News.13.04.2020_A

संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
जान की बाजी लगाकर संक्रमितों को अस्पताल पहुंचा रहे एम्बुलेंस कर्मी
जबलपुर, 13 अप्रैल, 2020
     जब कोरोना के संक्रमण के भय से लोग घरों से बाहर आने में डर रहे हैं। ऐसे मुश्किल दौर में एम्बुलेंस कर्मी खतरनाक वायरस से जी जान से लड़ रहे हैं। इस लड़ाई में ये कोरोना योद्धा दिन-रात एक किए हुए हैं और अपनी जान पर खेलकर संक्रमितों व संदिग्धों को अस्पताल पहुंचाने के कार्य में लगे हुए हैं। यहां बात हो रही है 108 एम्बुलेंस के स्टाफ की जो कर्फ्यू और लॉकडाउन के दिन से अब तक निरंतर सेठ गोविंददास जिला चिकित्सालय विक्टोरिया हॉस्पिटल से कोरोना संक्रमितों और संदिग्धों को लेकर नेताजी सुभाषचन्द्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल तक मरीजों को पहुंचाने के काम में कर्मयोगी की तरह जुटे हुए हैं।
      विक्टोरिया हॉस्पिटल के परिसर में चौबीसों घंटे एडवांस लाइफ स्पोर्ट से युक्त फुली एसी एम्बुलेंस 108 हरदम तैयार खड़ी रहती है। इस एम्बुलेंस के पायलट विजय नगर एसबीआई कालोनी निवासी अजय साहू और एम्बुलेंस टेक्नीशियन हनुमानताल निवासी अब्दुल जाहिद 20 मार्च से ही कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना प्रभावितों को मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंचाने का काम कर रहे हैं। पायलट अजय साहू और टेक्नीशियन अब्दुल जाहिद ने बताया कि इसी एम्बुलेंस से उन्होंने जिले में पाए गए सभी 11 कोरोना पॉजीटिव मरीजों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया है। एम्बुलेंस तमाम तरह की आकस्मिक चिकित्सा सुविधाओं से संबंधित जीवनरक्षक मशीनों की खूबियों से युक्त है। इसमें वेंटीलेटर, पैरा मॉनीटर, सक्शन मशीन, एईडी मशीन और आक्सीजन के लिए जम्बो सिलेण्डर लगा है। जिससे किसी भी आपात स्थिति में मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के दौरान जीवनरक्षक प्रणाली के सपोर्ट सिस्टम में रखा जा सके।
      अजय और अब्दुल ने बताया कि वे प्रत्येक कोरोना संक्रमित व संदिग्ध्‍ा को मेडिकल कॉलेज पहुंचाने के बाद पहने हुए फेस मॉस्क, सर्जिकल ग्लब्ज, हेयर कैप, पीपीई किट सभी को जलाकर नष्ट कर देते हैं। मरीज को छोड़ने के बाद एम्बुलेंस को तत्काल सेनिटाइज किया जाता है। इसके बाद फिर नए मॉस्क एन-95, सर्जिकल ग्लब्ज सहित सभी चीजें नई पहनकर अगले मरीज के लिए तैयार रहना पड़ता है। पायलट और टेक्नीशियन ने बताया कि घर पर ये परिजनों से दूरी बनाकर अलग रहते हैं। अपने कपड़े खुद धोते हैं। खाने-पीने के बर्तन तक अपना अलग रखते हैं। अजय और अब्दुल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना प्रभावितों को सही वक्त्‍ पर इलाज दिलाने और मरीज की जान बचाने में सहयोग देकर उन्हें काफी खुशी मिलती है।
क्रमांक/3823/अप्रैल-165/मनोज॥

