News.31.05.2020_B


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
शहर के ग्रीन जोन वाले क्षेत्रों में आड़-ईवन फार्मूले पर प्रात: 9 बजे से शाम 7 बजे तक खोली जा सकेंगी दुकानें
रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा रात्रिकालीन कर्फ्यू
जिला दंडाधिकारी द्वारा आदेश जारी
जबलपुर, 31 मई, 2020
     जिला दंडाधिकारी एवं कलेक्टर भरत यादव ने सोमवार एक जून से जबलपुर शहर के ग्रीन जोन वाले क्षेत्रों में आड़-ईवन फार्मूले के तहत सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक दुकानों को खोलने की अनुमति प्रदान की है। इस बारे में श्री यादव ने आज रविवार की शाम आदेश जारी कर दिया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू भी हो गया है ।
     जिला दंडाधिकारी द्वारा जारी आदेश के मुताबिक जबलपुर जिले में रात्रिकालीन कर्फ्यू अब प्रतिदिन रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा। रात्रिकालीन कर्फ्यू की अवधि में आम लोगों का आवागवन प्रतिबंधित रहेगा। केवल अति आवश्यक सेवाओं जैसे राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस, विद्युत, दूरसंचार, नगर निगम, पंचायत, नगर सैनिक, आपदा प्रबंधन, पेयजल, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ ही इमरजेंसी ड्यूटी वाले शासकीय कर्मचारियों को केवल ड्यूटी के प्रयोजन से रात्रिकालीन कर्फ्यू से मुक्त रखा गया है। लेकिन ऐसे कर्मचारियों को अपने साथ पहचान पत्र रखना अनिवार्य होगा।
     आदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अंतर्गत रेल्वे स्टेशन से आने वाली सवारियों को गन्तव्य तक पहुंचाने के लिए केवल प्री-पेड (प्लेटफार्म क्रमांक-एक एवं छह) सवारी ऑटो रिक्शा एवं ओला कैब जैसे टैक्सी सर्विसेज के संचालन को भी अनुमति दी गई है। लेकिन ऐसे ऑटो रिक्शा एवं टैक्सी में वाहन चालक के अलावा पीछे की सीट पर केवल दो सवारियों को ही बैठाने की अनुमति होगी ।
     जिला दंडाधिकारी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य शासन से अनलॉक-वन के बारे में दिशा-निर्देश प्राप्त होने पर विभिन्न छूटों के संदर्भ में विस्तृत आदेश पृथक से शीघ्र ही जारी किया जायेगा। तब तक पूर्व में जारी आदेशों के अंतर्गत आड़-ईवन प्रणाली तथा अन्य सभी अनुमतियां यथावत प्रभावी रहेंगी ।
क्रमांक/4636/मई-445/जैन

कलेक्टर ने किया ज्ञानोदय क्वारेन्टीन सेंटर का निरीक्षण
क्वारेन्टीन में रखे गये लोगों से जाने हालचाल
जबलपुर, 31 मई, 2020
     कलेक्टर भरत यादव ने आज रविवार को शारदा नगर रांझी स्थित ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया और यहां क्वारेन्टीन किये गये कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों के निकट संबंधियों के हालचाल जाने ।
     श्री यादव ने इस मौके पर इस क्वारेंटीन सेंटर में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा भी लिया ।  उन्होंने क्वारेन्टीन में रखे गये लोगों से उन्हें मिल रही भोजन एवं अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी भी ली ।  सभी ने कलेक्टर को बताया कि भोजन अच्छा मिल रहा है और उन्हें यहां किसी तरह की कोई समस्या नहीं है ।  
     कलेकटर ने इस अवसर पर ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय के नये बने छात्रावास भवनों का भी अवलोकन किया और यहां उपलब्ध सुविधाओं के लिहाज से बिना लक्षण वाले अथवा माइल्ड कोरोना पॉजिटिव मरीजों के उपचार के लिए इसे कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए उपयुक्त बताया । श्री यादव ने नये छात्रावास भवनों में कोविड केयर सेंटर के लिहाज से पानी की आपूर्ति और बिस्तर आदि के समुचित इंतजाम सुनिश्चित करने की हिदायत संबंधित अधिकारियों को दी । श्री यादव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी सभी आवश्यक तैयारियां प्रारंभ करने के निर्देश दिये हैं ।  उन्होंने इस मौके पर क्वारेन्टीन अवधि पूरी करने पर छुट्टी दिये जाने के समय संबंधित व्यक्ति को डिस्चार्ज प्रमाण पत्र भी प्रदान करने के निर्देश दिये हैं ।  ताकि यदि वे कहीं ड्यूटी कर रहे हैं तो उन्हें क्वारेन्टीन अवधि का वेतन मिलने में कठिनाई न हो ।
     ज्ञानोदय क्वारेन्टीन सेंटर के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर के साथ अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष मिश्रा, एसडीएम रांझी मनीषा वास्कले, डॉ. संजय जैन आदि भी मौजूद थे ।  इस अवसर पर बताया गया कि ज्ञानोदय सेंटर में फिलहाल 115 लोगों को क्वारेन्टीन में रखा गया है । यदि इस आवासीय विद्यालय को कोविड केयर सेंटर बनाया जाता है तो यहां 300 से अधिक मरीजों को आइसोलेशन में रखा जा सकता है ।
क्रमांक/4637/मई-446/जैन

