NEWS -09-09-2020-A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 जिले में अब तक 960.2 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज

जबलपुर 09 सितंबर, 2020

जिले में एक जून से नौ सितंबर तक 960.2 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 1089.4 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई थी।

      अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल एक जून से अभी तक वर्षामापी केन्द्र जबलपुर में 981.7 मिलीमीटर, पनागर में 1077.4 मिलीमीटर, कुण्डम में 1158.0 मिलीमीटर और पाटन में 1019.6 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। इसी प्रकार शहपुरा वर्षामापी केन्द्र में अब तक 591.7 मिलीमीटर, सिहोरा में 888.8 मिलीमीटर और मझौली में 1004.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

      भू-अभिलेख कार्यालय के अनुसार जिला मुख्यालय की औसत सामान्य वर्षा 1298.3 मिलीमीटर और जिले की औसत सामान्य वर्षा 1178.6 मिलीमीटर है।

क्रमांक/5652/सितंबर-100/मनोज


जिला रेडक्रास सोसायटी ने कलेक्ट्रेट में पिलाया रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने आयुर्वेदिक काढ़ा

संशमनी टी व आर्सेनिक एलबम-30 का किया वितरण

जबलपुर 09 सितंबर, 2020

      जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा आज कलेक्ट्रेट के मार्गदर्शन कक्ष में लगे विशेष शिविर में अधिकारी एवं कर्मचारियों को रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला आयुर्वेदिक काढ़ा, संशमनी टी ओर होम्योपैथिक औषधि आर्सेनिक एलबम-30 का वितरण किया गया।

      कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने भी त्रिकटु चूर्ण से बने आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन किया। उन्होंने इस अभिनव पहल के लिये रेडक्रॉस की सराहना की। रेडक्रॉस के सचिव आशीष दीक्षित की अगुवाई में आयोजित शिविर में जिला आयुष अधिकारी अर्चना मरावी, रेडक्रॉस के संदीप मिश्रा, सिविल डिफेंस के वार्डन सुनील गर्ग, विक्रम और शालिनी ने सक्रिय भूमिका निभायी।

      पीड़ि‍त मानवता की सेवा में समर्पित रेडक्रॉस सोसायटी को कलेक्टवर श्री शर्मा ने जिला आयुष विभाग को निर्देशित किया है कि वे फीवर क्लीनि‍कों में भी रोग प्रतिरोधक क्षमता वृद्धि करने वाले काढ़ा का वितरण करें। रेडक्रॉस के सदस्यी सुनील गर्ग ने बताया कि बुधवार को कलेक्ट्रेट में 300 व्यक्तियों को संशमनी टी और 200 व्यक्तियों को आर्सेनिक एलबम-30 का वितरण किया गया। कामकाज के सिलसिले में कलेक्ट्रेट पहुँचे लोगों ने भी काढ़े का सेवन किया।

क्रमांक/5653/सितंबर-101/मनोज

स्वनिधि संवाद" का सीधा प्रसारण, मानस भवन में संवाद कार्यक्रम का हुआ आयोजन

जबलपुर 09 सितंबर, 2020

      प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के तहत लाभान्वित पथ विक्रेताओं के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संवाद का कार्यक्रम 'स्वनिधि संवाद" का सीधा प्रसारण आज जबलपुर जिले के सभी नगरीय निकायों किया गया। स्वनिधि संवाद के सीधे प्रसारण का जिले का मुख्य कार्यक्रम यहाँ राईट टाउन स्थित मानस भवन आडिटोरियम में आयोजित किया गया,  जहाँ योजना से  लाभान्वित जबलपुर शहर के कई पथ विक्रेता शामिल हुये। प्रधानमंत्री के संबोधन तथा हितग्राहियों से संवाद के सीधे प्रसारण के लिये मानस भवन में बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के तहत उन पथ विक्रेताओं को व्यवसाय बढ़ाने या पुनः शुरू करने के लिये दस हजार रुपये का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है, कोरोना काल के दौरान जिनका व्यवसाय बन्द हो गया था अथवा उन्हें बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था। स्वनिधि योजना से जिले सभी नगरीय निकायों में 7 हजार 184 हितग्राहियों के खाते में सीधे राशि ट्रांसफर की गई जिसमें जबलपुर शहर के 5 हजार 254 हितग्राही है। स्वनिधि संवाद कार्यक्रम के दौरान संभागीय कमिश्नर श्री महेश चंद्र चौधरी, नगर निगम आयुक्त श्री अनूप सिंह ,परियोजना अधिकारी नगरीय विकास अभिकरण श्री त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी और हितग्राही उपस्थित थे।

