NEWS -11-09-2020--A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 जिले में अब तक 960.2 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज

जबलपुर 11 सितंबर, 2020

जिले में एक जून से ग्‍यारह सितंबर तक 960.2 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 1099.2 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई थी।

      अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल एक जून से अभी तक वर्षामापी केन्द्र जबलपुर में 981.7 मिलीमीटर, पनागर में 1077.4 मिलीमीटर, कुण्डम में 1158.0 मिलीमीटर और पाटन में 1019.6 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। इसी प्रकार शहपुरा वर्षामापी केन्द्र में अब तक 591.7 मिलीमीटर, सिहोरा में 888.8 मिलीमीटर और मझौली में 1004.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

      भू-अभिलेख कार्यालय के अनुसार जिला मुख्यालय की औसत सामान्य वर्षा 1298.3 मिलीमीटर और जिले की औसत सामान्य वर्षा 1178.6 मिलीमीटर है।

क्रमांक/5677/सितंबर-125/मनोज

 कोरोना को परास्त कर 4 हज़ार 458  मरीज हुये डिस्चार्ज

जबलपुर 11 सितंबर, 2020

जबलपुर में बेहतर चिकित्सा सुविधाओं और अन्य इंतजामों के फलस्वरूप आज तक कोरोना संक्रमित 5 हज़ार 878 व्यक्तियों में से 4 हजार 458 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किए गए हैं । डिस्चार्ज हुए मरीजों ने कृतज्ञता व्यक्त करते हुए डाक्टरों नर्सो व अन्य स्टाफ आदि को धन्यवाद दिया और शासन - प्रशासन का भी आभार माना । डिस्चार्ज हुए मरीजों ने अस्पताल से विजय भाव से विदाई ली। अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें स्वस्थ जीवन और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाओं के साथ विदाई दी । जबलपुर में शासकीय तथा शासकीय अस्पतालों में इलाज के लिए की गई बेहतर इंतजाम के परिणाम मिल रही है । दिन - प्रतिदिन कोरोना मरीज स्वस्थ होकर अपने घर घरों को लौट रहे हैं । इनमें हर आयु वर्ग के मरीज शामिल हैं। अभी तक डिस्चार्ज हुये मरीजों में जबलपुर संभाग के जिलों के साथ अन्य संभाग के मरीज भी शामिल हैं। जिसमें से अधिकांशतः जबलपुर के मरीज डिस्चार्ज हुए हैं।

क्रमांक/5678/सितंबर-126/मनोज

 प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों

को 12 सितंबर को कराया जाएगा गृह प्रवेश

जबलपुर 11 सितंबर, 2020

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अन्तर्गत पूर्ण हो चुके आवासों के हितग्राहियों को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्चुअल कार्यक्रम में गृह प्रवेश कराया जायेगा तथा वह  हितग्राहियों से संवाद भी स्थापित किया जायेगा। प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत 12 सितम्बर को प्रात: 11 बजे से प्रधानमंत्री जी द्वारा मध्यप्रदेश में गृह प्रवेश कार्यक्रम ऑनलाइन सम्पन्न होगा जिसमें मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी भी जुड़ेंगे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री द्वारा वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से पूर्ण हो चुके आवासों का हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि जबलपुर जिले में 24 मार्च 2020 से अब तक 2 हजार 912 हितग्राहियों के आवास पूर्ण कराये गये हैं। इन सभी आवासों का गृह प्रवेश कार्यक्रम ऑनलाइन संपन्न होगा।

उल्लेखनीय है कि जनपद पंचायत जबलपुर में 479, जनपद पंचायत पनागर में 307, जनपद पंचायत कुंडम में 350, जनपद पंचायत मझौली में 525, जनपद पंचायत पाटन में 376, जनपद पंचायत शहपुरा में 469 तथा जनपद पंचायत सिहोरा में 405 हितग्राहियों के प्रधानमंत्री आवास बनकर तैयार हो चुके है। प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राहियों में अब खुशी की लहर है कि वे 12 सितंबर को अब अपने नये घर में प्रवेश करेंगे और नव जीवन का अनुभव करेंगे।

क्रमांक/5679/सितंबर-127/मनोज

 तकनीकी शिक्षा की छात्राओं और दिव्यांग बच्चों के लिये प्रगति एवं सक्षम छात्रवृत्ति योजना

नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर ऑनलाइन कर सकेंगे आवेदन 

जबलपुर 11 सितंबर, 2020

छात्राओं को तकनीकी शिक्षा के माध्यम से सशक्त करने तथा विशेष रूप से दिव्यांग बच्चों को तकनीकी शिक्षा के लिये प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रगति तथा सक्षम छात्रवृत्ति योजना लागू है। दोनों योजनाओं के तहत 50 हजार रुपये प्रति वर्ष की छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति के लिये अब इच्छुक विद्यार्थी नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

प्रमुख सचिव, तकनीकी शिक्षा श्रीमती देशमुख ने बताया कि प्रगति छात्रवृत्ति योजना के तहत स्नातक तथा डिप्लोमा करने वाली प्रथम तथा द्वितीय वर्ष की छात्राएँ, जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय 8 लाख से कम हो, छात्रवृत्ति के लिये आवेदन कर सकती हैं। प्रगति छात्रवृत्ति योजना के तहत प्रतिवर्ष 10 हजार 500 छात्रवृत्ति दिये जाने का प्रावधान है, जिसमें 5 हजार स्नातक स्तर के तथा 5 हजार छात्रवृत्ति डिप्लोमा की छात्राओं को दिया जायेगा। प्रगति छात्रवृत्ति योजना के तहत 50 हजार रुपये प्रतिवर्ष दिये जायेंगे।

सक्षम छात्रवृत्ति योजना के तहत विशेष रूप से दिव्यांग बच्चे, जो 40 प्रतिशत विकलांगता के साथ तकनीकी शिक्षा की पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें इस छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा। आठ लाख रुपये से कम वार्षिक पारिवारिक आय वाले प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्र इस योजना के तहत 50 हजार रुपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति के लिये आवेदन कर सकते हैं।

क्रमांक/5680/सितंबर-128/मनोज

 प्रदेश में ऑक्सीजन का संकट नहीं : मुख्यमंत्री श्री चौहान

फीवर क्लीनिक तथा कमांड कंट्रोल सेंटर सक्रियता से कार्य करें
कोविड-19 की समीक्षा संपन्न 

जबलपुर 11 सितंबर, 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में ऑक्सीजन का संकट नहीं है। पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है। किसी को भी चिंता की आवश्यकता नहीं है। राज्य शासन द्वारा आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली गईं हैं। विभिन्न राज्य सरकारों से भी समन्वय किया जा रहा है। प्रदेश में ऑक्सीजन उपलब्धता की मॉनीटरिंग के लिए प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री संजय शुक्ला को दायित्व सौंपा गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी को लेकर निरंतर सजगता की आवश्यकता है। स्वास्थ्य संस्थाओं में स्थापित किए गए फीवर क्लीनिक, संभावित लक्षणों से प्रभावित व्यक्तियों के परीक्षण और उपचार के लिए निरंतर सक्रिय रूप से कार्य करें। होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों की मॉनीटरिंग के लिए जिला स्तर पर बनाए गए कमांड एवं कंट्रोल सेंटर की व्यवस्थाओं की भी प्रभारी अधिकारी निरंतर मॉनीटरिंग करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह निर्देश कोरोना की समीक्षा बैठक के दौरान दिए।

बैठक में अवगत कराया गया कि प्रदेश का रिकवरी रेट 75.3 प्रतिशत है। प्रदेश में अब-तक 83 हजार 619 पॉजीटिव प्रकरण सामने आए। रिकवर हुए केस 62 हजार 936 हैं। जिलावार स्थिति की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर चिकित्सा महाविद्यालय से किसी विशेषज्ञ को शिवपुरी भेजने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने एम्स भोपाल में उपलब्ध क्षमता तथा संसाधनों की भी जानकारी ली।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के प्रकरण प्रदेश में लगातार बढ़ रहे हैं। इससे बचाव के लिए प्रत्येक व्यक्ति को सतर्क रहना आवश्यक है। कार्य व्यवहार में परस्पर दूरी और मॉस्क का उपयोग सुनिश्चित करना आवश्यक है। समीक्षा बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री संजय शुक्ला, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाडे एवं अन्य अधिकारी उपलब्ध थे।

क्रमांक/5681/सितंबर-129/मनोज

 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 12 सितम्बर को करायेंगे 1 लाख 75 हजार परिवारों को गृहप्रवेश

