NEWS -17-09-2020-A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 जिले में अब तक 970.5 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज

जबलपुर 17 सितंबर, 2020

जिले में एक जून से सत्रह सितंबर तक 970.5 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 1173.0 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई थी।

      अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल एक जून से अभी तक वर्षामापी केन्द्र जबलपुर में 992.1 मिलीमीटर, पनागर में 1077.4 मिलीमीटर, कुण्डम में 1209.0 मिलीमीटर और पाटन में 1019.6 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। इसी प्रकार शहपुरा वर्षामापी केन्द्र में अब तक 602.2 मिलीमीटर, सिहोरा में 888.8 मिलीमीटर और मझौली में 1004.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

      भू-अभिलेख कार्यालय के अनुसार जिला मुख्यालय की औसत सामान्य वर्षा 1298.3 मिलीमीटर और जिले की औसत सामान्य वर्षा 1178.6 मिलीमीटर है।

क्रमांक/5755/सितंबर-204/मनोज

 गरीब कल्याण सप्ताह अंतर्गत पोषण महोत्सव संपन्न

जबलपुर 17 सितंबर, 2020

गरीब कल्याण सप्ताह के दूसरे दिन मानस भवन में जिला स्तरीय पोषण महोत्सव कार्यक्रम आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता भूतपूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मनोरमा पटेल ने की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि केंट विधायक श्री अशोक रोहाणी, कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रियंक मिश्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास और बड़ी  तादात में महिलाएं व बच्चे उपस्थित थे।

इस पोषण महोत्सव में  कुपोषण से मुक्ति के लिये पोषण अभियान के बारे में बताया गया और एकीकृत पोषण प्रबंधन रणनीति तैयार कर सुपोषित मध्य प्रदेश के लिए पोषण कार्ययोजना का विमोचन किया गया।

      कार्यक्रम की अध्यक्ष श्रीमती मनोरमा पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन की मंशानुरूप सुपोषित प्रदेश के संकल्प के साथ पोषण अभियान को सही ढंग से संचालित करने की आवश्यकता है, तभी कुपोषण से मुक्ति मिलेगी। विशिष्ट अतिथि श्री अशोक रोहाणी ने कहा कि पहले बच्चियों को बोझ समझा जाता था लेकिन प्रदेश सरकार ने सुपोषण अभियान के साथ बालिकाओं के लिए कल्याणकारी योजना लाकर उसे वरदान के रूप में साबित कर दिया ।उन्होंने कहा कि मातृशक्ति व बच्चे जो कि देश की नींव है,देश के भविष्य हैं,अतः उनकी मजबूती के लिए सुपोषण बहुत ही आवश्यक है । उन्होंने कुपोषण मुक्ति के लिए पोषण संकल्प भी दिलाया और कहा कि सुपोषित प्रदेश के निर्माण के लिए राज्य पोषण प्रबंधन रणनीति के अनुसार समुदाय के हर प्रकार के कुपोषण को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए और मन, वचन, कर्म से यह प्रयास करना चाहिए कि हमारा प्रदेश एनीमिया एवं कुपोषण मुक्त होकर विकास की ओर अग्रसर होकर सुपोषित प्रदेश बने।जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल एवं विकास श्री एम.एल. मेहरा ने भी कुपोषण निवारण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।

      कार्यक्रम में राजधानी भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के संबोधन का सीधा प्रसारण भी किया गया । पोषण महोत्सव के दौरान लाडली लक्ष्मी योजना के प्रमाण पत्र व आंगनवाड़ी के बच्चों को दूध पाउडर का वितरण भी किया गया।

क्रमांक/5756/सितंबर-205/उइके

 सेंट्रल सेक्टर स्कॉलरशिप के लिये नवीन एवं नवीनीकरण हेतु ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित

जबलपुर 17 सितंबर, 2020

      मानव संसाधन विकास मंत्रालय, उच्च शिक्षा विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित एवं माध्यमिक शिक्षा मंडल, भोपाल के माध्यम से महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को वितरित की जाने वाली, सेंट्रल सेक्टर स्किल ऑफ स्कॉलरशिप फॉर कॉलेज एण्ड यूनिवर्सिटीज़ स्टुडेन्ट की नवीन छात्रवृत्ति के लिये ऑनलाईन आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू है। साथ ही नवीनीकरण छात्रवृत्ति के लिये ऑनलाईन आवेदन करने की भी प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर निर्धारित की गयी है।

