NEWS -23-09-2020-A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 जिले के शहपुरा और सिहोरा में सबसे कम वर्षा हुई

जिले में अब तक 1000.1 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज

जबलपुर 23 सितंबर, 2020

जिले में एक जून से तेईस सितंबर तक 1000.1 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 1220.5 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई थी।

      अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल एक जून से अभी तक वर्षामापी केन्द्र जबलपुर में 1012.4 मिलीमीटर, पनागर में 1112.3 मिलीमीटर, कुण्डम में 1231.0 मिलीमीटर और पाटन में 1095.3 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। इसी प्रकार शहपुरा वर्षामापी केन्द्र में अब तक 615.5 मिलीमीटर, सिहोरा में 906.6 मिलीमीटर और मझौली में 1028.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

      भू-अभिलेख कार्यालय के अनुसार जिला मुख्यालय की औसत सामान्य वर्षा 1298.3 मिलीमीटर और जिले की औसत सामान्य वर्षा 1178.6 मिलीमीटर है।

क्रमांक/5843/सितंबर-294/मनोज

 मीडिया कार्यशाला 25 को

जबलपुर 23 सितंबर, 2020

राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत शुक्रवार 25 सितंबर को अपरान्ह 12 बजे से कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में पोषण माह अंतर्गत मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया है। महिला एवं बाल विकास विभा के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने पत्रकार, संवाददाताओं और प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधियों से उपस्थिति की अपील की है।

क्रमांक/5844/सितंबर-295/मनोज

 आयुष्मान योजना के कार्डधारी कोरोना मरीजों

के लिये 20 फीसदी बेड आरक्षित रखें : विश्वास सारंग

चिकित्सा‍ शिक्षा मंत्री के साथ निजी अस्पताल संचालकों की बैठक में बनी सहमति

जबलपुर 23 सितंबर, 2020

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग की अध्यक्षता में आज यहाँ कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई बैठक में निजी अस्पताल संचालकों ने कोविड मरीजों के लिये आरक्षित बिस्तरों में से 20 प्रतिशत बिस्तरों को आयुष्मान योजना के कार्डधारी कोरोना मरीजों को उपलब्ध कराने पर सहमति व्यक्त की है ।

      चिकित्सा शिक्षामंत्री श्री सारंग ने बैठक को संबोधित करते हुए कोरोना मरीजों के उपचार के लिये आरक्षित किये गये बिस्तरों में से कम से कम 20 प्रतिशत बिस्तरों पर आयुष्मान योजना के कार्ड धारियों को प्राथमिकता देने का आव्हान निजी अस्पताल संचालकों से किया था।  बैठक में निजी अस्पताल संचालकों ने कोरोना मरीजों के उपचार के लिये तय की गई दरों को सूचना पटल पर प्रदर्शित करने की बात भी स्वीकार की।  

श्री सारंग ने अपने संबोधन में कोरोना मरीज़ों का उपचार प्रारम्भ करने के लिये निजी अस्पताल संचालकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपेक्षा की कि जबलपुर के निजी अस्पताल अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वाह करते हुये इस महामारी से लड़ने में शासन का पूरा सहयोग करेंगे और जनता की सेवा और शहर के हितों को प्राथमिकता देंगें ।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बैठक में कहा कि कोरोना के प्रत्येक मरीज को निःशुल्क उपचार मिले इसके लिये मेडिकल और विक्टोरिया अस्पताल की क्षमता लगातार बढ़ाई जा रही है। श्री सारंग ने मेडिकल एवं विक्टोरिया अस्पताल सहित रेलवे और मिलेट्री अस्पताल तथा निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के उपचार की सुविधाओं तथा आईसीयू एवं ऑक्सीजन सपोर्टेड बिस्तरों की उपलब्धता का ब्यौरा प्राप्त किया ।

बैठक में विधायक श्री अजय विश्नोई, श्री अशोक रोहाणी, श्री सुशील तिवारी इंदु, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य  मोहम्मद सुलेमान, संभाग कमिश्नर महेशचंद्र चौधरी, आई जी बी.एस. चौहान, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ जीतेन्द्र जामदार मौजूद थे ।

        अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बैठक में मौजूद निजी अस्पताल संचालकों से कहा कि हालात को देखते हुये उन्हें अस्पताल की क्षमता बढ़ाने की दिशा में  तेजी से प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल संचालकों को आयुष्मान योजना के लिये बीस प्रतिशत बिस्तर आरक्षित करना होगा। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि निजी अस्पतालों में बिस्तर खाली होने पर आने वाले हर मरीज को भर्ती किया जाना चाहिये। केवल आर्थिक स्थिति के आधार पर किसी तरह का भेदभाव न हो इसका उन्हें ध्यान रखना होगा। श्री सुलेमान ने निजी अस्पताल संचालकों से कोरोना मरीजों के उपचार के लिये शासन द्वारा तय गाईड लाइन और प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करने की बात भी कही ।

क्रमांक/5845/सितंबर-296/मनोज

 शासकीय विभागों में रिक्त पद भरने के लिए तत्काल प्रक्रिया प्रारंभ करें- मुख्यमंत्री श्री चौहान

लगभग 25 हजार पदों पर होगी भर्ती

जबलपुर 23 सितंबर, 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गृह, राजस्व, लोक निर्माण, जेल, शिक्षा और अन्य विभागों में रिक्त पदों को भरने की कार्रवाई तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए। शिक्षकों के लगभग 15 हजार और अन्य विभागों के 10 हजार पद मिलाकर लगभग 25 हजार पदों के लिए भर्ती अनुमानित है।

मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनकल्याणकारी कार्यों के सुचारू संचालन के लिए विभागों में खाली पड़े पदों को भरने की कार्यवाही पूर्ण की जाए। इस संबंध में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड, लोक सेवा आयोग और विभागीय स्तर पर की जाने वाली कार्यवाही संपादित की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पदों की भर्ती के संबंध में विभागीय स्तर पर भी समीक्षा कर समग्र रूप से संपूर्ण प्रक्रिया अपनाए जाने के निर्देश दिए।

भर्ती में नियम प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित किया जाए

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रिक्त पदों की पूर्ति के संबंध में आवश्यक नियमों और प्रक्रियाओं के पालन का ध्यान रखते हुए प्रक्रिया पूरी की जाए। एक अनुमान के अनुसार करीब 10 हजार पदों के लिए पीईबी द्वारा आगामी महीनों में परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। इन पदों में गृह विभाग के अंतर्गत पुलिस आरक्षक के 3272 पद, किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के 863 पद, गृह विभाग में आरक्षक रेडियो संवर्ग के 493 पद, राजस्व निरीक्षक के 372 पद, कौशल संचालनालय में आईटीआई प्रशिक्षण अधिकारी के 302 पद शामिल हैं। इसके अलावा विभिन्न विभागों में शीघ्र लेखक, सहायक ग्रेड-3, स्टेनो टायपिस्ट, स्टेनोग्राफर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, सांख्यिकी अधिकारी और भृत्य, चौकीदार, वार्ड बाय, क्लीनर, वाटरमेन कुक जैसे पदों की भर्ती की जाएगी।

परीक्षाओं के आयोजन की तैयारी जारी

बैठक में बताया गया कि प्राथमिक शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा दिसम्बर 2020 में प्रस्तावित है। । वर्तमान में पीईबी की ओर से तकनीकी शिक्षा संचालनालय, पशुपालन विभाग और कृषि विभाग की विभिन्न परीक्षाओं के आयोजन की तैयारी भी की जा रही है। ये परीक्षाएं अकादमिक सत्र के अनुसार अक्टूबर और नवम्बर 2020 में प्रस्तावित हैं। इन पदों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। सिर्फ शिक्षकों के लिए ही 6.57 लाख आवेदन-पत्र इस वर्ष प्राप्त हुए हैं। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री के.के. सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री मनीष रस्तोगी, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाडे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

