News.01.05.2020_A


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
प्रमुख सचिव ने की गेहूं उपार्जन व्यवस्था की समीक्षा
जबलपुर, 01 मई, 2020
     जिले में कोरोना और गेहूं उपार्जन संबंधी कार्यो पर निगरानी और समीक्षा के लिए शासन द्वारा नियुक्त प्रमुख सचिव पशुपालन श्री डी.पी. आहूजा ने आज शुक्रवार को सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन व्यवस्था की समीक्षा की ।
     प्रमुख सचिव ने बैठक में जिले में बनाये गये सभी खरीदी केन्द्रों पर किसानों की सहूलियतों का ध्यान रखने के निर्देश दिये हैं । उन्होंने प्रत्येक खरीदी केन्द्र पर तुलाई और सिलाई मशीनों के साथ-साथ बारदानों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने की हिदायत दी । श्री आहूजा ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए खरीदी केन्द्रों पर साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था, हैंड सेनीटाइजर और मास्क की उपलब्धता का ब्यौरा लिया ।  उन्होंने खरीदी केन्द्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई ।
     श्री आहूजा ने बैठक में किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये ।  उन्होंने उपार्जन के बाद गेहूं के परिवहन और भंडारण के कार्य में तत्परता बरतने पर जोर दिया । बैठक में श्री आहूजा ने सौदा पत्रक के आधार पर किसानों से सीधे उनकी उपज खरीदने के लिए व्यापारियों को प्रोत्साहित करने की बात कही । उन्होंने जिले में गेहूं के भंडारण क्षमता तथा साइलो केन्द्रों में खरीदी की स्थिति की समीक्षा भी की ।  बैठक में संभागायुक्त श्री महेशचन्द्र चौधरी, कलेक्टर भरत यादव, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित सहित खरीदी व्यवस्था से जुड़े सभी अधिकारी मौजूद थे । बैठक में बताया गया कि जिले में अभी तक किसानों से करीब 1 लाख 10 हजार क्विंटल गेहूं का समर्थन मूल्य पर उपार्जन किया जा चुका है तथा लगभग 39 करोड़ रूपये से अधिक का भुगतान कर दिया गया है ।
क्रमांक/4093/मई-01/जैन

प्रमुख सचिव ने किया आरछा खरीदी केन्द्र का निरीक्षण
जबलपुर, 01 मई, 2020
          प्रमुख सचिव पशुपालनश्री डी पी आहूजा ने संभागायुक्त महेशचन्द्र चौधरी के साथ आज शुक्रवार को पाटन तहसील के आरछा स्थित खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया  इस मौके पर उन्होंने किसानों से भी चर्चा की और उपार्जन व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों से गेहूँ की तुलाईपरिवहन और भंडारण के साथ-साथ किसानों को भुगतान की स्थिति की जानकारी प्राप्त की । खरीदी केन्द्र में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होना पाया गया ।  साथ ही केन्द्र में कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क, सेनेटाइजर सहित हाथ धोने के लिए पानी व साबुन आदि की उपलब्धता पर श्री आहूजा ने खुशी व्यक्त की । आरछा खरीदी केन्द्र के निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित एवं एसडीएम पाटन सिद्धार्थ जैन भी मौजूद थे ।
क्रमांक/4094/मई-02/जैन

व्यापारियों ने की सौदा पत्रक से गेहूं खरीदी व्यवस्था की सराहना
जबलपुर, 01 मई, 2020
     शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन की व्यवस्था के तहत मंडियों और खरीदी केन्द्रों के अलावा सौदा पत्रक के आधार पर सीधे किसानों के पास जाकर गेहूं खरीदने की दी गई सुविधा की उड़ना के व्यापारियों ने सराहना की है । आज शुक्रवार की दोपहर केन्द्रों का निरीक्षण करने निकले प्रमुख सचिव पशुपालन श्री डी.पी. आहूजा के उड़ना पहुंचने पर सौदा पत्रक से किसानों के खेत में जाकर सीधे गेहूं की खरीदी करने वाले व्यापारियों शुभम ट्रेडर्स के पवन कुमार जैन और श्रीराम ट्रेडर्स जबलपुर के संदीप दुबे ने मंडी जाकर किसानों से खरीदी करने की अपेक्षा इस व्यवस्था को ज्यादा बेहतर बताया है ।
     इन दोनों व्यापारियों ने प्रमुख सचिव को बताया कि सौदा पत्रक से किसानों से गेहूं खरीदने पर किसानों का ढुलाई पर आने वाला व्यय बच जाता है साथ ही उन्हें उनकी उपज की वाजिब कीमत का तुरंत भुगतान भी मिल जाता है । दोनों व्यापारियों ने बताया कि वे हर साल करीब 40 से 50 हजार क्विंटल किसानों से मंडी में जाकर गेहूं की खरीदी करते हैं । इस बार इसमें कम समय लगेगा और किसानों के साथ-साथ उन्हें भी ज्यादा सुविधा होगी । उन्होंने बताया कि दोनों ने मिलकर अभी तक सौदा पत्रक से करीब 12 हजार क्विंटल गेहूं की खरीदी भी कर चुके हैं ।
क्रमांक/4095/मई-03/जैन