स्वास्थ्य विभाग ने शहर में शुरू किये 28 फीवर क्लीनिक
आम नागरिकों से सर्दी, खांसी, बुखार एवं श्वांस लेने में तकलीफ होने पर
फीवर क्लीनिकों में जांच कराने का अनुरोध
जबलपुर, 31 मई, 2020
     सर्दी, खांसी, बुखार एवं श्वांस लेने में तकलीफ तथा अन्य तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए आम नागरिकों की सुविधा हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जबलपुर शहर में 28 फीवर क्लीनिक प्रारंभ किये हैं ।  ये फीवर क्लीनिक शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों एवं सभी सिटी डिस्पेंसरी में स्थापित किये गये हैं।
     मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष मिश्रा ने शहर के नागरिकों से सर्दी, खांसी, बुखार एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या आने पर अपने निकट के फीवर क्लीनिक पहुंच कर जांच एवं उपचार कराने का आग्रह किया है ।
     जबलपुर शहर में आम लोगों की सुविधा के लिए खोले गये 28 फीवर क्लीनिक में यूपीएचसी गुप्तेश्वर, सिटी डिस्पेंसरी गोरखपुर, यूपीएचसी पोलीपाथर, आयुर्वेद कॉलेज, प्रसूतिका गृह, सिटी डिस्पेंसरी शंकरशाह नगर, यूपीएचसी कजरवारा, केंट हॉस्पिटल, यूपीएचसी घमापुर, एल्गिन हॉस्पिटल, यूपीएचसी रजाचौक अधारताल, यूपीएचसी सुहागी, यूपीएचसी सुभाष नगर, यूपीएचसी संजय नगर, सिटी डिस्पेंसरी अधारताल, यूपीएचसी बड़ा पत्थर, सिविल हॉस्पिटल रांझी, यूपीएचसी स्नेह नगर, यूपीएचसी परसवारा, यूपीएचसी तिलवारा, मेडिकल कॉलेज, यूपीएचसी मोतीनाला, संजीवनी क्लीनिक लेमा गार्डन, सिटी डिस्पेंसरी गोहलपुर, प्रसूतिका गृह मोतीनाला, यूपीएचसी उखरी, यूपीएचसी शांति नगर, सिटी डिस्पेंसरी मिलौनीगंज एवं सिटी डिस्पेंसरी कोतवाली शामिल है ।
     स्वास्थ्य विभाग द्वारा खोली गई इन फीवर क्लीनिक के अलावा शहर के निजी अस्पतालों में भी फीवर क्लीनिक प्रारंभ किये गये हैं ।  जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी फीवर क्लीनिक स्थापित किये गये हैं ।
     मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के मुताबिक सभी फीवर क्लीनिकों को क्वारेंटीन सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर से भी लिंक किया गया है । फीवर क्लीनिक में उपचार के लिए आने वाले सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों का डाटा सार्थक एप में दर्ज किया जा रहा है । इसके साथ ही कोरोना संबंधी लक्षण दिखाई देने पर सेम्पल लेने की व्यवस्था भी फीवर क्लीनिकों में की गई है ।  फीवर क्लीनिकों को एम्बुलेंस सेवा से भी लिंक किया गया है ।
क्रमांक/4638/मई-447/जैन

