News.16.05.2020_B


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
बिहार के मजदूरों को लेकर जबलपुर से 18 को सीतामढी जायेगी
श्रमिक स्पेशल ट्रेन
जबलपुर, 16 मई, 2020
     जबलपुर में लॉकडाउन में रूक गये बिहार के मजदूरों को लेकर जबलपुर से श्रमिक स्पेशल ट्रेन सोमवार 18 मई को सीतामढ़ी रवाना होगी ।
     कलेक्टर भरत यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार राज्य शासन के विशेष प्रयासों से इस ट्रेन को रवाना करने के लिए रेल्वे ने तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं । जबलपुर से श्रमिक स्पेशल ट्रेन को भेजने की बिहार सरकार से भी रेल्वे को अनापत्ति प्राप्त हो चुकी है । श्री यादव ने बताया कि ट्रेन से बिहार जाने के लिए अभी तक करीब एक हजार मजदूरों द्वारा पंजीयन कराया जा चुका है । उन्होंने जानकारी दी कि सोमवार 18 मई को रवाना होने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन का समय रेल्वे द्वारा तय किया जायेगा । यह ट्रेन छपरा और मुजफ्फरपुर स्टेशन पर भी रूकेगी ।
     कलेक्टर ने बताया कि सीतामढ़ी जाने वाली इस ट्रेन से अपने गृह प्रदेश जाने के इच्छुक व्यक्तिों को तत्काल कोरोना कंट्रोल रूम के दूरभाष क्रमांक 0761-2637500 पर संपर्क कर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा । ताकि सभी जरूरी व्यवस्थायें समय रहते पूरी की जा सकें । ट्रेन से छपरा, मुजफ्फरपुर या सीतामढ़ी की यात्रा के लिए प्रत्येक व्यक्ति को 510 रूपये किराया का भुगतान करना होगा ।  किराये की यह राशि बिहार सरकार द्वारा उन्हें वहां पहुँचने पर वापस की जायेगी ।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से अब तक साढ़े चौदह हजार प्रवासी मजदूर आये:-
     राज्य शासन के विशेष प्रयासों से अन्य राज्यों में फंसे मध्यप्रदेश के नागरिकों को वापस लाने के लिए चलाई जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से आज शाम तक करीब 14 हजार 510 प्रवासी मजदूरों का जबलपुर आगमन हो चुका है ।  आठ मई से 16 मई के बीच चलाई गई इन 18 ट्रेनों में यहां आये यात्रियों में जबलपुर जिले के 1 हजार 377 श्रमिक शामिल थे । जबकि अन्य जिलों के प्रवासी मजदूरों की संख्या 13 हजार 133 है ।  दूसरे जिलों के प्रवासी मजदूरों को जबलपुर रेल्वे स्टेशन से 88 बसों के माध्यम से उनके गृह जिला भेजा गया है ।
क्रमांक/4404/मई-213/जैन


ई-पास की पेंडेंसी खत्म
अब तक जारी हुए 19 हजार 791 ई-पास
जबलपुर, 16 मई, 2020
     राज्य शासन के निर्देशानुसार लॉकडाउन के दौरान विशेष परिस्थितियों में जिले या राज्य के बाहर जाने की अनुमति प्राप्त करने नागरिकों से ई-पास पोर्टल पर अब तक प्रापत हुए सभी आवेदनों का निराकरण जिला प्रशासन द्वारा कर दिया गया है ।
     जिला प्रशासन द्वारा ई-पास जारी करने के लिए जिला स्तरीय कंट्रोल रूम प्रभारी अधीक्षक भू-अभिलेख ललित ग्वालवंशी को प्रभारी बनाया गया है । श्री ग्वालवंशी के मुताबिक अभी तक ई-पास पोर्टल पर 30 हजार 391 आवेदन प्राप्त हुए थे । इनमें से सभी आवेदनों का निराकरण कर दिया गया है ।  अब ई-पास की अनुमति जारी करने के लिए कोई भी आवेदन जिला प्रशासन के पास लंबित नहीं है।
     श्री ग्वालवंशी के मुताबिक ई-पास पोर्टल पर जबलपुर जिले से दूसरे जिलों अथवा राज्य के बाहर जाने की अनुमति प्रदान के लिए प्राप्त हुए आवेदनों में से 17 हजार 791 ई-पास जारी किये गये हैं । जबकि 10 हजार 596 आवेदनों को सही जानकारी नहीं दिये जाने अथवा आवश्यक दस्तावेज अपलोड नहीं किये जाने की वजह से निरस्त किया गया है । उन्होंने बताया कि चार आवेदन अभी भी राज्य स्तर पर अनुमोदन के लिए लंबित हैं ।
     अधीक्षक भू-अभिलेख के मुताबिक ई-पास पोर्टल पर प्राप्त हुए आवेदनों के निराकरण के लिए कलेक्टर भरत यादव के निर्देश पर देर रात तक कंट्रोल रूम में बैठकर उनकी टीम द्वारा काम किया जा रहा है ।
क्रमांक/4405/मई-214/जैन