      माध्यमिक शिक्षा मण्डल मध्यप्रदेश भोपाल की हायर सेकेण्डरी परीक्षा वर्ष 2020 में उत्तीर्ण टॉप 20 परसेन्टा‍इल अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी नवीन छात्रवृत्ति हेतु एवं वर्ष 2016 से वर्ष 2019 तक के चयनित विद्यार्थी नवीनीकरण छात्रवृत्ति हेतु नेशनल स्कॉरलशिप पोर्टल पर आवेदन केवल ऑनलाईन ही भरेंगे।

      सेंट्रल सेक्टर स्कॉलरशिप हेतु दिशा-निर्देश बेवसाईट www.mpbse.nic.in एवं http//www.scholarships.gov.in (नेशनल स्कॉनलरशिप पोर्टल) पर उपलब्ध है।

क्रमांक/5757/सितंबर-206/मनोज

 शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में पोषण माह कार्यक्रम आयोजित

जबलपुर 17 सितंबर, 2020

      शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय द्वारा शासन के निर्देशानुसार कौमारभृत्य विभाग के अंतर्गत पोषण माह कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

      इसमें स्वास्थ्य एवं पोषण आवश्यकता पर जागरूकता, बच्चों और उनके माता-पिता को कृमि रोग से सुरक्षा के उपाय, बच्चों की मसाज, पोषण आहार, धात्री माताओं को पौष्टिक आहार, आयुष द्वारा बच्चों के विकास में सहायक औषधि वनस्पति, स्वच्छ आहार एवं पीने के पानी तथा कुपोषण संबंधी जानकारी एवं महाविद्यालय द्वारा जारी पोषण संबंधी पम्पलेट का वितरण क्षेत्र में माताओं एवं उनके किशोर व किशोरियों को किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. एल.एल. अहिरवाल, चिकित्सालय की अधीक्षक डॉ. ज्योति ठाकुर, डॉ. भूपेन्द्र मिश्रा, डॉ. गीता पाण्डे एवं महाविद्यालय के प्रसूति विभाग की डॉ. सुजाता शामकुंवर के द्वारा भी गर्भवती महिलाओं को गर्भ पोषण के संबंध में जानकारी दी गई तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी डॉ. पंकज मिश्रा, मो. रजा सिद्दीकी एवं स्वयं सेवकों ने आयोजित कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया।

क्रमांक/5758/सितंबर-207/मनोज

 कोरोना महामारी में समर्पित सेवा कर रहे जूनियर डॉक्टर्स के हित संरक्षण में निर्णय

जबलपुर 17 सितंबर, 2020

प्रदेश के शासकीय स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालयों में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम (डिग्री/डिप्लोमा) मेडीसिन, एनेस्थेसिया एवं पल्मनरी मेडीसिन के उत्तीर्ण विद्यार्थियों की सेवाएं अस्थायी रूप से पी.जी.एम.ओ. के रूप में कोविड-19 के कार्य के लिए सेवाएं ली गई है। कोरोना काल में ली गई सेवा अवधि के कार्य को उनके द्वारा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करने के बाद की जाने वाली अनिवार्य ग्रामीण सेवा की अवधि में विकलनीय किए जाने का निर्णय लिया गया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कोविड-19 महामारी में समर्पित सेवाएं प्रदान कर रहे जूनियर डॉक्टर के हितों को संरक्षित करने के लिए यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टरों की अन्य मांगों को भी निश्चित समय-सीमा में निराकृत करने की भी कार्यवाही की जाएगी।

मंत्री श्री सारंग ने कोविड-19 डयूटी में पी.जी.एम.ओ. के रूप में सेवाएं प्रदान करने वाले जूनियर डॉक्टर की सेवा अवधि को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा स्वीकृत मानदेय पर 3 माह (अक्टूबर-दिसम्बर) के लिए बढ़ाये जाने का भी निर्णय लिया गया है।

विदित हो चिकित्सा महाविद्यालयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के छात्र/छात्राओं को डिग्री/डिप्लोमा पाठ्यक्रम के बाद एक वर्ष की अनिवार्य ग्रामीण सेवा किए जाने का प्रावधान है। इस निर्णय के बाद कोविड-19 महामारी में पी.जी.एम.ओ. के रूप में समर्पित सेवाएं प्रदान करने वाले स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम उत्तीर्ण छात्र/छात्राओं को लाभ मिल सकेगा। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन द्वारा विगत माह से इस आशय की मांग की जा रही थी।

