भोपाल
में भर्ती कोरोना
के मरीज को
दिया जायेगा । इस मरीज का
भी रक्त समूह
बी-पाजिटिव है
। गोलबाजार कछियाना निवासी
सुनीता अग्रवाल आभूषण
व्यापारी मुकेश अग्रवाल की
पत्नी है और
पलक अग्रवाल इनकी
बेटी हैं। परिवार के
ये तीनों सदस्य
20 मार्च
को कोरोना पॉजिटिव पाये
गये थे । इन्हें उपचार के
लिये नेताजी सुभाष
चन्द्र बोस मेडिकल
कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड
में भर्ती किया
गया था ।
मुकेश अग्रवाल और
पत्नी सुनीता अग्रवाल 5 अप्रैल
को स्वस्थ होकर
घर लौटे थे
। जबकि इनकी
बेटी पलक अग्रवाल को
स्वस्थ होने में
थोड़ा ज्यादा वक्त
लगा और उसकी
लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आने
के बाद 11 अप्रैल
को घर वापसी
हुई ।
कोरोना पीड़ित मरीज को रक्त प्लाज्मा देने के लिए सहमत होने पर कलेक्टर भरत यादव ने
अग्रवाल परिवार को साधुवाद दिया है । अग्रवाल परिवार से प्लाज्मा देने का
अनुरोध भोपाल के कोरोना मरीज का इलाज कर रहे चिकित्सक द्वारा किया गया था । सहमति
देने पर जिला प्रशासन द्वारा तत्काल सुनीता अग्रवाल और उनके साथ पलक अग्रवाल को
वाहन पास और भोपाल जाने की अनुमति प्रदान की गई ।
क्रमांक/4072/अप्रैल-415/जैन
एकीकृत
कोरोना कंट्रोल रूम बना नागरिकों का मददगार
साढ़े
चार हजार से अधिक फोन कॉल का हुआ समाधान
जबलपुर, 28 अप्रैल,
2020
नोवल
कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के कारण लॉकडाउन के दौरान लोगों की दिक्कतों, जिज्ञासाओं
आदि के त्वरित समाधान के लिए जबलपुर शहर के दमोहनाका में एकीकृत कोरोना कंट्रोल
रूम संचालित किया जा रहा है। जिला स्तरीय इस कंट्रोल रूम को प्राप्त 8 हजार 572 फोन
कॉल में से 4 हजार 614 में त्वरित कार्रवाई कर समाधान किया गया। जबकि 3 हजार 958 फोन
कॉल्स से संबंधित समस्याओं का निराकरण प्रक्रियाधीन है।
जिला
स्तरीय कंट्रोल रूम को राशन, भोजन, आश्रय, चिकित्सा, परिवहन तथा अन्य प्रकार की
सहायता एवं सहयोग के लिए प्राप्त होने वाले फोन कॉल को आठ अलग-अलग श्रेणी में दर्ज
कर त्वरित कार्यवाही की जा रही है। कंट्रोल रूम को अब तक कोरोना संबंधित जानकारी
जैसे शासन द्वारा निर्देश, हॉस्पिटल सुविधा और विशेषज्ञ डॉक्टर से संबंधित 108 फोन
कॉल्स मिली। जबकि फोन कॉल्स द्वारा सूचनाकर्ता द्वारा संदिग्ध मामलों की जानकारी
देने 728 फोन कॉल्स आए। कुल 211 ऐसे भी फोन कॉल्स आए जिनमें मरीज स्वयं या परिजन जिनमें
कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं। उन्होंने फोन कॉल्स से सूचित किया।
इसके
अलावा कोरोना के कारण नागरिकों को खाद्य एवं आवश्यक सामग्री, जैसे सिलेण्डर, केरोसिन
न मिलने, मजदूरी नहीं मिलने, कोरोना के कारण फल, सब्जी, दूध नहीं मिलने संबंधी 6
हजार 365 फोन कॉल्स आए। इसमें से अधिकांश की समस्या का निराकरण संबंधित कार्यों के
लिए चिन्हित अधिकारियों के माध्यम से कराया गया। साथ ही कोरोना के कारण राज्य के
अंदर और बाहर आवागमन में हो रही असुविधा से संबंधित 638 फोन कॉल्स मिले। जबकि कोरोना
की वजह से लॉकडाउन के दौरान दवाईयां और चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने, मरीज को अस्पताल
नहीं ले जा पाने से संबंधित 254 फोन कॉल्स का निपटारा कराया गया। 701 टेली मेडिसिन
फोन कॉल्स के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सलाह दवा व उपचार प्रदान किया गया।
कंट्रोल
रूम में 24 बाय 7 अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहते हैं। नागरिकों को फोन कॉल्स पर
प्राप्त सूचना के आधार पर संबंधित विभाग के अधिकारी त्वरित कार्यवाही करते हैं।
क्रमांक/4073/अप्रैल-416/मनोज॥