सराफा और चाँदनी चौक कंटेनमेंट क्षेत्र में दोबारा भी होगा स्वास्थ्य सर्वे
जबलपुर, 01 मई, 2020
     कोरोना पॉजिटिव के अधिसंख्य मामलों वाले सराफा और चाँदनी चौक जैसे कंटेनमेंट क्षेत्रों में दोबारा डोर-टू-डोर स्वास्थ्य सर्वे कराया जायेगा और हाई रिस्क लोगों की पहचान की जायेगी।
     कलेक्टर भरत यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना पॉजिटिव के ज्यादातर मामले इन्हीं दो क्षेत्रों में निकलकर आये हैं ।  इन क्षेत्रों में पहले भी डोर-टू-डोर सर्वे का काम पूरा हो चुका है ।  दोबारा कराये जाने वाले स्वास्थ्य सर्वे में भी इन क्षेत्रों से हाई रिस्क लोगों को चिन्हित किया जायेगा ।
     कलेक्टर ने बताया कि सराफा और चाँदनी चौक कंटेनमेंट क्षेत्र पर प्रशासन का खास फोकस रहेगा ।  इन क्षेत्रों में नियमों का सख्ती से पालन कराया जायेगा । इसके लिए ड्रोन एवं सीसीटीव्ही कैमरे से भी निगरानी रखी जा रही है ।  उन्होंने इन दोनों क्षेत्रों सहित सभी कंटेनमेंट क्षेत्र के नागरिकों से नियमों का पालन करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने का आग्रह किया है ।श्री यादव ने कहा कि नियमों का सख्ती से पालन कराने के साथ-साथ प्रशासन इस ओर भी ध्यान दे रहा है कि इन क्षेत्रों में लोगों को दैनिक आवश्यकता की सामग्री की आपूर्ति निरंतर होती रहे ।
     कलेक्टर ने कोरोना वायरस से लड़ाई में नागरिकों से मिल रहे सहयोग के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस वायरस को फैलने से रोकने की चुनौती का मिलकर सामना करना होगा । उन्होंने कहा कि जबलपुर में कोरोना के मामले बढ़े हैं तो वे लगातार तेजी से स्वस्थ भी हो रहे हैं ।  श्री यादव ने लोगों से सकारात्मक सोच बनाये रखने का आग्रह करते हुए कहा कि यह समय आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है बल्कि मिलकर और एकजुट होकर काम करने और आगे आकर जिम्मेदारी संभालने का है । श्री यादव ने समाज के जिम्मेदार नागरिकों से कहा कि वे लोगों को जागरूक करें, उनके स्वास्थ्य तथा राशन एवं भोजन के प्रबंध की चिंता करें ताकि समस्या ज्यादा न बढ़े और कोरोना वायरस के संक्रमण को भी रोका जा सके ।
     श्री यादव ने चाँदनी चौक का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने का कारण किसी एक व्यक्ति की मृत्यु नहीं है या मृत्यु के बाद कोरोना का वायरस यहां नहीं आया । उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण दूसरे दिन ही दिखाई नहीं देते बल्कि किसी व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण आने में पांच से छह दिन का समय लगता है । कलेक्टर ने कहा कि बाहर से आने वालों पर सख्ती से रोक लगाई गई थी लेकिन इसके बावजूद कई लोग छिपकर यहां आये हैं ।  उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोग अपनी जानकारी न छिपायें बल्कि खुद आगे बढ़कर उन्हें इसकी सूचना देना चाहिए । ताकि समय पर एहतियाती कदम उठाये जा सकें ।
     श्री यादव ने कहा कि चाँदनी चौक और सराफा कंटेनमेंट क्षेत्र के गरीब परिवारों को शासकीय स्तर पर राशन उपलब्ध कराने के प्रयास किये जायेंगे । ताकि उन्हें लम्बे समय के कंटेनमेंट के दौरान किसी तरह की कठिनाई न हो । उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में दोबारा स्वास्थ्य सर्वे के दौरान वृद्ध लोगों, बुजुर्ग लोगों के स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान दिया जायेगा । लक्षण दिखाई देने पर उनको मेडिकल कॉलेज भेजकर उपचार भी कराया जायेगा । श्री यादव ने इन क्षेत्रों के निवासियों से आग्रह किया कि वे स्वास्थ्य सर्वे के दौरान वृद्ध एवं बीमार लोगों की जानकारी न छिपायें बल्कि आगे बढ़कर इस बारे में सर्वे के लिए आने वाले दल को जानकारी दें । ताकि उनका समय पर इलाज हो सके ।  उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में हाई रिस्क वाले लोगों के होम क्वारेंटाइन के लिए यदि घर छोटे पड़ते हैं तो दूसरे स्थान पर उन्हें भेजा जायेगा ताकि वायरस के संक्रमण से उन्हें बचाया जा सके ।
क्रमांक/4096/मई-04/जैन