क्रमांक/5654/सितंबर-102/उइके

राशन दुकान से भी आरंभ होगा पात्रता पर्ची के

आधार पर खाद्यान्न वितरण : मुख्यमंत्री श्री चौहान

16 सितम्बर से मिलेगा 37 लाख हितग्राहियों को खाद्यान्न

जबलपुर 09 सितंबर, 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 16 सितम्बर से पात्रता पर्ची के आधार पर खाद्यान्न वितरण की प्रतीकात्मक शुरूआत प्रदेश की सभी राशन दुकानों से की जाए। जिला मुख्यालयों सहित सभी 25 हजार दुकानों पर कुछ लोगों को खाद्यान्न वितरण कर यह अभियान आरंभ हो। कार्यक्रम में कोरोना महामारी से बचाव की सभी सावधानियों का आवश्यक रूप से पालन किया जाए। कार्यक्रम आयोजन में ग्राम पंचायतों तथा नगरीय निकायों का भी सहयोग सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह निर्देश मंत्रालय में आयोजित समीक्षा बैठक में दिए।

उल्लेखनीय है कि खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम से प्रदेश के लगभग 11 लाख परिवार लाभान्वित होंगे। संपूर्ण प्रदेश में यह कार्यक्रम 16 सितम्बर को प्रात: 11.45 से आरंभ होगा। भोपाल में आयोजित होने वाला राज्य स्तरीय कार्यक्रम फेसबुक, ट्विटर तथा समस्त क्षेत्रीय चैनलों पर प्रसारित किया जाएगा। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्री फैज अहमद किदवई तथा अन्य अधिकारी उपिस्थत थे।

क्रमांक/5655/सितंबर-103/मनोज

 प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 2 लाख परिवारों को मिलेगा अपना घर

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 12 सितम्बर को करायेंगे गृह प्रवेश

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की तैयारियों की समीक्षा

जबलपुर 09 सितंबर, 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 12 सितम्बर को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आयोजित होने वाला गृह प्रवेश कार्यक्रम उत्साहपूर्वक मनाया जाए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य है कि 'हर परिवार के पास अपना घर हो'। इस दिशा में कार्य करते हुए प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दो लाख आवास निर्मित किए गए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इन आवासों में हितग्राहियों को गृह प्रवेश करायेंगे। प्रधानमंत्री प्रदेश के हितग्राहियों से चर्चा भी करेंगे। इन परिवारों के लिए यह दिन आनंद और उत्साह का है। अपना घर लोगों के मन में सुरक्षा का भाव लाएगा। अत: वर्चुअल आधार पर आयोजित इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोग जुड़ें। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में आयोजित बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गृह प्रवेश कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री मनोज श्रीवास्तव तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

वर्चुअल आधार पर आयोजित इस कार्यक्रम में हितग्राही वेबकास्ट के माध्यम से जुड़ेंगे। कार्यक्रम प्रात: 11 बजे आरंभ होगा। जिसका प्रसारण फेसबुक, ट्विटर के साथ-साथ क्षेत्रीय चैनल पर होगा। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी अवधि में बने इन आवासों से बड़े पैमाने पर श्रमिक वर्ग को काम मिला तथा स्थानीय निवासियों के साथ-साथ प्रवासी श्रमिकों के लिए भी आवास सुविधा उपलब्ध हो सकी।

