NEWS -10-09-2020-A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 जिले में अब तक 960.2 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज

जबलपुर 10 सितंबर, 2020

जिले में एक जून से दस सितंबर तक 960.2 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 1097.8 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई थी।

      अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल एक जून से अभी तक वर्षामापी केन्द्र जबलपुर में 981.7 मिलीमीटर, पनागर में 1077.4 मिलीमीटर, कुण्डम में 1158.0 मिलीमीटर और पाटन में 1019.6 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। इसी प्रकार शहपुरा वर्षामापी केन्द्र में अब तक 591.7 मिलीमीटर, सिहोरा में 888.8 मिलीमीटर और मझौली में 1004.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

      भू-अभिलेख कार्यालय के अनुसार जिला मुख्यालय की औसत सामान्य वर्षा 1298.3 मिलीमीटर और जिले की औसत सामान्य वर्षा 1178.6 मिलीमीटर है।

क्रमांक/5666/सितंबर-114/मनोज

 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के रिक्त पद हेतु आवेदन आमंत्रित

जबलपुर 10 सितंबर, 2020

एकीकृत बाल विकास परियोजना शहरी क्रमांक दो में रिक्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व आंगनवाड़ी सहायिका के एक-एक पद हेतु 24 सितं‍बर तक महिला आवेदकों से आवेदन आमंत्रित किया गया है। आवेदन से संबंधित विस्तृत जानकारी दूरभाष नंबर 0761-2408763 पर संपर्क कर प्राप्ति की जा सकती है।

क्रमांक/5667/सितंबर-115/मनोज

 कोरोना कंट्रोल रूम की व्यवस्था संचालित करने 15 कर्मियों की डियुटी लगी

जिला दण्डाधिकारी श्री शर्मा ने जारी किया ड्यूटी आदेश

जबलपुर 10 सितंबर, 2020

जिला दण्डाधिकारी एवं कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने दमोहनाका स्थित कोविड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर के व्यवस्थित और सुचारू संचालन के लिये 15 कर्मचारियों का आगामी आदेश पर्यन्त तक के लिये आज डियुटी आदेश जारी किया है।

कलेक्ट श्री शर्मा ने जिन शासकीय कर्मियों की डियुटी लगाई हैं, उनमें वाणिज्यिक कर विभाग के श्यामसुंदर अग्रवाल, संगीत कुमार सोरठ और विक्रांत मालवीय तथा जिला शिक्षा केन्द्र के वीरेन्द्र सिंह राजपूत शामिल हैं। इसी प्रकार एम.पी.आर.डी.सी. से ऑपरेटर वीरेन्द्र रजक और कला निकेतन पॉलिटेक्निक महाविद्यालय के राकेश ग्वालवंशी एवं दिलीप कुमार विश्वकर्मा तथा संभागीय कार्यालय माध्यमिक शिक्षा मंडल से अंनत कुमार दुबे और कृषि महाविद्यालय अधारताल से श्रीकांत उपाध्याय एवं जबलपुर विकास प्राधिकरण से अजय सिंह ठाकुर, रानी दुर्गावती विश्व‍विद्यालय से आशीष कुमार, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा से पुरूषोत्तम सोनी तथा एम.पी.ई.बी. ऑफिस ब्लॉक नंबर 7 शक्ति भवन से अमित हालदार, अंजुल चौकसे एवं प्रवीण कुमार सिंह की डियुटी आगामी आदेश तक के लिये लगाई गई है।

      सभी 15 कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि वे स्मार्ट सिटी जबलपुर के सी.ई.ओ. एवं कोरोना कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी आशीष पाठक के निर्देशन में प्रात: 10.30 बजे से शाम 6 बजे तक कार्य करना सुनिश्चित करें।

      कार्य में लापरवाही अथवा अनुपस्थिति की दशा में संबंधित शासकीय कर्मी के विरूद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।

क्रमांक/5668/सितंबर-116/मनोज

आदिम-जाति कल्याण विभाग में एकीकृत छात्रावास योजना

नई योजना से छात्रावासों को सीधे खाते में राशि देना हुआ संभव

जबलपुर 10 सितंबर, 2020

आदिम-जाति कल्याण विभाग में छात्रावासों के संचालन को सुविधाजनक बनाने के लिये एकीकृत छात्रावास योजना शुरू की गई है। योजना के क्रियान्वयन से अब विभाग के छात्रावासों में बजट की राशि प्रति छात्रावास के मान से उनके बैंक खातों में पहुँच सकेगी।