क्रमांक/5846/सितंबर-297/मनोज

 संसाधनों का समान वितरण कर जरूरतमंदों को सहारा देती है संबल योजना

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हितग्राहियों को दी सहायता राशि, संवाद भी किया

"आपका संबल-आपकी सरकार"

हितग्राहियों के खाते में अंतरित किए 80 करोड़ रुपये

जबलपुर 23 सितंबर, 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार गरीबों के कल्याण को सर्वोपरि मानती है। संसाधनों का समान वितरण कर जरूरतमंद गरीबों को सहारा देने वाली संबल जैसी व्यावहारिक योजना को पूर्व सरकार ने बंद कर दिया था। जन्म के पूर्व से लेकर असामयिक मृत्यु की स्थिति में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने वाली संबल योजना पर निरंतर अमल किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मिंटो हाल भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में संबल योजना के 3700 हितग्राहियों के खाते में 80 करोड़ की अनुग्रह राशि का अंतरण किया।

तीन साल में मिलेगा सभी को पक्का मकान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संबल संसाधनों के समान वितरण की योजना है। यह योजना गरीबों के लिए बहुत बड़ा सहारा बनी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूर्व सरकार ने मुँह का निवाला भी छीन लिया था। गर्भवती बहनों के पोषण में उपयोगी लड्डू से उन्हें वंचित कर दिया गया था। पूर्व सरकार के इशारे पर योजना बंद हो गई थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आने वाले तीन साल में सभी को पक्का मकान मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा हितग्राहियों से चर्चा के दौरान उन्हें संबल योजना के लाभ बताए और आश्वासन दिया कि आप लोग कभी चिंता न करना। यह योजना चालू रहेगी और आप लोगों को इसका लाभ मिलता रहेगा।

प्रदेश लौटे प्रवासी श्रमिकों को संबल से जोड़ा जाएगा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्तमान में जो हितग्राही योजना के लाभ से वंचित हैं उन्हें भी इसका लाभ दिलवाया जाएगा। जो प्रवासी श्रमिक कोविड-19 की समस्या के कारण प्रदेश में लौटे उन्हें भी संबल से जोड़ा जाएगा। इन श्रमिकों को भवन संनिर्माण कर्मकार मंडल से जोड़कर भी लाभान्वित किया जाएगा। इन श्रमिकों के बच्चों के लिए नि:शुल्क पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह वास्तविकता है कि जिस परिवार में कोई दु:खद घटना होती है, कुछ दिन सभी लोग सहानभूति व्यक्त करते हैं। वास्तविक पीड़ा प्रभावित व्यक्ति ही महसूस कर सकता है। ऐसे लोगों को सरकार से आर्थिक सहायता मिलना ही चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीबों की योजना संबल के क्रियान्वयन के लिए धनराशि की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज जिन हितग्राहियों को योजना का लाभ मिला है, वे आत्मनिर्भर हो सकेंगे।

