News.12.05.2020_A


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
जरूरतमंद परिवारों के लिए मददगार बना रेडक्रॉस
जबलपुर 12 मई 2020
वैश्विक महामारी कोरोना आपदा के मौजूदा दौर में जिला रेडक्रॉस सोसायटी  मुसीबतजदा और जरूरतमंद परिवारों के लिए मददगार साबित हो रही। रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा गरीबों, निराश्रितों और बेघरों, मजदूरों की मदद का सिलसिला अनवरत् जारी है। पिछले एक सप्ताह में एक हजार 111 जरूरतमंद परिवारों को रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा राशन किट मुहैया कराई जा चुकी है।
कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला रेडक्रॉस समिति भरत यादव के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में पिछले एक सप्ताह में जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा गौर सालीवाडा में बिहार के 400 मजदूरों को एसडीएम के माध्यम से राशन किट का वितरण किया गया। वहीं मेट्रो बस के 212 चालक-परिचालकों को, नगर पंडित सभा के सहयोग से 100 पुरोहितों व पुजारियों को, चांदनी चौक क्षेत्र में 150 परिवारों को, आधारताल के मोहम्मद वसीम सहित बिहार के 30 परिवारों को, जबलपुर ऑटो चालक संघ के 20 ऑटो चालकों को, रानी दुर्गावती वार्ड गढ़ा के 16 परिवारों को, विजय नगर के 15 परिवारों को, सिविल लाइन में 8 परिवारों को, महाराजपुर, दमोहनाका व स्नेह नगर के एक-एक परिवार को, कालीमठ में पांच परिवारों को और अधारताल में 30 परिवारों को राशन किट प्रदान की गई। जबकि उखरी तिराहे में 25 परिवारों को, अमखेरा में 40 परिवारों को, आनंद नगर अधारताल में 15 परिवारों को, गोहलपुर में दो परिवार को, त्रिपुरी चौक पर एक परिवार को, मांडवा बस्ती में 3 परिवार को और संजय गांधी वार्ड अधारताल के 7 परिवारों को तथा रेडक्रॉस कार्यालय से 30 परिवारों को राशन किट उपलब्ध कराई गई है। 
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक किट में 5 किलोग्राम चावल, 5 किलोग्राम आटा, एक किलोग्राम दाल, एक किलोग्राम नमक, एक लीटर तेल और मसाले उपलब्ध कराए जाते हैं।
क्रमांक/4232/मई-140/जैन॥

कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए 4 लोग
मेडिकल कॉलेज से आज डिस्चार्ज
जबलपुर, 12 मई, 2020
 कोरोना को परास्त करने वाले चार व्यक्तियों को  मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से आज मंगलवार को दोपहर डिस्चार्ज कर दिया गया है । जिन व्यक्तियों को कोरोना से पूरी तरह स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दी गई उनमें मानसी पाठक उम्र 36 वर्ष, नेहा गुप्ता उम्र 27 वर्ष, शगुफ्ता शाहीन उम्र 33 वर्ष और मोहम्मद अतहर उम्र 23 वर्ष शामिल हैं । इन्हें मिलाकर जबलपुर में कोरोना से स्वस्थ हुए व्यक्तियों की संख्या 47 हो गई है । जबकि एक्टिव केस 86 रह गये हैं । अब तक कुल कोरोना से संक्रमित होने वाले व्यक्तियों की संख्या 140  है । इनमें से सात की मृत्यु हो गई है ।
क्रमांक/4233/मई-141/जैन

ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई है किसानों के लिये वरदान
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. शुक्ला की किसानों को सामयिक सलाह
जबलपुर, 12 मई, 2020
हमारा देश कृषि प्रधान देश है, देश की लगभग 65 से 70 प्रतिशत् आबादी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से खेती पर आधारित है । मृदा मे लगातार फसले उगाने से मृदा सख्त एवं कठोर हो जाने से जल धारण क्षमता एवं भूमि की उर्वरा शक्ति कम होती जाती है तथा फसलों में विभिन्न प्रकार के रोग, कीट, बीमारियों एवं खरपतवारों की समस्या दिन प्रति दिन बढ़ती जाती है। जिससे फसलोत्पादन में कमी एवं लगातार जल स्तर में गिरावट देखी जा रही है।                
कृषि विज्ञान केन्द्र जबलपुर की प्रभारी एवं वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ.रश्मि शुक्ला ने बताया है कि समस्याओं से निजात पाने के लिये ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई किसानों के लिये एक वरदान के रुप में साबित हो सकती है। मई-जून के माह में मिट्टी पलटने बाले हल जैसे मोल्ड़ बोर्ड प्लाऊ, टर्न रेस्ट प्लाऊ या रिर्वस विल मोल्ड़ बोर्ड प्लाऊ के द्वारा तीन वर्ष मे कम से कम एक बार 20 से.मी. से अधिक गहरी ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई अवश्य करनी चाहिए।
ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई करने के लाभ डॉ. शुक्ला ने बताया गहरी जुताई करने से भूमि की ऊपरी कठोर परत टूट जाती है जिससे मृदा में वर्षा जल धीरे-धीरे रिस-रिस कर जमीन के अंदर चला जाता है तथा वर्षा जल का रुकाव जमीन में अत्यधिक होने के कारण मृदा में जल भरण क्षमता एवं जल स्तर में वृद्धि हो जाती है ।
मृदा की भौतिक संरचना में सुधार होता है
मृदा में हवा का आवागमन बढ़ जाता है एवं सूक्ष्म जीवों की संख्या में भी वृद्धि हो जाती है, तथा जैविक पदार्थो का विघटन सर्वाधिक होता है, जिससे भूमि कि उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है। मृदा मे वर्षा जल के सोखने की क्षमता बढ़ जाती है, जिससे वायुमण्डल की नाइट्रोजन जल में धुल कर मृदा में चली जाती है, जिससे मृदा की उर्वरा शक्ति में वृद्धि हो जाती है। जमीन के अंदर छिपे हुए कीटों के अंडे, प्युपा आदि जमीन के ऊपर आ जाते है और तेज धूप के कारण मर जाते है।
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. रश्मि शुक्ला कहती हैं कि खरपतवारों के बीज एवं रोग फैलाने वाली कवक, बैक्टीरिया एवं वायरस भी तेज धूप के कारण मर जाते है, जिससे अगली फसल में रोग, कीट एवं खरपतवारों की समस्या कम होती है।
ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई खेत के ढ़ाल की विपरीत दिशा में करने से मृदा एवं जल कटाव में कमी एवं वर्षा जल बहकर नुकसान हो जाने से भी बच जाता है। ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई करने से फसल उत्पादन में 10-20 प्रतिशत तक की वृद्धि हो जाती है।        
क्रमांक/4234/मई-142/मनोज

जरूरतमंदों का बड़ा आसरा बना राज्य-स्तरीय कोरोना नियंत्रण कक्ष
जबलपुर 12 मई 2020
प्रदेश में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के कारण लॉकडाउन के दौरान लोगों की दिक्कतों, जिज्ञासाओं आदि के त्वरित समाधान के लिये विशेष राज्य-स्तरीय नियंत्रण कक्ष (कन्ट्रोल रूम) भोपाल के स्मार्ट सिटी सेन्टर में संचालित किया जा रहा है। नियंत्रण कक्ष में चिकित्सा, खाद्य, परिवहन तथा सामाजिक न्याय आदि विभाग के अधिकारी नियमित रूप से 24×7 उपस्थित हैं। नागरिकों के फोनकॉल पर प्राप्त सूचना के आधार पर संबंधित विभाग के अधिकारी त्वरित कार्रवाई करते हैं।
राज्य-स्तरीय नियंत्रण कक्ष को प्राप्त एक लाख 20 हजार 547 फोनकॉल में से एक लाख 11 हजार 705 में त्वरित कार्रवाई कर समाधान किया गया। नियंत्रण कक्ष द्वारा किये जा रहे सहयोग एवं सहायता से अब तक 8 लाख एक हजार 193 लोग लाभान्वित हो चुके हैं। जरूरतमंदों का आसरा बने इस नियंत्रण-कक्ष को राशन, भोजन, आश्रय, चिकित्सा, परिवहन तथा अन्य प्रकार की सहायता एवं सहयोग के लिये प्राप्त होने वाले फोनकॉल को तीन अलग-अलग श्रेणी में दर्ज कर त्वरित कार्यवाही की जा रही है। मध्यप्रदेश के वह नागरिक जो अन्य राज्यों में निवास कर रहे हैं, से प्राप्त 94 हजार 305 फोनकॉल में से 87 हजार 416 का निराकरण किया गया। प्रदेश के अन्दर ही अपने निवास के जिले से बाहर रुके हुए नागरिकों से प्राप्त 14 हजार 673 फोनकॉल में से 13 हजार 844 को चाहा गया सहयोग प्रदान किया गया। इसी प्रकार, अन्य राज्यों के मध्यप्रदेश में निवास कर रहे लोगों द्वारा किये गये 11 हजार 569 फोनकॉल में से 10 हजार 445 में मदद पहुँचाई जा चुकी है।
नियंत्रण कक्ष से नागरिकों द्वारा चाहे गये सहयोग अथवा मांग की पूर्ति होने पर निराकृत की गई शिकायतों के संबंध में उच्च अधिकारियों द्वारा सम्पर्क कर पुष्टि भी की जाती है। भोपाल के राज्य-स्तरीय कोरोना नियंत्रण कक्ष में आम नागरिक अपनी जरूरतों, शिकायतों और सुझाव के लिए निरंतर सम्पर्क कर रहे हैं।
क्रमांक/4235/मई-143/मनोज॥

