News.23.05.2020_C


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
संभागायुक्त ने किया क्षतिग्रस्त पाइप लाइन के सुधार कार्य का निरीक्षण
जबलपुर, 23 मई, 2020
     संभागायुक्त एवं नगर निगम प्रशासक श्री महेशचन्द्र चौधरी ने आज रमनगरा जल शोधन संयंत्र की पाइप लाइन की मरम्मत के कार्य का निरीक्षण किया और आम जनता को हो रही कठिनाई को देखते हुए जल्दी से जल्दी इस कार्य को पूरा करने के निर्देश दिये हैं ।
     श्री चौधरी ने मौके पर मौजूद निगम अधिकारियों को क्षतिग्रस्त पाइप लाइन का सुधार कार्य को चौबीस घंटे चालू रखने और गुणवत्ता पर खास ध्यान देने की हिदायत दी है । संभागायुक्त ने पाइप लाइन की मरम्मत के लिए जिम्मेदार नगर निगम के अधिकारियों एवं ठेकेदार कंपनी के प्रतिनिधियों को भी मौके पर ही मौजूद रहने के निर्देश दिये हैं ।
     संभागायुक्त ने निरीक्षण के दौरान रमनगरा जल शोधन संयंत्र की पाइप लाइन में बार-बार हो रहे लीकेज को देखते हुए इससे संबंधित क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था हेतु कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश भी निगम अधिकारियों को दिये । संभागायुक्त के निरीक्षण के दौरान नगर निगम के अपर आयुक्त रोहित कौशल भी मौजूद थे ।
क्रमांक/4513/मई-322/जैन

बेटों की मदद से हस्तचालित उपकरण चला रहे थे छिंदवाड़ा के कृषक जयदेव
जबलपुर, 23 मई, 2020
     छिंदवाड़ा शहर के वार्ड नंबर 25 साबलेवाड़ी निवासी कृषक जयदेव दास द्वारा अपने बेटों की मदद से डोरा नामक हस्तचालित कृषि उपकरण के माध्यम से खेत के खरपतवार निकालने के प्रकाशित छायाचित्र के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर छिंदवाड़ा सौरभ कुमार सुमन ने मौके का जायजा लेने के लिए कृषि विभाग के उप संचालक जे.आर. हेडाऊ, उप संचालक उद्यानिकी एम.एल. उइके को तत्काल स्थल निरीक्षण कर वास्तविक तथ्य और वस्तुस्थिति की जानकारी हासिल करने के निर्देश दिए ।
कलेक्टर श्री सुमन द्वारा दिये गये निर्देशों के परिपालन में उप संचालक कृषि व उप संचालक उद्यानिकी ने मौके पर जाकर किसान जयदेव से बातचीत कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया तथा यह पाया कि जिला मुख्यालय पर छिन्दवाड़ा नगर के वार्ड नंबर-25 साबलेवाडी के निवासी कृषक श्री जयदेव दास के पास लगभग ढाई एकड़ सिंचित जमीन है, पक्का मकान है और सिंचाई के लिये कुआं पंप भी है। साथ ही दो स्वस्थ बैल भी हैं। अभी उन्होंने अपने खेत के कुछ भाग में भिंडी की फसल भी लगाई है, यहां से खरपतवार को हटाने के लिए डोरा नामक हस्त चलित उपकरण का प्रयोग किया गया है । इस उपकरण में बैल नहीं जोता जा सकता है, उसे सिर्फ हाथ से ही खींचा जा सकता है, क्योंकि यदि उसमें बैल जोता जायेगा तो बैल के खुर से फसल बर्बाद हो सकती है। उपसंचालक कृषि श्री हेडाऊ द्वारा कृषक के खेत की जुताई के लिये ट्रैक्टर भी पहुंचाया गया, लेकिन किसान श्री दास ने ट्रैक्टर से खेत की जुताई के लिये मना कर दिया, क्योंकि ट्रैक्टर से जुताई करने पर उसकी फसल बर्बाद हो जाती ।
इस प्रकार हल में बैल की जगह अपने बेटों से हल खींचकर खेत की जुताई संबंधी जानकारी को छिंदवाड़ा जिला प्रशासन ने झूठी, भ्रामक, तथ्यहीन और वास्तविकता से परे बताया है । सच यह है कि हस्तचालित कृषि उपकरण डोरा में बैल की जुताई से बोई गई फसल के कुचले जाने की संभावना थी इसलिए बैल के स्थान पर किसान जयदेव ने बेटों की मदद ली ।
क्रमांक/4514/मई-323/मनोज