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की तैयारियों की समीक्षा 

जबलपुर 11 सितंबर, 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के 1 लाख 75 हजार परिवार 12 सितम्बर को अपने नए आवास में गृह प्रवेश करेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इन परिवारों को वर्चुअल आधार पर गृह प्रवेश करायेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री का संबोधन भी होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 12 सितम्बर का दिन इन परिवारों के लिए नये जीवन की शुरुआत का होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत 12 हजार गांवों में निर्मित 1 लाख 75 हजार आवासों के लिए आयोजित गृह प्रवेशम् कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।

गृह प्रवेशम् 12 सितम्बर को प्रात: 11 बजे आरंभ होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री आवास योजना के सभी 1 लाख 75 हजार हितग्राहियों से अपील की है कि वे अपने इन नए आवासों में उत्सवपूर्वक प्रवेश करें। गृह प्रवेशम् के इस कार्यक्रम में पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीणजन कोरोना संक्रमण से बचाव की सावधानियों का पालन करते हुए सम्मिलित हों। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास श्री मनोज श्रीवास्तव तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

क्रमांक/5682/सितंबर-130/मनोज

 प्रदेश में 16 सितम्बर से जनकल्याण पखवाड़ा

प्रधानमंत्री श्री मोदी के जन्म दिवस पर

आँगनवाड़ियों में होगा दुग्ध वितरण : मुख्यमंत्री श्री चौहान
पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस 25 सितम्बर तक जनकल्याण कार्यक्रमों की श्रृंखला 

जबलपुर 11 सितंबर, 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में 16 सितम्बर से जनकल्याण के कार्यक्रमों की श्रृंखला प्रारंभ हो रही है। यह श्रृंखला पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस 25 सितम्बर तक निरंतर चलेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि 16 सितम्बर को मध्यप्रदेश के करीब 37 लाख ऐसे गरीब भाई-बहनों को राशन का वितरण शुरु किया जा रहा है, जिनके पास पात्रता पर्ची नहीं है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री श्री मोदी का जन्म दिवस है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सदैव गरीब वर्ग के कल्याण को प्राथमिकता दी है। इस नाते उनके जन्म दिवस पर प्रदेश के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों को पोषण आहार के साथ ही दूध का वितरण भी प्रारंभ किया जा रहा है।

जनकल्याण कार्यक्रम

16 सितम्बर- पात्रता पर्ची एवं खाद्यन्न वितरण।

17 सितम्बर- आँगनवाड़ी केन्द्रों में दुग्ध वितरण आरंभ।

18 सितम्बर- फसल बीमा योजना के 4600 करोड़ रूपये किसानों के खाते में अंतरण।

19 सितम्बर- वनाधिकार पट्टों का वितरण तथा पथ विक्रेताओं ऋण राशि वितरण।

20 सितम्बर- संबल योजना के हितग्राहियों के लिए कार्यक्रम।

21 सितम्बर- स्व-सहायता समूहों के खातों में 150 करोड़ रुपये जमा करना।

22 सितम्बर- मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप वितरण।

23 सितम्बर- प्रधानमंत्री किसान योजना के हितग्राहियों को किसान क्रेडिट कार्ड।

25 सितम्बर- बिजली बिलों में रियायत।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि 18 सितम्बर को प्रदेश के 20 लाख किसानों के खातों में फसल बीमा योजना की राशि 4600 करोड़ रूपये खातों में अंतरित की जायेगी। कोरोना के संकट और हाल ही में हुई अतिवर्षा की परिस्थितियों में किसानों को मिल रही यह राशि उनके लिए राहतकारी होगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि 19 सितम्बर को वनाधिकार के पट्टे पात्र आदिवासी भाईयों-बहनों को प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ ग्रामीण क्षेत्र में रेहड़ी वाले, फल बेचने वाले, खिलौने बेचने वाले और अन्य स्ट्रीट वेंडर्स को 10 हजार रुपये की ब्याज मुक्त ऋण राशि का वितरण किया जाएगा। इसी क्रम में 20 सितम्बर को संबल योजना के हितग्राहियों को लाभान्वित करने का कार्य भी किया जाएगा। प्रदेश में 21 सितम्बर को स्व-सहायता समूहों को मजबूत बनाने का नया अभियान शुरु हो रहा है। इसके अंतर्गत अलग-अलग स्व-सहायता समूहों के खाते में 150 करोड़ रुपये की राशि जमा कराई जाएगी। मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप के लिए राशि वितरण का कार्य 22 सितम्बर को किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि 23 सितम्बर को प्रदेश में प्रधानमंत्री किसान योजना के हितग्राहियों को किसान क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा। इसके अलावा किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज देने के लिए सहकारी बैंकों को 800 करोड़ रुपये की राशि दी जा रही है। एकात्म मानववाद के प्रणेता एवं समाज में आर्थिक रूप से सबसे कमजोर तबके के कल्याण का विचार देने वाले पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितम्बर के अवसर पर राज्य सरकार द्वारा बिजली के बिलों में दी गई रियायत के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।

