News.24.05.2020_A


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
हवाई यात्रियों के लिए दिशा-निर्देश जारी
एयरपोर्ट प्रबंधन निर्देशों का पालन सख्ती से सुनिश्चित करायें—संदीप जी.आर.
अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में हुए कई निर्णय
जबलपुर, 24 मई, 2020
     भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान हवाई सेवाओं के संचालन के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से अपर कलेक्टर एवं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (रांझी) संदीप जी.आर. की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया कि एयरपोर्ट प्रबंधन आने-जाने वाली हवाई सेवाओं की जानकारी प्रतिदिन जिला प्रशासन को देगी । साथ ही इन यात्रियों का एयरपोर्ट पर ही मेडिकल परीक्षण थर्मल स्क्रीनिंग कराना भी अनिवार्य होगा ।
     इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर, अनुविभागीय दंडाधिकारी रांझी मनीषा वास्कले, नगर पुलिस अधीक्षक रांझी, तहसीलदार रांझी, थाना प्रभारी खम्हरिया, एयरपोर्ट के सुरक्षा अधिकारी तथा स्पाइस जेट एवं एयर इंडिया के प्रतिनिधि मौजूद थे ।
     बैठक में यह तय हुआ कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक एयरपोर्ट में तमाम व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायं ।  एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा अपने सफाई कर्मियों की नियमित ब्रीफिंग कर साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाय ।  अपर कलेक्टर संदीप जी.आर. ने कहा कि प्रबंधन द्वारा पर्याप्त मात्रा में फेस मास्क, सेनेटाइजर एवं साबुन टर्मिनल भवन में उपलब्ध रहे ताकि जरूरत के अनुसार यात्रियों को उपलब्ध कराया जा सके ।  साथ ही एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन, कन्वेयर बेल्ट, कियोस्क मशीन, फर्नीचर एवं ट्रे-आदि को नियमित रूप से सेनेटाइज कराया जाना चाहिए ।
     एयरपोर्ट प्रबंधन को बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि टर्मिनल भवन के बाहर यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने डॉक्टर कोविड-19 थर्मल स्केनर सहित मौजूद रहें ।  टर्मिनल भवन के अंदर एवं बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन सुनिश्चित हो इसलिए सभी जगह मार्किंग की जाय ।  यात्री अपना बोर्डिंग पास टिर्मिनल भवन के अंदर की कियोस्क मशीन से प्राप्त करेंगे । यात्रियों के अतिरिक्त किसी भी व्यक्ति का प्रवेश टर्मिनल भवन के अंदर प्रतिबंधित रहेगा ।  यात्री स्वास्थ्य परीक्षण एवं सुरक्षा जाँच उपरांत सीधे एस.एच.ए. में प्रवेश कर सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए बैठेगा । सभी यात्रियों को फेस मास्क लगाना अनिवार्य है ।  यह भी एयरपोर्ट प्रबंधन और सुरक्षा अधिकारी सुनिश्चित करायें ।
     बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने एयरपोर्ट की सुरक्षा में लगे सभी सुरक्षा कर्मचारियों को पुन: एयरपोर्ट की सुरक्षा हेतु मुक्त करने की बात कही ।  उन्होंने आश्वस्त किया कि यदि जरूरत पड़ी तो सुरक्षा में लगे बल के अलावा भी सुरक्षा कर्मी उपलब्ध कराये जायेंगे ।  बैठक में यह निर्णय हुआ कि एयरपोर्ट तक आने एवं जाने वाले यात्री अधिकृत टैक्सी का ही उपयोग करेंगे ।  एयरपोर्ट प्रबंधन अधिकृत टैक्सी को अपने स्तर से पास जारी करें । साथ ही टैक्सी को प्रत्येक यात्रा के बाद नियमित रूप से सेनेटाइज कराया जाय ।  इसके अलावा टैक्सी चालक के द्वारा प्रतिदिन यात्रियों को पहुंचाने एवं छोड़ने की जानकारी निर्धारित प्रारूप में संकलित कर एयरपोर्ट प्रबंधन को उपलब्ध कराई जानी चाहिए ।  जिसमें यात्रा का दिनांक, यात्री का नाम, मोबाइल नंबर, टैक्सी में बैठने का स्थान व छोड़ने के स्थान का उल्लेख होना चाहिए ।
     एयरपोर्ट प्रबंधन को निर्देशित किया गया कि यात्रियों के द्वारा मास्क, ग्लब्ज एवं अन्य उपयोग किये गये सामग्रियों के निपटान के लिए पृथक से कूड़ादान रखा जाय और मानकों के अनुरूप इसका निपटारा किया जाना सुनिश्चित हो ।  ट्रॉली का उपयोग सामान्य अवस्था में नहीं किया जायेगा लेकिन जब ऐसा करना आवश्यक होगा तब स्थानीय एयरलाइन्स के कर्मचारियों के माध्यम से ही ऐसा किया जा सकेगा ।
     इसके अलावा हर एयरलाइन्स प्रतिदिन अपने यात्रियों की जानकारी निर्धारित प्रारूप में तैयार करेगी । एयरपोर्ट प्रबंधन हर दिन यह जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे ।  इस जानकारी में मुख्य रूप से यात्री का नाम, सीट नंबर, संपर्क नंबर, गंतव्य स्थल का पता व पिन कोड आदि का विवरण रहेगा ।
क्रमांक/4519/मई-328/मनोज
एकलव्य विद्यालय में अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों के
रिक्त सीटों की पूर्ति हेतु आवेदन आमंत्रित
जबलपुर 24 मई 2020
     एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय नर्रईनाला में कक्षा सातवीं, आठवीं एवं ग्यारहवीं में रिक्त अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों के सीटों की पूर्ति की जाना है । इसके लिए पात्र आवेदकों से 10 जून तक आवेदन आमंत्रित किया गया हैं ।
     प्राचार्य द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक कक्षा 7वीं, आठवीं और ग्यारहवीं में अनुसूचित जनजाति वर्ग के बालक-बालिकाओं के लिए 4-4 सीटें रिक्त हैं ।  इसके लिए आवेदक को सी.बी.एस.ई. पाठ्यक्रम से न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों के साथ पिछली कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है । चयन मेरिट के आधार पर होगा ।  इच्छुक आवेदक अपना आवेदन आवश्यक दस्तावेजों सहित 10 जून तक विद्यालय की ई-मेल आईडी-amrs.jbp@gmail.com अथवा विद्यालय में उपस्थित होकर जमा कर सकते हैं ।
क्रमांक/4520/मई-329/मनोज॥
कोरोना से स्वस्थ हुए 12 व्यक्ति आज
सुखसागर कोविड सेंटर से डिस्चार्ज
जबलपुर 24 मई 2020
कोरोना से स्वस्थ हुए 12 व्यक्तियों को सुखसागर कोविड केयर सेंटर से आज रविवार को डिस्चार्ज कर दिया गया है नई गाईडलाइन के अनुसार डिस्चार्ज किये गये इन व्यक्तियों को अगले सात दिन के लिये सुखसागर स्थित क्वारेन्टीन सेंटर भेजा गया है इन्हें मिलाकर जबलपुर में अब तक मिले 212 कोरोना संक्रमितों में से 141 स्वस्थ हो चुके हैं और नौ व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है जबलपुर में कोरोना के एक्टिव केस अब 62 रह गई है
क्रमांक/4521/मई-330/जैन॥

माध्यमिक शिक्षा मंडल की हायर सेकेण्डरी परीक्षा के विस्थापित परीक्षार्थी
जहां निवासरत हैं वहीं दे सकेंगे परीक्षा