क्रमांक/5759/सितंबर-208/मनोज

 राज्य स्तरीय वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह में होंगे विभिन्न आयोजन

जबलपुर 17 सितंबर, 2020

राज्य स्तरीय वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के दौरान भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित होंगी। वन विहार राष्ट्रीय उद्यान संचालक ने बताया कि 1 से 7 अक्टूबर तक रोजाना होने वाली प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रतिभागियों को 28 सितम्बर 2020 के पहले पंजीयन कराना जरूरी होगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष की प्रतियोगिताओं में सीमित संख्या में प्रतिभागियों को प्रवेश की सुविधा मिल सकेगी।

संरक्षण सप्ताह में दरम्यान चित्रकला, रंगोली प्रतियोगिता, 'वल्चर्स ऑफ मध्यप्रदेश' थीम पर ऑनलाइन फोटो प्रतियोगिता, फेसबुक और यू-ट्यूब पर ऑनलाइन सजीव वार्तालाप 'टाइगर्स फॉर वाटर सिक्यूरिटी' विषय पर होगी। इसके साथ ही स्वच्छता अभियान, पक्षी दर्शन एवं प्रकृति शिविर, 'खजाने की खोज', फेस पेंटिग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा।

इसी दरम्यान वन विहार में तितली पार्क में तितलियों को जानिए 'नेचर कैम्प', विहार वीथिका में एनीमल कीपर्स के साथ सीधा संवाद होगा। 'शहरों के बीच संरक्षित क्षेत्रों का प्रबंधन' विषय पर ऑनलाइन वार्ता, मेहदी प्रतियोगिता, दीवार पेंटिग प्रतियोगिता, ऑनलाइन कविता प्रतियोगिता, सृजनात्मक कार्यशाला, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता और ऑनलाइन के जरिए जस्ट ए मिनिट प्रतियोगिता जैसे विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी।

वन्य प्राणी सप्ताह के दौरान वन्य-प्राणी फोटो प्रतियोगिता 'वन्य प्राणी उनके रहवास' विषय पर होगी। इसी दौरान विभागीय गतिविधियों पर प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। अंतिम दिन 7 अक्टूबर को दोपहर में वन्य-प्राणी संरक्षण सप्ताह का समापन समारोह आयोजित होगा।

क्रमांक/5760/सितंबर-209/मनोज

 मझौली के ग्राम नरीला में आयोजित शिविर में

51 दिव्यांगों को सहायक उपकरण वितरित

जबलपुर, 17 सितंबर, 2020

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस पर आज मझौली विकासखण्ड के ग्राम नरीला में शिविर आयोजित कर 51 दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान किये गये।

विधायक श्री अजय विश्नोई  के मुख्य आतिथ्य में आयोजित  इस शिविर में श्रीमती उर्मिला दाहिया, एसडीएम सिहोरा सी पी गोहल एवं संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय आशीष दीक्षित भी मौजूद थे।

विधायक श्री विश्नोई ने शिविर में सोलह दिव्यांगों को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, दस को व्हील चेयर, चार को ट्राइसाइकिल, दस को बैसाखी, दस को छड़ी, पाँच को श्रवण यंत्र एवं दो दिव्यांगों को स्मार्ट केन प्रदान की।

श्री विश्नोई ने अपने संबोधन में शिविर में मौजूद सभी दिव्यांगजनों एवं नागरिकों को प्रधानमंत्री श्री मोदी के जन्मदिवस पर बधाई दी। उन्होंने कोरोना के संक्रमण  से बचाव हेतु  एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाये रखने, मास्क पहनने, बार- बार साबुन से  हाथ धोने जैसी सावधानियां बरतने का आग्रह भी उपस्थित नागरिकों से किया।

क्रमांक/5761/सितंबर-210/जैन

 मेडिकल और विक्टोरिया में दोगुनी से

ज्यादा बढ़ी ऑक्सीजन और आईसीयू  बिस्तरों की संख्या

जबलपुर, 17 सितंबर, 2020

कोरोना के मरीजों को उपचार की बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की अगुवाई में निरतंर किये जा रहे प्रयासों के फलस्वरूप मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में पिछले बीस दिनों के दौरान ऑक्सीजन बेड्स और आईसीयू बेड्स की संख्या में दोगुनी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।