श्री परमहंस आश्रम ने  रेडक्रास सोसायटी को दिये 51 हजार रुपये
जबलपुर 13 अप्रैल 2020
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के प्रयासों में  सहायता हेतु लम्हेटाघाट स्थित श्री परमहंस आश्रम  द्वारा कलेक्टर जबलपुर को 51हजार रूपये की राशि जिला रेडक्रास सोसायटी को प्रदान की गई है। इस राशि का चेक आश्रम के संत श्री गौरीशंकर महाराज ने आज सोमवार को कलेक्टर भरत यादव को सौंपा 
क्रमांक/3824/अप्रैल-166/जैन॥

गुजराती मण्डल द्वारा पीएम केयर्स फण्ड में 3.75 लाख प्रदान
जबलपुर 13 अप्रैल 2020
श्री गुजराती मण्डल जबलपुर ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु पीएम केयर्स फण्ड में 3 लाख 75 हजार रुपये की राशि जमा की है गुजराती मण्डल की ओर से इस राशि का चेक डॉ राजेश धीरावाणी ने आज कलेक्टर श्री भरत यादव को प्रदान किया है
क्रमांक/3825/अप्रैल-167/जैन॥

अब तक सवा लाख व्यक्तियों को दी गई रोग प्रतिरोधक आयुष औषधियाँ
जबलपुर 13 अप्रैल 2020
राज्य शासन के आयुष संचालनालय के निर्देश पर शासकीय स्वशासी आयुर्वेद चिकित्सालय एवं महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. एल.एल. अहिरवाल के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि हेतु अब तक जबलपुर शहर के एक लाख 19 हजार 582 व्यक्तियों को रोग प्रतिरोधक दवाइयाँ वितरित की जा चुकी हैं
प्रधानाचार्य डॉ. अहिरवाल ने बताया कि आयुष औषधियों के वितरण हेतु 13 टीमों के द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों में घर-घर जाकर आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक औषधियों का वितरण निरंतर किया जा रहा है   उन्होंने बताया कि 3 अप्रैल से दवाइयों के वितरण का यह सिलसिला अब तक जारी है   डॉ. अहिरवाल ने बताया कि अब तक 60 हजार 589 व्यक्तियों को आयुर्वेद एवं 58 हजार 993 लोगों को होम्योपैथिक की रोग प्रतिरोधक औषधि बांटी जा चुकी हैं   दवा वितरण कार्य की निगरानी प्रधानाचार्य सहित डॉ. आर.के. गुप्ता डॉ. मनोज सिंह भी कर रहे हैं
क्रमांक/3826/अप्रैल-168/मनोज