कोरोना को तकनीक से मात देने
आईटी पार्क के हुनरमंदों ने बनाई एमिओन्स मशीन
जबलपुर, 23 मई, 2020
कोरोना सहित अन्य वायरस और हानिकारक बैक्टीरिया को तकनीक से मात देने के लिए आई.टी. पार्क के प्रोजेक्ट इंजीनियर अभिषेक मुद्गल और पी.के. दीक्षित के मार्गदर्शन में एमिओन्स (AMions) नामक एक अत्याधुनिक मशीन निर्मित की गई है । इस मशीन के द्वारा हर तरह के वायरस और बैक्टीरिया या दूसरे किसी भी हानिकारक गैस और तत्वों को हवा से निकालकर शुद्ध हवा प्राप्त कर सकते हैं।
आई.आई.टी. खड़गपुर एवं भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय में सलाहकार रह चुके और एमिओन्स मशीन निर्माण टीम के शिवांशु मेहता एवं गौरव विश्वकर्मा ने आज कलेक्टर भरत यादव के समक्ष मशीन की कार्यप्रणाली के बारे में बताया कि इस मशीन के निश्चित दायरे में जब हवा प्रवेश करती है तब उसमें मौजूद गैसों से हाइड्रोक्सी कंपाउंड बनते हैं जिसमें हाइड्रोजन पॉजिटिव आयन से और ऑक्सीजन नेगेटिव आयन से चार्ज होता है जब यह  चार्ज  गैस हवा में फैलता है, तब यह रिएक्टिव हाइड्रॉक्साइड हवा में मौजूद कोरोना वायरस के प्रोटीन आवरण को तोड़ देता है । जिसके बाद यह वायरस खत्म हो जाता है और यही प्रक्रिया अन्य दूसरे वायरस और बैक्टीरिया के साथ भी होती है और इस तरह से हम एक बंद कमरे, हॉस्पिटल, ऑफिस, स्कूल या अपने घरों से इस वायरस को फैलने से रोक सकते हैं यह एक बहुत ही शक्तिशाली और कारगर मशीन है जिसके द्वारा एक बड़े एरिया को वायरस से मुक्त किया जा सकता है । साथ ही यह मशीन कोरोना संक्रमित व्यक्ति के लंग्स फंक्शन को अच्छा करती है | इस  तकनीक  को SARS CO1 और MERS  जैसे पुराने कोरोना वायरस को रोकने के लिए 2004 में इस्तेमाल किया गया था |
जल्दी ही मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ प्रदीप कसार एवं उनकी टीम मशीन का डेमोंस्ट्रेशन देखेंगे फिर उसे आईसीएमआर को स्वीकृति के लिए भेजा जावेगा।
क्रमांक/4515/मई-324/जैन

प्रतिभूति राशि प्रस्तुत करने के प्रकरणों में 24 मई तक अंतिम निर्णय लेने के निर्देश
जबलपुर, 23 मई, 2020
    वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा कोविड-19 वायरस के फैलाव एवं संक्रमण रोकने के लिये किये गये लॉकडाउन में उत्पन्न परिस्थितियों के मद्देनजर सभी जिला कलेक्टर्स को निर्देशित किया है कि मदिरा दुकानों के संचालन के लिये प्रतिभूति राशि प्रस्तुत करने संबंधी व्यवस्था का पालन करने के संबंध में अनुज्ञप्तिधारियों को जारी कारण बताओ सूचना-पत्र के प्रकरणों में 24 मई, 2020 तक अंतिम निर्णय नहीं लिया जाए। वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा इस संबंध में स्पष्ट किया गया है कि आबकारी नीति में परिवर्तन के संबंध में शासन स्तर पर कार्यवाही प्रचलित है। इसलिये यह निर्देश दिये गये हैं। विभाग द्वारा पूर्व में इन प्रकरणों में 22 मई, 2020 तक अंतिम आदेश पारित किये जाने के निर्देश जारी किये गये थे।
क्रमांक/4516/मई-325/मनोज॥