विभाग द्वारा प्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों में 199 जूनियर छात्रावास, 979 सीनियर छात्रावास, 152 महाविद्यालयीन छात्रावास और 218 उत्कृष्ट छात्रावास संचालित किये जा रहे हैं। इन छात्रावासों में स्वीकृत सीटों की संख्या 81 हजार 804 है। पूर्व में प्रत्येक छात्रावास के लिये प्रत्येक योजना क्रमांक एवं व्यय के अन्य मद प्रचलित थे। इस व्यवस्था से छात्रावासों के बैंक खातों में राशि पहुँचने में अनावश्यक विलंब होता था। इन दिक्कतों को दूर करने के लिये में इस वित्तीय वर्ष से विभाग एकीकृत छात्रावास योजना क्रमांक 9673 के नाम से परिवर्तित की गई है।

पूर्व में अलग-अलग छात्रावासों की व्यय राशि अलग-अलग शीर्ष में आती थी, जबकि राशि का उपयोग सभी छात्रावासों में एक ही था। एकीकृत छात्रावास योजना से पृथक-पृथक छात्रावासों में बजट की गणना, बजट का प्रावधान, स्वीकृति एवं देयकों के माध्यम से राशि का आहरण आदि कार्यों में सरलीकरण हुआ है। विभाग के सॉफ्टवेयर MPTAAS परियोजना के माध्यम से एक ही पूल एकाउंट में सभी राशियों का आहरण के बाद जमा किये जाने से छात्रावासों को सीधे बैंक खाते में राशि जारी किया जाना संभव हुआ है।

आदिम-जाति कल्याण विभाग ने छात्रावासों का एकीकरण किये जाने के साथ ही छात्रावासों में विभिन्न वर्गों के विद्यार्थियों को प्रवेश देने के लिये नवीन नियम बनाये गये हैं, जिसमें अनुसूचित-जनजाति, अनुसूचित-जाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक कल्याण और घुमक्कड़ एवं अर्द्ध-घुमक्कड़ जनजाति के विद्यार्थियों को छात्रावासों में प्रवेश दिया जा सकेगा। इस नियम के बन जाने से छात्रावासों में रिक्त रहने वाली सभी सीटों को भरा जा सकेगा।

क्रमांक/5669/सितंबर-117/मनोज

 आई.टी.आई. प्रवेश प्रारंभ

पहले चरण में 7166 बच्चों ने लिया प्रवेश

द्वितीय चयन सूची जारी,13 सितम्बर तक प्रवेश

जबलपुर 10 सितंबर, 2020

अगस्त 2020 से प्रारंभ नए शैक्षणिक सत्र में शासकीय आई.टी.आई. में प्रवेश की ऑनलाइन प्रक्रिया प्रारंभ है। पहले चरण में शासकीय आई.टी.आई. में लगभग 7 हजार 166 बच्चों को प्रवेश दिया गया है। इसके तहत क्रॉस ट्रेनिंग स्किल में 6 हजार 891 बच्चे, इंडिस्ट्रीयल मेनेजमेंट समिति-168 तथा ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग में 107 बच्चों को प्रवेश मिला है।

आई.टी.आई. प्रवेश में द्वितीय चयन सूची जारी कर दी गई है, इसमें 13 सितम्बर तक प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण कर ली जायेगी। वंचित आवेदक एम.पी. ऑनलाइन पोर्टल पर 25 से 28 सितम्बर 2020 तक अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते है।

उल्लेखनीय है कि इस सत्र में अन्य राज्यों के आवेदकों के प्रवेश की व्यवस्था निर्धारित की गई है। एम.पी. ऑनलाइन में रजिस्ट्रेशन तथा त्रुटि सुधार एवं इच्छित संस्थाओं में व्यवस्थाओं की प्राथमिकता के क्रम का विकल्प तथा च्वाईस फिलिंग में त्रुटि सुधार के लिए पोर्टल पर व्यवस्था की गई है। इस सत्र में आवेदक 100 विकल्प भर सकते है। शासन द्वारा शासकीय आई.टी.आई. में तीन वर्षो से ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया लागू है। अशासकीय आई.टी.आई. में पिछले वर्ष से यह व्यवस्था लागू की गई है।

क्रमांक/5670/सितंबर-118/मनोज

 नाट्य विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए शेष चार माह के पाठ्यक्रम की स्वीकृति