कोरोना से लड़ाई में जन अभियान परिषद से जुड़े 14369 कार्यकर्ता, 7805 गाँवों में दे रहे योगदान

जबलपुर 12 मई 2020
      कोरोना से लड़ाई में जन अभियान परिषद द्वारा गाँव-गाँव में गठित ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियों और स्वैच्छिक संगठनों के सदस्यों द्वारा महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जन अभियान परिषद के पदाधिकारियों, सदस्यों से चर्चा कर उनसे कोरोना से लड़ाई में योगदान देने का आव्हान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान की अपील पर अप्रैल के पहले सप्ताह से सक्रिय हुए जन अभियान परिषद का अमला निरंतर क्रियाशील है। कार्यपालक निदेशक जन अभियान परिषद श्री आलोक सिंह ने बताया कि लाकडाउन की पिछली एक माह की अवधि में 14369 कार्यकर्ता/सदस्य के साथ प्रदेश के 7805 गाँवों में जन अभियान परिषद कार्य करती रही है।
जन अभियान परिषद के नेटवर्क से जुड़े 8441 ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियाँ, 952 स्वैच्छिक संगठन, मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के 5106 छात्र और 1146 परामर्शदाता प्रदेश के 7806 गाँवों में कोरोना से बचाव के उपायों को बता रहे है। गाँवों में जरूरी उपायों को दीवार पर लिखवाया जा रहा है। गाँवों को सेनेटाइजेशन करवाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग रखने, मास्क पहनने की सलाह दी जा रही है। ग्रामीणों को नि:शुल्क मास्क भी वितरित कर रहे है। इसके साथ ही जरूरतमंदों को राशन और दवाई का नि:शुल्क वितरण खास कर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवाई (काढ़ा) का वितरण किया जा रहा है। कार्यपालक निदेशक ने बताया कि पिछले एक माह में प्रदेश के 7805 गाँवों में कोरोना से बचाव की जानकारी देने के लिये दीवार लेखन किया गया है। जरूरतमंद ग्रामीणों को 6620 ग्रामों में भोजन और दवाई का नि:शुल्क वितरण किया गया है। प्रदेश के 6492 ग्रामों में 4 लाख 80 हजार मास्क निर्माण कर नि:शुल्क वितरित किये गये। प्रदेश के ग्रामों की पी.डी.एस की दुकानों और बैंकों में पहुँचने वालों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करवाने में परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा सहयोग किया जा रहा है। जन अभियान परिषद के कार्यकर्ता गेहूँ खरीदी केन्द्रों पर भी कोरोना से बचाव के उपायों की जानकारी दे रहे हैं।
अभियान परिषद द्वारा प्रमुख नवाचारी गतिविधियों में इंदौर संभाग के ग्राम पुवर्डा, जुनार्दा ग्राम पंचायतों के प्रवेश द्वार पर सेनेटाइजर मशीन लगाई गई है। उज्जैन संभाग में नमस्ते अभियान चला कर कोरोना नियंत्रण के तहत लॉकडाउन में उज्जैन नगर के जरूरतमंद 2000 परिवारों की सूची बनाकर किराना और सब्जी के पैकेट्स घर-घर पहुँचाये गये। रीवा संभाग में लॉकडाउन में फँसे मजदूरों की भोजन व्यवस्था और जबलपुर संभाग के डिण्डौरी जिले में प्रस्फुटन समितियों को खादी का कपड़ा उपलब्ध करवा कर मास्क तैयार करवाये और ग्रामीणों में वितरण सुनिश्चित करवाया। भोपाल संभाग के सिलवानी विकासखण्ड के ग्राम भानपुर में देशी सेनीटाइजर का निर्माण कर वितरण किया जा रहा है। कार्यपालक निदेशक ने बताया कि जन अभियान परिषद् से जुड़े सदस्य पूरे प्रदेश में गाँव-गाँव कोरोना से लड़ाई में पूरी क्षमता और समर्पण के साथ योगदान दे रहे है।
क्रमांक/4236/मई-144/मनोज॥