क्रमांक/5656/सितंबर-104/मनोज

 प्रदेश में 20 हजार से अधिक वन अधिकार दावों को किया गया मान्य

वन अधिकार दावों के पुन: परीक्षण का कार्य जारी

जबलपुर 09 सितंबर, 2020

प्रदेश में वन अधिकार अधिनियम के तहत पूर्व के निरस्त दावों के निराकरण के लिये पुन: परीक्षण का कार्य किया जा रहा है। अब तक 20 हजार 517 वन अधिकार दावों को पुन: परीक्षण के बाद मान्य किया जा चुका है।

प्रदेश में वन अधिकार अधिनियम के तहत पूर्व के निरस्त दावों के निराकरण के लिये एमपी वनमित्र सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है। आदिम-जाति कल्याण विभाग द्वारा अब तक 20 हजार 830 ग्राम पंचायत सचिव की प्रोफाइल अपडेट की जा चुकी है और 36 हजार 722 ग्राम वन अधिकार समितियों को पोर्टल में दर्ज किया जा चुका है।

ग्राम वन अधिकार समितियों द्वारा पूर्व के निरस्त 2 लाख 68 हजार 853 दावों का पुन: परीक्षण किया जा रहा है। उपखण्ड स्तरीय समितियों द्वारा परीक्षण के बाद 82 हजार 663 दावों का निराकरण कर अनुशंसा के साथ जिला स्तरीय समितियों को भेजा गया है। जिला स्तरीय समितियों द्वारा 28 हजार 710 दावों का निराकरण कर 20 हजार 517 दावों को मान्य किया जा चुका है।

प्रदेश में वन अधिकार अधिनियम-2006 के क्रियान्वयन के तहत अब तक 2 लाख 29 हजार 988 वनवासियों को व्यक्तिगत एवं 27 हजार 976 सामुदायिक वन अधिकार-पत्र वितरित किये गये हैं। वन अधिकार अधिनियम में लाभान्वित वनवासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिलाया जा रहा है। प्रदेश में 54 हजार 965 कपिलधारा कूप, 57 हजार 721 भूमि सुधार, 24 हजार 366 डीजल-विद्युत सिंचाई पम्प और करीब 61 हजार आवास पट्टाधारी वनवासियों को मंजूर किये गये हैं।

अनूपपुर में 774 दावे मंजूर

अनूपपुर जिले में वनवासियों के पूर्व में निरस्त दावों का पुन: परीक्षण जिला स्तरीय समिति द्वारा किया गया। परीक्षण के बाद 774 दावेदारों को उनकी वन भूमि के पट्टे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने अनूपपुर प्रवास के दौरान एक कार्यक्रम में दिये।

क्रमांक/5657/सितंबर-105/मनोज

 सूदखोरों से बचाकर स्ट्रीट वेंडर्स को डिजिटल क्रांति से मदद दिलवाई मध्यप्रदेश ने

मध्यप्रदेश की यह कोशिश, अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय : श्री मोदी

डेढ़ लाख से अधिक हितग्राहियों के ऋण प्रकरण मंजूर

श्री मोदी ने दिया नया मंत्र - स्वनिधि से स्वरोजगार, स्वरोजगार से स्वावलंबन एवं स्वावलंबन से स्वाभिमान

पीएम ने सांची के डालचंद से कहा-"आपकी आयु कम पर हिम्मत बड़ी है"

अब पांच लाख हितग्राही लाभान्वित करने का लक्ष्य : मुख्यमंत्री श्री चौहान

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम स्वनिधि योजना के मध्यप्रदेश के हितग्राहियों से बातचीत की

