संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
दिव्यांगजनों
को कोविड-19 से बचाव और मदद के लिए
विशेष सुविधायें
देने के निर्देश
जबलपुर, 30 मई, 2020
संभागायुक्त महेशचन्द्र चौधरी ने विभिन्न श्रेणियों
के दिव्यांग व्यक्तियों को कोविड-19 कोरोना महामारी से बचाव के हर संभव उपाय तथा संरक्षण,
,जीविकोपार्जन एवं निवास के लिये मदद पहुंचाना सुनिश्चित करने के निर्देश संभाग के
सभी जिलों के कलेक्टर्स और पुलिस अधीक्षकों को दिये हैं ।
संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि सार्वजनिक संस्थाओं,
शासकीय और अशासकीय कार्यालय द्वारा दिव्यांगों के लिये महामारी से बचाव और मदद के सभी
उपाय किए जायें । समन्वय के लिये संभाग स्तर पर नोडल अधिकारी नामांकित किया गया है
। संभागायुक्त ने कहा कि दिव्यांगों की मदद
के लिये परामर्शदाता, काउन्सलर, दिव्यांगों के लिये विशेष शिक्षक, चिकित्सक, पुलिस,
सोशल वर्कर्स जैसी सेवायें दे रहे अमले को जिले में अधिकृत नामांकित नोडल अधिकारियों
से जारी परामर्श के अनुसार सहायता प्रदान की जाय ।
दिव्यांगजन को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए
प्रत्येक जिला में विशेष व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं । संभागायुक्त् ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम
एवं बचाव संबंधी सभी दिशा-निर्देश एवं सुझाव सरल और स्थानीय भाषा में उपलब्ध कराये
जायं । जैसे ब्रेल लिपि में पठन सामग्री, सुनने
के लिए टेप और संकेत । दिव्यांगजन कर्मियों
के लिये संकेतिक भाषा और दुभाषिया की सुविधा के साथ स्वास्थ्य कर्मियों को मिली सुविधायें
दी जाय । जागरूकता कार्यक्रमों में दिव्यांगजनों के लिये उपयोगी सूचनायें दी जाय । क्वारेन्टाइन के समय उन्हें विशेष आवश्यकता वाले
उपकरण और सहायकजन उपलब्ध कराये जायं । दिव्यांग को निरन्तर सेवायें मिलती रहें एवं
सुरक्षा के मद्देनजर उनका कम से कम लोगों से संपर्क हो । संभागायुक्त ने कहा कि दिव्यांगों
को चिन्हित कर उन्हें सुरक्षित रखने के उपाय हों । यदि कोई दिव्यांग कोरोना संक्रमण से पीड़ित हो जाता
है तो तुरंत सूचना मिले और प्राथमिकता से उपचार हो । दिव्यांगजनों में उत्साह और मनोबल
बढ़ाया जाय । उन्हें आर्थिक गतिविधियों में संलग्न रखा जाये । उनमें निराशा भाव नहीं
आने पाए । कलेकटर्स सतत् मॉनीटरिंग करें तथा टी.एल. बैठक में महत्वपूर्ण बिन्दु के
रूप में शामिल करें।
दिव्यांगजनों के घरों को सेनेटाइज किया जाता
रहे । क्वारेन्टाइन किये गये स्थानों पर ही
दिव्यांगों को दैनिक जरूरतों की पूर्ति की जाय ।
दिव्यांगजनों की देखभाल करने वालों को उनकी सहायतार्थ आसानी से पास उपलब्ध कराये
जायं । इस आपदा में ड्यूटी कर रहे सभी कर्मचारियों
में दिव्यांगजनों के अधिकारों के प्रति जागरूकता रहे । 24 घंटे हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध
होना चाहिये । इलाज के दौरान इन्हें विशेष
देखभाल और प्राथमिकता मिलना चाहिये । ऑनलाइन काउंसलिंग सिस्टम विकसित किया जाना चाहिये
। संभागायुक्त ने ये निर्देश केन्द्र और राज्य शासन के दिशा निर्देशों के पालनार्थ
जारी किये हैं ।
क्रमांक/4606/मई-415/खरे
जिला रेडक्रॉस
समिति द्वारा जरूरतमंदों को मदद का सिलसिला जारी
जबलपुर, 30 मई, 2020
कलेक्टर एवं अध्यक्ष इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी जबलपुर श्री
भरत यादव के मार्गदर्शन में राशन किट वितरण का कार्य नियमित रूप से किया जा रहा है
। इस क्रम में जगद्गुरु राघव देवाचार्य द्वारा 151 पुरोहितों व आचार्यों को राशन किट, मास्क और साबुन का वितरण विजयश्री आयुर्वेदिक महाविद्यालय विजय नगर में किया
गया इस अवसर पर सचिव रेडक्रॉस सोसायटी आशीष दीक्षित, कमलेश अग्रवाल
