News.01.05.2020_B


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
मध्यप्रदेश के अन्य प्रदेशों में फँसे करीब 40 हजार श्रमिक लौटे अपने घर
जबलपुर 01 मई 2020
कोरोना संक्रमण के कारण अन्य प्रदेशों में फँसे मध्यप्रदेश के श्रमिकों की वापसी का सिलसिला लगातार जारी है। अभी तक करीब 40 हजार श्रमिक प्रदेश में वापस लाये जा चुके हैं।
अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल-रूम श्री आई.सी.पी. केशरी ने जानकारी दी है कि एक मई को 1800 श्रमिक राजस्थान के सवाई माधोपुर, बीकानेर और नागौर से मध्यप्रदेश के नीमच, आगर-मालवा, श्योपुर और गुना एन्ट्री प्वाइंट पर लाये गये। इसी तरह, गुजरात से करीब 5 हजार लोग आज आये हैं। इन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कर इन्हें भोजन करवाने के बाद बसों से गृह जिलों की ओर रवाना किया जा रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन 2 से 3 हजार लोग पैदल भी रहे हैं। उत्तर प्रदेश से आज करीब एक हजार श्रमिक रहे हैं।
मध्यप्रदेश में फँसे राजस्थान के 4 हजार श्रमिकों को बसों से वापस भेजा गया। प्रदेश से करीब 4 हजार श्रमिक उत्तर प्रदेश भेजने का कार्य भी प्रारंभ हो गया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में फँसे मध्यप्रदेश के 35 हजार से अधिक श्रमिकों को अभी तक उनके गृह स्थान पहुँचाया जा चुका है। तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, गोवा एवं महाराष्ट्र से चर्चा कर श्रमिकों को लाने के लिये ट्रेन मूवमेंट एवं रूट की जानकारी तैयार की जा रही है।
नासिक से 347 श्रमिकों को लेकर ट्रेन भोपाल रवाना
श्री केशरी ने बताया कि नासिक से एक ट्रेन 347 श्रमिकों को लेकर भोपाल के लिये रवाना हो गई है। इसके साथ ही आज भोपाल में लॉकडाउन में फँसे 93 श्रमिकों को उत्तर प्रदेश रवाना किया गया है। भोपाल के 37 श्रमिक मण्डला और 50 श्रमिक दमोह जिले के लिये रवाना किये गये हैं। इन श्रमिकों की मेडिकल स्क्रीनिंग कर भोजन कराने के बाद रवाना किया गया।
जितेन्द्र और संजय पहुँचे घर
दतिया के श्री जितेन्द्र पुत्र श्री बलवंत सिंह और श्योपुर के संजय पुत्र रामा आदिवासी ने बताया कि हम फसल (चैत) काटने के लिये राजस्थान गये हुए थे। इसी दौरान कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन हो गया। हमने परेशान होकर अपने मुख्यमंत्री मामा श्री शिवराज सिंह चौहान को राजस्थान में फँसे होने की जानकारी दी। इन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने हमारी बातों पर गंभीरता से कार्यवाही कर हमें हमारे घर पहुँचवाया है। रास्ते में हमारा मेडिकल चेकअप कराने के साथ ही भोजन, पानी की बेहतर व्यवस्था भी की गई थी।
क्रमांक/4100/मई-08/मनोज॥

मध्यान्ह भोजन डोर-टू-डोर पहुँचाने वाला देश का पहला राज्य बना मध्यप्रदेश
66 लाख से अधिक बच्चों के अभिभावकों को ऑनलाइन भेजे गए 117 करोड़
जबलपुर 01 मई 2020
      राज्य शासन द्वारा कोरोना संक्रमण में स्कूली बच्चों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराने के लिये प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल के कुल 66 लाख 27 हजार विद्यार्थियों के अभिभावकों के बैंक खाते में 117 करोड़ रूपये की राशि ऑनलाइन ट्रान्सफर की गई है। साथ ही, 56 लाख 87 हजार बच्चों को डोर-टू-डोर मध्यान्ह भोजन का राशन भी पहुँचाया जा चुका है। अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार की समीक्षा बैठक में बताया गया कि मध्यप्रदेश डोर-टू-डोर मध्यान्ह भोजन राशन पहुँचाने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि कोरोना संक्रमण में गत 23 मार्च को लॉक डाउन होने पर 29 मार्च को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा एन.आई.सी. के माध्यम से बच्चों के अभिभावकों के खाते में खाद्य सुरक्षा भत्ते की राशि अंतरित की गई। यह राशि सभी बच्चों के अभिभावकों को प्राप्त हो गई है।
डोर-टू-डोर मध्यान्ह भोजन राशन वितरण
अपर मुख्य सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि अप्रैल माह में विद्यालय बंद हो जाने पर विद्यार्थियों को भोजन का राशन उनके घर पर ही भिजवाने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय शिक्षिकों का सहयोग प्राप्त किया गया। भारत सरकार ने मध्यप्रदेश में मध्यान्ह भोजन योजना के क्रियान्वयन में नवाचार के सफल प्रयासों की सराहना की है।
क्रमांक/4101/मई-09/मनोज॥

चिकित्सक फोन पर भी करेंगे कोरोना संबंधी आशंकाओं का निराकरण : मंत्री डॉ. मिश्रा

प्रदेश में कोरोना हेल्पलाइन और कोरोना -परामर्श सेवा का शुभारंभ

जबलपुर 01 मई 2020
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कोविड-19 की महामारी से निपटने के लिये कोरोना हेल्पलाइन और कोरोना -परामर्श सेवा का भोपाल स्थित मंत्रालय में शुभारंभ किया। उन्होने कहा कि दोनों सेवाएँ बहुजनहिताय - बहुजन सुखाय के उद्देश्य से शुरू की गई हैं।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि आमजन कोरोना हेल्पलाइन नम्बर 104 पर फोन कर चिकित्सकों से नि:शुल्क परामर्श प्राप्त कर सकेंगे। उन्होने बताया कि इस नम्बर पर 5000 डॉक्टर परामर्श देने के लिये उपलब्ध रहेंगे। डॉ. मिश्रा ने कहा कि ये चिकित्सक मध्यप्रदेश के सभी लोगों की कोरोना संबंधी आशंकाओं का फोन पर ही निराकरण करेंगे। इसे प्रोजेक्ट 'स्टेप-वन' नाम दिया गया है। उन्होने कहा कि आम जनता अपनी जानकारी देकर स्वस्थ रहे, निरोगी रहे और निश्चिंत रहे।
डाक्टर्स से कोरोना -परामर्श के माध्यम से सेवा देने की अपील
मंत्री डॉ. मिश्रा ने कोरोना -परामर्श सेवा का शुभारंभ करते हुए डॉक्टरों से अपील की है कि वे घर बैठे कोरोना -परामर्श के माध्यम से अपनी सेवाएँ प्रदान करें। मरीजों को चिकित्सकीय सहायता उलब्ध कराने के लिये फोन नम्बर 73148-21193 पर मिस्ड कॉल दें। उन्होने कहा कि चिकित्सक https://bitly/India Telemed पर लॉग-इन कर अपना पंजीयन कर सकते हैं।
इस अवसर पर विधायक श्री विश्वास सारंग और श्री विष्णु खत्री तथा अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री संजय शुक्ला, स्वास्थ्य आयुक्त श्री फैज अहमद किदवई और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
क्रमांक/4102/मई-10/मनोज॥