News.31.05.2020_A


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
कोरोना से स्वस्थ होने पर तीन डिस्चार्ज
जबलपुर, 31 मई, 2020
कोरोना से स्वस्थ होने पर आज रविवार को तीन व्यक्तियों को नई गाईड लाइन के मुताबिक सुखसागर कोविड केयर सेंटर से डिस्चार्ज किया गया है ।  इनमें घसिया कॉलोनी ठक्करग्राम का एक तथा बेलबाग टोरिया के दो व्यक्ति शामिल हैं । तीनों को अगले सात दिनों के लिये सुखसागर स्थित क्वारेन्टीन सेंटर में रखा जायेगा ।  इन तीन लोगों के साथ ही जबलपुर में कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 179 हो गई है ।
क्रमांक/4625/मई-434/जैन

सवा लाख परिवारों के 6 लाख लोगों को मिला
नि:शुल्क आयुर्वेदिक औषधियों का लाभ
जबलपुर 31 मई 2020
सभी कंटेनमेंट क्षेत्र सहित शहर के अन्य गली-मोहल्लों में घूम-घूम कर शासकीय आयुर्वेद चिकित्सालय एवं महाविद्यालय के चिकित्सकों की टीम द्वारा वितरित की जा रही नि:शुल्क रोग प्रतिरोधक औषधियों से अब तक एक लाख 35 हजार परिवारों के 6 लाख 8 हजार व्यक्ति लाभान्वित हो चुके हैं। यह जानकारी देते हुए प्रधानाचार्य डॉ एलएल अहिरवाल ने बताया कि नि:शुल्क औषधि वितरण के इस कार्य में आयुर्वेद महाविद्यालय से डॉ सायमा अंसारी, डॉ सुबोध जैन, डॉ शैलेन्द्र मुकाती, डॉ ज्योति सिंह, डॉ रचना तिवारी, डॉ शुभम जैन एवं महाविद्यालय की रासेयो इकाई प्रभारी डॉ पंकज मिश्रा एवं मो. रजा सिद्दीकी तथा स्वयं सेवक शामिल हैं। साथ ही सार्थक एप के माध्यम से जानकारी डॉ दुर्गेश प्रसाद गुप्ता, नोडल अधिकारी द्वारा ऑनलाइन प्रविष्टि की जा रही है।
साथ ही सुखसागर मेडिकल कॉलेज के क्वॉरेन्टाइन सेन्टर में आयुर्वेदिक औषधि आरोग्य कषाय-20 का वितरण डॉ. ओवेद अहमद अंसारी, डॉ. रवि नारायण प्रजापति एवं मनीष राय के निर्देशन में किया जा रहा है ।  इस कार्य की मानीटरिंग संस्था प्रमुख डॉ एलएल अहिरवाल के निर्देशन में डॉ आरके गुप्ता एवं डॉ मनोज सिंह द्वारा की जा रही है।            
क्रमांक/4626/मई-435/मनोज

डीएलएड परीक्षा के लिये ऑनलाइन आवेदन 10 जून तक
जबलपुर 31 मई 2020
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा सत्र 2019-20 की प्रारंभिक शिक्षा में पत्रोपाधि पाठ्यक्रम (डीएलएड) नियमि प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की परीक्षा के लिये आवेदन-पत्र एम.पी.ऑनलाइन के कियोस्क अथवा पोर्टल के माध्यम से 25 मई से 10 जून तक भरे जा सकेंगे।
क्रमांक/4627/मई-436/मनोज॥