वर्चुअल कार्यक्रम स्वनिधि संवाद से जुड़े प्रदेश के लगभग दो करोड़ लोग

जबलपुर 09 सितंबर, 2020

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि मध्यप्रदेश ने स्ट्रीट वेंडर्स के कल्याण के लिए बहुत कम समय में बेहतरीन कार्य कर दिखाया है। पीएम स्वनिधि योजना में हुए इस कार्य से अन्य राज्य प्रेरणा ले सकते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस अवसर पर घोषणा की कि स्ट्रीट वेंडर्स के कल्याण की एक अन्य योजना पर भी विचार किया जा रहा है। जिसकी शुरुआत शीघ्र ही की जाएगी। उन्होंने लघु व्यवासियों से डिजिटल लेन-देन को अपनाकर अपने कारोबार को कई गुना बढ़ाने का आव्हान भी किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश की उपलब्धि और लॉकडाउन के दौरान अच्छा कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान को बधाई दी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा की मध्यप्रदेश में पीएम स्वनिधि योजना की सफलता श्रम की ताकत का परिचायक है जिसे मैं आदरपूर्वक नमन करता हूँ। मध्यप्रदेश के एक लाख से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स को लाभ सुनिश्चित कर पहचान-पत्र और अन्य लाभ देने का कार्य प्रशंसनीय है। महामारी के समय गरीबों को इस योजना में मिली यह राहत वरदान सिद्ध हुई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वर्चुअल संवाद के बाद योजना में पांच लाख हितग्राही को लाभान्वित करने का लक्ष्य नगरीय विकास एवं आवास विभाग को दिया है।

कागजों के डर से बैंक नहीं जाते थे गरीब, डिजिटल क्रांति से अब सब आसान

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि गरीबों के कल्याण के योजनाबद्ध प्रयास जारी रहेंगे। गरीबों को सूदखोरों के चंगुल से निकालकर आर्थिक सहायता पहुंचाने के प्रयास किए गए हैं। पहले कागजों के डर से गरीब बैंक तक नहीं जा पाते थे। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से 94 हजार करोड़ की राशि का अंतरण हो या कोरोना काल में 20 करोड़ बहनों के खाते में 31 हजार करोड़ रुपये जमा करने का कार्य, जरूरतमंदों की पूरी सहायता की गई। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि बैकिंग व्यवस्था से अब गांव भी ऑनलाइन मार्केट से जुड़ जाएंगे। आगामी 1 हजार दिन में आप्टीकल फाइबर के अधिकतम उपयोग को बढ़ाने का कार्य होगा, जो एक तरह की डिजिटल क्रांति होगी। डिजिटल हेल्थ मिशन से हितग्राहियों को हेल्थ आईडी भी मिलेगी। चिकित्सक से एपांइटमेंट और चेकअप का कार्य भी इसी प्रक्रिया से होगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि वन नेशन-वन राशन कार्ड की व्यवस्था भी लागू की गई है। देश में कहीं भी जाने पर व्यक्ति राशन ले सकेगा, अपने हक के साथ चलेगा। डिजिटल क्रांति की सहायता लेते हुए मध्यप्रदेश की पीएम स्वनिधि योजना में प्राप्त उपलब्धि सराहनीय है। अन्य राज्यों को मध्यप्रदेश का अनुसरण करना चाहिए।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने संबोधन के पहले पीएम स्वनिधि योजना के मध्यप्रदेश के हितग्राहियों से बातचीत भी की। वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ केन्द्रीय आवास एवं शहरी कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप सिंह पुरी, मध्यप्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, केन्द्र सरकार के सचिव शहरी विकास मंत्रालय श्री दुर्गाशंकर मिश्र, मुख्य सचिव मध्यप्रदेश श्री इकबाल सिंह बैंस और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में मध्यप्रदेश के लाभार्थियों से आज चर्चा में उनका आत्मविश्वास दिखाई दिया है। यह योजना की सबसे बड़ी सफलता है। लाभार्थी योजना के साथ आगे बढ़ें, उनका कारोबार विकसित हो, इसके लिए सरकार अधिकतम सहयोग करेगी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी अनेक विपदाएं लाई हैं। इस संकट को हम सभी ने देखा। गरीबों को अपने गांव लौटना पड़ा। गरीबों की दिक्कतों को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अभियान से भी राहत प्रदान की गई। मध्यप्रदेश में भी हर जरूरतमंद तक शिवराज सरकार ने मदद पहुंचाई। एक बड़े वर्ग के रूप में रेहड़ी वाले, लॉकडाउन के समय घरों में बंद लोगों तक सामग्री पहुंचाते रहे। सरकार ने स्वनिधि योजना में इन फूड स्ट्रीट वेंडर्स और अन्य रेहड़ी वालों को नेटवर्क से जोड़ा। इन्हें मुश्किल से निकालने के लिए आसान प्रक्रिया से पूंजी देने की व्यवस्था की गई। अब इन्हें ऑनलाइन सेवाओं से भी पूरी तरह जोड़ने का प्रयास रहेगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि इस संकटकाल में हमारी तकनीक ने योजना को लागू करने में सहायता की। हितग्राही को कॉमन सर्विस सेंटर या बैंक शाखा में जाकर आवेदन देने के बाद ऋण देने की कार्यवाही की जाती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि योजना को सरल बनाया गया है। स्वनिधि से स्वरोजगार, स्वरोजगार से स्वावलंबन और स्वावलंबन से स्वाभिमान योजना की विशेषता है। डिजिटल लेनदेन पर हितग्राही को 1200 रुपये का नगद पुरस्कार देने का भी प्रावधान है। कुल 7 प्रतिशत के ब्याज अनुदान के साथ समय पर ऋण चुकाने की स्थिति में हितग्राही को दोगुना -तिगुना भी ऋण अगली बार देने की व्यवस्था की गई है।