जबलपुर 10 सितंबर, 2020

मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय के 2019-20 सत्र के विद्यार्थियों को शेष रहे चार माह के पाठ्यक्रम पूर्ण कराये जाने का निर्णय लिया गया है। यह पाठ्यक्रम कोरोना महामारी की नैदानिक औषधि की उपलब्धयता एवं गृह मंत्रालय, भारत सरकार की एस.ओ.पी. जारी होने के पश्चात अनुसरण में शासन के आदेशों (संस्कृति विभाग) की गाइडलाइन का पालन करते हुए मध्य‍प्रदेश नाट्य विद्यालय द्वारा कराये जाने की जवाबदारी होगी।

इस आशय का निर्णय संस्कृति विभाग द्वारा विद्यार्थियों की समस्याओं के निराकरण के लिए गठित कमेटी की अनुशंसा के आधार पर लिया गया। प्रशिक्षण अवधि में विद्यार्थियों को स्टापेंड नहीं दिया जायेगा, क्योंकि यह स्टापेंड नाट्य विद्यालय द्वारा उनको पूर्व में लॉकडाउन अवधि में दिया चुका है। विद्यार्थियों ने इसे सिद्धान्तं: मान्य भी किया है एवं स्वीकृत व्यवस्था के अनुरूप पाठ्यक्रम पूर्ण किए जाने में अपनी सहमति भी दी है।

विद्यार्थियों की 50 प्रतिशत से कम उपस्थिति पर कक्षाएँ नहीं होंगी

विभाग द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि यदि तीन दिन तक छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 50 प्रतिशत से कम रहेगी तो कक्षाओं को जारी नहीं रखा जायेगा। विभाग ने नाट्य विद्यालय के निदेशक को निर्देश दिया है कि उपरोक्त अनुशासन में कार्यवाही की जाये एवं शुद्ध पेयजल जैसी आवश्य सहूलियतें विद्यार्थियों के लिए सुनिश्चित की जायें। साथ ही किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति निर्मित न हो इसका ध्यान रखा जाये।

क्रमांक/5671/सितंबर-119/मनोज

 प्रदेश में नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

ऑक्सीजन आपूर्ति पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से की फोन पर चर्चा

कोविड के मरीज बढ़ रहे हैं, सावधानी आवश्यक

दीर्घकालिक योजना में 200 टन क्षमता का नवीन संयंत्र शुरु करने की तैयारी

कोरोना पर समीक्षा बैठक संपन्न

जबलपुर 10 सितंबर, 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी। कोविड-19 के मरीजों को आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति हर हलात में सुनिश्चित की जाएगी। प्रदेश में विद्यमान प्लांट्स की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ अन्य राज्यों से समन्वय का प्रयास निरंतर जारी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास पर आयोजित बैठक में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है पर हर स्थिति में व्यवस्थाओं का सुचारु संचालन आवश्यक है। सितम्बर माह के अंत तक 150 टन ऑक्सीजन उपलब्ध हो जाएगी। नए ऑक्सीजन प्लांट के लिए भी कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे से की फोन पर चर्चा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक के दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे से प्रदेश में ऑक्सीजन आपूर्ति के संबंध में फोन पर बात की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि श्री ठाकरे ने आश्वस्त किया है कि ऑक्सीजन की समस्या महाराष्ट्र में भी है पर वे पूरे प्रयास करेंगे कि मध्यप्रदेश को ऑक्सीजन की आपूर्ति जारी रहे।

ऑक्सीजन आपूर्ति गुजरात और उत्तरप्रदेश से होगी वैकल्पिक व्यवस्था

बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश को 20 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति महाराष्ट्र से है। यह आपूर्ति आईनॉक्स कंपनी द्वारा की जाती है। यह कंपनी आवश्यकता होने पर गुजरात और उत्तरप्रदेश के अपने प्लांट से मध्यप्रदेश को ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्तमान में हमारे पास 50 टन ऑक्सीजन उपलब्ध थी इसको बढ़ाकर हमने अपनी क्षमता 120 टन कर ली है और 30 सितम्बर तक यह क्षमता 150 टन हो जाएगी। प्रदेश में विद्यमान ऑक्सीजन प्लांटों की क्षमता वृद्धि के निर्देश भी दिए गए हैं। यदि ये प्लांट 100 प्रतिशत क्षमता पर कार्य करेंगे तो हमें अतिरिक्त ऑक्सीजन प्राप्त हो सकेगी। प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी की स्थिति नहीं आएगी। किसी प्रकार की चिंता की आवश्यकता नहीं है।

ऑक्सीजन का दुरुपयोग न हो

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह सुनिश्चित करना भी आवश्यक है कि ऑक्सीजन का दुरुपयोग न हो। मरीज को आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन उपलब्ध हो। ऑक्सीजन का अपव्यय और दुरुपयोग रोकने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण तथा निगरानी की व्यवस्था की जा रही है।