बकाया वेतन और छंटनी संबंधी 67 शिकायतें निराकृत
जबलपुर 16 मई 2020
            लॉकडाउन अवधि में सहायक श्रमायुक्त जेएस उद्दे को नियोजकों के विरूद्ध वेतन भुगतान नहीं करने और छंटनी करने सहित अन्य मामलों की कुल 74 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें से 67 शिकायतों का निराकरण किया जा चुका है। शेष 7 शिकायतों के निपटारे की प्रक्रिया प्रचलित है। श्री उद्दे ने बताया कि बकाया वेतन से संबंधित 61 प्राप्त शिकायतों में से 54 निराकृत हो गई हैं, जबकि शेष 7 शिकायतों में नियोजकों से चर्चा की गई तो नियोजकों द्वारा वेतन भुगतान हेतु समय चाहा गया है। तय समय पर वेतन भुगतान नहीं करने वाले संस्थानों के नियोजकों के विरूद्ध श्रम न्यायालय में प्रकरण दायर किया जाएगा।   
क्रमांक/4406/मई-215/मनोज॥

डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया के प्रति लोगों को जागरूक करने प्रचार रथ रवाना
जबलपुर, 16 मई, 2020
     राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर आज डॉ. मनीष मिश्रा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने विक्टोरिया अस्पताल से प्रचार-प्रसार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया ।  प्रचार रथ डेंगू, चिकनगुनिया केसों की अधिकता वाले क्षेत्र गढ़ा, गोहलपुर एवं रांझी में रवाना किये गये ।  शासन के निर्देशानुसार नगर निगम के सहयोग से कचरा और सेनेटाइजिंग वाहन में फ्लैक्स एवं माइकिंग के द्वारा संपूर्ण जबलपुर में डेंगू व चिकनगुनिया की रोकथाम का प्रचार-प्रसार जनसमुदाय में किया गया । इस अवसर पर डॉ. राजकुमार चौधरी सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक, डॉ. संजय जैन आरएमओ, अजय कुरील जिला मीडिया व मलेरिया अधिकारी, डॉ. के.के. वर्मा एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे ।
डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया की रोकथाम हेतु उपाय:-
     छत एवं घर के आसपास अनुपयोगी सामग्री में पानी जमा न होने दें । सप्ताह में एक बार अपने टंकी, डिब्बा, बाल्टी आदि का पानी खाली कर दें और अच्छी तरह से धोकर सुखाकर उपयोग में लायें । सप्ताह में एक बार अपने कूलर का पानी खाली कर साफ करें एवं सुखाकर पानी भरें । पानी के बर्तन टंकियों आदि को ढककर रखें । हैण्डपंप और पानी के स्त्रोतों के आसपास पानी एकत्रित होने न दें । घर के आसपास के गड्ढों को मिट्टी से भर दें । पानी भरे रहने वाले स्थानों पर मिट्टी का तेल या जले हुए आइल डालें । मच्छरों के बचाव के लिए फुल बांह के कपड़े पहने । मच्छर को भगाने के लिए नीम का धुंआ करें एवं अन्य कीटनाशक का भी उपयोग कर सकते हैं । मच्छरों से होने वाले रोगों से बचाव के लिए सदैव मच्छरदानी का उपयोग करें एवं अपने घर की दरवाजे, खिड़कियों में मच्छररोधी जाली का उपयोग करें । बुखार आने पर शासकीय चिकित्सालयों में खून की जाँच करायें यह पूर्णत: नि:शुल्क है ।
क्रमांक/4407/मई-216/मनोज