रेहड़ी वालों को मूलभूत सुविधाएं देने पर जोर

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि रेहड़ी वालों को विद्युत सुविधा, आयुष्मान योजना का लाभ, उज्जवला योजना, एक रूपया महीना भुगतान करने पर बीमा योजना का लाभ, आवास निर्माण के लिए सहायता के संबंध में योजना लागू की जाएगी। इस योजना को प्रारंभ करने की प्रक्रिया चल रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि गत छह वर्ष में देश में गरीबों के योजनाबद्ध विकास की दिशा में कार्य हुआ है। सरकार की योजनाएं गरीबों के लिए संबल बनें, इसके लिए निरंतर कार्य हुआ है।

हितग्राही रखें इन बिन्दुओं का ध्यान

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने स्वनिधि संवाद में स्ट्रीट वेंडर्स से आव्हान किया कि जब तक कोरोना से बचाव का वैक्सीन नहीं आ जाता, अपनी और ग्राहकों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें। हाथों की सफाई हो, परस्पर दूरी हो, मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करना है। इन बातों से समझौता नहीं करना है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक उपयोग न किया जाए। कार्य स्थल पर पूरी स्वच्छता हो।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने दिया आत्मनिर्भरता का मंत्र कोरोना काल में मिली जनता को राहत

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी का अभिवादन करते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जो पुरुषार्थ में कण-कण और जीवन का क्षण-क्षण लगाने वाले वैश्विक नेता हैं। उन्होंने कोरोना संकट के समय राह निकालने का कार्य किया। देश की 130 करोड़ जनता के लिए 1 लाख 75 हजार करोड़ का गरीब कल्याण राहत पैकेज प्रदान कर, गरीब की थाली, खाली न रहने देने के संकल्प के साथ 80 करोड़ जनता तक अनाज पहुंचाया गया। उन्होंने मध्यप्रदेश के 24 जिले भी चुने जहां लोग अधिक जरूरतमंद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मनरेगा से रोजगार और आत्मनिर्भरता के मंत्र से आमजन को राहत मिली। लॉकडाउन की अवधि में अपनी जीविका गवां चुके लोगों को प्रत्यक्ष सहायता मिली है। बाजार से महंगी ब्याज दर पर कर्ज लेने वाले लोग पठानी ब्याज चुकाते-चुकाते त्रस्त हो जाते थे। उनका कुछ बच ही नहीं पाता था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जून 2020 से प्रारंभ पीएम स्वनिधि योजना में भारत सरकार द्वारा 7 प्रतिशत ब्याज के प्रावधान के साथ कार्यशील पूंजी उपलब्ध करवाती है। इससे यह योजना छोटे-छोटे स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक वरदान के रूप में लाभान्वित करने वाली सिद्ध हुई है। मध्यप्रदेश में सिर्फ तीन सप्ताह में 8 लाख 78 हजार पंजीयन पोर्टल के माध्यम से कर लिए गए। भौतिक सत्यापन के बाद साढ़े चार लाख पात्र स्ट्रीट वेंडर्स में से चार लाख को परिचय-पत्र और वेंडर प्रमाण- पत्र भी जारी कर दिए गए। बैंकों के समक्ष 2.55 लाख आवेदन पेश हो गए हैं, जिनमें से 1.56 लाख आवेदनों में राशि की मंजूरी दी जा चुकी है। हितग्राहियों के खातों में पैसा पहुंच रहा है। उल्लेखनीय बात यह है कि प्रत्येक हितग्राही को डिजिटल ट्रांजेक्शन से जोड़ने के लिए यूपीआई-आईडी और क्यूआर कोड उपलब्ध करवाया गया है। चाहे पान की दुकान वाला हो, चाट मूंगफली बेचने वाला, पंचर बनाने वाला, जूते सुधारने वाला, सैलून चलाने वाला या फिर झाडू बेचने जैसे कार्य करने वाले अब इन स्ट्रीट वेंडर्स की खुशियों में नया रंग जुड़ेगा। डिजिटल लेनदेन के महत्व को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना के हितग्राहियों से इन काव्य पंक्तियों के साथ अपना व्यवसाय करने का आव्हान किया- 'समय विषम है, डगर कठिन है, जाना भी उस पार है, छोड़ चलो ये रीत पुरानी, राह नई तैयार है....।'