जबलपुर, 24 मई, 2020
     माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित हायर सेकेण्डरी, हायर सेकेण्डरी व्यावसायिक, हायर सेकेण्डरी (अंधमूक बधिर) की शेष परीक्षायें 9 जून से आयोजित की गई हैं ।  विभिन्न माध्यमों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लॉकडाउन अथवा अन्य कारणों से कतिपय परीक्षार्थी अपने निवास के वर्तमान स्थान से अन्य स्थानों पर विस्थापित हुए हैं । ऐसे परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित न हों, इस उद्देश्य से माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा निर्णय लिया गया है कि विस्थापित परीक्षार्थी विशेष परिस्थितियों में वर्तमान में जिस भी जिले में निवासरत हैं वहीं से परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं ।
     लेकिन ऐसे परीक्षार्थी जो शेष परीक्षायें अन्य किसी जिले से देना चाहते हैं वे 25 मई की शाम 4 बजे से 28 मई तक ऑनलाइन आवेदन एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क, पोर्टल या मंडल के मोबाइल एप के माध्यम से प्रस्तुत कर सकते हैं । ऑनलाइन आवेदन की सुविधा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जिले की समन्वयक संस्था, मंडल के संभागीय कार्यालयों के माध्यम से भी उपलब्ध रहेगी ।  परीक्षार्थियों को जिला परिवर्तन करने की स्थिति में नवीन चयनित जिले के जिला मुख्यालय पर परीक्षा केन्द्र आवंटित किया जायेगा ।  जिले के भीतर केन्द्र परिवर्तन मान्य नहीं होगा ।
क्रमांक/4522/मई-331/मनोज

रोजगार पोर्टल से युवाओं को मिलेंगे रोजगार के बेहतर अवसर
पोर्टल के नाम के लिये सुझाव आमंत्रित
जबलपुर 24 मई 2020
प्रदेश के युवाओं को रोजगार प्राप्त करने के लिये ऑनलाइन पंजीयन की सुविधा के साथ-साथ रोजगार प्राप्त करने के हर संभव अवसर प्रदान करने के लिये रोजगार पोर्टल प्रारंभ किया जा रहा है।
रोजगार आयुक्त ने बताया कि रोजगार पोर्टल के लिये 15 रोजगार एक्सचेंज का प्रबंधन करने के लिये एक निजी संस्था के साथ समझौता किया गया है। प्रदेश में शुरू किये जा रहे रोजगार पोर्टल के उपयुक्त नाम के लिये लोक सेवा प्रबंधन विभाग के अन्तर्गत राज्य लोक सेवा अभिकरण द्वारा नागरिकों से सुझाव मांगे गए हैं। नागरिकगण 26 मई तक अपने सुझाव mp.mygov.in पोर्टल पर ऑनलाइन दे सकते हैं।
क्रमांक/4523/मई-332/मनोज॥

डीएलएड परीक्षा के लिये ऑनलाइन आवेदन 10 जून तक
जबलपुर 24 मई 2020
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा सत्र 2019-20 की प्रारंभिक शिक्षा में पत्रोपाधि पाठ्यक्रम (डीएलएड) नियमि प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की परीक्षा के लिये आवेदन-पत्र एम.पी.ऑनलाइन के कियोस्क अथवा पोर्टल के माध्यम से 25 मई से 10 जून तक भरे जा सकेंगे।
क्रमांक/4524/मई-333/मनोज॥

एक लाख परिवारों के 5.40 लाख लोगों को मिला नि:शुल्क आयुर्वेदिक औषधियों का लाभ
जबलपुर 24 मई 2020