कोरोना संबंधी सूचनाओं एवं समस्याओं के निराकरण के लिए
हेल्पलाइन नंबर 0761-2637500 पर संपर्क करें
जबलपुर, 01 मई, 2020
     जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संबंधी सूचनाओं एवं शिकायतों के निराकरण के लिए आम नागरिकों से एकीकृत कोरोना कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर 0761-2637500 पर संपर्क करने का आग्रह किया गया है ।
     जिला प्रशासन के मुताबिक एकीकृत कोरोना कंट्रोल रूम के इस हेल्पलाइन नंबर पर कोरोना संबंधी सूचनाओं एवं शिकायतों के साथ-साथ राशन एवं भोजन संबंधी सूचनायें भी दी जा सकेंगी । इसके साथ ही राज्य के बाहर फंसे जिले के मजदूर या अन्य लोग भी यदि वे वापस आना चाहते हैं तो इसी नंबर पर संपर्क कर अपने बारे में जानकारी दे सकेंगे।
     कोरोना कंट्रोल रूम में अत्यावश्यक कारणों से जिले के बाहर जाने के इच्छुक लोग ई-पास पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करने और अनुमति प्राप्त करने की प्रक्रिया की जानकारी भी हासिल कर सकेंगे । जिले के बाहर से यहां आने वाले लोगों की सूचना भी कोरोना कंट्रोल रूम के इस नंबर पर दी जा सकेगी । इसके साथ ही टेली मेडिसिन के माध्यम से चिकित्सकों से स्वास्थ्य संबंधी परामर्श के लिए भी हेल्पलाइन नंबर 0761-2637500 पर संपर्क किया जा सकेगा ।
क्रमांक/4097/मई-05/जैन

