संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
कलेक्टर
ने सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों से निपटने लोगों से किया सहयोग का आव्हान
जबलपुर, 07 मई, 2020
कलेक्टर भरत
यादव ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के प्रयासों में नागरिकों से लगातार
सहयोग बनाये रखने का आग्रह करते हुए कहा है कि जिला प्रशासन को कोरोना में लड़ाई के
साथ-साथ अब सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों से निपटने के प्रयास भी किये जा रहे हैं ।
ताकि मध्यम वर्ग, निम्न वर्ग, मजदूरों, व्यापारियों एवं नौकरी-पेशा लोगों की
आजीविका की चिंता को दूर किया जा सके । इसके लिए प्रशासन द्वारा कई आर्थिक
गतिविधियों को सभी सावधानियों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की शर्तों के साथ
प्रारंभ करने की अनुमतियां दी जा रही हैं ।
कलेक्टर ने
बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमणों की लड़ाई में लोगों को सकारात्मक वातावरण बनाये
रखना होगा । उन्हें किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है । लेकिन जागरूक और
सतर्क रहना होगा । श्री यादव ने लोगों से घर और परिवार के सदस्यों के बीच भी
सकारात्मक वातावरण बनाये रखने का आग्रह किया है ।
कलेकटर ने
कहा है कि लोग निडर रहे, सतर्क रहें और सभी जरूरी सावधानियां भी बरतें ।
उन्होंने कहा कि वृद्ध, गर्भवती महिलायें, दस वर्ष से कम आयु के बच्चे, घर से बाहर
न निकलें इस ओर विशेष ध्यान देना होगा । श्री यादव ने कंटेनमेंट जोन में
नियमों का सख्ती से पालन करने का अनुरोध भी लोगों से किया । उन्होंने कहा जितना
ज्यादा अनुशासित होकर नियमों का पालन करेंगे, उतनी जल्दी कंटेनमेंट की बंदिशें
हटाई जा सकेंगी ।
श्री यादव
ने बताया कि चाँदनी चौक और गोहलपुर कंटेनमेंट जोन में घर-घर इन्टेंसिव हेल्थ सर्वे
का काम पूरा किया जा चुका है और जल्दी ही सर्वोदय नगर में भी इस काम को पूरा कर
लिया जायेगा । उन्होंने बताया कि इन्टेंसिव हेल्थ सर्वे के दौरान चाँदनी चौक
कंटेनमेंट जोन के चिन्हित हाईरिस्क व्यक्तियों के लिये दूसरे स्थानों पर
क्वारेंटीन सेंटर भी बनाये गये हैं । जबकि बीमार लोगों को इलाज के लिए
मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट करने के प्रयास किये जा रहे है । उन्होंने क्षेत्र
के जिम्मेदार नागरिकों से भी इस काम में प्रशासन का सहयोग करने का आग्रह किया है ।
श्री यादव
ने कहा कि ज्यादातर कोरोना पॉजिटिवों को सुखसागर स्थित कोविड केयर सेंटर में उपचार
हेतु रखने का फैसला प्रशासन ने लिया है । मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी
हॉस्पिटल में अब केवल कोरोना के सीरियस मरीजों को ही उपचार हेतु रखा जायेगा
। ताकि यहां अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों का इलाज भी किया जा सकेगा
। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों एवं अन्य नगरीय
निकायों में स्थित शासकीय अस्पतालों में इलाज एवं टीकाकरण जैसी सुविधाओं को सुचारू
बनाने के हैं । प्राइवेट अस्पतालों एवं क्लीनिक भी खुलें और वहां भी लोगों का इलाज
हो इसके भी प्रयास किये जा रहे हैं ।
क्रमांक/4183/मई-91/जैन
पुलिस मुख्यालय निभाएगा दिवंगत पुलिसकर्मी परिवार के मुखिया की भूमिका: मंत्री डॉ. मिश्रा
राज्य स्तरीय पुलिस हेल्प-डेस्क गठित