सभी कंटेनमेंट क्षेत्र सहित शहर के अन्य गली-मोहल्लों में घूम-घूम कर शासकीय आयुर्वेद चिकित्सालय एवं महाविद्यालय के चिकित्सकों की टीम द्वारा वितरित की जा रही नि:शुल्क रोग प्रतिरोधक औषधियों से अब तक एक लाख से अधिक परिवारों के 5 लाख 40 हजार व्यक्ति लाभान्वित हो चुके हैं। यह जानकारी देते हुए प्रधानाचार्य डॉ एलएल अहिरवाल ने बताया कि नि:शुल्क औषधि वितरण के इस कार्य में आयुर्वेद महाविद्यालय से डॉ सायमा अंसारी, डॉ सुबोध जैन, डॉ शैलेन्द्र मुकाती, डॉ ज्योति सिंह, डॉ रचना तिवारी, डॉ शुभम जैन एवं महाविद्यालय की रासेयो इकाई प्रभारी डॉ पंकज मिश्रा एवं मो. रजा सिद्दीकी तथा स्वयं सेवक शामिल हैं। साथ ही सार्थक एप के माध्यम से जानकारी डॉ दुर्गेश प्रसाद गुप्ता, नोडल अधिकारी द्वारा ऑनलाइन प्रविष्टि की जा रही है।
साथ ही सुखसागर मेडिकल कॉलेज के क्वॉरेन्टाइन सेन्टर में आयुर्वेदिक औषधि आरोग्य कषाय-20 का वितरण डॉ. ओवेद अहमद अंसारी, डॉ. रवि नारायण प्रजापति एवं मनीष राय के निर्देशन में किया जा रहा है ।  इस कार्य की मानीटरिंग संस्था प्रमुख डॉ एलएल अहिरवाल के निर्देशन में डॉ आरके गुप्ता एवं डॉ मनोज सिंह द्वारा की जा रही है।             
क्रमांक/4525/मई-334/मनोज॥
आयुष्मान भारत से 236 पैकेजेस के अलावा भी
 निजी चिकित्सालयों में मिलेगा हितग्राहियों को लाभ
जबलपुर 24 मई 2020
     वर्तमान में कोविड-19 महामारी की स्थिति एवं आयुष्मान भारत “निरामयम्” के हितग्राहियों को उपचार में आ रही समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए कार्यकारी समिति एवं तकनीकी समिति द्वारा लिये गये निर्णय अनुसार वर्तमान में शासकीय चिकित्सालयों हेतु आरक्षित विभिन्न विषय विशेषज्ञताओं के 236 पैकेजेस को आयुष्मान भारत “निरामयम्” से संबद्ध निजी चिकित्सालयों और चिकित्सा महाविद्यालयों के लिये आगामी आदेश तक खोल दिया गया है ।
     मुख्य कार्यपालन अधिकारी आयुष्मान भारत निरामयम् डॉ. जे. विजय कुमार ने बताया कि उल्लेखित आयुष्मान भारत “निरामयम्” योजना से संबद्ध समस्त निजी चिकित्सालय एवं निजी चिकित्सा महाविद्यालय पूर्व में उपलब्ध पैकेजेस के अतिरिक्त खोले गये पैकेजेस का भी उपयोग कर पात्र हितग्राहियों को उपचार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ।
क्रमांक/4526/मई-335/मनोज॥

बुखार पीड़ितों की मलेरिया जाँच पॉजिटिव आने पर दें तत्काल सूचना
जबलपुर 24 मई 2020
     बुखार पीड़ित रोगियों की रक्तपट्टी संग्रह, लार्वा पहचान एवं विनष्टीकरण के लिए जिला मलेरिया अधिकारी अजय कुरील द्वारा विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है ।  इसी क्रम में मझौली बी.एम.ओ. डॉ. पारस ठाकुर से उप स्वास्थ्य केन्द्र पड़वार के ग्राम पड़वार के संबंध में चर्चा की गई ।  ग्राम पड़वार में भ्रमण कर बी.ई.ई., एल.एच.व्ही., ए.एन.एम., एम.पी. डब्ल्यू., आशा कार्यकर्त्ता के साथ चर्चा कर गांव में बुखार पीड़ित रोगियों की रैपिड किट, रक्तपट्टी के द्वारा जांच कर पॉजिटिव पाये जाने पर तत्काल इसकी सूचना जिला मलेरिया अधिकारी को देने की हिदायत दी गई है । इसके अलावा साप्ताहिक रिपोर्ट बी.एम.ओ. के माध्यम से जबलपुर जिला मुख्यालय भेजने के निर्देश दिए गये ।
क्रमांक/4527/मई-336/मनोज॥

नगरीय निकायों में क्रियान्वित योजनाओं के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराने के निर्देश
जबलपुर, 24 मई, 2020
प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री नीतेश व्यास ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि नगरीय निकायों में क्रियान्वित की जा रही योजनाओं के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़कों की मरम्मत बरसात के पहले हर हाल में करवाएं। श्री व्यास ने कहा है कि नगरीय निकायों में जल प्रदाय  और सीवरेज परियोजनाओं तथा अन्य कार्यों के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