लॉकडाउन में फंसे तीन दिव्यांग युवाओं को भेजा सिवनी
जबलपुर, 16 मई, 2020
लॉकडाउन में जबलपुर में फंसे तीन दिव्यांग युवाओं प्रशांत उइके, संदीप चौधरी और रोहित चौधरी को आज जिला प्रशासन द्वारा वापस उनके घर सिवनी भेजा गया ।  ये तीनों युवा श्रवण बाधित दिव्यांग हैं और सिवनी जिले के निवासी है, जो लॉकडाउन की वजह से पिछले कई दिनों से अपने घर नहीं जा पा रहे थे । तीनों जबलपुर में ही रह रहे थे । इनमें प्रशांत उइके श्रवण बाधितार्थ स्कूल का छात्र है जबकि रोहित चौधरी और संदीप चौधरी यहां निजी कंपनियों में कार्यरत थे । जबलपुर में इनके फंसे रहने की सूचना आयुक्त नि:शक्त जन मध्यप्रदेश संदीप रजक के माध्यम से संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय आशीष दीक्षित को प्राप्त हुई   उन्होंने बच्चों से फौरन संपर्क किया और वाहन भेजकर उन्हें रेलवे स्टेशन बुलाया तथा वहां से सिवनी जाने वाली बस से उनके घर  रवाना किया । श्री दीक्षित ने बच्चों के माता-पिता को सूचित करते हुए सिवनी के सामाजिक न्याय विभाग अधिकारी को भी बच्चों को सुरक्षित घर  पहुंचाने हेतु निर्देशित किया। बच्चों के माता-पिता ने जबलपुर कलेक्टर श्री भरत यादव और जिला प्रशासन को उनके मानवीय दृष्टिकोण के लिए आभार व्यक्त किया।
क्रमांक/4410/मई-219/जैन

वेतन का भुगतान नहीं करने पर तीन स्कूलों को नोटिस

जबलपुर, 16 मई, 2020
     स्कूल शिक्षकों को लॉकडाउन के दौरान का वेतन न देने या कम वेतन का भुगतान करने की प्राप्त शिकायतों पर कलेक्टर भरत यादव ने तीन निजी शैक्षणिक संस्थाओं के प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिन के भीतर जवाब मांगा है ।  इन शैक्षणिक संस्थाओं में धनवंतरी नगर स्थित नालंदा पब्लिक स्कूल, नागपुर रोड तिलवारा स्थित डी.पी.एस. स्कूल तथा क्राइस्ट चर्च गर्ल्स एवं बॉयज स्कूल शामिल हैं ।
     कलेक्टर द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस में मध्यप्रदेश शासन के स्कूल शिक्षा विभाग के शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टॉफ को लॉकडाउन की अवधि के वेतन का भुगतान के निर्देशों का हवाला भी दिया गया है ।
     नोटिस में इन स्कूलों के प्रबंधन को शिक्षकों एवं गैर शैक्षणिक स्टॉफ को वेतन का पूरा भुगतान करने की हिदायत दी गई तथा सात दिन के भीतर नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर मान्यता समाप्त करने की कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी गई है ।
     ज्ञात हो कि क्राईस्ट चर्च स्कूल प्रबंधन के संस्था के शिक्षकों एवं कर्मचारियों को तीन माह का वेतन नहीं देने के निर्णय की, नालंदा पब्लिक स्कूल द्वारा माह अप्रैल के वेतन में कटौती करने की और डीपीएस स्कूल द्वारा फरवरी और मार्च माह का वेतन नहीं दिये जाने की शिकायतें जिला प्रशासन को प्राप्त हुई थी ।
क्रमांक/4411/मई-220/जैन

अब तक 3 लाख 84 हजार श्रमिकों की वापसी
जबलपुर 16 मई 2020
अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल रूम श्री आईसीपी केशरी ने जानकारी दी है कि कोरोना संकट के कारण विभिन्न प्रदेशों में फंसे मध्यप्रदेश के करीब 3 लाख 84 हजार श्रमिक अब तक वापस चुके हैं।
अभी तक  आईं 85 ट्रेन
श्री केशरी ने बताया है कि मध्यप्रदेश में श्रमिकों को लेकर अब तक 85 ट्रेन विभिन्न स्थानों पर चुकी हैं। दिनांक 15 मई को तीन 3 ट्रेन महाराष्ट्र और एक-एक ट्रेन पंजाब, गुजरात, आंध्रप्रदेश गोवा से आईं। दिनांक 14 मई को एक ट्रेन हबीबगंज से कटनी, सतना होते हुए रीवा गई है। इसमें अनूपपुर और सिंगरौली के भी विद्यार्थी हैं।
100 ट्रेनों का रिक्विजिशन
मध्य प्रदेश से अभी तक 100 ट्रेनों का रिक्विजिशन भेजा जा चुका है। दो-दो ट्रेन बिहार और जम्मू कश्मीर के लिए भी मांगी गई हैं।
 उत्तर प्रदेश की सीमा तक पहुंचाने 500 बसें और
प्रदेश के सीमा पर रहे अन्य प्रदेशों के श्रमिकों को उत्तर प्रदेश की सीमा तक पहुंचाने के लिए आज से 500 बसें और लगा दी गई हैं। इस तरह से अब तक श्रमिकों के परिवहन के लिए 11300 बसें लगाई जा चुकी हैं।
क्रमांक/4408/मई-217/मनोज॥

