NEWS -05-09-2020-A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 जिले में अब तक 951.10 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज

जबलपुर 05 सितंबर, 2020

जिले में एक जून से पाँच सितंबर तक 951.10 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 979.9 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई थी।

      अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल एक जून से अभी तक वर्षामापी केन्द्र जबलपुर में 966.2 मिलीमीटर, पनागर में 1077.4 मिलीमीटर, कुण्डम में 1156.0 मिलीमीटर और पाटन में 992.1 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। इसी प्रकार शहपुरा वर्षामापी केन्द्र में अब तक 589.2 मिलीमीटर, सिहोरा में 888.8 मिलीमीटर और मझौली में 988.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

      भू-अभिलेख कार्यालय के अनुसार जिला मुख्यालय की औसत सामान्य वर्षा 1298.3 मिलीमीटर और जिले की औसत सामान्य वर्षा 1178.6 मिलीमीटर है।

क्रमांक/5609/सितंबर-57/मनोज

 लॉकडाउन के दौरान महिला बाल विकास विभाग ने संचालित की विभिन्न गतिविधियाँ

जबलपुर 05 सितंबर, 2020

महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लॉकडाउन अवधि में बच्चों को तनाव मुक्त रखने एवं उनकी बौद्धिक क्षमता बढ़ाने हेतु विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया।

कोविड-19 के बचाव के नियमों का पालन करते हुये गीत, कविता पाठ, गायन, नृत्यी पेंटिग, सिलाई-कढाई, फोटोफ्रेम बनाना, मास्क  बनाना, योगा एवं व्यायाम, गीत एवं नृत्य  क्राफ्ट, नृत्य प्रशिक्षण, पेंटिग समाचार लेखन एवं प्रस्तुतीकरण, वाद विवाद प्रतियोगिता इनडोर गेम एवं योगा प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। जिससे बच्चों का आनंदपूर्वक समय व्यतीत हुआ एवं किसी भी बालक व बालिका को मानसिक तनाव से नहीं गुजरना पड़ा साथ ही बच्चों को विभाग द्वारा सतत परामर्श भी प्रदान किया जा रहा है।

क्रमांक/5610/सितंबर-58/मनोज

सहकारी संस्था यें 30 सितंबर तक आमसभा आयोजित करें

आमसभा की बैठक आयोजित नहीं करने वाले पदाधिकारी अपात्र घोषित होंगे

जबलपुर 05 सितंबर, 2020

कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुये जिले की सभी सहकारी संस्थाओं को 30 सितं‍बर तक हर हाल में साधारण निकाय (आमसभा) की बैठक आयोजित कराना सुनिश्चित करना होगा। अन्यथा उत्तरदायी पदाधिकारी को तीन वर्ष के लिये अपात्र घोषित कर दिया जायेगा और 5 हजार रूपये की शास्ति भी लगाई जा सकेगी। बैठक के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क लगाने और सेनेटाइजर की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये है।

उपपंजीयक सहकारी संस्था ने बताया कि मध्यप्रदेश सहकारी सोसायटी अधिनियम 1960 में प्रावधानित है कि प्रत्येक सोसायटी को वित्तीय वर्ष समाप्ति के 6 माह के भीतर साधारण निकाय (आमसभा) का वार्षिक सम्मेलन करना होगा। नियत कालावधि में आमसभा आयोजित नहीं कराने वाले उत्तरदायी पदाधिकारी को तीन वर्ष के लिये अपात्र (निहर्रित) घोषित कर दिया जायेगा। साथ ही पांच हजार रूपये की शास्ति भी अधिरोपित की जा सकेगी।

क्रमांक/5611/सितंबर-59/मनोज

 संभागीय कमिश्नर श्री चौधरी की अध्यक्षता में मेडिकल

कॉलेज में स्वास्य्री  सुविधाओं संबंधी समीक्षा बैठक संपन्न

जबलपुर 05 सितंबर, 2020

जबलपुर संभागायुक्त श्री महेश चंद्र चौधरी की अध्यक्षता में आज छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज में स्वास्य्महे सुविधाओं संबंधी समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में संयुक्त आयुक्त श्री अरविंद यादव, कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन, एसडीएम श्री अतुल सिंह, आयुक्त नगर निगम श्री हिमांशु सिंह, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. गिरीश बी.रामटेके व माइक्रो बायलोजी विभाग के प्रभारी अधिकारी डॉ.शेट्टी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.जी.सी.चौरसिया, सिविल सर्जन डॉ.श्रीमती पी.गोगिया और जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ.सुशील राठी सहित अन्य संबंधित चिकित्सक व अधिकारी उपस्थित थे।