एवं महाविद्यालय के संचालक राजेश स्थापक उपस्थिति रहे ।
इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी जबलपुर ने बाई का बगीचा, सरकारी कुआं, वंशकार मोहल्ला क्षेत्र
के 50 ज़रूरत मंद लोगों को राशन किट का वितरण रेडक्रॉस सोसाइटी के उपाध्यक्ष डॉ जितेंद्र
जामदार और श्री जी एस ठाकुर द्वारा किया गया।
इस अवसर पर जय सचदेवा, मीनाक्षी विश्वकर्मा,
सुरेश, रेडक्रॉस के वॉलंटियर अजय बघेल, संजय दुल्हानी, देवेश गोहिल सहित अन्य लोगों
ने इसमें सहयोग किया।
शंकर टोला आदिवासी बस्ती महाराजपुर में कोल समाज के एवं
अन्य जरूरतमंद व्यक्तियों को 50 किट का वितरण रेडक्रॉस के सदस्य श्री सुनील गर्ग द्वारा
वॉलंटियर अंकित पहारिया और राहुल तिवारी के सहयोग से किया गया।
वहीं 35 जरूरतमंदों
को रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा बनाई गई राशन किट गोरखपुर निर्मल चोपड़ा के मकान के पास रेडक्रॉस
के कार्यकारिणी सदस्य नीरज वर्मा द्वारा वितरित
किए गए इस दौरान पूर्व महापौर प्रभात साहू,
निर्मल चोपड़ा, शशिकांत शुक्ला, सुनील विश्वकर्मा, राजेश द्विवेदी, कौशल सूरी
आदि उपस्थित थे।
गोकलपुर रांझी में निवासरत मुरली धर यादव, करीम खान, संतोष
रैकवार, पुष्पा यादव, कीर्ति कनोजिया सहित 28 दिव्यांग जनों को राशन किट का वितरण जिला
रेडक्रॉस समिति के वॉलंटियर अंकित पहारिया, राहुल विश्वकर्मा के माध्यम से किया गया।
उल्लेखनीय है कि राशन किट में आटा,चावल, दाल,तेल, नमक और मसाले शामिल होते हैं।
क्रमांक/4607/मई-416/जैन
कोरोना से स्वस्थ होने पर आज पाँच व्यक्ति हुए डिस्चार्ज
अब तक
176 हुए स्वस्थ
जबलपुर 30 मई 2020
कोरोना से स्वस्थ होने पर आज शनिवार 30 मई को पाँच व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है । इन पाँचों व्यक्तियों को नई गाइडलाइन के मुताबिक दस दिन की आइसोलेशन की अवधि पूरी होने और कोई लक्षण नहीं दिखाई देने पर डिस्चार्ज किया गया है । कोरोना से स्वस्थ होने पर आज जिन्हें छुट्टी दी गई है उनमें तीन महिला और दो पुरुष शामिल हैं । इनमें से एक को मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से और चार को सुखसागर कोविड केयर सेंटर से डिस्चार्ज किया गया है ।
इन सभी को अगले सात दिनों के लिये सुखसागर क्वारेन्टीन सेंटर में रखा जायेगा । इन्हें मिलाकर जबलपुर में अभी तक कोरोना पॉजीटिव पाये गये 235 लोगों में से स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की संख्या 176 हो गई है और 9 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है । जबलपुर में कोरोना के एक्टिव केस अब 50 हो गये हैं ।
क्रमांक/4608/मई-417/जैन॥
माध्यमिक
शिक्षा मंडल द्वारा जारी प्रवेश पत्र पास के रूप में मान्य
जबलपुर, 30 मई, 2020
वर्तमान में नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के
संक्रमण के कारण जिले के कंटेनमेंट क्षेत्र एवं अन्य शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र से निर्धारित
परीक्षा केन्द्र में उपस्थित होकर परीक्षा में सम्मिलित होने हेतु संबंधित परीक्षार्थियों
को मंडल द्वारा जारी प्रवेश पत्र को पास के रूप में मान्य किया जाता है । परीक्षार्थी के साथ उनके एक पालक व परिजन को परीक्षा
केन्द्र तक आने-जाने हेतु दो पहिया व चार पहिया वाहन सहित अनुमति प्रदान की जाती है
। यह अनुमति केवल परीक्षा दिवस अवधि तक के
लिये मान्य होगी ।
इस परीक्षा के आयोजन हेतु जिला शिक्षा अधिकारी
कार्यालय में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है ।
संबंधित छात्रों के मार्गदर्शन हेतु आर.के. वधान परीक्षा प्रभारी व इनके मोबाइल
नंबर व वॉटसएप नं.9926541408 एवं दूरभाष नं. 0761-2625679 पर संपर्क कर दोपहर 12 बजे
