संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
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वापस आये
प्रवासी मजदूरों का पंजीयन आज से
कलेक्टर
ने कहा पंजीयन के साथ-साथ प्रवासी मजदूरों को रोजगार भी दिलायें
जबलपुर, 26 मई, 2020
कलेक्टर भरत यादव ने जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन
अधिकारी एवं नगरीय निकायों के सीएमओ को 27 मई से 3 जून तक ग्राम पंचायत एवं वार्ड स्तर
पर शिविर लगाकर प्रवासी मजदूरों का संबल योजना व कर्मकार मंडल की योजना के तहत पंजीयन करने के निर्देश दिए हैं । श्री यादव आज
कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में इस बारे में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे । कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक
में नगर निगम आयुक्त आशीष कुमार एवं जिला पंचायत के सीईओ भी मौजूद थे । कलेक्टर श्री
यादव ने बैठक में कहा कि बाहर से वापस आये
प्रवासी मजदूर जिले के लिये एक ऐसा अच्छा अवसर है जिसका इस्तेमाल कर हम कुशल श्रमिकों की अपनी आवश्यकता और दूसरों जिलों
पर अपनी निर्भरता कम कर सकेंगे ।
श्री यादव ने बैठक में मौजूद अभी अधिकारियों को प्रवासी मजदूरों के पंजीयन के लिये निर्धारित प्रारूप
में एकत्र की गई जानकारी सम्बल एप में दर्ज करने के निर्देश दिए हैं । उन्होंने कहा
कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये मनरेगा के
तहत जलसंरक्षण के कार्य प्रारम्भ कराये जायें तथा पूर्व में बनाई गई जल संरक्षण की
संरचनाओं को सुदृढ़ करने के कार्य प्रारम्भ किये जा सकते हैं । उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों को गर्मियों में ली जाने
वाली फसलों की कटाई के काम का प्रशिक्षण भी दिया जा सकता है ।
बैठक में प्रवासी मजदूरों के पंजीयन के दौरान कुशल, अर्ध
कुशल और अकुशल श्रेणी के साथ-साथ दूसरे राज्यों में वे किस सेक्टर में काम कर रहे थे
इसकी जानकारी लेने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिये । श्री यादव ने कहा कि प्रवासी मजदूरों
का संबल योजना और श्रम कर्मकार मंडल की योजनाओं के तहत पंजीयन का कार्य सिर्फ एक औपचारिकता
नहीं होनी चाहिए बल्कि यह सोचकर पंजीयन के इस कार्य को अंजाम देना होगा कि किस तरह
प्रवासी मजदूरों को उनकी योग्यता और कौशल के मुताबिक उन्हें रोजगार मुहैय्या कराया
जा सके । ताकि उन्हें दोबारा घर छोड़कर दूसरे जिलों या राज्यों में काम की तलाश में
न जाना पड़े ।
बैठक में बताया गया कि जबलपुर जिले के ग्रामीण और शहरी
क्षेत्र में करीब 12 हजार प्रवासी मजदूरों की वापसी हुई है । बैठक में जिला व्यापार
एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक देवब्रत मिश्रा, जिला शहरी विकास अभिकरण के परियोजना
अधिकारी दिनेश त्रिपाठी भी मौजूद थे ।
क्रमांक/4555/मई-364/जैन
कोरोना से
स्वस्थ होने पर आज दस व्यक्ति हुए डिस्चार्ज
जबलपुर, 26 मई, 2020
कोरोना से स्वस्थ होने पर डेढ़ माह के बच्चे और उसकी माँ
सहित पांच व्यक्तियों को मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से और पाँच व्यक्तियों
को सुखसागर कोविड केयर हॉस्पिटल से आज मंगलवार को डिस्चार्ज कर दिया गया है ।
इस तरह कोरोना से स्वस्थ होने पर आज दस लोगों को कोविड
हॉस्पिटल और कोविड केयर सेंटर से छुट्टी दी गई
। अब जबलपुर में अभी तक मिले 216 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 160 स्वस्थ हो
चुके हैं । इनमें से नौ की मृत्यु हो गई है । इस प्रकार जबलपुर में कोरोना के एक्टिव
केस अब 47 रह गये हैं ।
मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल से कोरोना से
स्वस्थ होने पर आज डिस्चार्ज किये गये पाँचो व्यक्तियों की पन्द्रह या अधिक दिन की
आईसोलेशन की अवधि पूरी हो चुकी थी । इनके दोनों रिपीट सेम्पल भी निगेटिव प्राप्त हुए
थे । इनमें से तीन व्यक्तियों 30 वर्षीया शारून अंसारी और डेढ़ माह का उसका बेटा तथा