संभागीय कमिश्नर श्री चौधरी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम व बचाव के लिए हर संभव प्रयास करें। हमारी पहली प्राथमिकता है लोगों की जान बचाना। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह से संक्रमण नहीं फैले, लोग संक्रमित न हो, इसके लिए हर संभव उपाय करें। उन्होंने मेडिसन की उपलब्धता के साथ ही प्लाजमा थेरेपी की शुरूवात करने के निर्देश दिये और कहा कि हर संभव तरीके से यह प्रयास करें कि मौत को रोका जाए किसी भी स्थिति में कोविड-19 से मौत नहीं हो। उन्होंने कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए चिकित्सकों और कर्मचारियों को सक्रियता और सतर्कता से कार्य करने के लिये प्रेरित करें जिससे वे ज्यादा से ज्यादा अच्छी तरह से काम कर सके। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी और कर्मचारी लापरवाही बरतते हैं, उन्हें हटाए और जो अच्छा काम करते हैं उनका सम्मान करें। उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि वे मरीजों से जीवंत संपर्क कर बातचीत करें और उनका उचित उपचार करें।

संभागायुक्त श्री चौधरी ने बैठक में निर्देश दिये कि एक बेहतर कम्युनिकेशन प्लान बनाये जिसमें एक कंट्रोल रूम व डेस्क बोर्ड भी बनायें। वीडियो काल के माध्यम से मरीजों के परिजनों से बात भी करायें। उन्होंने निर्देश दिये कि मेडिकल कॉलेज की लैब में प्रतिदिन 500 से अधिक सैंपल की जांच करें। सैंपल लंबित नहीं रखें, क्योंकि सैंपल लंबित रहने से सैंपल खराब होने की संभावना रहती है। भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए व्यवस्थित रूप से पलंग सहित बेहतर बेड व्यवस्था की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सप्लाई को सुचारू बनाये रखें। कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं फैले इसकी भी कार्ययोजना बनायें जिससे मरीज को उचित और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले। संभागायुक्त श्री चौधरी ने कहा कि कोविड-19 के जो संदिग्ध मरीज आते हैं, उनकी रजिस्ट्रेशन के समय ही टैगिंग करें ताकि उनकी पहचान में दिक्कत नहीं हो और जब पेशेंट डिस्चार्ज हो तो वह एक खुशी के माहौल में घर जाए। बैठक में पावर पाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से मेडिकल कॉलेज व जिला चिकित्सालय के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सुविधा, मरीजों के उपचार, दवा की उपलब्धता, सैंपल की जांच और अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। 

क्रमांक/5612/सितंबर-60/मनोज

संभागीय कमिश्नर श्री चौधरी द्वारा मेडिकल कॉलेज की लैब का निरीक्षण

जबलपुर 05 सितंबर, 2020

जबलपुर संभागायुक्त श्री महेश चंद्र चौधरी ने आज छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ सुविधाओं के दृष्टिगत मेडिकल कॉलेज में स्थित कोविड-19 के सैंपल की जांच के लिये स्थापित लैब का अवलोकन किया और सैंपल की जांच की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने लैब में प्रतिदिन 500 से अधिक सैंपल की जांच करने और कोई भी सैंपल जांच के लिये लंबित नहीं रखने के निर्देश दिये। उन्होंने डाटा एंट्री कक्ष का भी निरीक्षण किया और डाटा एंट्री संबंधी जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान संयुक्त आयुक्त श्री अरविंद यादव, कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन, एसडीएम श्री अतुल सिंह, आयुक्त नगर निगम श्री हिमांशु सिंह, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. गिरीश बी.रामटेके व माइक्रो बायलोजी विभाग के प्रभारी अधिकारी डॉ.शेट्टी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.जी.सी.चौरसिया, सिविल सर्जन डॉ.श्रीमती पी.गोगिया और अन्य अधिकारी साथ में थे।

क्रमांक/5613/सितंबर-61/मनोज

आधी क्षमता के साथ प्रदेश में जल-पर्यटन पुन: शुरू

कोविड के मद्देनजर दिशा-निर्देश जारी

जबलपुर 05 सितंबर, 2020

कोरोना के कारण प्रतिबंधित जल-पर्यटन गतिविधियों को पर्यटन विभाग द्वारा पुन: आरंभ किया जा रहा है। इस संबंध में प्रदेश के वाटर स्पोर्ट्स से संबंधित अधिकारियों और बोट क्लब के प्रभारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं।