क्रमांक/5682/सितंबर-131/मनोज

 अतिवृष्टि और बाढ़ से 9 हजार 500 करोड़ की हुई हानि : मुख्यमंत्री श्री चौहान

कोई जनहानि न होने देना, बड़ी उपलब्धि
अतिवृष्टि और बाढ़ से नुकसान के अध्ययन के लिए

आए केन्द्रीय दल ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात 

जबलपुर 11 सितंबर, 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण प्रारंभिक आकलन के अनुसार लगभग 9 हजार 500 करोड़ की हानि हुई है। प्रदेश में फसलें, मकान, पशु हानि के साथ-साथ सड़कों तथा अधोसंरचना को हुई क्षति के कारण व्यवस्थाएं प्रभावित हुईं। इस स्थिति में लोगों को अपने घरों से रेस्क्यू कर राहत शिविरों में पहुंचाया गया। जनहानि न हो इसके प्रयास किए गए और इसमें सफलता भी मिली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बीते पखवाड़े अतिवर्षा से हुई हानि की विस्तृत जानकारी केन्द्र सरकार को दी गई है। सर्वे कार्य निरंतर जारी है और अधिक नुकसान की स्थिति भी सामने आ सकती है। राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों को अधिकाधिक सहायता दी है। आगे भी राहत पहुँचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। केन्द्रीय अध्ययन दल के प्रभावित जिलों में भ्रमण के पश्चात राहत कार्यों को पूरी तरह से पूर्णता तक पहुंचाने में सहयोग मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास पर, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का अवलोकन और अध्ययन करने आए केन्द्रीय अध्ययन दल के सदस्यों से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री के.के. सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री मनीष रस्तोगी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। अध्ययन दल के समक्ष गुरुवार को विस्तृत प्रजेंटेशन के माध्यम से भी प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति को सामने रखा जा चुका है।

कीट-व्याधि से नुकसान के आकलन के लिए पृथक केन्द्रीय दल भेजने का अनुरोध

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि फसल बीमा और राहत राशि से नुकसान की भरपाई की जा रही है, परन्तु कीट-व्याधि से हुए नुकसान की पूर्ति के लिए केन्द्र से सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि कीट-व्याधि के कारण फसलों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है। प्रदेश का राजस्व अमला उस नुकसान का सर्वे कर रहा है। उन्होंने कीट-व्याधि से हुए नुकसान के आकलन के लिए भी पृथक से केन्द्रीय अध्ययन दल भेजे जाने का अनुरोध किया। बैठक में जानकारी दी गई कि मुख्यत: सोयाबीन, मक्का तथा चने की फसल कीट व्याधि से प्रभावित हुई है। प्रदेश में 15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें और 17 लाख कृषक कीट-व्याधि से प्रभावित हैं।

लगातार निगरानी से जनहानि रोकने में मिली सफलता

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि 28 एवं 29 अगस्त को अतिवृष्टि से जलस्तर खेतों के साथ ग्रामीण आवासीय क्षेत्रों तक पहुंच गया था। सेना और अन्य राहत दलों ने सतर्कतापूर्वक दिन-रात कार्य किया। निरंतर मॉनीटरिंग की गई। प्रदेश के 12 जिले गंभीर रूप से और 23 जिले आंशिक रूप से प्रभावित हुए। कुल 8 हजार 442 गांवों में नुकसान हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि वे स्वयं भी 48 घंटे सोये नहीं। तत्काल प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर लोगों की जीवन रक्षा और राहत शिविरों में उनके ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था का कार्य सुनिश्चित किया। श्री चौहान ने कहा कि परिणाम स्वरूप हमें इस बात का संतोष है कि पूरे अमले की सक्रियता के परिणामस्वरूप जनहानि रोकने में सफल हुए।