से शाम 4 बजे तक मार्गदर्शन प्राप्त किया जा सकता है ।
क्रमांक/4609/मई-418/मनोज
सालीवाड़ा
गौर में 41 दुकानदारों से साढ़े नौ हजार की वसूली
जबलपुर, 30 मई, 2020
जबलपुर तहसील के अंतर्गत ग्राम सालीवाड़ा गौर में आज शनिवार
को मास्क न पहनने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वाले दुकानदारों पर कार्यवाही
की गई एवं समझाईश भी दी गयी । कार्यवाही के दौरान 41 दुकानदारों पर नौ हजार पांच सौ
रुपये का अर्थदंड अधिरोपित किया गया । कार्यवाही के दौरान तहसीलदार राकेश चौरसिया,
फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर माधुरी मिश्रा, हल्का पटवारी मुक्ता चौकसे आदि मौजूद थे ।
क्रमांक/4610/मई-419/जैन
उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति श्री मित्तल ने
इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से किया आवासीय, शैक्षणिक व न्यायालय
परिसरों का उद्घाटन
जबलपुर 30 मई 2020
मध्यप्रदेश
उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति श्री अजय कुमार मित्तल ने आज 30
मई को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से प्रदेश के एक आवासीय, एक शैक्षणिक और छह न्यायालय
परिसरों का उद्घाटन किया।
यह
कार्यक्रम उच्च न्यायालय के वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम में आयोजित किया गया था। जहां
कोविड-19 महामारी की रोकथाम, संक्रमण और प्रबंधन से संबंधित सभी मानदण्डों का कड़ाई
से पालन किया गया। श्री जस्टिस संजय यादव, प्रशासनिक न्यायाधिपति उच्च न्यायालय और
इंदौर एवं ग्वालियर बेंच के अन्य न्यायाधिपति, श्री आरके वाणी रजिस्ट्रार जनरल सहित
रजिस्ट्री के अधिकारी, लोक निर्माण विभाग और पीआईयू के अधिकारी, कार्यक्रम में शामिल
हुए। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण उच्च न्यायालय के वेबलिंक पर भी उपलब्ध था जो
प्रदेश के अधिकांश न्यायाधीशों ने देखा।
आज
के कार्यक्रम में उदघाटित पहली परियोजना जबलपुर की कंडोमिनियम बिल्डिंग है। यह एक
मल्टीस्टोरी आवासीय परिसर है जिसका निर्माण मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय, प्रिंसिपल
सीट, जबलपुर के न्यायाधीशों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए किया गया है। दूसरी
परियोजना ग्वालियर में मध्यप्रदेश राज्य न्यायिक अकादमी का क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र
है। यह परिसर मध्यप्रदेश के उच्च न्यायालय, बेंच ग्वालियर के परिसर में स्थित है
और इसका निर्माण जिला न्यायालय के न्यायाधीशों के न्यायिक कार्यों के न्यूनतम नुकसान
के साथ निरंतर न्यायिक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया है।
अन्य
परियोजनाएं नरसिंहपुर और डिंडोरी के नवनिर्मित जिला न्यायालय भवन और डिंडोरी के
नवनिर्मित जिला न्यायालय भवन और क्रमश: बुरहानपुर, सतना और अशोकपुर जिलों के
नेपानगर, चित्रकूट, नागौद और चंदेरी के सिविल न्यायालय भवन है। मध्यप्रदेश में इन
आवासीय, शैक्षणिक और न्यायालय परिसरों का निर्माण कोविड-19 महामारी के प्रकोप से
तुरंत पहले पूरा हुआ था। इस तथ्य को देखते हुए कि यह अनुमान लगाना कठिन है कि सामान्य
स्थिति कब शुरू होगी।
मुख्य
न्यायाधिपति श्री मित्तल ने इस बात पर जोर दिया कि हम अनिश्चितकाल के लिए तैयार
बुनियादी ढांचा नहीं छोड़ सकते, हम इस तथ्य को लेकर सचेत हैं कि न्यायपालिका में
अधोसंरचनात्मक विकास समय की आवश्यकता है। इसलिए उन्होंने तैयार परियोजनाओं को
उपलब्ध कराने के लिए वर्तमान समय में तकनीकी विकास का उपयोग करने की संकल्पना की।
इस प्रकार यह कार्यक्रम पूर्ण परियोजनाओं के उद्घाटन के लिए आयोजित किया गया था।
