News.23.05.2020_B


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार

 अफवाह फैलाने पर होगी दंडात्मक कार्यवाही: मंत्री डॉ. मिश्रा

फेक न्यूज और अफवाहों से रहे सावधान
जबलपुर, 23 मई, 2020
गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने अफवाह फैलाने वालों पर सख्त दण्डात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए है। उन्होंने कोविड-19 और आगामी त्यौहारों को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधिकारियों को मध्यप्रदेश में शांति और सद्भाव बनाये रखने के लिये सभी आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये है। डॉ. मिश्रा ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों में चलने वाली फेक न्यूज और अफवाहों से सजग एवं सतर्क रहते हुए सावधानी बरते। डॉ. मिश्रा ने पुलिस अधिकारियों को फेक न्यूज और अफवाहों जैसी गलत जानकारी फैलाने वाले आसामाजिक तत्वों के विरूद्ध कड़ी दण्डात्मक कार्यवाही करने को कहा है।
क्रमांक/4506/मई-315/मनोज॥
लॉकडाउन के कारण परियोजनाओं के अनुबंधों में समय-वृद्धि बगैर पेनाल्टी होगी
जबलपुर, 23 मई, 2020
प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण के कारण समस्त नगरीय निकाय एवं कम्पनियों द्वारा विभिन्न योजनाओं में ऋण, अनुदान या स्वयं की निधि से क्रियान्वित किये जा रहे कार्यों की गति अवरुद्ध हुई है। भारत शासन एवं राज्य शासन द्वारा इस स्थिति को फोर्स मेज्योर (Force majeure) माना गया है। विभाग की विभिन्न परियोजनाओं/कार्यों के अनुबंधों में फोर्स मेज्योर का प्रावधान है।
प्रमुख सचिव, नगरीय विकास एवं आवास श्री नीतेश व्यास ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अधिसूचित लॉकडाउन अवधि को फोर्स मेज्योर की अवधि माना जाये। उन्होंने कहा है कि क्रियाशील अनुबंधों में निहित प्रावधान अनुसार समय-वृद्धि की कार्यवाही सक्षम अनुमति प्राप्त कर बगैर पेनाल्टी के करना सुनिश्चित करें।
क्रमांक/4507/मई-316/मनोज॥

दुग्ध उत्पादन एवं नस्ल सुधार में अग्रणी भूमिका निभाता केन्द्रीय वीर्य संस्थान
जबलपुर, 23 मई, 2020
देश एवं प्रदेश में गौ-भैंस वंशीय पशुओं की उन्नत नस्ल तैयार कराने में मध्यप्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम द्वारा संचालित केन्द्रीय वीर्य संस्थान भोपाल अग्रणी भूमिका निभा रहा है। यह संस्थान भारत सरकार से ग्रेड तथा आईएसओ 2001-2015 प्रमाण पत्र प्राप्त संस्थान है।
भारतीय कृषि अर्थ-व्यवस्था में पशुपालन एवं डेयरी व्यवसाय महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह व्यवसाय ग्रामीणजनों के कल्याण, सामाजिक, आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। डेयरी व्यवसाय को और अधिक लाभ का धंधा बनाने के लिए पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता को और अधिक विकसित किया जा रहा है। इस दिशा में केन्द्रीय वीर्य संस्थान भोपाल निरंतर प्रयासरत है।
निगम के प्रबंध संचालक श्री एच.बी.एस. भदौरिया ने बताया कि केन्द्रीय वीर्य संस्थान भोपाल राज्य की प्रजनन नीति के अनुसार हिमीकृत वीर्य की मांग की पूर्ति करता है। संस्थान के द्वारा कुल 16 नस्लों के गौ-भैंस वंशीय नंदी के प्रतिवर्ष 28 लाख तक हिमीकृत वीर्य डोजेज का उत्पादन किया गया है। जिन्हें भविष्य में बढ़ाकर 40 लाख तक किए जाने का लक्ष्य है। उन्होंने ने बताया कि प्रदेश की गौ-भैंस वंशीय नस्लों का जैविक सुरक्षा मानकों के अनुसार संधारण किया जाता है। पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता पशु की अनुवांशिक दुग्ध उत्पादन क्षमता एवं उपयुक्त पर्यावरण पर निर्भर करता है।
भदभदा स्थित इस संस्थान में 16 उन्नत नस्ल के नंदी रखे गए हैं। उच्च श्रेणी के साण्डों के वीर्य का उपयोग उनकी संतति की दुध उत्पादन क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान देता है। ऐसे साण्डों से उत्पन्न हिमीकृत वीर्य का उपयोग किसी भी प्रजनन में अत्यधिक महत्व रखता है।
क्रमांक/4508/मई-317/मनोज॥

