News.31.05.2020_B


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
शहर के ग्रीन जोन वाले क्षेत्रों में आड़-ईवन फार्मूले पर प्रात: 9 बजे से शाम 7 बजे तक खोली जा सकेंगी दुकानें
रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा रात्रिकालीन कर्फ्यू
जिला दंडाधिकारी द्वारा आदेश जारी
जबलपुर, 31 मई, 2020
     जिला दंडाधिकारी एवं कलेक्टर भरत यादव ने सोमवार एक जून से जबलपुर शहर के ग्रीन जोन वाले क्षेत्रों में आड़-ईवन फार्मूले के तहत सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक दुकानों को खोलने की अनुमति प्रदान की है। इस बारे में श्री यादव ने आज रविवार की शाम आदेश जारी कर दिया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू भी हो गया है ।
     जिला दंडाधिकारी द्वारा जारी आदेश के मुताबिक जबलपुर जिले में रात्रिकालीन कर्फ्यू अब प्रतिदिन रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा। रात्रिकालीन कर्फ्यू की अवधि में आम लोगों का आवागवन प्रतिबंधित रहेगा। केवल अति आवश्यक सेवाओं जैसे राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस, विद्युत, दूरसंचार, नगर निगम, पंचायत, नगर सैनिक, आपदा प्रबंधन, पेयजल, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ ही इमरजेंसी ड्यूटी वाले शासकीय कर्मचारियों को केवल ड्यूटी के प्रयोजन से रात्रिकालीन कर्फ्यू से मुक्त रखा गया है। लेकिन ऐसे कर्मचारियों को अपने साथ पहचान पत्र रखना अनिवार्य होगा।
     आदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अंतर्गत रेल्वे स्टेशन से आने वाली सवारियों को गन्तव्य तक पहुंचाने के लिए केवल प्री-पेड (प्लेटफार्म क्रमांक-एक एवं छह) सवारी ऑटो रिक्शा एवं ओला कैब जैसे टैक्सी सर्विसेज के संचालन को भी अनुमति दी गई है। लेकिन ऐसे ऑटो रिक्शा एवं टैक्सी में वाहन चालक के अलावा पीछे की सीट पर केवल दो सवारियों को ही बैठाने की अनुमति होगी ।
     जिला दंडाधिकारी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य शासन से अनलॉक-वन के बारे में दिशा-निर्देश प्राप्त होने पर विभिन्न छूटों के संदर्भ में विस्तृत आदेश पृथक से शीघ्र ही जारी किया जायेगा। तब तक पूर्व में जारी आदेशों के अंतर्गत आड़-ईवन प्रणाली तथा अन्य सभी अनुमतियां यथावत प्रभावी रहेंगी ।
क्रमांक/4636/मई-445/जैन

कलेक्टर ने किया ज्ञानोदय क्वारेन्टीन सेंटर का निरीक्षण
क्वारेन्टीन में रखे गये लोगों से जाने हालचाल
जबलपुर, 31 मई, 2020
     कलेक्टर भरत यादव ने आज रविवार को शारदा नगर रांझी स्थित ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया और यहां क्वारेन्टीन किये गये कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों के निकट संबंधियों के हालचाल जाने ।
     श्री यादव ने इस मौके पर इस क्वारेंटीन सेंटर में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा भी लिया ।  उन्होंने क्वारेन्टीन में रखे गये लोगों से उन्हें मिल रही भोजन एवं अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी भी ली ।  सभी ने कलेक्टर को बताया कि भोजन अच्छा मिल रहा है और उन्हें यहां किसी तरह की कोई समस्या नहीं है ।  
     कलेकटर ने इस अवसर पर ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय के नये बने छात्रावास भवनों का भी अवलोकन किया और यहां उपलब्ध सुविधाओं के लिहाज से बिना लक्षण वाले अथवा माइल्ड कोरोना पॉजिटिव मरीजों के उपचार के लिए इसे कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए उपयुक्त बताया । श्री यादव ने नये छात्रावास भवनों में कोविड केयर सेंटर के लिहाज से पानी की आपूर्ति और बिस्तर आदि के समुचित इंतजाम सुनिश्चित करने की हिदायत संबंधित अधिकारियों को दी । श्री यादव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी सभी आवश्यक तैयारियां प्रारंभ करने के निर्देश दिये हैं ।  उन्होंने इस मौके पर क्वारेन्टीन अवधि पूरी करने पर छुट्टी दिये जाने के समय संबंधित व्यक्ति को डिस्चार्ज प्रमाण पत्र भी प्रदान करने के निर्देश दिये हैं ।  ताकि यदि वे कहीं ड्यूटी कर रहे हैं तो उन्हें क्वारेन्टीन अवधि का वेतन मिलने में कठिनाई न हो ।
     ज्ञानोदय क्वारेन्टीन सेंटर के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर के साथ अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष मिश्रा, एसडीएम रांझी मनीषा वास्कले, डॉ. संजय जैन आदि भी मौजूद थे ।  इस अवसर पर बताया गया कि ज्ञानोदय सेंटर में फिलहाल 115 लोगों को क्वारेन्टीन में रखा गया है । यदि इस आवासीय विद्यालय को कोविड केयर सेंटर बनाया जाता है तो यहां 300 से अधिक मरीजों को आइसोलेशन में रखा जा सकता है ।
क्रमांक/4637/मई-446/जैन