सोशल डिस्टेंसिंग के कारण पर्यटक क्षमता आधी की गई

अतिरिक्त प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड सुश्री सोनिया मीना ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए जल-पर्यटन में प्रयुक्त होने वाली सभी बोट की पर्यटक क्षमता 50 प्रतिशत घटाकर आधी कर दी गई है। अब स्पीड बोट में 6 पर्यटकों के स्थान पर 3, जल परी बोट में 16 के स्थान पर 8, 12 के स्थान पर 6, पैडल बोट में 4 के स्थान पर 2, 2 के स्थान पर एक, क्रूज बोट पर 60 के स्थान पर 30 और रॉफ्ट बोट पर 8 लोगों के स्थान पर 4 लोगों को ही पर्यटन की अनुमति मिलेगी। इसी तरह उक्त बोट के अलावा अन्य बोटों में भी 50 प्रतिशत क्षमता का ही उपयोग हो सकेगा।

ऑपरेटर और स्टॉफ को देना होगा सेल्फ डिक्लेरेशन फार्म

जल-पर्यटन संचालित करने वाले ऑपरेटर और स्टॉफ मेम्बर यदि कभी-भी कोरोना से संक्रमित होते हैं या लक्षण पाये जाते हैं, तो उन्हें प्रबंधन को तुरंत सूचित करना होगा। इस संबंध में उक्त लोगों से सेल्फ डिक्लेरेशन फार्म भरवाया जा रहा है। ऑपरेटर्स से कहा गया है कि वे अपना नियमित मेडिकल परीक्षण करवाते रहें।

ऑपरेटर भरेंगे विजिटर/टूरिस्ट एन्ट्री बुक

ऑपरेटर्स से कहा गया है कि वे विजिटर/टूरिस्ट एन्ट्री बुक में पर्यटक का नाम, कांटेक्ट नम्बर, पता, शारीरिक तापमान और आधार नम्बर नियमित रूप से दर्ज करें। स्टॉफ अनिवार्य रूप से अपने मोबाइल पर आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करे और 98 डिग्री फारेनहाइट से अधिक तापमान होने पर पर्यटक को प्रवेश न दिया जाये।

लाइफ जैकेट, बोट, उपकरणों आदि का हर बार होगा सेनेटाइजेशन

लाइफ जैकेट, बोट और हर उपकरण का उपयोग होने के बाद सेनेटाइजेशन होगा। बिना सेनेटाइजेशन के दोबारा इनका उपयोग करने पर कार्यवाही की जायेगी। इसी तरह बोट क्लब परिसर, शौचालय, जैटी आदि का भी नियमित रूप से सेनेटाइजेशन होगा।

बिना मास्क के नहीं मिलेगा प्रवेश

पर्यटकों को पेपरलेस टिकिट के आधार पर प्रवेश मिलेगा और मास्क लगाना अनिवार्य होगा। वहीं बोट ऑपरेटर और कर्मचारियों को डिस्पोजेबल मास्क और दस्तानों का प्रयोग करना होगा। साबुन या सेनेटाइजर से हाथ लगातार स्वच्छ रखने होंगे। सभी बोट क्लब 2 मीटर की दूरी पर सोशल डिस्टेंसिंग के घेरे बनायेंगे। क्रूज बोट पर डांस की अनुमति नहीं होगी।

क्रमांक/5614/सितंबर-62/मनोज

कोरोना टेस्ट की सैम्पल संख्या बढ़ाने और अस्पतालों

की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का निर्णय

उपचार हेतु भर्ती कोरोना मरीजों की काउंसिलिंग करायें- राकेश सिंह

सांसद की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक संपन्न

जबलपुर, 05 सितंबर, 2020

सांसद श्री राकेश सिंह की अध्यक्षता में आज संपन्न हुई जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में कोरोना टेस्ट हेतु सेम्पल की संख्या और बढ़ाने पर जोर दिया गया है। बैठक में मेडीकल कालेज सहित सभी शासकीय अस्पतालों के कोविड वार्ड में उपचार की उपलब्ध सुविधाओं के बेहतर इस्तेमाल की बात कही गई। इसके साथ ही इन अस्पतालों की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गए।

कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई इस बैठक में विधायक सर्व श्री अजय विश्नोई, अशोक रोहाणी, सुशील तिवारी इंदु, तरुण भानोट एवं संजय यादव तथा कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित एवं व्हीपी द्विेदी, मेडीकल कालेज के डीन डॉ. प्रदीप कसार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रत्नेश कुररिया एवं मेडीकल कालेज के कोविड प्रभारी डॉ. संजय भारती मौजूद थे। बैठक में जिले में कोरोना के संक्रमण को रोकने किये जा रहे प्रयासों की भी विस्तार से समीक्षा की गई।

सांसद श्री राकेश सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए मेडीकल कालेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना मरीजों को बेहतर से बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने मेडीकल कॉलेज के चिकित्सक एवं सहयोगी स्टॉफ की तारीफ करते हुए कहा कि नि:संदेह हमारे डॉक्टर और नर्सिंग स्टॉफ अपनी जान हथेली पर रखकर कोरोना मरीजों की सेवा कर रहे हैं। लेकिन व्यवस्थाओं में छोटी-मोटी कमियों के कारण अस्पताल की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। सांसद श्री सिंह ने अस्पताल में कोरोना मरीजों के उपचार की व्यवस्था पर मॉनीटरिंग के निर्देश भी बैठक में दिये। उन्होंने पॉजिटिव वार्ड के साथ-साथ कोरोना सस्पेक्टेड मरीजों के वार्ड में भी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करने की बात कही।