कलेक्टर ने की किसानों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील
जिले में 15 अप्रैल से शुरू होगी गेहूं की खरीदी
जबलपुर, 13 अप्रैल, 2020
     कलेक्टर भरत यादव ने रबी उपार्जन वर्ष 2020-21 के तहत जिले में 15 अप्रैल से शुरू हो रहे समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी के दौरान एसएमएस प्राप्त होने पर ही अपनी उपज लेकर खरीदी केन्द्रों पर पहुंचने का आग्रह किसानों से किया है । साथ ही खरीदी केन्द्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की भी अपील किसानों से की है ।
     कलेक्टर श्री यादव ने बताया कि खरीदी केन्द्रों पर केवल एसएमएस प्राप्त किसानों की उपज की ही तौल की जायेगी ।  श्री यादव ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि किसानों को दूरभाष से भी एसएमएस प्राप्त होने पर खरीदी केन्द्र पर उपज लेकर पहुंचने कहा जाये ।
       कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम और तय मापदंडों के मद्देनजर इस बार 150 से अधिक गेहूं खरीदी केन्द्र बनाये जा रहे हैं ।  ताकि सभी खरीदी केन्द्रों पर ज्यादा लोग एक साथ एकत्र न हो सकें और सभी जरूरी सावधानियां बरती जा सकें ।
उपार्जन केन्द्रों के आवक गेट पर बेरियर लगाने तथा खरीदी केन्द्र परिसर के भीतर किसानों को तभी प्रवेश देने के निर्देश दिये गये हैं जबकि वे फेस मास्क पहनकर या चेहरे को गमछे से न ढंके हों । कलेक्टर ने प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर टोंटी लगी पानी की टंकी, साबुन रखने तथा हर दो घंटे में केन्द्र पर मौजूद किसानों, हम्मालों एवं कर्मचारियों से कम से कम 20 सेकेण्ड तक हाथ धुलवाने के निर्देश भी दिये हैं ।
प्रत्येक उपार्जन केन्द्र में पर्याप्त संख्या में तौल-कांटे एवं हम्माल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिये हैं । ताकि किसानों को उपज की तौल के लिए इंतजार न करना पड़े ।  उन्होंने खरीदी केन्द्रों पर मौजूद किसानों, हम्मालों एवं खरीदी केन्द्र के कर्मचारियों के बीच तीन मीटर की दूरी सुनिश्चित रखने कहा है । 
 कलेक्टर श्री यादव ने कहा है कि गेहूं के परीक्षण, तौल पर्ची एवं बिल जारी करने वाले कर्मचारियों के पास भी एक से अधिक कृषक उपस्थित न हों इसके लिए काउंटर के सामने तीन मीटर की दूरी पर चूने के गोले बनाये जायें ।  उन्होंने यथासंभव वृद्ध एवं बीमार कृषकों को खरीदी केन्द्र पर उपस्थित होने से बचाने के लिए उनके द्वारा नामित व्यक्ति के माध्यम से उनकी उपज की विक्रय की व्यवस्था कराने को कहा है । इसके बावजूद यदि ऐसे कृषक खरीदी केन्द्र पहुंचते हैं तो सर्वोच्च प्राथमिकता देकर उनकी उपज की तुलाई कराई जाय ।
क्रमांक/3827/अप्रैल-169/मनोज

गृह मंत्रालय ने कोरोना से लड़ रहे डाक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ को
आवश्यक सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश-दिए
जबलपुर 13 अप्रैल 2020
डाक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ के उत्पीड़न की घटनाओं को देखते हुए  केंद्रीय गृह मंत्रालय, एमएचए ने सभी राज्यों. केद्र शासित प्रदेशों तथा संबंधित पुलिस अधिकारियों को कोरोना से लड़ रहे डाक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ को अस्पतालों एवं ऐसे स्थानों जहां कोरोना रोगियों को पॉजिटिव पाया गया है या जहां संदिग्ध मामलों को क्वारांटाइन किया गया है, में उन्हें आवश्यक पुलिस सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया है। रोग के लक्षण का पता लगाने के लिए लोगों की स्क्रीनिंग करने के लिए विभिन्न स्थानों पर जाने वाले डाक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ को जरूरी होने पर आवश्यक पुलिस सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश भी दिया गया है।
क्रमांक/3828/अप्रैल-170/मनोज॥

जिला और जनपद पंचायतों में प्रशासक नियुक्त
जबलपुर 13 अप्रैल 2020
राज्य शासन द्वारा जिला और जनपद पंचायतों के कार्यकाल समाप्त होने पर मध्यप्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 के प्रावधानों के तहत प्रशासक नियुक्त किये गये हैं।
अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्री मनोज श्रीवास्तव द्वारा जारी आदेश में जनपद पंचायतों और जिला पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने पर वैकल्पिक व्यवस्था स्वरूप पूर्व में प्रशासकीय समितियों के गठन के निर्देशों को निरस्त कर दिया गया है। पंचायत राज अधिनियम के प्रावधानों के तहत जनपद पंचायतों के लिये संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तथा जिला पंचायतों के लिये संबंधित जिले के कलेक्टर को प्रशासक नियुक्त किया गया है।
क्रमांक/3829/अप्रैल-171/मनोज