स्वास्थ्य विभाग ने शहर में शुरू किये 28 फीवर क्लीनिक
आम नागरिकों से सर्दी, खांसी, बुखार एवं श्वांस लेने में तकलीफ होने पर
फीवर क्लीनिकों में जांच कराने का अनुरोध
जबलपुर, 31 मई, 2020
     सर्दी, खांसी, बुखार एवं श्वांस लेने में तकलीफ तथा अन्य तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए आम नागरिकों की सुविधा हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जबलपुर शहर में 28 फीवर क्लीनिक प्रारंभ किये हैं ।  ये फीवर क्लीनिक शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों एवं सभी सिटी डिस्पेंसरी में स्थापित किये गये हैं।
     मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष मिश्रा ने शहर के नागरिकों से सर्दी, खांसी, बुखार एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या आने पर अपने निकट के फीवर क्लीनिक पहुंच कर जांच एवं उपचार कराने का आग्रह किया है ।
     जबलपुर शहर में आम लोगों की सुविधा के लिए खोले गये 28 फीवर क्लीनिक में यूपीएचसी गुप्तेश्वर, सिटी डिस्पेंसरी गोरखपुर, यूपीएचसी पोलीपाथर, आयुर्वेद कॉलेज, प्रसूतिका गृह, सिटी डिस्पेंसरी शंकरशाह नगर, यूपीएचसी कजरवारा, केंट हॉस्पिटल, यूपीएचसी घमापुर, एल्गिन हॉस्पिटल, यूपीएचसी रजाचौक अधारताल, यूपीएचसी सुहागी, यूपीएचसी सुभाष नगर, यूपीएचसी संजय नगर, सिटी डिस्पेंसरी अधारताल, यूपीएचसी बड़ा पत्थर, सिविल हॉस्पिटल रांझी, यूपीएचसी स्नेह नगर, यूपीएचसी परसवारा, यूपीएचसी तिलवारा, मेडिकल कॉलेज, यूपीएचसी मोतीनाला, संजीवनी क्लीनिक लेमा गार्डन, सिटी डिस्पेंसरी गोहलपुर, प्रसूतिका गृह मोतीनाला, यूपीएचसी उखरी, यूपीएचसी शांति नगर, सिटी डिस्पेंसरी मिलौनीगंज एवं सिटी डिस्पेंसरी कोतवाली शामिल है ।
     स्वास्थ्य विभाग द्वारा खोली गई इन फीवर क्लीनिक के अलावा शहर के निजी अस्पतालों में भी फीवर क्लीनिक प्रारंभ किये गये हैं ।  जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी फीवर क्लीनिक स्थापित किये गये हैं ।
     मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के मुताबिक सभी फीवर क्लीनिकों को क्वारेंटीन सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर से भी लिंक किया गया है । फीवर क्लीनिक में उपचार के लिए आने वाले सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों का डाटा सार्थक एप में दर्ज किया जा रहा है । इसके साथ ही कोरोना संबंधी लक्षण दिखाई देने पर सेम्पल लेने की व्यवस्था भी फीवर क्लीनिकों में की गई है ।  फीवर क्लीनिकों को एम्बुलेंस सेवा से भी लिंक किया गया है ।
क्रमांक/4638/मई-447/जैन