औसत से 39 प्रतिशत तक अधिक हुई वर्षा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि सीहोर, रायसेन, होशंगाबाद, हरदा, देवास सहित इन्दौर, आगर-मालवा, भोपाल और छिंदवाड़ा में औसत से 26 से 39 प्रतिशत तक अधिक वर्षा अगस्त माह में दर्ज की गई। प्रदेश में होमगार्ड, सेना, एसडीईआरएफ और एनडीईआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सक्रिय होकर कार्य किया। प्रदेश में 13 हजार 344 लोग रेस्क्यू किए गए। अतिवर्षा से अधिक प्रभावित जिलों में उज्जैन, खरगौन, खण्डवा, विदिशा, निवाड़ी, नरसिंहपुर, सिवनी से कुल 22 हजार 546 लोगों को उनके निवास स्थान से हटाकर सुरक्षित किया गया। प्रदेश में कुल 231 राहत शिविर स्थापित किए गए।

फसलों और मकानों को हुआ नुकसान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि अतिवर्षा और बाढ़ से 24 जिलों में लगभग 11 लाख 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का नुकसान हुआ है। करीब 11 लाख 34 हजार किसान प्रभावित हुए हैं। लगभग 60 हजार मकान बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए। सरकार ने फौरी राहत के लिए पूरे प्रयास किए हैं। अभी भी लोगों को राहत की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय दल से प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के विस्तृत निरीक्षण और प्रभावित व्यक्तियों से मुलाकात और चर्चा के बाद क्षति की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आग्रह किया।

क्रमांक/5683/सितंबर-132/मनोज

 

पोषण अभियान में ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकायों की सहभागिता सुनिश्चित करने चलेगा पोषण सरकार कार्यक्रम

मुख्यमंत्री करेंगे शुभारंभ 

जबलपुर 11 सितंबर, 2020

पोषण अभियान के अंतर्गत प्रतिवर्ष सितम्बर माह में पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। समाज के सभी वर्गों को शामिल कर पोषण को प्राथमिकता में लाने और जागरूकता के प्रयास किये जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में स्थानीय निकायों- ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय का पोषण अभियान में सहभागिता एवं नेतृत्व सुनिश्चित करने के लिये पोषण सरकार कार्यक्रम की शुरूआत की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान इस कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ग्वालियर, बालाघाट, श्योपुर, होशंगाबाद, छतरपुर, सीहोर, बड़वानी, शाजापुर एवं अनूपपुर से एक-एक ग्राम पंचायत तथा सतना नगर निगम के प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एवं लाड़ली लक्ष्मी योजना के हितग्राहियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा भी करेंगे।

पोषण सरकार कार्यक्रम

पोषण सरकार कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय का पोषण अभियान में सहभागिता कर कुपोषण को दूर करने में सहयोग करना है। इसके तहत विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित होंगी। कार्यक्रम के तहत सभी ग्राम पंचायत/नगर पंचायत/नगरीय निकायों में पोषण संकल्प पारित किया जायेगा। ग्राम/नगर की आँगनवाड़ी स्तर पर तैयार पोषण प्रबंधन रणनीति को एकीकृत कर सभी पंचायतों द्वारा पोषण विशेष ग्राम सभा के दौरान निर्धारित तिथि में पारित किया जायेगा। ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति तथा शहरी वार्ड स्वास्थ्य समिति द्वारा ग्राम/वार्ड की रणनीति कैलेंडर जारी किया जायेगा। पोषण सरकार कार्यक्रम के तहत अन्नपूर्णा पंचायत/नगरीय निकाय की संकल्पना के अनुसार सामुदायिक स्तर पर खाद्य सामग्रियों तथा अनाज, फल, हरी सब्जियों का संग्रहण कर अति कम वजन तथा अति गंभीर कुपोषित बच्चों के परिवारों को प्रदाय किया जायेगा। ग्राम स्तर पर सामान्य एवं प्रमुखता से खाये जाने वाले व्यंजनों को बनाने की विधि का तरीका आँगनवाड़ी केन्द्रों में प्रदर्शित किया जायेगा।

क्रमांक/5684/सितंबर-133/मनोज