आज से निर्धारित समय पर खुलेंगे बैंक
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने जारी किया आदेश
जबलपुर 31 मई 2020
      कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी भरत यादव ने जिले के अंतर्गत सभी बैंक शाखाओं व कार्यालयों को सोमवार एक जून से निर्धारित समय (लॉकडाउन के पूर्व का समय) से बैंकिंग कार्य संपादित करने का निर्देश दिया है। बैंकिंग कार्य के दौरान भारत सरकार, राज्य सरकार एवं कलेक्ट्रेट कार्यालय द्वारा समय-समय पर जारी किए गए निर्देशों तथा फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करने की हिदायत दी गई है। एक जून से सभी एटीएम खुले रहेंगे तथा उसमें पर्याप्त राशि की उपलब्धता रहेगी।
      कलेक्टर ने जारी आदेश में कहा है कि कोरोना वायरस से सुरक्षा की दृष्टि से समस्त बैंक शाखाएं, कार्यालय कियोस्क आदि पर फिजिकल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजेशन आदि की व्यवस्था संबंधित बैंक शाखा द्वारा सुनिश्चित की जाए। साथ ही बैंक स्टाफ एवं ग्राहकों को फेस मॉस्क लगाना अनिवार्य किया गया है। यह आदेश एक जून से जिले में प्रभावशील हो गया है।
क्रमांक/4628/मई-437/मनोज॥

पशुधन बीमे से नुकसान शून्य, मुनाफा सौ फीसदी
पशुपालन बना कृषकों के लिए अतिरिक्त आय का साधन
जबलपुर 31 मई 2020
कृषक अब खेती पर ही निर्भर नहीं हैं, वे पशुपालन के माध्यम से भी अपनी आमदनी में अतिरिक्त वृद्धि कर सकते हैं। राज्य शासन की पशुधन बीमा योजना से दुग्ध उत्पादन, मुर्गी पालन, भेंड-बकरी जैसे अन्य दुधारू पशुओं के साथ अन्य पशुपालन अब आसान हो गया है। पशुधन बीमा योजना से पशुपालकों को अब नुकसान नहीं के बराबर और मुनाफा पूरा मिलता है।
पशुधन बीमा सभी श्रेणी के पशुओं के लिए
पशुधन बीमा योजना प्रदेश के सभी जिलों में लागू है। इसमें दुधारू पशुओं के साथ ही सभी श्रेणी के पशुधन का भी बीमा कराया जा सकता है। योजना में एक हितग्राही के अधिकतम 5 पशुओं का बीमा किया जाता है। भेड, बकरी, सूकर आदि 10 पशुओं की संख्या को एक पशु इकाई माना गया हैं। इससे आशय है कि भेड, बकरी एवं शूकर के पालक एक बार में अपने 50 पालतु पशुओं का बीमा करा सकेंगे।
बीमा प्रीमियम पर अनुदान एपीएल श्रेणी के लिए 50 प्रतिशत तथा बीपीएल, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति श्रेणी के पशुपालकों के लिये 70 प्रतिशत एवं शेष राशि हितग्राही देय करेगा। बीमा प्रीमियम की अधिकतम दर एक वर्ष के लिये 3 प्रतिशत तथा तीन वर्ष के लिये 7.50 प्रतिशत देय होगी। प्रदेश में वर्तमान दरें 2.45 प्रतिशत तथा 5.95 प्रतिशत लागू है। पशुपालक अपने पशुओं का बीमा एक वर्ष तथा तीन वर्ष तक के लिये करा सकेंगे।
24 घंटे के भीतर देनी होगी सूचना
बीमित पशु-पालकों को बीमित पशु की मृत्यु की सूचना 24 घंटे के भीतर बीमा कंपनी को देना होगी। पशुपालन विभाग के चिकित्सक शव का परीक्षण करेंगे एवं उसकी रिपोर्ट में मृत्यु के कारणों का उल्लेख करेंगे। बीमा कंपनी को अधिकारी दावे संबंधी प्रपत्र एक माह के अंदर प्रस्तुत करेंगे। कंपनी 15 दिवस के अंदर दावे का निराकरण करेगी।
क्रमांक/4629/मई-438/मनोज