कोरोना के इलाज के लिए सभी जरूरी इंतजामों के तमाम सभी पहलुओं की सतत समीक्षा के बाद कलेक्टर श्री शर्मा के द्वारा उपलब्ध संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करने की वजह से मात्र बीस दिनों की अल्प अवधि में मेडिकल कॉलेज में कोविड पेशेंट के लिये आईसीयू बेड की संख्या 64 से बढ़कर अब 124 हो गई है। वहीं ऑक्सीजन सपोर्टेड बिस्तरों की संख्या में 200 का ईजाफा हुआ है और अब मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या 150 से बढ़कर 350 हो गई है।

मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और विक्टोरिया जिला अस्पताल के चिकित्सकों से निरंतर संवाद कर कलेक्टर श्री शर्मा द्वारा बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने की मुहिम रंग लाई और आज यह क्षमता कमोवेश दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है। इसके बाद भी कलेक्टर बिस्तरों की संख्या और अधिक बढ़ाने की दिशा में सतत प्रयासरत हैं।

कोरोना मरीजों के उपचार के लिये शासकीय अस्पतालों की क्षमता बढ़ाने के प्रयास सिर्फ मेडिकल कॉलेज तक ही सीमित नहीं रहे हैं । बल्कि जिला अस्पताल विक्टोरिया में ऑक्सीजन बेड की संख्या 30 से बढ़ाकर 65 कर दिया गया है । कोरोना मरीजों के उपचार के लिये रेलवे अस्पताल में भी पाँच आईसीसीयू बेड सहित 60 बिस्तर आरक्षित किये गये हैं। वहीं निजी अस्पतालों में भी कोरोना मरीजों के लिये बिस्तरों की संख्या बढ़कर अब करीब 350 हो गई है, इसमें 150 आईसीयू बेड शामिल हैं।

कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के मुताबिक कोरोना मरीजों के उपचार के लिये शहर के शासकीय अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बिस्तर उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि अस्पतालों की बेड केपेसिटी बढ़ाने के प्रयास  निरन्तर जारी हैं और आने वाले कुछ दिनों में मेडिकल कॉलेज में 70 बेड और बढ़ाये जा रहे हैं, वहीं विक्टोरिया अस्पताल में भी 15 बिस्तरों का आईसीयू वार्ड प्रारम्भ हो जायेगा । विक्टोरिया अस्पताल में आईसीयू वार्ड के शुरू होने पर यहाँ भी कोरोना के गम्भीर मरीजों को भर्ती कर बेहतर उपचार दिया जा सकेगा।

क्रमांक/5762/सितंबर-211/ मनोज

 स्वास्थ्य कर्मियों को स्वास्थ्य किट वितरित

जबलपुर, 17 सितंबर, 2020

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रत्नेश कुररिया द्वारा आज जिला अस्पताल यूपीएचसी एवं संजीवनी क्लीनिक के स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए विश फाउंडेशन एवं फाइजर अपजोन के सहयोग से चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल कर्मियों को स्वास्थ्य किट प्रदान की गई। इस किट में पीपीई, एन-95 मास्क, हाइड्रोक्लोराइटसॉल्यूशन हैंडसैनिटाइजर्स शामिल है। जिसका वितरण संबंधित स्वास्थ्य संस्थाओं को किया गया।

यह कार्यक्रम राज्य स्तर से अपर मिशन संचालक एनएचएम भोपाल अपर संचालक एनएचएम भोपाल वर्चुअल माध्यम से एवं जिले से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रत्नेश कुररिया, सिविल सर्जन डॉ. सीबी अरोरा, अर्बन नोडल आफीसर डॉ. एसएस दाहिया, डीपीएम, एपीएम एवं विश फाउंडेशन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा यह बताया गया कि यह संगठित पहल विश फाउंडेशन एवं फाइजर अपजोन के द्वारा की गई जो स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण चिकित्सा संसाधन प्रदान करती है जो व्यक्तिगत सुरक्षा, पर्यावरण स्वच्छता और सुरक्षा के माध्यम से सेवा प्रदाताओं और रोगियों को कोविड-19 के संक्रमण रोकने हेतु संस्थाओं में सहायता करेगी।

क्रमांक/5763/सितंबर-212/ मनोज