प्रमुख सचिव श्री व्यास ने कहा है कि समय पर क्षतिग्रस्त सड़कों कि मरम्मत नहीं होने एवं नागरिकों को असुविधा होने पर संबंधित नगर निगम आयुक्त एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी उत्तरदायी होंगे। उन्होंने कहा है कि यदि किसी संविदाकार द्वारा रोड रेस्टोरेशन का कार्य नहीं किया जा रहा है तो निकाय द्वारा यह कार्य अन्य एजेंसी से करवाया जाए और इसमें होने वाले व्यय की कटौती संविदाकार के देयकों से की जाए।
क्रमांक/4528/मई-337/मनोज

मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में डेढ़ लाख से अधिक विद्यार्थी डॉक्टर, इंजीनियर बनने की दहलीज पर
सरकार ने जमा की 326 करोड़ 69 लाख फीस की राशि
जबलपुर, 24 मई, 2020
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मेधावी विद्यार्थियों की पढ़ाई में आने वाले आर्थिक संकट को दूर करने के लिये शैक्षणिक सत्र 2017-18 में शुरू की गई मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना का लाभ लेकर लगभग 1 लाख 52 हजार विद्यार्थी डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, आर्किटेक्ट, बिजनेस मैनेजर आदि बनने की दहलीज पर हैं। गत तीन शैक्षणिक सत्र में एक लाख 52 हजार 278 विद्यार्थियों की 326 करोड़ 69 लाख 85 हजार रूपये की ट्यूशन फीस सरकार द्वारा जमा करवाई गयी है।
मेधावी विद्यार्थियों की शिक्षा के लिये पूरी ट्यूशन फीस देने की यह योजना देश में पहली बार केवल मध्यप्रदेश में लागू की गयी है। यह ऐसी योजना है जिसमें सभी वर्ग के विद्यार्थियों को मेरिट के आधार पर लाभ मिलता है।
योजना में आई.आई.एम. के 22 विद्यार्थियों को 88 लाख 66 हजार 671, मध्यप्रदेश स्थित आई.आई.टी., एन.आई.टी., आई.आई.आई.टी., आई.आई.एस.ई.आर., एन.आई.एफ.टी., एस.पी.ए. के 325 विद्यार्थियों को 4 करोड़ 36 लाख 59 हजार 993 रुपये, मध्यप्रदेश के बाहर के आई.आई.टी., एन.आई.टी., आई.आई.आई.टी., आई.आई.एस.ई.आर., एन.आई.एफ.टी., एस.पी.ए. के 1374 विद्यार्थियों को 12 करोड़ 23 लाख एक हजार 701 रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
 मेडिकल (नीट) के 2832 विद्यार्थियों को 187 करोड़
इसी तरह मेडिकल (नीट) के 2832 विद्यार्थियों को 187 करोड़ 41 हजार 460 रुपये, तकनीकी शिक्षा के 3329 विद्यार्थियों को 21 करोड़ 13 लाख 36 हजार 892 रुपये, क्लैट- एन.एल.आई.यू. के 328 विद्यार्थियों को 5 करोड़ 74 लाख 10 हजार 534 रूपये, जे.ई.ई. रैंक के आधार पर मध्यप्रदेश के बाहर के प्रायवेट कॉलेजों के 251 विद्यार्थियों को 3 करोड़ 59 लाख 70 हजार 724 रुपये, उच्च शिक्षा में एक लाख 38 हजार 790 विद्यार्थियों को 73 करोड़ 38 लाख 79 हजार 774 और अन्य पाठ्यक्रमों के 5027 विद्यार्थियों को 18 करोड़ 35 लाख 17 हजार 358 रुपये की ट्यूशन फीस का भुगतान सरकार द्वारा किया गया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में मध्यप्रदेश के मूलनिवासी विद्यार्थियों को, जिन्होंने माध्यमिक शिक्षा मण्डल भोपाल 12वीं की परीक्षा में 70 प्रतिशत अथवा सीबीएसई/आईएससीएसआई की 12वीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत या उससे अधिक अंकों से उत्तीर्ण की हो, को लाभ मिलता है। विद्यार्थियों के अभिभावकों की वार्षिक आय 6 लाख रूपये से कम होना चाहिए। इन विद्यार्थियों की पूरी ट्यूशन फीस शासन द्वारा जमा की जाती है।