सी.एम. हेल्पलाइन से सवा दो लाख लोगों को मिली मदद
जबलपुर 13 अप्रैल 2020
कोरोना संकट के इस दौर में नागरिक अपनी जरूरतों एवं सुविधाओं के लिये सी.एम. हेल्पलाइन 181 पर फोनकॉल कर सहयोग प्राप्त कर रहे हैं। सी.एम. हेल्पलाइन 181 पर अब तक दो लाख 24 हजार 226 फोनकॉलर्स को समुचित सहायता एवं सहयोग दिया गया। इनमें से भोजन संबंधी 30088, राशन संबंधी 105420, दवाइयों संबंधी 17077 तथा अन्य प्रकार के 38248 फोनकॉल पर त्वरित कार्रवाई कर सहायता मुहैया कराई गई। इसी तरह, 446 किसानों की फसल कटाई और फसल परिवहन की तथा भोजन/राशन वितरण में स्वैच्छिक सहायता के संबंध में प्राप्त 32927 समस्याओं का भी सी.एम. हेल्पलाइन पर समाधान किया गया।
क्रमांक/3830/अप्रैल-172/मनोज

जूम एप से महिला-बाल विकास के मैदानी अमले को प्रशिक्षण
जबलपुर 13 अप्रैल 2020
कोविड-19 की जंग में परिस्थितियां सामान्य होने में कितना वक़्त लगेगा, अभी निश्चित नहीं है, लेकिन लॉक-डाउन में महिला-बाल विकास विभाग ने बच्चों, गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण के लिए प्रयासों को जारी रखा है। विभाग का मैदानी अमला, विशेषकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस अमले को कोविड-19 की वर्तमान परीस्थितियों और भविष्य की चुनौतियों से निपटने की तैयारी भी कराई जा रही है।
महिला-बाल विकास विभाग द्वारा अपने मैदानी अमले को 'घर पर रहिए, सुरक्षित रहिए - साथ में सेवाएँ भी देते रहिए'' की संकल्पना के साथ डिजिटल माध्यम का उपयोग करते हुए डिस्टेंस ट्रेनिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में कोविड-19 और इससे बचाव, पोषण की निरंतरता और आँगनवाड़ियों की आकस्मिक सेवाओं की प्रदाय व्यवस्था को शामिल किया गया है। यूनिसेफ़ के सहयोग से यह प्रशिक्षण ज़ूम एप के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। इस प्रकार सोशल डिस्टेंस का पालन भी हो रहा है।
8 बैच में 4 हजार प्रतिभागी हुए प्रशिक्षित
इस दूरस्थ प्रशिक्षण में विषय विशेषज्ञों के साथ ही प्रमुख सचिव, महिला-बाल विकास श्री अनुपम राजन एवं आयुक्त महिला-बाल विकास श्री नरेश पाल कुमार द्वारा प्रतिभागियों को जानकारी दी जा रही है और उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। अभी तक 8 बैच में लगभग 4000 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। आगामी दिनों में सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों, सहायक संचालकों, परियोजना अधिकारियों, पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। प्रशिक्षण के अगले चरण में प्रदेश की सभी आँगनवाड़ियों, मिनी आँगनवाड़ी के माध्यम से लाखों हितग्राहियों को कोविड-19 की परिस्थितियों से निपटने की तैयारी कराई जाएगी। प्रदेश के सभी 51 वन स्टॉप सेंटर पर लॉक-डाउन के दौरान सभी सेवाओं की निरंतरता और परामर्श आदि देने के लिए भी ज़ूम एप के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
बच्चों को वीसी द्वारा दिया जा रहा प्रशिक्षण
प्रदेश के सभी बाल गृहों के लगभग 3000 बच्चों को लॉक-डाउन के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग से समय-समय पर परामर्श और रचनात्मक गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बच्चों को स्वच्छता, स्वास्थ, खान-पान की आदत, उचित पोषण, सुरक्षा और संरक्षण से संबंधित जानकारी भी दी जा रही है। जवाहर बाल भवन द्वारा नाट्य प्रभाग की ओर से एक सप्ताह की ऑनलाइन अभिनय कार्यशाला भी शुरू की गई। इसके अलावा, ग्रुप वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वॉयस मॉडयूलेशन का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
क्रमांक/3831/अप्रैल-173/मनोज