इम्यूनिटी के साथ आत्मबल को भी बढ़ाएं
अपने सुखद जीवन को समझे, आनंद की अनुभूति करें, स्वयं के भीतर जाएं- राज्य आनंद संस्थान नि:शुल्क सिखा रहा ऑनलाइन अल्पविराम 
जबलपुर, 23 मई, 2020
कोरोना संकट के कारण लॉकडाउन में प्रदेश  के नागरिकों को उत्साह, आनंद की अनुभूति कराने और स्वयं से जुडाव के लिए  राज्य आनंद संस्थान के लोकप्रिय अल्पविराम कार्यक्रम के ऑनलाइन प्रशिक्षण  का प्रतिदिन आयोजन किया जा रहा है।
राज्य आनंद संस्थान  के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री  अखिलेश अर्गल  ने बताया कि कोरोना के इस संकट काल के दौरान नागरिकों  में फैले भय और  अवसाद को दूर करने के लिए संस्थान ऑनलाईन अल्पविराम कार्यक्रम 4 मई से संचालित कर रहा है। 
इस कार्यक्रम में 40 प्रतिभागी ऑनलाइन जुड़ सकते है। इससे स्वयं के जीवन के प्रति जागरूकताजीवन का लेखा-जोखा ,किसने हमारी मदद की, हमने किसकी मदद की, मेरे जीवन के लक्ष्य आदि मुद्दों पर बात की जाती है। श्री अर्गल ने बताया कि पिछले  60 दिनों से कोरोना माहामारी से बचाव के लिए हम सभी अपने-अपने घरों में हैं  बाहर के इस संकट से बचने का सबसे सही उपाय यही है कि  हम स्वयं को घर के अंदर रखें, सोशल डिस्टेंसिग का पालन करें, भीड़ नहीं  लगाए और भीड़ हो ऐसी जगह पर नहीं जाएं। जब हम बाहर नहीं जा पा रह हों तो क्यों ना अपने स्वयं के अंदर जाएंस्वयं के जीवन के भीतर उतरें। अपनी अंतरात्मा से बातचीत  करें, स्वयं को समय दें। 
संस्थान के द्वारा  04 मई से प्रतिदिन 40 लोग का पंजीयन कर एक समूह बनाया जा रहा है, जिसमें अगले : दिनों  तक लगातार अल्पविराम के सत्रो का ऑनलाइन अभ्यास कराया जा रहा है। राज्य  आनंद संस्थान के प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स द्वारा ऑनलाइन वीडियो के माध्यम से यह अभ्यास कराया जा रहा है। अब तक इस प्रकार के 15 कोर्सों में प्रतिभागियों का  पंजीयन किया गया है। जिससे  450 से अधिक लोगों ने लाभ उठाया है।
यह प्रक्रिया और कार्यक्रम निरंतर जारी  है। कोई भी व्यक्ति राज्य  आनंद संस्थान की बेवसाईट www.anandsansthanmp.in पर जाकर आनंद शिविर  टैब को क्लिक  कर अपना पंजीयन निशुल्क  करा सकता है। इस सम्बन्ध में अधिक सहायता के लिए फोन (7723929667) पर संपर्क भी कर  सकते है। संस्थान के मुख्य  कार्यपालन अधिकारी ने नागरिकों  से अपील की है कि इस कार्यक्रम से जुड़ें। इस अभ्यास को करने से आप अपने आंतरिक आनंद को पहचानने में सक्षम  हो पायेंगे। जीवन को समझने के नजरिए में  बदलाव आएगा जो निश्चित रूप से  आपके आनंद को बड़ा सकेगा।
क्रमांक/4509/मई-318/मनोज॥