बाइस जिलों में 308 स्थानों पर मना कार्यक्रम

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना में 22 जिलों के हितग्राहियों के खाते में 80 करोड़ रूपये की सहायता राशि ऑनलाईन अंतरित की। राज्य स्तरीय कार्यक्रम के साथ प्रथम चरण में 22 जिलों के 308 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संबल योजना की राशि हितग्राहियों के खातों में अंतरित करने के बाद हितग्राहियों से संवाद किया। मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना के प्रथम चरण में सागर, छतरपुर, पन्ना, शिवपुरी, ग्वालियर, अशोकनगर, गुना, दतिया, भिण्ड, मुरैना, इंदौर, खण्डवा, बुरहानपुर, धार, रायसेन, राजगढ़ विदिशा, अनूपपुर, आगर, मंदसौर, देवास और भोपाल के प्रत्येक जनपद पंचायत, नगर पालिका निगम, नगर पालिका परिषद्, नगर पंचायत मुख्यालयों पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम स्थल पर कोविड-19 संबंधी दिशा निर्देशों का पालन किया गया। कार्यक्रम में सीमित हितग्राहियों की उपस्थिति थी। इन कार्यक्रम स्थलों पर मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रसारण के लिए एल.ई.डी. स्क्रीन की व्यवस्था भी की गई थी। कार्यक्रम के प्रसारण के लिए एन.आई.सी. द्वारा नेट लिंक प्रदान किया गया था। कार्यक्रम का संचालन प्रमुख सचिव श्री उमाकांत उमराव ने किया। कार्यक्रम में खनिज साधन, श्रम मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह और पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण, विमुक्त घुम्मकड़ एवं अर्द्धघुम्मकड़ जनजाति कल्याण एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री राम खेलावन पटेल भी उपस्थित थे। इसके अलावा विभिन्न जिलों से अन्य मंत्रीगण और विधायक भी इस कार्यक्रम से जुड़े।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संबल योजना के अंतर्गत हितलाभ वितरण कार्यक्रम में वीडियो कान्फ्रेंसिंग द्वारा मंदसौर, गुना, सागर, रायसेन और भिंड के हितग्राहियों से बातचीत भी की।

हर हाल में जारी रखना संबल योजना

मंदसौर के ग्राम नाटाराम की श्रीमती लीलाबाई बागरी ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से कहा कि संबल योजना को हरहाल में जारी रखना। श्रीमती लीला बाई के पति मजदूरी करते थे। बीमारी के कारण उनकी असामयिक मृत्यु हो गई थी। संबल योजना के अंतर्गत श्रीमती लीला बाई को दो लाख रुपये की सहायता मिली। श्रीमती लीला बाई ने मुख्यमंत्री को बताया कि इससे बंजर खेत को सुधारने की योजना है। साथ ही बकरी पालन भी शुरु करने का विचार है। उन्होंने कहा कि मुसीबत के समय मिली सहायता से बेटों की पढ़ाई की चिंता दूर हुई है।

जाने वाले की कमी दूर नहीं होती पर संबल बनी सहारा

मंदसौर की ग्राम पंचायत गोवर्धनपुरा की श्रीमती श्यामू बाई सेन ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से कहा कि जाने वाले की कमी पूरी नहीं होती पर संबल ने सहारा दिया है। श्रीमती श्यामू बाई के पति की सूरत में दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। संबल के अंतर्गत उन्हें चार लाख रुपये की सहायता मिली। उन्होंने कहा कि इस सहायता से किराना दुकान आरंभ करने की योजना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्रीमती श्यामू बाई को हिम्मत बढ़ाते हुए कहा कि बच्चों की पढ़ाई की फीस सरकार भरेगी। तुम बच्चों को पढ़ाना जरूर।

चिंता नहीं करना भाई साथ है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गुना की श्रीमती सुमेला बाई भील से कहा कि चिंता नहीं करना। भाई साथ है। मिलकर मुसीबत से निकलेंगे। सुमेला के पति का बीमारी से निधन हो गया था। उन्हें दो लाख रुपये की सहायता मिली इससे वे रेडीमेड कपड़े की दुकान शुरु कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने सुमेला को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी रेडीमेड की बहुत मांग है।

हिम्मत नहीं हारना सीमा

सागर की श्रीमती सीमा अहिरवार के पति की मृत्यु टायफाइड के कारण हो गई थी। वे कृषक मजदूर थे। सीमा को दो लाख रुपये की सहायता मिली है। इससे वे सिलाई मशीन खरीद कर सिलाई का काम शुरु करने की योजना बना रहीं हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीमा से घर के बारे में जानकारी ली और कहा कि बस हिम्मत मत हारना सरकार हर कदम पर तुम्हारे साथ है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रायसेन की श्रीमती साधना बाई से भी बात की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा भोपाल की श्रीमती जायदा बी, श्रीमती सीता नागर, श्रीमती रेखा बाई, श्री सुहागमल, श्री सोमू गुर्जर और श्री प्यारे सिंह को हितलाभ वितरण प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया गया।