जबलपुर, 07 मई,
2020
गृह तथा
लोक स्वास्थ्य एवं
परिवार कल्याण मंत्री
डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा
के निर्देश पर
पुलिस मुख्यालय भोपाल
में राज्य स्तरीय
पुलिस हेल्प-डेस्क
का गठन कर
दिया गया है।
मंत्री डॉ मिश्रा
ने बताया है
कि कर्त्तव्यरत पुलिस
अधिकारियों , कर्मचारियों एवं पुलिसकर्मियों के
दिवंगत होने पर
उनके परिवार के
मुखिया की भूमिका
अब पुलिस मुख्यालय निभाएगा। उन्होंने कहा
कि प्रदेश का
गृह विभाग सारी
जिम्मेदारियों
का निर्वहन करेगा।
डॉ मिश्रा
ने बताया कि
विगत दिवस पुलिस
मुख्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों के
साथ आयोजित बैठक
में हुए निर्णय
अनुसार पुलिस हेल्प
- डेस्क का गठन
कर दिया गया
है ।यह डेस्क
दिवंगत पुलिसकर्मियों के
परिवारों से समन्वय स्थापित कर
उनकी समस्याओं का
निराकरण करेगी। इसकी जिम्मेदारी सहायक
महानिरीक्षक(कार्मिक) श्री प्रशांत खरे
और उप - पुलिस
अधीक्षक (कल्याण) श्री महेंद्र राय
को सौंपी गई
है। दिवंगत पुलिसकर्मियों के
परिजनों को अपनी समस्याओं के
निराकरण के लिए अब
अनावश्यक रूप से परेशानी का
सामना नहीं करना
पड़ेगा । परिजन
मुख्यालय में पदस्थ श्री
खरे के दूरभाष
क्रमांक 94253
43017 या
श्री राय के
दूरभाष क्रमांक 7999 122166 अथवा पुलिस
मुख्यालय भोपाल के कार्यालयीन दूरभाष
क्रमांक
0755-2440037, 2501105, 2443315 पर संपर्क
कर अपनी समस्याओं से
अवगत करा सकेंगे। समस्याओं का
शीघ्रता से निराकरण किया
जाएगा।
क्रमांक/4182/मई-90/मनोज
ई- पास जारी करने के संबंध में नये निर्देश जारी
जबलपुर, 07 मई,
2020
अपर मुख्य
सचिव एवं प्रभारी स्टेट
कंट्रोल रूम श्री आईसीपी
केशरी द्वारा विभिन्न श्रेणी
के पास जारी
करने के संबंध
में नए निर्देश जारी
किए गए हैं।
मध्य प्रदेश के
निवासी जो अन्य
राज्यों में हैं अन्य
राज्यों के हॉटस्पॉट जिलों
से प्रदेश के
जिलों में आने
की व्यवस्था पहले
नहीं थी। किंतु
अब मध्य प्रदेश
के निवासी जो
अन्य राज्यों के
हॉटस्पॉट जिलों में फंसे
हुए हैं वे
पास के लिए
मैप आईटी पोर्टल
http://mapit.gov.in/covid-19 पर वाहन
पंजीयन क्रमांक सहित
आवेदन कर सकेंगे। ऐसे
पास केवल एक
बार अन्य राज्यों से
मध्यप्रदेश में आने के
लिए जारी किये
जा सकेंगे। इस
व्यवस्था का उपयोग बार-बार आवागमन में नहीं
किया जा सकेगा।
प्रदेश के अन्य जिलों में फँसे प्रदेशवासी
पहले के आदेश में
इंदौर, उज्जैन, भोपाल,
धार, खंडवा एवं
खरगोन जिलों से
अन्य जिलों के
लिए मात्र मेडिकल इमरजेंसी, मृत्यु
और
विवाह के लिए
ही
ई-पास
किए
जा रहे थे। इसमें शिथिलता देते
हुए
अब
इन जिलों से
भी
अन्य
जिलों की तरह कलेक्टर द्वारा प्रदेश के
अंदर
एवं अन्य जिलों
में
यात्रा
की अनुमति दी जाएगी। किंतु यह अनुमति मात्र एक
बार ही दी
जा सकेगी, जिससे
इसका दुरुपयोग न
किया जाए। जिस जिले में
यह अनुमति दी
जा रही है तथा जिस
जिले के लिए
दी जा रही
है,
की
जानकारी मेप आईटी के
पोर्टल पर संबंधित जिलों को दिखाई
देती है। इसका
उपयोग कर वे
जिलों में आने
वाले नागरिकों का चिकित्सीय परीक्षण करवाने के बाद संदिग्ध कोरोना
पॉजिटिव पाए जाने पर अनिवार्य रुप
से 14 दिन के
लिए
इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन और संदिग्ध पाए
जाने पर होम
Quarantine करवाया
जाए। इन सभी
यात्रियों को
आरोग्य
सेतु /सार्थक एप
डाउनलोड करवाया जाए।
क्रमांक/4176/मई-84/मनोज