News.04.04.2020_A


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
ग्रामीण क्षेत्रों के गरीबों और मजदूरों की भोजन व्यवस्था में स्वयंसेवी संगठन सहभागी बनें
कलेक्टर ने सामाजिक एवं स्वयंसेवी संगठनों से की मदद की अपील
जबलपुर 04 अप्रैल 2020
कलेक्टर भरत यादव ने वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी गरीब और बेसहारा लोगों तथा बाहर से रहे मजदूरों के भोजन आदि की व्यवस्था में समाजसेवी संस्थाओं एवं स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग की जरूरत बताई है श्री यादव आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समाजसेवी संगठनों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे
बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित सिंह, नगर निगम आयुक्त आशीष कुमार, जिला पंचायत सीईओ प्रियंक  मिश्रा , डॉ जितेंद्र जामदार ,डॉ राजेश धीरावाणी, कैलाश गुप्ता, डॉ पवन स्थापक, डॉ व्ही के पांसे, डॉ प्रवीण दुबे और आशीष दीक्षित आदि मौजूद थे।
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि ग्रामीण क्षेत्र और जिले के छोटे शहरों में बढ़ रहे मूवमेंट को देखते हुए अब यहाँ ज्यादा ध्यान दिए जाने की जरूरत है उन्होंने कहा कि जबलपुर शहर में बरती जा रही सख्ती के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं लेकिन इससे हमें रिलेक्स नहीं होना  है बल्कि असल चुनौती अब हमारे सामने है ग्रामीण क्षेत्र में देश के बड़े शहरों और प्रदेश के अन्य जिलों से वापस रहे लोगों के कारण खतरा ज्यादा बढ़ गया है   श्री यादव ने बैठक में कहा कि प्रशासन द्वारा जिले के सभी प्रवेश मार्गों पर चेक पोस्ट स्थापित किये गये हैं और इन चेकपोस्ट पर हर व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है उन्होंने बताया कि प्रशासन के सामने चुनौती अब बाहर से वापस रहे इन लोगों के हेल्थ और हाईजीन का ध्यान रखने की है इसी के साथ यहाँ रुक गये बाहर के मजदूरों के भोजन रहने के इंतजाम पर भी ध्यान देना होगा कलेक्टर ने कहा कि इस काम में स्वास्थ विभाग सहित ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ अन्य विभागों के अमले की सेवाएं ली जा रही है जिला मुख्यालय पर स्थापित एकीकृत कोरोना कण्ट्रोल रूम से भी ग्रामीण क्षेत्र में होम आइसोलेशन में रखे गये लोगों पर लगातार नजर भी रखी जा है   श्री यादव ने कहा कि ऐसे लोगों को भोजन और राशन वितरण के साथ-साथ आइसोलेशन में रखे गये लोगों की निगरानी के काम में भी समाजसेवी संगठनों द्वारा प्रशासन का सहयोग किया जा सकता है
श्री यादव ने बैठक में कहा कि लॉक डाउन के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में सहयोग करने की इच्छुक समाजसेवी संस्थाए इस बारे में जिला रेडक्रॉस समिति के सचिव , जिला पंचायत के सीईओ या सीधे उनसे संपर्क कर सकती हैं उन्होंने ग्रामीणों को कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के उपायों की जानकारी देने, उन्हें जागरूक करने के कार्य मे भी समाजसेवी संगठनों से सहयोग का आग्रह किया कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रहीं संस्थाए और निजी अस्पताल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के प्रयासों में चिकित्सकों एवं  पैरामेडिकल स्टॉफ की ग्रामीण क्षेत्र में सेवाएं उपलब्ध कराकर भी अपना अमूल्य सहयोग प्रदान कर सकते हैं श्री यादव ने बैठक में ग्रामीण क्षेत्र एवं जिले के दूसरे नगरीय निकायों में पदस्थ कर्मचारियों एवं स्वास्थ, वन , महिला बाल विकास , राजस्व तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास  जैसे फ्रंटलाइन में रहने वाले विभाग के अमले को मास्क एवं सेनिटाइजर उपलब्ध कराने की बात कही उन्होंने कहा कि इनकी सुरक्षा पर भी  सभी को खास ध्यान देना होगा
               बैठक में  ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को राहत पहुंचाने के कार्य में बेहतर समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया
क्रमांक/3693/अप्रैल-35/जैन॥