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना -
जिले के 907 किसानों को फसल क्षति के रूप में मिलेगी 85 लाख की दावा राशि
किसानों के खाते में राशि अंतरित करने कलेक्टर ने दिए बैंकर्स को निर्देश
जबलपुर 01 मई 2020
      प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत खरीफ 2018 के दौरान जिन किसानों की धान, अरहर और सोयाबीन आदि की फसल का नुकसान हुआ था, जिले के ऐसे 907 पात्र हितग्राहियों को एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ने 84 लाख 94 हजार 137 रूपए की दावा राशि संबंधित किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाने हेतु प्रदान किया है।
      कलेक्टर भरत यादव ने सभी संबंधित बैंकों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के पात्रताधारी किसानों के खाते में देय राशि का शीघ्र अंतरण करने का निर्देश दिया है। उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत खरीफ 2018 के लाभान्वित किसानों की राशि शासन द्वारा बीमा कंपनियों को ट्रांसफर किए जाने के उपरांत बीमा कंपनियों ने बैंकों को देय दावा राशि किसानों के खाते में ट्रांसफर किए जाने हेतु दे दिया है।
      जिले में धान के 889 कृषकों को 82 लाख 20 हजार 17 रूपए, अरहर के 17 किसानों को दो लाख 67 हजार 42 रूपए और सोयाबीन के एक किसान को 7 हजार 77 रूपए की दावा राशि प्राप्त होगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिले के 17 किसानों के खाते में 50 हजार रूपए से एक लाख रूपए तक की राशि दावा क्षतिपूर्ति के रूप में जमा होगी।
      विकासखण्डवार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभांवितों में विकासखण्ड जबलपुर के 180 किसानों को 4 लाख 21 हजार 685 रूपए की दावा राशि प्राप्त होगी। जबकि विकासखण्ड कुण्डम के 221 किसानों को 34 लाख 34 हजार 597 रूपए, विकासखण्ड मझौली के 396 किसानों को योजनान्तर्गत 37 लाख 43 हजार 49 रूपए तथा विकासखण्ड पनागर के 93 किसानों को 6 लाख 27 हजार 763 रूपए की दावा राशि प्राप्त होगी। इसी प्रकार विकासखण्ड शहपुरा के 17 किसानों को दो लाख 67 हजार 43 रूपए दावा राशि के रूप में किसानों के खाते में अंतरित की जाएगी।
क्रमांक/4098/मई-06/मनोज॥

राज्य-स्तरीय कोरोना नियंत्रण कक्ष बना नागरिकों का मददगार
जबलपुर 01 मई 2020
      प्रदेश में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के कारण लॉकडाउन के दौरान लोगों की दिक्कतों, जिज्ञासाओं आदि के त्वरित समाधान के लिये विशेष राज्य-स्तरीय नियंत्रण कक्ष (कन्ट्रोल रूम) भोपाल के स्मार्ट सिटी सेन्टर में संचालित किया जा रहा है। राज्य-स्तरीय नियंत्रण कक्ष को प्राप्त 31 हजार 121 फोनकॉल में से 25 हजार 996 में त्वरित कार्रवाई कर समाधान किया गया। नियंत्रण कक्ष द्वारा किये जा रहे सहयोग एवं सहायता से अब तक दो लाख 74 हजार 311 लोग लाभान्वित हो चुके हैं।
राज्य-स्तरीय नियंत्रण-कक्ष को राशन, भोजन, आश्रय, चिकित्सा, परिवहन तथा अन्य प्रकार की सहायता एवं सहयोग के लिये प्राप्त होने वाले फोनकॉल को तीन अलग-अलग श्रेणी में दर्ज कर त्वरित कार्यवाही की जा रही है। मध्यप्रदेश के वह नागरिक जो अन्य राज्यों में निवास कर रहे हैं, से प्राप्त 20 हजार 252 फोनकॉल में से 16 हजार 029 का निराकरण किया गया। प्रदेश के अन्दर ही अपने निवास के जिले से बाहर रुके हुए नागरिकों से प्राप्त 8 हजार 364 फोनकॉल में से 7 हजार 920 को चाहा गया सहयोग प्रदान किया गया। इसी प्रकार, अन्य राज्यों के मध्यप्रदेश में निवास कर रहे लोगों द्वारा किये गये 2 हजार 505 फोनकॉल में से 2 हजार 047 में मदद पहुँचाई जा चुकी है।
नियंत्रण कक्ष में चिकित्सा, खाद्य, परिवहन तथा सामाजिक न्याय आदि विभाग के अधिकारी नियमित रूप से 24×7 उपस्थित हैं। नागरिकों के फोनकॉल पर प्राप्त सूचना के आधार पर संबंधित विभाग के अधिकारी त्वरित कार्रवाई करते हैं। नागरिकों द्वारा चाहे गये सहयोग अथवा मांग की पूर्ति होने पर निराकृत की गई शिकायतों के संबंध में उच्च अधिकारियों द्वारा सम्पर्क कर पुष्टि भी की जाती है। भोपाल के राज्य-स्तरीय कोरोना नियंत्रण कक्ष में आम नागरिक अपनी जरूरतों, शिकायतों और सुझाव के लिए निरंतर सम्पर्क कर रहे हैं।
क्रमांक/4099/मई-07/मनोज॥