श्री सिंह ने कोरोना के संक्रमण को रोकने जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से किये जा रहे प्रयासों की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि कोरोना टेस्ट के लिए सेम्पल की संख्या और बढ़ाई जाये। श्री सिंह ने मेडीकल कालेज में सुपर स्पेशलिटी वार्ड में भर्ती कोरोना मरीजों की काउंसिलिंग की जरूरत बताते हुए कहा कि इसके लिए किसी विशेषज्ञ की आवश्यकता नहीं है। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और नर्सिंग स्टॉफ भी यह भूमिका निभा सकते हैं ताकि मरीजों को लगे कि उनकी देखभाल अच्छे से हो रही है और उन्हें एकाकीपन भी महसूस न हो। सांसद ने बैठक में कोरोना वार्ड में साउंड सिस्टम लगाकर भी मरीजों से निरंतर संवाद बनाये रखने की बात कही। उन्होंने कोरोना मरीजों का उपचार कर रहे निजी अस्पतालों की मानीटरिंग व्यवस्था को भी मजबूत करने पर जोर दिया तथा वहां कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित बिस्तरों के अनुपात में जीवन रक्षक दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

बैठक में विधायक श्री अजय विश्नोई ने मेडीकल कालेज में उपलब्ध मानव संसाधन का कोरोना मरीजों के उपचार की दिशा में बेहतर इस्तेमाल करने का सुझाव दिया। जो अमला कोरोना मरीजों के उपचार में सहयोग नहीं कर रहा उनके खिलाफ कार्यवाही भी की जानी चाहिए। श्री विश्नोई ने मेडीकल कॉलेज में कोरोना के गंभीर मरीजों के उपचार में सहायक रेमडेसीवर जैसी दवाओं की उपलब्धता बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इसके लिए यदि फंड की कमी आ रही है या नियम आड़े आ रहे हैं तो सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधि अपनी ओर से मदद करने को तैयार हैं। विधायक श्री विश्नोई ने कहा कि यदि निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के उपचार की दरें तय करने में भी नियम आड़े आ रहे हैं तो सीजीएचएस की गाईड लाइन को ही मान्य किया जाये।

बैठक में विधायक श्री अशोक रोहाणी ने शासकीय अस्पतालों को व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का सुझाव देते हुए कहा कि निजी अस्पतालों से कोरोना मरीजों का इलाज पुन: शुरु करने के लिए निजी अस्पताल संचालकों से चर्चा की जाये। उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल द्वारा कोरोना मरीजों का उपचार करने से शासकीय अस्पतालों का बोझ कम करने में सहायता मिलेगी।

विधायक श्री सुशील तिवारी इंदु ने मेडीकल कॉलेज के साथ-साथ विक्टोरिया अस्पताल में भी कोरोना मरीजों के उपचार की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारे पास संसाधन की कमी नहीं है इसके बावजूद जो कमियां दिखाई दे रही हैं उसके पीछे आपसी समन्वय और इच्छाशक्ति का अभाव दिखाई दे रहा है।

विधायक श्री तरुण भनोट कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए सेम्पल की संख्या और बढ़ाये जाने की वकालत करते हुए कहा कि नि:संदेह इससे कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ेगी। लेकिन हमें इसमें चिंता नहीं करनी है। उन्होंने कहा कि जब तक मरीजों की संख्या नहीं बढ़ेगी हम कोरोना पर जीत हासिल नहीं कर सकेंगे। श्री भनोट ने कोरोना के गंभीर मरीजों के उपचार की नई दवाओं की तथा हाईफलों आक्सीजन नेजुला की उपलब्धता बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस बारे में सभी विधायक अपनी निधि से सहयोग करने को तैयार हैं। बैठक में विधायक संजय यादव ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कोरोना मरीजों को बेहतर से बेहतर उपचार उपलब्ध कराने पर जोर दिया। श्री यादव ने इस वैश्विक महामारी के विरूद्ध जंग में सभी पक्षों और आमजनता का सहयोग लेने का आग्रह किया।

बैठक के प्रारंभ में जिला पंचायत के सीईओ ने पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से कोरोना के संक्रमण को रोकने किये जा रहे प्रयासों की जानकारी तथा प्रतिदिन लिये जा रहे सेम्पल, पॉजिविटी रेट एवं रिकवरी रेट आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

क्रमांक/5615/सितंबर-63/मनोज