मध्यप्रदेश के हितग्राहियों से प्रधानमंत्री श्री मोदी का आत्मीय संवाद, स्ट्रीट वेंडर्स की पीठ थपथपाई

स्वनिधि संवाद के प्रारंभ में प्रधानमंत्री श्री मोदी का मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वागत किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सबसे पहले इन्दौर जिले के सांवेर के पीएम स्वनिधि योजना के हितग्राही श्री छगन लाल वर्मा से बात की। श्री छगनलाल झाडू बेचने का कार्य करते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्री छगनलाल को झाडू के निर्माण में लगने वाली सामग्री, प्राप्त हो रहे लाभ के बारे में चर्चा की। हितग्राही श्री छगनलाल ने बताया कि उन्हें झाडू बनाने के लिए किसानों से खजूर के पत्ते और झाडू निर्माण में आवश्यक लोहे का तार, नायलोन और पाइप आदि बाजार से खरीदना होता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्री छगनलाल को सुझाव दिया कि वे पुराने झाडू के पाइप के अच्छी स्थिति में होने से उसे नए झाडू में प्रयुक्त कर अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्री छगनलाल से अन्य योजनाओं से मिल रहे लाभ की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बातचीत के क्रम में ग्वालियर की श्रीमती अर्चना शर्मा से भी बातचीत की। पानी पुरी टिक्की का ठेला लगाने वाले शर्मा परिवार ने बताया कि उन्हें दस हजार रुपये का ऋण बिना परेशानी से प्राप्त हो गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्रीमती शर्मा से प्रश्न पूछा कि उन्हें योजना की जानकारी कैसे मिली, उत्तर में श्रीमती शर्मा ने कहा कि ऐसा ही छोटा-मोटा कार्य व्यवसाय करने वाले लोगों से उन्हें पीएम स्वनिधि योजना की जानकारी मिली। अस्वस्थ चल रहे श्रीमती अर्चना के पति श्री राजेन्द्र शर्मा से भी प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बातचीत की और उनके शीघ्र पूर्ण स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आपने बहादुरी के साथ अपने छोटे से कारोबार को संभाला है जो समाज को प्रेरित करने वाला कार्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने रायसेन जिले के सांची में जैविक सब्जियों के विक्रय से जुड़े पीएम स्वनिधि योजना के हितग्राही श्री डालचंद कुशवाह से भी चर्चा की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्री कुशवाह को कहा कि आपकी आयु कम है, पर हिम्मत बहुत है। आप अपने कारोबार को बड़े स्वरूप में चलाईये। आपको पूरी सहायता प्राप्त होगी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने श्री कुशवाह द्वारा छोटी सी दुकान पर क्यूआर कोड के इस्तेमाल की खुली प्रशंसा करते हुए कहा कि अनेक बड़े व्यापारी भी इतने आत्मविश्वास से कारोबार नहीं कर पाते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इन लाभार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं प्रदान कीं।

