NEWS -05-12-2020-A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्यप्रदेश शासन

समाचार

सहायक उपकरण हेतु 131 दिव्यांग बच्चों का चिन्हांकन

जबलपुर, 05 दिसम्बर 2020

     राज्य शिक्षा केन्द्र के निर्देशानुसार दिव्यांग बच्चों के चिकित्सकीय मूल्यांकन एवं उपकरण चिन्हांकन शिविर का आयोजन जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में किया जा रहा है। जिसमें जिला मेडीकल बोर्ड उपस्थित होकर शिविर स्थल पर ही विकलांगता प्रमाण-पत्र जारी कर रहे हैं एवं एलिम्को टीम द्वारा सहायक उपकरण हेतु बच्चों का चिन्हांकन शिविर स्थल पर किया जा रहा है।

      अभी तक जबलपुर शहर, जबलपुर ग्रामीण एवं पनागर में शिविरों का आयोजन किया जा चुका हैं। इन शिविरों में कुल 417 दिव्यांग बच्चों का पंजीयन किया गया। इसमें से 131 बच्चों का सहायक उपकरण हेतु चिन्हांकन किया गया है। शिविरों में जिला परियोजना समन्वयक डॉ. आर.पी. चतुर्वेदी विकासखण्डों के विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक आर.के. उपाध्याय, डी.के. श्रीवास्तव, ठाकुर प्रसाद पटेल तथा सहायक परियोजना समन्वयक तरूण राज दुबे, घनश्याम बर्मन उपस्थित रहे।

      शिविरों में मेडीकल बोर्ड के डॉ. शोभा अग्रवाल इ.एन.टी., डॉ. स्वाति मुखर्जी मनोचिकित्सक, डॉ. सुलभ अग्रवाल नेत्र विशेषज्ञ, डॉ. एस.एस.ठाकुर, अस्थि विशेषज्ञ, डॉ. एच.पी. सिंह अस्थि विशेषज्ञ, डॉ. श्रीमती प्रियंका परोहा मनौवैज्ञानिक विशेषज्ञ, श्री चंदेल नेत्र सहायक, डॉ. अनिल सोंधिया टेक्नीशियन, डॉ. रिजवी टेक्नीशियन, डॉ. श्रीमती कुलकर्णी ऑडियो लोजिस्ट ने दिव्यांग बच्चों का मूल्यांकन किया और विकलांगता प्रमाण पत्र जारी किये।

क्रमांक/6763/दिसम्बर-61/जैन

 पनागर में रोजगार मेला कल

जबलपुर, 05 दिसंबर 2020

जिले के विकासखंड पनागर में सोमवार 7 दिसंबर को रोजगार मेला का आयोजन होगा। इसी प्रकार रोजगार मेला मझौली में मंगलवार 8 दिसंबर को, पाटन के प्राथमिक स्कूल कटंगी में बुधवार 9 दिसंबर को, सिहोरा के ग्राम पंचायत मझगंवा में गुरूवार 10 दिसबंर को तथा जबलपुर के हायर सेकेंड्री स्कूल बरगी में शुक्रवार 11 दिसंबर को रोजगार मेला लगेगा।

यह रोजगार मेले बेरोजगार युवाओं हेतु निजी क्षेत्र की कंपनी एसआईएस लिमिटेड अनूपपुर द्वारा सिक्योरिटी गार्ड के लिए आयोजित किया जा रहा है। इसमें कंपनी द्वारा सिक्योरिटी गार्ड हेतु 21 से 36 वर्ष आयु के 10वीं पास युवकों का निर्धारित मापदंड अनुसार प्रशिक्षण हेतु चयन किया जायेगा। प्रशिक्षण पश्चात कंपनी द्वारा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जायेंगे।

क्रमांक/6764/दिसम्बर-62/मनोज

 स्ट्रीट फॉर पीपुल अभियान के तहत क्रिकेट मैच एवं साइकिल चालन प्रतियोगिता सम्पन्न

जबलपुर, 05 दिसंबर 2020

भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान स्ट्रीट फॉर पीपुल के अंतर्गत विजयनगर (ज़ीरो डिग्री) में फ्रेंडली क्रिकेट मैच का आयोजन स्मार्ट सिटी टीम एवं विजय नगर टीम के साथ खेला गया। विजय नगर टीम विजेता घोषित हुई विजय नगर टीम से आदि, अभिनव, नमन भावेश रूद् निलय मोहित पटेल, मोहित चौहान, शिवांश, एकांश, कृष्ण, अभिकल्प विजेता टीम थी। स्मार्ट सिटी से अंकित, आयुष, अनिरुद्ध, नफीस, अमन, रिदम, हर्षित, अमोली, अनन्या, अभिनीत, विवेक, अनुष्का, अक्षत, सौरभ, प्रियांशु, नितिन, शुभम, कार्यक्रम का हिस्सा बने। इसके साथ धीमी साइकिल चालन का भी आयोजन किया गया जिसके प्रथम विजेता अभिनव पांडे एवं सौरभ लोधी रहे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्ट्रीट को फ्री कर लोगो के लिए ओपन करना है ताकि सभी वर्ग के लोग वहाँ बिना किसी भय के अपना मनोरंजन कर सके। इस कार्यक्रम का आयोजन नगर निगम आयुक्त श्री अनूप सिंह एवं स्मार्ट सिटी जबलपुर के मुख्य कार्यपालिक अधिकारी श्री आशीष पाठक के मार्गदर्शन में कोविड-19 के नियमो का पालन करके किया गया। इस कार्यक्रम में श्री अंकुर खरे, श्री बालेन्द्र शुक्ला, श्री गजेंद्र सिंह, सुश्री शैलजा सुलेरे इत्त्यादि शामिल हुए।