एकलव्य विद्यालय में छात्रों के
रिक्त सीटों की पूर्ति हेतु 10 जून तक आवेदन आमंत्रित
जबलपुर 31 मई 2020
     एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय नर्रईनाला में कक्षा सातवीं, आठवीं एवं ग्यारहवीं में रिक्त अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के सीटों की पूर्ति की जाना है । इसके लिए पात्र आवेदकों से 10 जून तक आवेदन आमंत्रित किया गया हैं ।
     प्राचार्य द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक कक्षा 7वीं, आठवीं और ग्यारहवीं में अनुसूचित जनजाति वर्ग के बालक-बालिकाओं के लिए 4-4 सीटें रिक्त हैं ।  इसके लिए आवेदक को सी.बी.एस.ई. पाठ्यक्रम से न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों के साथ पिछली कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है । चयन मेरिट के आधार पर होगा ।  इच्छुक आवेदक अपना आवेदन आवश्यक दस्तावेजों सहित 10 जून तक विद्यालय की ई-मेल आईडी-amrs.jbp@gmail.com अथवा विद्यालय में उपस्थित होकर जमा कर सकते हैं ।
क्रमांक/4630/मई-439/मनोज॥

30 जून तक स्टाम्प ड्यूटी और पंजीयन पुरानी गाइड लाइन पर ही
लोगों को स्टाम्प और पंजीयन शुल्क व्यय में 5 से 15 फीसदी तक का मिल रहा लाभ
जबलपुर 31 मई 2020
आम जनता को राहत देने तथा रियल स्टेट कारोबार को गति देने के लिये 30 जून तक गाइड-लाइन वर्ष 2019-20 को यथावत रखा है। इससे समग्र रूप से जमीनों, भवनों के क्रय पर लगने वाली स्टाम्प और पंजीयन शुल्क में 5 प्रतिशत की कमी आयेगी।
गौरतलब है कि रियल स्टेट से संबंधित विभिन्न संगठनों द्वारा सम्पत्ति अंतरण पर स्टाम्प ड्यूटी तथा पंजीयन शुल्क कम करने की माँग पर मंत्रियों के समूह द्वारा आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिये गाइड-लाइन वर्ष 2019-20 एवं पंजीयन शुल्क 5 प्रतिशत कम करने की अनुशंसा की गई थी।
इसी क्रम में वर्ष 2020-21 की गाइड-लाइन 30 जून तक स्थापित रखी गई है, जिनमें निर्माण दरों में वृद्धि की गई है। इस प्रकार 30 जून तक अचल सम्पत्ति के दस्तावेजों का पंजीयन कराने पर पक्षकारों को होने वाले व्यय में 5 से 15 प्रतिशत का लाभ मिलेगा। साथ ही आम जनता को भी देय स्टाम्प एवं पंजीयन शुल् में राहत प्राप्त होगी।
क्रमांक/4631/मई-440/मनोज॥

प्रवासी श्रमिकों को लेकर मध्यप्रदेश से 3 ट्रेन जायेंगी पश्चिम बंगाल
जबलपुर 31 मई 2020
अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल रूम श्री आई.सी.पी. केशरी ने जानकारी दी है कि प्रवासी श्रमिकों को लेकर मध्यप्रदेश से 3 विशेष ट्रेन पश्चिम बंगाल जायेंगी। आगामी 2 जून को भोपाल तथा इंदौर और 6 जून को रतलाम से ट्रेन जायेगी।
पश्चिम बंगाल जाने के इच्छुक श्रमिक यात्री http://mapit.gov.in/COVID-19/पोर्टल पर उपलब्ध 'श्रमिक विशेष ट्रेन पंजीयन' विकल्प में जाकर अपना एवं अपने सहयात्रियों का पंजीयन करवा सकते हैं।
क्रमांक/4632/मई-441/मनोज

महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान से नवीन संबद्धता एवं नवीनीकरण के लिये
आवेदन 31 जुलाई तक आमंत्रित
जबलपुर, 31 मई, 2020
स्कूल शिक्षा विभाग के महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान द्वारा सत्र 2021-22 के लिये वर्तमान में प्रचलित पाठ्यक्रम के आधार पर नवीन संबद्धता अथवा संबद्धता नवीनीकरण के लिये 31 जुलाई तक आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। प्रदेश के शासकीय, आदर्श संस्कृत विद्यालय, अशासकीय संस्कृत विद्यालय व शासकीय संस्कृत महाविद्यालय एवं परम्परागत आवासीय संस्कृत पाठशालाएँ, महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान से नवीन संबद्धता प्राप्त करने अथवा संबद्धता नवीनीकरण के लिये एम.पी. ऑनलाइन के माध्यम से 31 जुलाई, 2020 तक आवेदन कर सकती हैं।
क्रमांक/4633/मई-442/मनोज