अब बड़े लक्ष्य की चुनौती स्वीकार करें : मुख्यमंत्री श्री चौहान

वर्चुअल कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों से कहा कि पीएम स्वनिधि योजना में पांच लाख स्ट्रीट वेंडर्स हितग्राही लाभान्वित करने का लक्ष्य पूर्ण किया जाए। योजना में प्रति हितग्राही 10 हजार रूपये की कार्यशील पूंजी मिलने से छोटे व्यवसायियों का उन्नयन हो जाता है। मध्यप्रदेश में स्ट्रीट वेंडर्स को चिन्हित करने का कार्य बड़े पैमाने पर हुआ है। जिन आवेदको को अभी ऋण प्राप्त नहीं हुआ है, उन्हें लाभान्वित करने की कार्रवाई तेज की जाए। बड़े लक्ष्य की चुनौती को स्वीकार करते हुए अधिक से अधिक रेहड़ी वालों को योजना का लाभ दिलवाया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस योजना के शानदार क्रियान्वयन की प्रशंसा की है। इस नाते मध्यप्रदेश सरकार का यह प्रयास रहेगा कि यह योजना सफलता के और भी नए आयाम प्राप्त करे।

व्यापक रूप से देखा गया स्वनिधि संवाद कार्यक्रम

स्वनिधि संवाद में आज प्रधानमंत्री श्री मोदी का संबोधन मध्यप्रदेश के पौने चार सौ स्थानों पर सुना गया। इसके साथ ही इलेक्ट्रानिक मीडिया और सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर इसके सीधे प्रसारण की व्यवस्था से योजना के बारे में नागरिक अवगत हो सके। लगभग 2 करोड़ दर्शकों और श्रोताओं तक क्षेत्रीय टीव्ही चैनल्स ने यह प्रसारण पहुंचाया। प्रदेश में करीब 20 लाख लोग वेबकास्ट के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा हितग्राहियों से आत्मीयतापूर्वक किए गए संवाद के साक्षी भी बने। वर्चुअल कार्यक्रम का संचालन प्रमुख सचिव, नगरीय विकास एवं आवास श्री नीतेश व्यास ने किया।

क्रमांक/5658/सितंबर-106/मनोज

 सारणी, सतपुड़ा ताप विद्युत गृह में विद्युत उत्पादन जारी: मुख्य अभियंता

जबलपुर 09 सितंबर, 2020

मुख्य अभियंता, म.प्र पावर जर्नेटिंग कंपनी लिमिटेड जबलपुर श्री ए.एच. रिजवी ने बताया कि सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारणी क्रियाशील है। ताप विद्युत घर की विभिन्न इकाईयों में निर्धारित मरम्मत एवं प्रोटोकाल के तहत अलग-अलग यूनिट में शटडाउन रखा गया है।

श्री रिजवी ने स्पष्ट किया है कि 250 मेगावाट क्षमता की इकाई क्रमांक-11, सात सितम्बर 2020 को 12.38 बजे बायलर ट्यूब में आये अवरोध के कारण आंशिक समय बंद रही, जिसे न्यूनतम समय में सुधार कर पुन: प्रांरभ किया गया। वर्तमान में यह इकाई पूरी क्षमता से चल रही है, जिसका वार्षिक संयंत्र उपलब्धता घटक 94.54 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इकाई क्रमांक 6 एवं 7 क्रमश: 200 मेगावाट एवं 210 मेगावाट को ग्रिड में मांग की कमी के कारण स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर, म.प्र पावर जर्नेटिंग कंपनी लिमिटेड जबलपुर द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुरूप रिजर्व शट-डाउन में रखी गई हैं। इकाई क्रमांक 8 एवं 9 को प्रस्तावित रिटायरमेंट के कारण बंद रखा गया है। साथ ही इकाई क्रमांक 10 को निर्धारित कार्यक्रम अनुसार वार्षिक रख-रखाव के लिये दिनांक 15 अगस्त 2020 से एक माह के लिये बंद रखा गया है।

क्रमांक/5659/सितंबर-107/मनोज