क्रमांक/5847/सितंबर-298/मनोज

 आई.टी.आई. में पुन: रजिस्ट्रेशन के लिए 30 सितम्बर तक तिथि बढ़ी

निजी आई.टी.आई. के लिए पोर्टल 16 अक्टूबर तक रहेगा खुला

जबलपुर 23 सितंबर, 2020

प्रदेश के शासकीय और निजी आई.टी.आई. में रजिस्ट्रेशन तथा च्वाइस फिलिंग के लिए अंतिम तिथि में परिवर्तन किया गया है। आई.टी.आई. के लिए रजिस्ट्रेशन एवं च्वाइस फिलिंग की प्रक्रिया 21 सितम्बर से प्रारंभ है। शासकीय आई.टी.आई. में भी रजिस्ट्रेशन और च्वाइस फिलिंग की तिथि 25 सितम्बर से 30 सितम्बर निर्धारित की गई है। पूर्व में शासकीय आई.टी.आई. में पुन: रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 28 सितम्बर तय की गई थी।

अब यह निर्णय लिया गया है कि निजी आई.टी.आई. के लिए रजिस्ट्रेशन एवं च्वाइस फिलिंग के लिए मध्यप्रदेश ऑनलाईन पोर्टल अब 16 अक्टूबर तक खुला रहेगा। जिससे जो छात्र पूर्व में रजिस्ट्रेशन नहीं कर सके है वे इस अवधि में रजिस्ट्रेशन और च्वाइस फिलिंग कर सकते हैं।

शासकीय आई.टी.आई. में अब तक कुल 14 हजार 574 बच्चों को प्रवेश दिया गया है। इसमें क्रास ट्रेनिंग स्किल में 14 हजार 235, इंडिस्ट्रीयल मेनेजमेंट समिति 213 में तथा ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग में 136 बच्चों को प्रवेश मिला है।

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष राज्य के बाहर के आवेदक भी शासकीय एवं निजी आई.टी.आई. में प्रवेश के लिए पात्र है। राज्य के बाहर के आवेदकों के लिए आरक्षण लागू नहीं होगा। रिक्त सीटों पर प्रथमत: राज्य के मूल निवासियों को प्रवेश दिया जायेगा। प्रवेश के बाद जो सीटें रिक्त होगी उन पर राज्य के बाहर के आवेदकों को प्रवेश दिया जायेगा। राज्य के बाहर के आवेदक चयन सूची में सबसे नीचे होंगे।

क्रमांक/5848/सितंबर-299/मनोज

 जबलपुर संभाग में पोषण माह के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन जारी

जबलपुर, 23 सितंबर, 2020

महिला एवं बाल विकास द्वारा कुपोषण को दूर करने के प्रयास में सितंबर माह को पोषण माह के रुप में मनाया जा रहा है। पोषण माह का आयोजन जबलपुर संभाग के 8 जिलों में किया जा रहा है। जबलपुर संभाग के सभी जिलों में वेबीनार के माध्यम से पोषण माह की गतिविधियां आयोजित किये जाने हेतु आवश्यक निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारियों एवं परियोजना अधिकारियों को दिये गये तथा प्रत्येक सप्ताह के अंत में आयोजित गतिविधियों की समीक्षा की गयी। इसके जिला स्तर एवं 17350 आंगनबाड़ी केन्द्रों की कार्य योजना तैयार की गई।

पोषण माह के तहत हितग्राही समूह विशेष गर्भवती, धात्री माताओं, 06 माह से 02 वर्ष के बच्चे 02 से 06 वर्ष के बच्चे तथा किशोरी बालिकाओं पर केन्द्रित गतिविधियां माह के प्रत्येक सप्ताह में आयोजित की जा रही हैं। माह के प्रथम सप्ताह में जिलों में गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन, पोषण थाली का प्रदर्शन, आंगनबाड़ी केन्द्रों में वृक्षारोपण का आयोजन किया गया। इस दौरान गर्भवती एवं धात्री माताओं को पौष्टिक आहार तैयार कराने की विधि का प्रदर्शन किया गया।