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रवासी श्रमिकों के सुरक्षित आवागमन के लिए सात मुख्यमंत्रियों को लिखा पत्र
श्रमिकों की संख्या और पहुँचने का समय पहले बतायें ताकि व्यवस्था नहीं बिगड़े 
जबलपुर, 16 मई, 2020
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश से होकर गुजरने वाले श्रमिकों की समय पर जानकारी देने के लिए सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना, झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में कहा है कि श्रमिकों के आवागमन में व्यवहारिक कठिनाई यह हो रही है कि मध्यप्रदेश को ये पता नहीं चलता है कि अन्य राज्यों से कितने श्रमिक किस माध्यम से किस समय मध्यप्रदेश की सीमा पर आने वाले हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पत्र में कहा कि इन श्रमिकों के लिए भोजन, वाहन और दवाओं आदि की निशुल्क व्यवस्था मध्यप्रदेश शासन द्वारा की जाती है। श्रमिकों के आवागमन की पूर्व सूचना होने से कई बार अधिक संख्या में श्रमिक जाने के कारण व्यवस्था गड़बड़ा जाती है और श्रमिक कई बार विचलित होकर कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न करते हैं तथा श्रमिको को भी इससे कठिनाईयां होती है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सातों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अनुरोध किया है कि उनके राज्यों से प्रवास करने वाले श्रमिकों की संख्या, वाहनों की संख्या तथा मध्यप्रदेश की सीमा पर पहुंचने का समय मध्यप्रदेश सरकार को पहले से सूचित करने की व्यवस्था अपने-अपने राज्यों में सुनिश्चित करांये ताकि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर मध्यप्रदेश सरकार कर सके।
मुख्यमंत्रियों को भेजे पत्र में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि कोरोना से निपटने के लिए घोषित देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान देश के विभिन्न भागों से बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक निकलकर अपने-अपने राज्यों में जा रहें है। मध्यप्रदेश की भौगौलिक स्थिति देश के केन्द्र में होने के कारण विभिन्न राज्यों से उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड तथा अन्य कई प्रदेशों में जाने वाले श्रमिक मध्यप्रदेश से गुजर रहें है। मध्यप्रदेश सरकार अपनी सीमा पर आने वाले इन प्रवासी श्रमिकों को वाहन, भोजन, दवाएं आदि निशुल्क उपलब्ध करा रही है।
मध्यप्रदेश सरकार ने मध्यप्रदेश से होकर दूसरे राज्यों को जाने वाले श्रमिकों को सीमा तक सुरक्षित छोड़ा जा रहा है। इस व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में सीमावर्ती जिलों में बसों की व्यवस्था की गई है मार्गों में ट्राजिंट कैम्प बनायये गये है। केवल अन्य राज्यों के श्रमिकों को मध्यप्रदेश की सीमा से दूसरें राज्य की सीमा तक पहुंचाने के लिए एक हजार बसें लगाई गई है। मध्यप्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रदेश की धरती पर कोई श्रमिक पैदल चले। श्रमिकों के खाने का भी इंतजाम किया गया है।
करीब 3.84 लाख श्रमिक मध्यप्रदेश लाये गये
अन्य राज्यों में फंसे मध्यप्रदेश के लगभग 3.84 लाख श्रमिकों को बसों और ट्रेनों से प्रदेश लाया गया है। लगभग एक लाख 6 हजार मजदूरों को 85 ट्रेनों से प्रदेश लाया गया है। प्रदेश के अंदर विभिन्न जिलों से भी श्रमिकों को उनके गृह जिलों में पहुंचाया गया है। सड़क मार्ग से लगभग 2 लाख 80 हजार श्रमिकों को सुरक्षित मध्यपदेश लाया गया है। प्रदेश के भीतर श्रमिकों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 11 हजार 300 सौ बसें लगाई गई है। श्रमिकों को मध्यप्रदेश लाने का सिलसिला सतत जारी है।
क्रमांक/4409/मई-218/मनोज