चालू बिजली लाइन टूटने पर बिजली विभाग को फौरन सूचना दें
जबलपुर, 23 मई, 2020
विद्युत वितरण कंपनियों ने नागरिकों से अपील की है कि विद्युत लाइनों, उपकरणों एवं खंभों से छेड़खानी करना विद्युत अधिनियम 2003 के अंतर्गत दण्डनीय अपराध है। जरा-सी असावधानी या छेड़खानी से बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। ऐसी लाइनें जिनमें विद्युत शक्ति प्रवाहित होती है, यदि आंधी-तूफान या अन्य किसी कारण से टूट जाती हैं या जमीन पर गिर जाती हैं तो उन्हें छूकर खतरा मोल लें।
लाइन टूटने की सूचना शीघ्र ही निकटस्थ बिजली कंपनी के कार्यालय में वहां के प्रभारी अधिकारी अथवा विद्युत कर्मचारी को दें। ऐसी सूचना काल सेंटर 1912 पर भी दे सकते हैं। खेतों और खलिहानों में ऊँची-ऊँची घास की गंजी, कटी फसल की ढेरियाँ तथा झोपड़ी, मकान अथवा तंबू आदि विद्युत लाइनों के नीचे अथवा अत्यंत समीप बनाएं। विद्युत लाइनों के नीचे से अनाज, भूसे आदि की ऊँची भरी हुई गाड़ियाँ (चालू लाईन) निकालें, इससे आग लगने का खतरा है।
यदि कोई व्यक्ति चालू लाइन के तारों के संपर्क में जाता है तो स्विच से विद्युत प्रवाह तुरंत बंद कर दें। यदि स्विच बंद कर सकें तो दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को सूखी रस्सी, सूखा कपड़ा या सूखी लकड़ी की सहायता से सजीव तारों से अलग करें। ऐसा करने से सहायता करने वाले को भी शॉक लग सकता है। दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को सजीव तारों से शीघ्र ही अलग करें क्योंकि एक सेकेण्ड की देरी भी घातक हो सकती है। दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को सूखी जमीन या सूखे फर्श पर लिटाएँ एवं कृत्रिम सांस देकर उसका प्राथमिक उपचार करें।
क्रमांक/4510/मई-319/मनोज॥

विभिन्न प्रदेशों से श्रमिकों की वापसी का सिलसिला जारी

अब तक 5 लाख 14 हजार श्रमिक वापस

जबलपुर, 23 मई, 2020
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार विभिन्न प्रदेशों में फँसे श्रमिकों का वापस लाने का कार्य लगातार जारी है। अब तक 5 लाख 14 हजा श्रमिक विभिन्न प्रदेशों से वापस लाये जा चुके हैं जिनमें से करीब 3 लाख 60 हजार श्रमिक बसों से ओर एक लाख 54 हजार ट्रेनों से लाये गये हैं।
अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल रूम श्री आई.सी.पी. केशरी ने जानकारी दी है कि अब तक गुजरात से 2 लाख 5 हजार, राजस्थान से एक लाख 13 हजार, महाराष्ट्र से एक लाख 20 हजार श्रमिक वापस लाये गये हैं। इसके साथ ही गोवा, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, केरल, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना से भी श्रमिक लाये गये हैं।
श्री केशरी ने बताया कि अब तक 122 ट्रेन चुकी हैं। मुख्य रूप से महाराष्ट्र से 35, गुजरात से 27, हरियाणा से 15, तेलंगाना और पंजाब से 7-7, कर्नाटक से 4, गोवा से 3 और तमिलनाडु, केरल राजस्थान दिल्ली और जम्मू से 2-2 ट्रेनें चुकी हैं। कुल 130 ट्रेन आने की संभावना है।
3.70 लाख श्रमिकों को अन्य प्रदेशों की सीमा तक पहुँचाया
अभी तक प्रदेश के बाहर के करीब 3 लाख 70 हजार श्रमिकों को अन्य प्रदेशों की सीमा तक बसों से पहुँचाया जा चुका है। इस कार्य में आज से 800 बसें और जोड़ दी गई हैं।
क्रमांक/4511/मई-320/मनोज॥