द्वितीय सप्ताह में बच्चे के जन्म के 6 माह के तुरंत बाद ऊपरी आहार की शुरुआत पर प्रोत्साहन गृह भेंट के दौरान पुरुषों की सहभागिता सुनिश्चित की गयी। धात्री माताओं का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं किशोरी बालिकाओं द्वारा 6 माह से 2 वर्ष तक के बच्चों के घरों में पोषण माह के प्रचार-प्रसार हेतु दीवार लेखन का कार्य किया गया। 6 माह से 2 वर्ष तक के बच्चों के घरों में गृहभेंट के माध्यम से अभिभावकों को गृहभेंट की जाकर उन्हें पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा संबंधी जानकारी दी गयी। अभिभावकों, पुरुष सदस्यों को आंगनबाड़ी केन्द्रों में आमंत्रित कर ऊपरी आहार एवं स्तनपान के महत्व के बारे में जानकारी प्रदान कर स्थानीय खाद्य पदार्थों से विभिन्न प्रकार के पौष्टिक व्यंजन की विधि एवं स्वास्थ्य पर परिचर्चा पोषण प्रदर्शनी के माध्यम से आयोजित की गयी।

तृतीय सप्ताह में फलदार वृक्षों का रोपण, व्हाट्सएप क्विज का आयोजन शौर्या दल द्वारा वॉलपेपर बनाकर तैयार किये गये। पुरुषों को रेसीपी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

चतुर्थ सप्ताह में किशोरी-बालिकाओं को केन्द्रित कार्यक्रमों का आयोजन किया जावेगा। वेबीनार के माध्यम से किशोरी बालिकाओं को उनकी सेहत एवं पोषण को लेकर वेबेनार का आयोजन किया जावेगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 17 सितंबर को ग्राम स्तरीय कार्ययोजना के विमोजन कार्यक्रम में डिंडौरी जिले की तेजस्विनी समूह की सदस्यों से वेबकास्ट के माध्यम से चर्चा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नवीन निर्मित लगभग 179 आंगनबाड़ी भवनों का लोकार्पण भी किया। विभाग द्वारा संचालित लाड़ली लक्ष्मी योजना के 9802 ई-प्रमाण-पत्रों, 17 हजार 278 बालिकाओं को छात्रवृत्ति तथा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत लगभग 29 हजार पात्र महिलाओं को लाभान्वित किया गया। ग्राम, वार्ड स्तरीय पोषण कार्ययोजना के विमोचन कार्यक्रम में संभागीय संयुक्त संचालक ने जिले की परियोजना पनागर के विद्यासागर वार्ड एवं आंगनबाड़ी केन्द्र बम्हनौदा में उपस्थित थे। पोषण माह की सभी गतिविधियां एवं सघन वजन अभियान की गतिविधियों  कोविड-19 के गाईडलाइन का पालन करते हुए आयोजित की जा रही है।

क्रमांक/5849/सितंबर-300/मनोज

 गरीब कल्याण सप्ताह के तहत

ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण वितरण आज

जबलपुर, 23 सितंबर, 2020

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे गरीब कल्याण सप्ताह के तहत जबलपुर जिले में 24 सितंबर को पूर्वान्ह 10.30 बजे से आजीविका मिशन द्वारा कलेक्ट्रट सभाकक्ष में ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स ऋण वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा हैं। इस कार्यक्रम में हितग्राहियों को ऋण वितरण किया जावेगा।

कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उद्बोधन का लाइव प्रसारण दिखाया और सुनाया जावेगा। जिला स्तर पर कार्यक्रम के साथ-साथ  जिले के समस्त विकासखण्डों में भी एक-एक कार्यक्रम आयोजित किया जावेगा। मुख्यमंत्री के उदबोधन को समस्त जन mp.mygov.in पर रजिस्ट्रेशन कर सुन सकते है।

क्रमांक/5850/सितंबर-301/मनोज