चना, मसूर, सरसो प्रतिदिन प्रति किसान उपार्जन सीमा समाप्त होगी: मंत्री श्री पटेल
केन्द्रीय कृषि मंत्री से दूरभाष पर हुई चर्चा
जबलपुर, 23 मई, 2020
किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने भोपाल में बताया है कि सरकार प्रतिदिन प्रति किसान उपार्जन सीमा में वृद्धि के लिये प्रयासरत है। उन्होंने केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर से भारत सरकार की समर्थन मूल्य स्कीम अंतर्गत प्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2020-21 में चना, मसूर, सरसो के उपार्जन संबंधी सीमा को समाप्त करने का दूरभाष पर चर्चा कर अनुरोध किया।
मंत्री श्री पटेल ने बताया कि वर्तमान में समर्थन मूल्य पर प्रतिदिन प्रति किसान 40 क्विंटल चना, मसूर, सरसो का उपार्जन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को एक से अधिक बार मण्डियों में आकर परेशान होना पड़ता है। मंत्री श्री पटेल ने बताया कि उन्होंने केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर को कोविड-19 संक्रमण के दौरान उपार्जन में आने वाली दिक्कतों से अवगत कराया। श्री पटेल ने कहा कि बार-बार खरीदी केन्द्र में आने के कारण किसानों को असुविधा हो रही है। उपार्जन सीमा में वृद्धि होने से किसानों को होने वाले लाभों से अवगत कराया गया। श्री पटेल ने बताया कि केन्द्रीय कृषि मंत्री द्वारा किसानों के हित में सकारात्मक निर्णय लिये जाने को आश्वस्त किया गया है।
क्रमांक/4517/मई-326/मनोज॥

पीढ़ियों का ज्ञान प्रतियोगिता में बुजुर्ग साझा करेंगे अनुभव
24 मई से होगी प्रतियोगिता
जबलपुर, 23 मई, 2020
लॉकडाउन अवधि में संभावित लर्निंग लॉस को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा डिजिटल लर्निंग के विभिन्न माध्यमों का उपयोग कर शैक्षणिक कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिये कई कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। अभिभावकों में बच्चों की शिक्षा के प्रति रूचि जागृत करने के प्रयास के क्रम में 17 मई से प्रारंभ कार्यक्रम के द्वितीय सप्ताह में 'पीढ़ियों का ज्ञान' प्रतियोगिता में विद्यार्थियों के परिवार के बुजुर्ग सहभागिता करेंगे।
पीढ़ियों का ज्ञान
'पीढ़ियों का ज्ञान' विषय पर द्वितीय सप्ताह में 24 से 30 मई तक आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में विद्यार्थियों के घर के वरिष्ठ सदस्य जैसे- दादा-दादी, नाना-नानी, ताऊ-ताई भाग लेंगे। वरिष्ठ सदस्य एक से दो पेज में अपने जीवन के कोरोना जैसी आपदा के अनुभवों को लिखकर भेजेंगे जिनका उन्होंने पूर्व में सामना किया हो। वर्तमान लॉकडाउन में उन्होंने कैसे अपने घर/परिवार के विद्यार्थी बच्चों को अनुभवों की सीख प्रदान की या उन्हें शैक्षिक प्रोत्साहन प्रदान किया।
प्रतियोगिता में प्रविष्टि के लिये प्रतिभागी अपने एक फोटो और व्यक्तिगत विवरण जैसे- नाम, पदनाम, पदस्थ संस्था व स्कूल, स्मार्ट मोबाइल नम्बर एवं पते के साथ व्हाट्स एप नम्बर 9968556947 पर संबंधित प्रतियोगिता की अंतिम तिथि तक प्रेषित कर सकेंगे।
क्रमांक/4518/मई-327/मनोज॥