प्रदेश में लगेगा 200 टन क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए दूरगामी योजना पर भी कार्य कर रहा है। आईनॉक्स कंपनी का ऑक्सीजन प्लांट प्रदेश में लगाने की अनुमति दी जा रही है। होशंगाबाद के मोहासा बावई में यह प्लांट लगेगा। इसमें 200 टन ऑक्सीजन का उत्पादन होगा।

कोविड के मरीज बढ़ रहे हैं : सावधानी आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य में कोविड के मरीज बढ़ रहे हैं यह वास्तविकता है। परन्तु हर स्थिति में व्यवस्थाएं ठीक चलती रहें उसके लिए राज्य शासन प्रतिबद्ध है। अस्पताल में बिस्तर बढ़ाने की आवश्यकता भी है। इस दिशा में भी राज्य सरकार कार्यरत है। चिकित्सा महाविद्यालयों तथा जिला चिकित्सालयों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। निजी अस्पतालों में कोविड के प्रभावी इलाज की व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश लॉक से अनलॉक की ओर बढ़ा है। अर्थव्यवस्था को पुन: लॉक नहीं कर सकते। आर्थिक गतिविधियां बंद नहीं हो सकती। इस परिस्थिति में सावधानी बरतना बहुत आवश्यक है। उन्होंने प्रदेशवासियों से मॉस्क का उपयोग हर स्थिति में करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मॉस्क और परस्पर दूरी कोरोना से बचाव का प्रभावी उपाय है।

फीवर क्लीनिक-कमांड कंट्रोल सेंटर को बनाया जाए प्रभावी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना महामारी के प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए लक्ष्य आधारित रणनीति क्रियान्वित की जा रही है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी जिलों में फीवर क्लीनिक पर आवश्यक जांच और उपचार की व्यवस्था हो। फीवर क्लीनिक को और अधिक सशक्त किया जा रहा है। सभी जिलों में सोमवार तक कोविड कमांड तथा कंट्रोल सेंटर आरंभ करने के निर्देश दिए गए। इससे होम आईसोलेशन में जो मरीज हैं उनकी मॉनीटेरिंग की व्यवस्था को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। कमांड कंट्रोल सेंटर पर एम्बूलेंस की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। अगर किसी भी मरीज को जरूरत पड़े तो उसे तत्काल अस्पताल भेजा जा सके। श्री चौहान ने कहा कि होम आइसोलेशन व्यवस्था सुदृढ़ कर इसे प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।

निवास पर आयोजित बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री संजय शुक्ला तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

क्रमांक/5672/सितंबर-120/मनोज

कलेक्टर ने की शहरवासियों से फीवर क्लीनिक में

नि:शुल्क जांच व उपचार कराने की अपील

सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ होने

पर निकटतम फीवर क्लीनिक में करायें नि:शुल्क जांच

    जबलपुर, 10 सितंबर, 2020

जिला प्रशासन द्वारा शहर के सभी 79 वार्डों में नागरिकों की सुविधा के लिए शुरु किये गये फीवर क्लीनिक में संबंधित वार्ड के नागरिक सर्दी-खांसी-बुखार और सांस लेने में तकलीफ होने पर अपनी नि:शुल्क जांच व उपचार करा सकेंगे और कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण दिखाई देने पर सेम्पल भी दे सकेंगे। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने शहरवासियों से आग्रह किया है कि वे सर्दी, खांसी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ महसूस होने पर तत्काल निकटतम फीवर क्लीनिक में जाकर नि:शुल्क जांच कराएं।

कलेक्टर श्री शर्मा ने बताया कि फीवर क्लीनिक में जांच और उपचार नि:शुल्क किया जायेगा। सेम्पल लेने के लिए फीवर क्लीनिक में अलग से टीम तैनात की गई है। फीवर क्लीनिक प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक कार्यरत रहेंगे। शहर में स्थित प्रत्येक फीवर क्लीनिक के लिए एक चिकित्सक को नोडल अधिकारी भी बनाया गया है। जिला प्रशासन के मुताबिक कोरोना संदिग्ध मरीजों के सेम्पल भी इन्ही फीवर क्लीनिक में लिये जाएंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर 41, 49, 50, 51, 56 और वार्ड क्रमांक 58 के निवासी सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ होने पर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र आधारताल स्थित फीवर क्लीनिक में जाकर अपनी जांच करा सकेंगे। कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर इसी फीवर क्लीनिक में उनके सेम्पल लिये जाएंगे। इसी तरह वार्ड क्रमांक 62, 63, 64, 68, 69, 70, 78 एवं वार्ड क्रमांक 79 के निवासी बड़ा पत्थर रांझी स्थित शहरी स्वास्थ्य केन्द्र में बनाये गये फीवर क्लीनिक जाकर अपना परीक्षण करा सकेंगे। और लक्षण दिखाई देने पर कोरोना टेस्ट हेतु सेम्पल भी इसी फीवर क्लीनिक में लिये जाएंगे।