दिगम्बर जैन समाज ने दिया 51 हजार रूपए का चेक
जबलपुर 04 अप्रैल 2020
शक्ति नगर दिगंबर जैन समाज द्वारा आगामी महावीर जयंती 6 अप्रैल  के पूर्व आज रेड क्रॉस सोसायटी जबलपुर को कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों की सहायता हेतु 51 हजार रूपए का चेक प्रदान किया गया इस अवसर पर अध्यक्ष प्रदीप जैन, कोषाध्यक्ष मनोज जैन, आदि उपस्थित थे।
क्रमांक/3694/अप्रैल-36/जैन॥

आज रात 9 बजे लाइट बंद करने पर ग्रिड प्रभावित नहीं होगी
प्रधानमंत्री की अपील पर सिर्फ लाइट का स्विच आफ रखना है
अन्य सभी बिजली उपकरण, अत्यावश्यक सेवायें चालू रहेंगीं
जबलपुर 04 अप्रैल 2020
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रविवार 5 अप्रैल को रात्रि 9 बजे 9 मिनिट के लिए स्वेच्छा से घर की सभी लाइट बंद रखने की अपील की गई है इस संबंध में सोशल मीडिया सहित विभिन्न माध्यमों से यह बात चर्चा में रही है कि एक साथ लाइट बंद करने से देश की बिजली सप्लाई ग्रिड में अस्थिरता जाएगी तथा वोल्टेज पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है, जिससे बिजली उपकरणों को नुकसान हो सकता है इस संबंध में विद्युत मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार भारतीय बिजली की ग्रिड मजबूत एवं स्थिर है तथा इसमें बिजली की मांग में किसी भी परिवर्तन को संभालने की क्षमता एवं व्यवस्था उपलब्ध है ग्रिड अस्थिर हो जाने अथवा वोल्टेज परिवर्तन से घर के बिजली उपकरणों के खराब हो जाने  संबंधी आशंकायें गलत और निराधार हैं
प्रधानमंत्री द्वारा घर की सिर्फ रोशनी (लाइट) बंद रखने की अपील की गई है तथा घर में उपलब्ध बिजली के अन्य उपकरण जैसे टी.वी., फ्रिज, कम्प्यूटर, एसी, आदि चालू रहेंगे अस्पतालों में रोशनी सहित अन्य सभी आवश्यक सेवाओं जैसे सार्वजनिक स्थानों, नगरपालिका सेवाओं, स्ट्रीट लाइट, पुलिस थानों आदि की बिजली चालू रहेगी
क्रमांक/3695/अप्रैल-37/जैन॥

जिले में नरवाई जलाना प्रतिबंधित
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने जारी किया आदेश
जबलपुर 04 अप्रैल 2020
      कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी भरत यादव ने नरवाई जलाने से होने वाले पर्यावरणीय दुष्प्रभावों और कृषि के नुकसान के मद्देनजर दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अंतर्गत जिले की सीमा में नरवाई (गेहूं एवं अन्य फसलों के डंठलों) जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश का उल्लंघन दण्डनीय अपराध घोषित किया गया है।
      जिला दण्डाधिकारी भरत यादव ने जारी प्रतिबंधात्मक आदेश में कहा है कि नरवाई जलाने से विगत वर्षों में कई गंभीर स्वरूप की अग्नि दुर्घटनाएं घटित हुई हैं और संपत्ति की हानि हुई है। नरवाई जलाने से कृषि भूमि की उर्वरता में कमी और पर्यावरण को हानि पहुंचती है। साथ ही पर्यावरणीय तापमान बढ़ने से ग्रीष्म ऋतु में जल संकट में भी बढ़ोत्तरी होती है और कानून व्यवस्था के लिए विपरीत स्थितियां निर्मित होती हैं।
      किसानों द्वारा नरवाई जलाने से खेत की आग के अनियंत्रित होने पर जन, धन, संपत्ति, प्राकृतिक वनस्पति एवं जीव-जंतु आदि नष्ट हो जाते हैं, जिससे व्यापक नुकसान होता है। साथ ही खेत की मिट्टी में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले लाभकारी सूक्ष्म जीवाणु इससे नष्ट होते हैं। जिससे खेत की उर्वरा शक्ति शनै:-शनै: घटती है और उत्पादन प्रभावित होता है। खेत में पड़ा कचरा, भूसा, डंठल सड़ने के बाद भूमि को प्राकृतिक रूप से उपजाऊ बनाते हैं। इन्हें जलाकर नष्ट करना ऊर्जा के नष्ट करने जैसा है। इसके अलावा नरवाई जलाने से हानिकारक गैसों का उत्सर्जन होता है। जिससे पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इन्हीं तमाम स्थितियों पर विचारोपरांत कलेक्टर ने नरवाई जलाना प्रतिबंधित किया है।
      कलेक्टर ने आदेशित किया है कि प्रत्येक कम्बाईंड हार्वेस्टर के साथ भूसा तैयार करने हेतु स्ट्रारीपर अनिवार्य रूप से रखा जाए तथा हार्वेस्टर से फसलों की कटाई तभी की जाएगी, जब संबंधित कृषक स्ट्रारीपर से भूसा तैयार कराने हेतु सहमत हो अन्यथा नहीं।
      भूसे की आवश्यकता पशु आहार के साथ ही अन्य वैकल्पिक रूप में भी की जाती है। एकत्रित किया गया भूसा ईंट भट्टा एवं अन्य उद्योगों में उपयोग किया जाता है। भूसे की मांग प्रदेश के अन्य जिलों के साथ अनेक प्रदेशों में भी होती है। एकत्रित भूसा 4-5 रूपए प्रति किलोग्राम की दर से विक्रय किया जा सकता है। पर्याप्त मात्रा में भूसा व पैरा उपलब्ध्‍ा नहीं होने पर पशु अन्य हानिकारक पदार्थ पॉलीथिन आदि खाते हैं, जिससे वे बीमार होते हैं और अनेक बार उनकी मृत्यु भी हो जाती है। इसके अलावा नरवाई का भूसा दो-तीन माह बाद दोगुनी दर पर बिकता है, जबकि कृषकों को यही भूसा बढ़ी हुई दरों पर खरीदना पड़ता है।
क्रमांक/3696/अप्रैल-38/मनोज॥

कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु आयुष औषधियों का वितरण करने 10 टीम गठित
जबलपुर 04 अप्रैल 2020
      राज्य शासन के निर्देशानुसार शासकीय आयुर्वेद चिकित्सालय एवं महाविद्यालय और जिला आयुष कार्यालय के निर्देशन में कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि हेतु आयुष औषधियों के वितरण हेतु 10 टीमों का गठन किया गया है।
      प्रधानाचार्य डॉ एलएल अहिरवाल ने बताया कि प्रत्येक टीम में 4 सदस्य रखे गए हैं। प्रत्येक टीम नगर के विभिन्न स्थानों में घर-घर जाकर आयुर्वेद एवं होम्योपैथी औषधियों का वितरण एवं बचाव संबंधी सुझाव प्रदान कर रही है। प्रतिदिन प्रत्येक टीम को एक हजार व्यक्तियों का लक्ष्य दिया गया है। इस प्रकार प्रतिदिन नगर के लगभग दस हजार व्यक्ति आयुष औषधियों से लाभांवित होंगे। 
क्रमांक/3697/अप्रैल-39/मनोज॥

भोजन निर्माण में साफ-सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें
नगर निगम के संभागीय अधिकारियों और संभागीय यंत्रियों के लिए निर्देश जारी
जबलपुर 04 अप्रैल 2020
      वैश्विक आपदा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव करने एवं सावधानी बरतने की दृष्टि से नगर निगम के सभी संभागीय अधिकारी और संभागीय यंत्रियों को आवश्यक निरोधक उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। जरूरतमंदों के लिए भोजन व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु नगर निगम द्वारा विभिन्न संभागों में किचिन संचालित किए जा रहे हैं।
      किचिन में भोजन व्यवस्था के दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा पर्याप्त सावधानियां रखी जाना सुनिश्चित करने की हिदायत दी गई है। किचिन स्थल तक आने-जाने का रास्ता व पार्किंग सही हो, किचिन की साफ-सफाई नियमित की जाए, सभी कार्यरत कर्मचारी मास्क, कैप, हैण्ड ग्लब्ज का उपयोग करें, सभी कर्मचारी सेनेटाइजर का उपयोग तथा साबुन का प्रयोग करें, सेनेटाइजर की एक बोतल कर्मचारी लगातार अपने पास रखें, सेनेटाइजर ज्वलनशील तरल है। इसलिए लगाने के बाद अग्नि से आवश्यक दूरी बनाएं रखें।
सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान अवश्य रखा जाए। बाहर से आने वाले व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाया जाए यदि आवश्यकता हो तो जूते पर सेनेटाइजर डाला जाए। खाना रखने के बर्तन साफ-सुथरे एवं ढंके हों। सभी खाद्यान्न सामग्री सब्जी, चावल, धोकर उपयोग करें। वितरण के लिए पैकेट तैयार करें तथा वितरण पैकिंग सामग्री अच्छी हो। वितरण टीम तैयार रहे तथा स्थानवार चिन्हित रहे। सभी प्राप्त होने वाली आवश्यक सामग्री तथा वितरित पैकेट का रिकार्ड रखा जाए।
क्रमांक/3698/अप्रैल-40/मनोज॥