नगरीय निकायों एवं पंचायतों की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 4 अगस्त को
पुनरीक्षण का संशोधित कार्यक्रम जारी
जबलपुर, 31 मई, 2020
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकायों और त्रिस्तरीय पंचायतों के निर्वाचन के लिए फोटोयुक्त मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण की स्थगित प्रक्रिया को एक जून से फिर शुरू किया जा रहा है। इसके लिए संशोधित कार्यक्रम जारी किया गया है। मतदाता सूची एक जनवरी 2020 की संदर्भ तारीख के आधार पर तैयार की जायेगी। फोटोयुक्त मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 4 अगस्त 2020 को किया जायेगा।
सचिव मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग श्री दुर्ग विजय सिंह ने जानकारी दी है कि शिफ्टिंग संबंधी विवादों के निराकरण के लिए आयोजित बैठक में लिये गये निर्णय अनुसार कार्यवाही एक जून तक करना है। फोटोयुक्त प्रारूप मतदाता सूची का नगरपालिका वार्ड, ग्राम पंचायत एवं अन्य विहित स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन एक जुलाई 2020 को होगा। प्रारूप मतदाता सूची मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजैनतिक दलों को उपलब्ध कराना और स्टैण्डिंग कमेटी की बैठक एक और दो जुलाई को कराना है। प्रारूप मतदाता सूची पर एक से 9 जुलाई तक दावे-आपत्ति ली जाएंगी। दावे-आपत्तियों का निराकरण 15 जुलाई तक किया जायेगा। फोटोयुक्त मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन नगरपालिका वार्डों, ग्राम पंचायतों एवं अन्य विहित स्थानों पर 4 अगस्त 2020 को किया जायेगा।
श्री सिंह ने कहा है कि राज्य शासन द्वारा इंदौर एवं उज्जैन सम्पूर्ण जिलों को तथा भोपाल सहित कुछ नगर निगम/नगरपालिका क्षेत्र को रेड जोन में रखा गया है। अत: इन क्षेत्रों में मतदाता सूची पुनरीक्षण की कार्यवाही स्थगित रखी जाए। साथ ही कलेक्टर द्वारा घोषित कन्टेन्मेंट क्षेत्र में भी कार्यवाही तब-तक स्थगित रखी जाये जब-तक कि सक्षम अधिकारी द्वारा उक्त क्षेत्र को कन्टेन्मेंट क्षेत्र से बाहर घोषित नहीं कर दिया जाता है। इस संबंध में बिन्दुवार जानकारी आयोग को तत्काल उपलब्ध करायी जाए। जिले से प्राप्त जानकारी के आधार पर ऐसे चिन्हित क्षेत्रों में मतदाता सूची पुनरीक्षण हेतु पृथक से कार्यक्रम जारी किया जाएगा।
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव श्री सिंह ने सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि पूरी प्रक्रिया में भारत एवं राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 के संक्रमण पर नियंत्रण के लिए जारी गाइड-लाइन का पूरा पालन किया जाय। दावा-आपात्ति केन्दों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो और मास्क का उपयोग सुनिश्चित करें। प्रत्येक केन्द्र पर सेनेटाइजर उपलब्ध करवाया जाये।
क्रमांक/4634/मई-443/मनोज
दुर्लभ संकटापन्न प्रजातियों के एक करोड़ पौधे तैयार
वन विभाग की नर्सरी से आम लोग भी खरीद सकते हैं ये पौधे
जबलपुर, 31 मई, 2020