वार्ड क्रमांक 43, 45, 46 और वार्ड क्रमांक 54 के निवासी कांचघर चौक स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में बनाये गए फीवर क्लीनिक में, वार्ड क्रमांक 39, 57, 60 एवं 74 के निवासी टीआई बंगला सरस्वती कालोनी स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सुहागी में बनाये गए फीवर क्लीनिक में और वार्ड क्रमांक 10, 11, 12, 13, 14 एवं 15 के निवासी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गुप्तेश्वर स्थित फीवर क्लीनिक में, वार्ड क्रमांक 65, 66 एवं 67 तथा छावनी परिषद के वार्डों के निवासी भोगाद्वार स्थित शहरी स्वास्थ्य केन्द्र कजरवारा में तथा वार्ड क्रमांक 23, 24, 25, 34, 37 एवं 52 के निवासी कोतवाली थाना के सामने स्थित शहरी स्वास्थ्य केन्द्र कोतवाली में बनाये गए फीवर क्लीनिक में एवं वार्ड क्रमांक 36, 38, 40, 53, 55 एवं 59 के निवासी आदर्श नर्सिंग होम के पीछे व्यौहारबाग स्थित शहरी स्वास्थ्य केन्द्र मोतीनाला के फीवर क्लीनिक में और वार्ड क्रमांक 1, 2, 6, 16 एवं 17 के निवासी गुरुकुल स्कूल के सामने धनवंतरी नगर स्थित शहरी स्वास्थ्य केन्द्र परसवारा के फीवर क्लीनिक में, वार्ड क्रमांक 4, 8, 9 एवं 18 के निवासी ग्वारीघाट रोड कालोनी स्थित शहरी स्वास्थ्य केन्द्र पोलीपाथर के फीवर क्लीनिक में सर्दी, खांसी, बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ होने पर अपना परीक्षण करा सकेंगे व कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर सेम्पल दे सकेंगे।

वार्ड क्रमांक 42, 44, 47, 48, एवं 61 के निवासी संजय नगर पानी की टंकी के पास स्थित शहरी स्वास्थ्य केन्द्र संजय नगर के फीवर क्लीनिक में, वार्ड क्रमांक 26, 29, 30, 31, 72 एवं 73 के निवासी गली नंबर पांच शांतिनगर स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के फीवर क्लीनिक में, वार्ड क्रमांक 7, 19, 20, 22, 32 एवं 33 के निवासी मेहता पेट्रोल पंप अपूर्व पैथालॉजी के पास स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्नेहनगर फीवर क्लीनिक में, वार्ड क्रमांक 75, 76 एवं 77 के निवासी ट्रांसपोर्ट नगर महाराजपुर स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के फीवर क्लीनिक में और वार्ड क्रमांक 3, 5 एवं 71 के निवासी मेनरोड तिलवाराघाट स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तिलवाराघाट के फीवर क्लीनिक में, वार्ड क्रमांक 21, 27, 28 एवं 35 में नगेन्द्र डेयरी रानीताल मुक्तिधाम के पास स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उखरी के फीवर क्लीनिक में, वार्ड क्रमांक 68 के निवासी सिविल हॉस्पिटल रांझी स्थित फीवर क्लीनिक में, वार्ड क्रमांक 54 के निवासी एल्गिन हॉस्पिटल स्थित फीवर क्लीनिक में तथा वार्ड क्रमांक 23 के निवासी विक्टोरिया हॉस्पिटल स्थित फीवर क्लीनिक में, वार्ड क्रमांक 39 के निवासी संजीवनी क्लीनिक लेमागार्डन स्थित फीवर क्लीनिक में तथा वार्ड क्रमांक 36 के निवासी पॉलीक्लीनिक मोतीनाला स्थित फीवर क्लीनिक में अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा सकेंगे। इसी तरह केन्ट बोर्ड के सभी वार्ड के नागरिक मोतीलाल नेहरू हास्पिटल खम्बताल स्थित फीवर क्लीनिक में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ होने पर अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा सकेंगे।

क्रमांक/5673/सितंबर-121/मनोज