ताकि हम उन्हें सभी हितधारकों द्वारा उपयोग के लिए उपलब्ध करा सकें।
यह
ई-उदघाटन समारोह न्यायिक अवसंरचना के संबंध में पहला प्रयास है और एक ऐसा अभिनव
विचार है जो भवनों के उद्घाटन समारोहों के बारे में सार्वजनिक निकायों के दृष्टिकोण
को बदल देगा। ये भवन उपयोग के लिए तैयार हैं और आने वाले समय में न्याय प्रशासन से
जुड़े प्रत्येक हितधारकों की आवश्यकता को पूरा करेंगे।
क्रमांक/4611/मई-420/मनोज॥
उच्च न्यायालय
के मुख्य न्यायाधिपति ने किया
12 नवनिर्मित
मध्यस्थता केन्द्रों का ई-उद्घाटन
जबलपुर, 30 मई, 2020
उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति
ए.के. मित्तल तथा न्यायमूर्ति श्री संजय यादव, न्यायाधिपति, उच्च न्यायालय एवं कार्यपालक
अध्यक्ष, म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की गरिमामयी उपस्थिति में आज 30 मई को
एक ए.डी.आर. सेंटर सहित 12 नवनिर्मित मध्यस्थता केन्द्रों का उद्घाटन हुआ । इसमें जिला डिंडौरी में एक ए.डी.आर. सेंटर सहित
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अशोकनगर, बालाघाट, भिंड, छतरपुर, दमोह, ग्वालियर, होशंगाबाद,
जबलपुर, झाबुआ तथा सागर जिले की तहसील विधिक सेवा समितियों में नवनिर्मित 12 मध्यस्थता
केन्द्रों का ई-उद्घाटन किया गया है । प्रदेश में अभी तक 42 ए.डी.आर. सेंटर 24 तहसील
मीडिएशन सेंटर इस प्रकार कुल 66 ए.डी.आर. और मीडिएशन सेंटर हैं । कार्यक्रम में उच्च
न्यायालय के न्यायमूर्तिगण मौजूद थे ।
इस लघु लेकिन महत्वपूर्ण कदम से समाज में सामंजस्य
एवं सौहार्द्रपूर्ण से मामलों के निपटारों का मार्ग प्रशस्त होगा । मध्यस्थता नि:शुल्क
प्रक्रिया है, जिसमें किसी पक्ष की हार नहीं होती है और मध्यस्थता समाधान से जो सुलह
अनुबंध पक्षकारों के मध्य पक्षकारों द्वारा रचित होता है, उसे अंतिमता प्राप्त होती
है । अब तक मध्यस्थता द्वारा एक लाख 31 हजार 833 प्रकरणों का निराकरण हुआ है ।
तहसील स्तर पर मध्यस्थता केन्द्रों के लोकार्पण
व उद्घाटन से प्रदेश के दूरस्थ स्थानों तक प्रकरणों का निराकरण मध्यस्थता केमाध्यम
से संभव होगा, जिससे समय व संसाधन की बचत व विवादों की कमी के साथ-साथ समाज में सौहार्द्रपूर्ण
सामंजस्य का वातावरण निर्मित होगा ।
क्रमांक/4612/मई-421/मनोज
सी.एम. हेल्पलाइन
से बड़ी संख्या में लोगों को मिल रही सहायता
जबलपुर, 30 मई, 2020
राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के दौरान आमजन को सहज
रूप से उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं की वजह से सी.एम. हेल्पलाईन 181 में आने वाली
शिकायतें, जरूरतें एवं सहायता की संख्या में निरन्तर कमी आ रही है। पिछले पखवाड़े में
जहाँ प्रतिदिन करीब 13 हजार लोग सी.एम. हेल्पलाईन 181 पर अपनी जरूरतों एवं सहायता के
लिए सम्पर्क कर रहे थे वहीं अब यह संख्या मात्र 4 हजार तक सिमट गई है।
प्रदेश में कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन में सी.एम. हेल्पलाइन
नम्बर 181 पर अब तक 8 लाख 8 हजार 789 लोगों के फोन करने पर भोजन, राशन, दवाओं, परिवहन
तथा अन्य प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई गई है। सी.एम. हेल्पलाइन किसानों के लिये भी
मददगार साबित हो रही है। इस पर अब तक फसल कटाई, फसल परिवहन आदि की 1259 समस्याओं का
तुरंत निराकरण सुनिश्चित किया गया है।
सी.एम. हेल्पलाइन नम्बर 181 पर अब तक भोजन संबंधी 6 लाख
51 हजार 056, परिवहन संबंधी 48 हजार 568, दवाइयों संबंधी 40 हजार 180, आवश्यक वस्तुएं
जैसे दूध, सब्जी आदि संबंधी 20 हजार 641 तथा अन्य प्रकार की 48 हजार 344 समस्याओं की
सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई कर सहायता मुहैया कराई गई।
क्रमांक/4613/मई-422/मनोज