क्रमांक/4529/मई-338/मनोज

लॉकडाउनमें गेहूं का उपार्जन हुआ सबसेटॉप
जबलपुर, 24 मई, 2020
वैश्विक महामारी कोरोना के चलते इस बार सरकार को लॉकडाउन लागू करना पड़ा, लेकिन प्रदेश के किसानों की मेहनत और उनका जज्बा इस बार सबसे हाई रहा। यही वजह है कि मध्यप्रदेश के इतिहास में इस बार सबसे ज्यादा गेहूं खरीदी दर्ज की गई। गेहूं खरीदी के मामले में मध्यप्रदेश पंजाब के बाद देश में दूसरे स्थान पर है। इस व्यापक संकट में भी गेहूं विक्रय के लिये 20 मई तक19.52 लाख किसानों ने पंजीयन कराया, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा है। वहीं पंजीकृत किसानों के उपार्जन केंद्रों में पहुंचने पर भी उत्साहजनक वृद्धि देखने को मिली। गत वर्ष 19.81 लाख पंजीकृत किसानों में से 9.66 लाख यानी 49 प्रतिशत किसानों ने ही वास्तविक तौर पर उपार्जन केंद्रों में जाकर अपनी फसल बेची थी, लेकिन इस वर्ष 20 मई तक 19.52 लाख किसानों में 13.87 किसान यानी 71 प्रतिशत किसानों ने खुद उपार्जन केंद्र जाकर अपनी फसल का विक्रय किया। इस बार किसानों को अपनी फसल बेचने के लिये अन्य माध्यम जैसे सौदा पत्रक और प्राइवेट खरीदी केंद्र की व्यवस्था भी की गई, लेकिन उपार्जन केंद्रों पर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की गई सुदृढ़ व्यवस्था और अन्य सेवाओं के कारण किसानों ने प्राथमिकता से उपार्जन केंद्रों पर जाकर अपनी फसल का सौदा किया।
  • पिछले पांच में वर्षों में इस बार पोर्टल पर सबसे ज्यादा 19.52 लाख  किसान हुये पंजीकृत
  • व्यवस्था और अन्य सरकारी उपायों के कारण उपार्जन केंद्र बने किसानों की पहली पसंद
  • भारी वृद्धि के साथ पंजीकृत किसानों में से 71 प्रतिशत किसान पहुंचे उपार्जन केंद्र
  • रिकार्ड 15 लाख किसानों से 110 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा का उपार्जन
  • 85 प्रतिशत उपार्जित फसलों का सुरक्षित परिवहन और भंडारण
  • 12 लाख किसानों को 12 हजार करोड़ रुपये का हुआ भुगतान
गत वर्ष इसी अवधि में प्रदेश के किसानों से 73.65 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया गया था, लेकिन इस बार अब तक 15 लाख किसानों से 110 लाख मीट्रिक टन का उपार्जन किया जा चुका है। अभी भी मई माह को पूरा होने में कुछ दिन बचे हैं। ऐसे में निश्चित तौर पर उपार्जन का यह रिकार्ड और मजबूत होगा, जो अपने आप में एक कीर्तिमान स्थापित करेगा। खरीदी के साथ-साथ किसानों का भुगतान भी जल्द से जल्द किया जा रहा है। समर्थन मूल्य में उपार्जित गेहूं के विरुद्ध 22 मई तक 12 लाख किसानों को 12 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। सरकार द्वारा भंडारण की भी समुचित व्यवस्था की गई हैं, अब तब उपार्जित गेहूं का 85 प्रतिशत परिवहन कर सुरक्षित भंडारण कराया जा चुका है। उपार्जन और भुगतान की प्रक्रिया सतत रूप से जारी हैश्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अनुसार प्रदेश के किसानों से उनकी उपज का एक-एक दाना खरीदा जायेगा।
क्रमांक/4530/मई-339/मनोज