वन विभाग ने दुर्लभ संकटापन्न 32 प्रजातियों के एक करोड़ पौधे तैयार किये हैं। जीवनोपयोगी और औषधि के रूप में प्रयोग किये जाने वाले ये पौधे ग्रामीणों और वनवासियों की आय का स्त्रोत भी हैं। सभी प्रजातियों के पौधे आम लोग भी वन विभाग की नर्सरियों से 12 से 15 रुपये की दर पर खरीद सकते हैं।
संकटापन्न पौधे बीजा, अचार, हल्दू, मैदा, सलई, कुल्लू, गुग्गल, दहिमन, शीशम, लोध्र, पाडर, सोनपाठा, तिन्सा, धनकट, कुसुम भारंगी मालकांगनी, कलिहारी, माहुल, गुणमार, निर्गुड़हकंद, केवकंद, गुलबकावली, मंजिष्ठ, ब्राम्हनी आदि जाति के पौधों की उपयोगिता आज भी बहुत है। वन विभाग ने इन प्रजातियों को बचाने के लिये दीर्घकालीन योजना बनाकर काम शुरू कर दिया है। खतरे (Endangered) में दहिमन, सोनपाठा, लोध्र और गुग्गल, संवेदनशील (Vulnerable) में शीशम, बीजा, पाडर (अर्धकपारी), कुल्लू और कैथा, खतरे के नजदीक (Near Thereatened) में सलई, अचार (चिरोंजी), धनकट (धामिन), अंजन, तिन्सा, हल्दू और कुसुम शामिल हैं।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री पी.सी. दुबे ने बताया कि वन विभाग की 171 नर्सरियों में 165 अन्य प्रजाति के उत्कृष्ट पौधे भी उपलब्ध हैं। पौधों की उपलब्धता की रोपणीवार जानकारी विभाग के पोर्टल, क्षेत्रीय कार्यालयों और एम.पी. ऑनलाइन पर उपलब्ध है। श्री दुबे ने कहा कि इन दुर्लभ संकटापन्न प्रजातियों की सामान्य के साथ विशिष्ट उपयोगिताएँ भी हैं। कई वृज प्रजातियों का स्थानीय वनवासियों के रोजमर्रा के जीवन में आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व है।
बीजा प्रजाति के वृक्ष का उपयोग चारा, लकड़ी, औषधियों, ढोलक और तबला वाद्य यंत्र में किया जाता है। औषधीय गुणों से युक्त अचार का फल पशु-पक्षियों में लोकप्रिय होने के साथ इसकी छाल और गोंद से औषधि बनती है। हल्दू की लकड़ी पीली होती है, जिसका उपयोग पित्त और पीलिया रोग में किया जाता है। मैदा की छाल की दवा बनती है। सलई, कुल्लू, गुग्गल का गोंद भी अनेक रोगों की औषधि बनाने में प्रयोग होता है। दहिमन वृक्ष से रक्तचाप, मुँह में छाले, विष-नाशक औषधि बनती है। शीशम चारा, इमरती लकड़ी और दवा के उपयोग में आता है। लोध्र, पाडर, सोनपाठा से भी दवाएँ बनती हैं। तिन्सा, धनकट चारा एवं इमारती लकड़ी के लिये जाने जाते हैं। कुसुम का पेड़ चारा, इमारती लकड़ी, रेशम कीट-पालन, तेल और दवा बनाने में उपयोगी है।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में लगभग 216 वृक्ष प्रजातियाँ पाई जाती हैं। इनमें से कई प्रजातियाँ ऐसी हैं, जिनकी संख्या, उपलब्धता, प्रसार, प्रचुरता और पुनरुत्पादन में तो कमी आई है, पर इनकी उपयोगिता सतत बनी हुई है। वृक्ष प्रजातियों के झांड़ी, साक, घास, लता, प्रजातियों में भी गंभीर बदलाव आ रहा है। वन विभाग ने इन प्रजातियों को बचाने का कार्य शुरू कर दिया है। वन विभाग ने इनकी पहचान कर संरक्षण की दिशा में न केवल कार्य करना शुरू किया है, इनके किसी भी प्रकार के पातन पर भी पूर्ण रोक लगा दी है। तैयार पौधों में से 10 प्रतिशत पौधे वन क्षेत्र में लगाये जा रहे हैं।
क्रमांक/4635/मई-444/मनोज