बत्तीस वर्षीय मोहम्मद अमीन को छुट्टी देकर उनके घर भेज दिया गया है । जबकि दो व्यक्ति
62 वर्षीय मोहम्मद राशिद और 30 वर्ष की शिरीन को मेडिकल कॉलेज के आईसीयू वार्ड
में शिफ्ट किया गया है ।
सुखसागर कोविड
केयर सेंटर से आज मंगलवार को डिस्चार्ज किये गये पाँचों व्यक्तियों में 50 वर्षीय
मुहिबुल्लाह, 60 वर्षीय मुजाहिदा बी, 40 वर्षीय राशिदा बेगम, 38 वर्षीय एम.एम. शाहिद
एवं 41 वर्षीय दीपक सिंह को नई गाईड लाइन के अनुसार दस दिन की आइसोलेशन की अवधि पूरी
होने तथा कोई लक्षण नही दिखाई देने पर छुट्टी दी गई है । कोरोना से स्वस्थ हुए इन पाँचों
को अगले सात दिन क्वारेन्टीन में रहना होगा । इसके लिये उन्हें सुखसागर क्वारेन्टीन
सेंटर भेज दिया गया है ।
क्रमांक/4556/मई-365/जैन
जबलपुर जिले में कोरोना संक्रमितों की रिकवरी रेट 74 प्रतिशत से अधिक
मध्यप्रदेश की रिकवरी दर 53 फीसदी से कहीं ज्यादा है जबलपुर की रिकवरी दर
जबलपुर 26 मई 2020
कोरोना महामारी की जंग में जबलपुर जिला
लगातार कामयाबी हासिल करता जा रहा है। जिला प्रशासन की सतर्कता, नियमित मॉनीटरिंग
और चिकित्सकों द्वारा सर्वोत्तम इलाज सुनिश्चित करने की वजह से यहां हर दिन बड़ी
संख्या में कोरोना मरीज स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं। यहां संक्रमण दर में कमी तो
रिकवरी रेट में दिन-ब-दिन इजाफा हो रहा है। यही वजह है कि जबलपुर जिले के कोरोना संक्रमितों
की रिकवरी दर प्रदेश के सभी जिलों से बेहतर है। वर्तमान में जबलपुर जिले में कोरोना
संक्रमितों की रिकवरी रेट अब करीब 74 प्रतिशत से अधिक हो गई है। जो राज्य की
कोरोना रिकवरी रेट 53 प्रतिशत की तुलना में बहुत ज्यादा है। वहीं मध्यप्रदेश की
रिकवरी दर, देश की औसत रिकवरी रेट 41.8 प्रतिशत से कहीं अधिक है।
पूरे प्रदेश में सबसे पहले जबलपुर से ही कोरोना
संक्रमित मरीजों का खाता खुला था। यहां 20 मार्च को एक साथ चार कोरोना संक्रमित मरीज
मिले थे। ये सभी प्रदेश के भी पहले मरीज कहलाए। 20 मार्च से 26 मई तक जबलपुर में कोरोना
के सफर में कई उतार-चढ़ाव आए। लेकिन जबलपुरवासियों की जीवटता और हौसलों से कोरोना
हर दिन परास्त हुआ। आलम यह है कि 26 मई की स्थिति में जबलपुर में 216 कोरोना पॉजिटिव
मरीजों में से 160 स्वस्थ हो चुके हैं, नौ की मृत्यु हो गई है। लेकिन इसका सकारात्मक
पहलू यह है कि यहां अब एक्टिव केस घटकर केवल 47 रह गए हैं।
कलेक्टर भरत यादव कहते हैं कि जिले में कोरोना
की बेहतर रिकवरी रेट टीम वर्क का परिणाम है। कोरोना की स्थिति नियंत्रण में यहां
के नागरिकों से मिले भरपूर सहयोग को कलेक्टर श्री यादव सर्वाधिक महत्वपूर्ण वजह मानते
हैं। श्री यादव ने बड़े ही साफगोई से कहा कि प्रशासन की अपनी सीमा व दायरे के भीतर
रहकर काम करने की बाध्यताएं और चुनौतियां होती हैं, लेकिन जनता से सहयोग और भागीदारी
से तमाम तरह की बाधाएं दूर हो जाती हैं। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना से लड़ाई में
जबलपुरवासियों के जज्बे और जुनून की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। इसके साथ ही
मेडिकल कॉलेज सहित समूचा स्वास्थ्य स्टाफ, नगर निगम का अमला, पुलिसकर्मियों,
रेडक्रॉस समिति, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने स्तुत्य भागीदारी निभाई है।
क्रमांक/4557/मई-366/मनोज॥
हायर सेकेण्डरी के परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र
पर
एक घंटे पूर्व होना होगा उपस्थित
जबलपुर, 26 मई, 2020
मंडल की हायर सेकेण्डरी
परीक्षा और हायर सेकेंडरी व्यावसायिक परीक्षा 2020 की शेष बची परीक्षाओं का परीक्षा
कार्यक्रम जारी किया गया था । इस परीक्षा कार्यक्रम में आंशिक संशोधन करते हुए नवीन
संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जारी किया जा रहा है ।
संशोधित परीक्षा कार्यक्रम
के अनुसार परीक्षाएं 9 जून से 16 जून तक संचालित की जायेंगी । परीक्षा केन्द्र में
हर परीक्षार्थी की थर्मल स्क्रेनिंग होगी ।
थर्मल स्क्रेनिंग में समय लगता है, इसलिए परीक्षा केन्द्र पर परीक्षार्थी को
