संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
पूरे शहर में घर-घर होगा सर्वे
जबलपुर, 29 अप्रैल,
2020
कोरोना वायरस
के संक्रमण की
रोकथाम के मद्देनजर अब
शहर के हर
परिवार का स्वास्थ्य सर्वे
किया जायेगा ।
कलेक्टर भरत
यादव ने यह
जानकारी देते हुए बताया
कि नये कंटेनमेंट जोन को
छोड़कर पूर्व में
बने सभी कंटेनमेंट क्षेत्र में
घर-घर सर्वे
का काम लगभग
पूरा हो चुका
है । उन्होंने बताया
कि सर्वे में
कंटेनमेंट जोन के हाई
रिस्क के रूप
में चिंहित व्यक्तियों में
से लगभग आधे
लोगों के सेम्पल
भी लिये जा
चुके हैं ।
श्री
यादव ने कहा
कि शहर के
सभी परिवारों का
स्वास्थ सर्वे करने में
लगभग दस से
बारह दिन भी
लग सकते हैं
। उन्होंने बताया
कि इस सर्वे
में हाई रिस्क
व्यक्तियों की पहचान की
जाएगी और सार्थक
मोबाइल एप तथा
कोरोना कण्ट्रोल रूम
से उनके स्वास्थ्य पर
नजर रखी जायेगी
। जरूरत पड़ने
पर उन्हें टेलीमेडिसिन के
जरिये चिकित्सकों द्वारा
परामर्श भी दिया जायेगा
।
क्रमांक/4082/अप्रैल-425/जैन
अब तक 9.50 लाख क्विंटल गेहूं का उपार्जन
जबलपुर,
29 अप्रैल, 2020
जबलपुर जिले में अभी तक करीब 11 हजार किसानों से समर्थन मूल्य पर 9 लाख 50 हजार
क्विंटल गेहूं का उपार्जन किया जा चुका है ।
जिला विपणन अधिकारी विवेक तिवारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इसमें से 6 लाख
20 हजार क्विंटल का भंडारण केन्द्रों तक परिवहन भी किया जा चुका है तथा 3 हजार 486
किसानों को 36 करोड़ 42 लाख 342 रूपये का भुगतान भी किया जा चुका है ।
क्रमांक/4083/अप्रैल-426/जैन
किसानों
का सच्चा
साथी कमल सुविधा केन्द्र शुरू
दूरभाष नंबर 0755-2558823 पर करें संपर्क
जबलपुर, 29 अप्रैल,
2020
किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल और खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण तथा सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने आज भोपाल में प्रदेश
में किसानों से प्राप्त होने वाले सुझावों एवं कठिनाईयों के निराकरण के लिये 'किसानों का सच्चा साथी कमल सुविधा केन्द्र' की शुरूआत की। इसका दूरभाष क्र. 0755-255-8823 है।
कमल सुविधा केन्द्र, संचालनालय किसान कल्याण तथा कृषि विकास विंध्याचल भवन की आईटी शाखा में स्थापित किया गया है। इसका संचालन अवकाश के दिनों को छोड़कर प्रतिदिन प्रात: 10:30 बजे से सांयकाल 5:30 बजे तक होगा।
क्रमांक/4084/अप्रैल-427/मनोज
मध्यप्रदेश के अन्य प्रदेशों में फँसे करीब 20
हजार श्रमिक वापस लाये गये
जबलपुर,
29 अप्रैल, 2020
अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल रूम श्री आई.सी.पी. केशरी ने जानकारी दी है कि कोरोना संकट के कारण मध्यप्रदेश के अन्य प्रदेशों में फँसे करीब 20 हजार श्रमिकों को अभी तक प्रदेश में वापस लाया जा चुका है। इनमें आज 29 अप्रैल को जैसलमेर, नागौर, जोधपुर और जयपुर से 200 बसों से आये प्रदेश के श्रमिक नीमच, आगर-मालवा, श्योपुर एवं गुना एंट्री पाइंट पर पहुँच गये हैं। इनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं भोजन कराने के बाद जिलों को रवाना किया जा रहा है। आज ही गुजरात से करीब 500 लोग लाये गये हैं। इसके अतिरिक्त प्रतिदिन लगभग 2 से 3 हजार श्रमिक प्रतिदिन पैदल आ रहे हैं। राजस्थान के मध्यप्रदेश में फँसे 3000 श्रमिकों को भी वापस भेजा गया हैं।
उमरिया जिले के श्री भैयालाल लोहानी और श्योपुर जिले के श्री नवल आदिवासी ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को राजस्थान से वापस लाने पर धन्यवाद दिया है। श्री लोहानी अजमेर से और श्री नवल आदिवासी नागौर से वापस लाये गये हैं। श्री नागौर के साथ वापस लाये गये 50 अन्य श्रमिकों ने भी मुख्यमंत्री और प्रशासन की सराहना की है।
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विभिन्न जिलों में फँसे 30 हजार श्रमिकों को गृह स्थान पहुँचाया गया
अपर मुख्य सचिव श्री केशरी ने बताया है कि पिछले पाँच दिनों में प्रदेश के विभिन्न जिलों में फँसे मध्यप्रदेश के करीब 30 हजार श्रमिकों को उनके गृह स्थान में पहुँचाया गया है।
कल आएंगे 10 हजार श्रमिक
श्री केशरी ने बताया है कि 30 अप्रैल को राजस्थान से करीब 7 हजार और उत्तरप्रदेश से 3 हजार श्रमिक लाये जाएंगे। गोवा से भी 1600 श्रमिकों को वापस लाने की कार्यवाही की जा रही है।
क्रमांक/4080/अप्रैल-423/मनोज