तय समय से एक घंटा पहले उपस्थित होना होगा ।
परीक्षार्थी परीक्षा कार्यक्रम मंडल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in पर भी देख
सकते हैं ।
क्रमांक/4558/मई-367/मनोज
अन्य प्रदेशों से करीब 5 लाख 45 हजार श्रमिक वापस
आए
जबलपुर, 26 मई, 2020
अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल रूम श्री
आई.सी.पी. केशरी ने जानकारी दी है कि कोरोना संक्रमण के कारण विभिन्न प्रदेशों में
फंसे 5 लाख 45 हजार श्रमिक मध्यप्रदेश में वापस लाये जा चुके हैं। इनमें से 3 लाख
83 हजार श्रमिक बसों से और करीब एक लाख 62 हजार श्रमिक ट्रेनों से वापस लाये गये हैं।
अब तक गुजरात से 2 लाख 8 हजार, राजस्थान से एक लाख 20 हजार, महाराष्ट्र से एक लाख
26 हजार श्रमिक वापस लाए गए हैं। इसके अतिरिक्त गोवा, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, केरल,
आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना से भी श्रमिक वापस लाये गये हैं।
श्री केशरी ने बताया है कि अभी तक 129 ट्रेन आ चुकी
हैं। कल एक ट्रेन आने की संभावना है। अभी तक मुख्य रूप से महाराष्ट्र से 36, गुजरात
से 28, हरियाण से 15, तेलंगाना से 7, पंजाब से 7, कर्नाटक से 4, गोवा से 3, तमिलनाडु
से 3 और केरल, राजस्थान, दिल्ली तथा जम्मू से 2-2 ट्रेन आ चुकी हैं।
प्रदेश के बाहर के करीब 4 लाख 30 हजार श्रमिकों को
अन्य प्रदेशों की सीमा तक बसों से पहुँचाया गया है। अब प्रदेश के श्रमिकों का आना बहुत
कम हो गया है। बसें मात्र दूसरे प्रदेश के श्रमिकों को अन्य प्रदेशों की सीमा तक पहुँचाने
के कार्य में लगी हुई हैं।
क्रमांक/4559/मई-368/मनोज
तकनीकी शैक्षणिक संस्थाओं के अतिथि विद्वानों के
मानदेय भुगतान के निर्देश
जबलपुर, 26 मई, 2020
प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार
श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख ने संचालक तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को इंजीनियरिंग,
पॉलीटेक्निक महाविद्यालयों और आईटीआई में सेवाएँ दे रहे अतिथि विद्वानों को नियमानुसार
लॉकडाउन अवधि का भी मानदेय भुगतान की कार्यवाही निरंतर जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
तकनीकी शैक्षणिक संस्थाओं में लगभग एक हजार अतिथि विद्वान सेवाएँ दे रहे हैं।
निर्देशों के परिपालन में संबंधित अधिकारियों द्वारा
अतिथि विद्वानों को लॉकडाउन अवधि के मानदेय भुगतान की कार्यवाही प्राथमिकता से शुरू
कर दी गई है। इस संबंध में सभी संस्थाओं को आवश्यक बजट भी आवंटित किया जा चुका है।
यह निर्देश भारत सरकार, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली और राज्य शासन
द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों के तहत विभाग के अन्तर्गत आने वाली सभी तकनीकी/शैक्षणिक
संस्थाओं में सेवाएँ दे रहे अतिथि विद्वानों के संबंध में जारी किए गए हैं।
क्रमांक/4560/मई-369/मनोज
गृह मंत्री से मिले आयुष मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के
सदस्य
जबलपुर, 26 मई, 2020
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत आयुष
मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन मध्यप्रदेश के डॉक्टर्स ने आज भोपाल में गृह ,लोक स्वास्थ्य
एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा से निज आवास पर भेंट की। उन्होंने
संविदा में पदस्थ आयुष चिकित्सकों एवं संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को 5 जून 2018
को संविदा कर्मचारियों की नीति अनुरूप नियमित कर्मचारी के वेतन का 90% वेतन देने की
मांग की। मंत्री डॉ मिश्रा ने उन्हें आश्वस्त किया कि शीघ्र ही इस संबंध में उच्च स्तर
पर निर्णय लिए जाकर उनकी मांगों पर उचित कार्यवाही की जाएगी। संगठन के अध्यक्ष डॉक्टर
सुनील यादव ने बताया कि वे कोरोना संक्रमण काल में पूर्ण कर्तव्य-निष्ठा के साथ कार्य
कर रहे हैं बावजूद इसके उन्हें आधे से भी कम वेतन प्राप्त हो रहा है ।
क्रमांक/4561/मई-370/मनोज