क्रमांक/6765/दिसम्बर-63/मनोज

 आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है ट्रक प्लांट : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मध्यप्रदेश को बनाएंगे देश का लॉजिस्टिक हब
उद्योगों को मिलेंगी अधिकतम सुविधाएं
भोपाल जिले के बगरोदा में 500 करोड़ से अधिक निवेश से शुरु हुई व्यवसायिक वाहन निर्माण परियोजना 

जबलपुर, 05 दिसंबर 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भोपाल जिले के बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में आयशर के ट्रक प्लांट का शुभारंभ किया। इसकी लागत पांच सौ करोड़ रुपये से अधिक है। भोपाल से करीब 30 किलोमीटर दूरी पर भोजपुर मार्ग के पास विकसित हो रहे नये औद्योगिक क्षेत्र में 128. 02 हेक्टेयर क्षेत्र में यह प्लांट स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह ट्रक प्लांट आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने आयशर मोटर्स और वाल्वो ए.वी. समूह के संयुक्त उपक्रम वी.ई. कामर्शियल व्हीकल लिमिटेड को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि शीघ्र ही इस तरह का एक और प्लांट स्थापित किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि औद्योगिक विकास और पर्यावरण के मध्य संतुलन बहुत आवश्यक है। यह ट्रक प्लांट नवीन तकनीक के उपयोग और पर्यावरण की रक्षा की दृष्टि से एक आदर्श उदाहरण है।

विश्व के किसी प्रतिष्ठान से पीछे नहीं बगरोदा प्लांट

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लिया है। वे चुनौतियों को अवसर में बदलना जानते हैं। आत्मनिर्भर भारत के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश आवश्यक है। मध्यप्रदेश सरकार ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए रोडमेप तैयार कर उसे समय-सीमा में लागू करने की पहल की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए सुशासन, अधोसंरचना, स्वास्थ्य और शिक्षा, अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और रोजगार के अवसर बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। ये रोडमेप के मुख्य आयाम हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आयशर प्रतिष्ठान के सीईओ श्री विनोद अग्रवाल को भोपाल के नवीन और औद्योगिक क्षेत्र बगरोदा में प्लांट के शुभारंभ के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि उनका दो साल पूर्व का स्वप्न साकार होने पर बहुत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा यह प्रतिष्ठान जापान अथवा विश्व के किसी भी देश के औद्योगिक प्रतिष्ठान से पीछे नहीं है। यह गर्व की बात है कि दुनिया में मेड इन मध्यप्रदेश के ट्रक पहुंचेंगे। यह भी लोकल को वोकल बनाने का उदारण होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बगरोदा प्लांट में आयशर कंपनी द्वारा आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए प्रदूषण रहित इंजन निर्मित किए जा रहे हैं। ध्वनि प्रदूषण भी न होने से इस ट्रक में बैठने पर ऐसा एहसास होता है, मानो जेट प्लेन में बैठे हों। उन्होंने प्रतिष्ठान को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे अधिक से अधिक ट्रक का विक्रय कर निर्यात में वृद्धि करें और जल्द ही ऐसे ही अन्य संयंत्र लगाएं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संपूर्ण परिसर का अवलोकन कर संयंत्र के विभिन्न अनुभागों की कार्यप्रणाली देखी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वयं ट्रक ड्राइव किया और इकाईयों में कार्यरत स्टाफ से भी चर्चा की।

नई इकाईयों को पूर्ण सहयोग

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह क्षेत्र पीथमपुर और मण्डीदीप औद्योगिक क्षेत्र की तरह विकसित होगा। हम उद्योगपतियों को सहयोगी और मित्र मानते हैं। उद्योगों हितैषी निवेश नीति के अंतर्गत सभी आवश्यक सुविधाएं दी गई हैं। यह सुविधाएं भविष्य में भी प्रदान की जाएंगी। नई इकाईयों को अधिक से अधिक सहयोग प्राप्त होगा। निवेश प्रोत्साहन के लिए मध्यप्रदेश सरकार के साथ ही अन्य उद्योगों को ही सहयोगी बनाया जाएगा। इससे समृद्धि का द्वार खुलेगा। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण हम सभी मिलकर करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आशा व्यक्त कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली और संपन्न भारत का सपना साकार होगा। जिसमें उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। मध्यप्रदेश को देश का लॉजिस्टिक हब बनाने के प्रयास बढ़ाए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्लांट के ऑपरेशन एक्सीलेंस हाल का अवलोकन भी किया। उन्होंने प्लांट परिसर में पौधे भी लगाए।

औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि यह प्लांट आधुनिकतम है और पीथमपुर और देवास के बाद भोपाल शहर के नजदीक निवेश होने से प्लांट में कार्य करने वाले आसानी से आ जा सकेंगे। आयशर प्रतिष्ठान की ओर से सीईओ एवं चेयरमेन श्री विनोद अग्रवाल ने स्वागत भाषण में कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान सदैव उद्योगों के विकास के लिए प्रयासरत रहते हैं।

कंपनी द्वारा बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में इस प्लांट की 90 हजार ट्रक निर्माण क्षमता के साथ प्रदेश में कुल 1 लाख 30 हजार ट्रक निर्माण की क्षमता विकसित की गई है। पूर्व में कर्नाटक में निवेश का विचार था लेकिन मध्यप्रदेश में उद्योग समर्थक वातावरण को देखते हुए यह प्लांट भोपाल और मण्डीदीप के निकट स्थापित करने का निर्णय लिया गया। श्री अग्रवाल ने उम्मीद व्यक्त की कि यह औद्योगिक क्षेत्र तेजी से विकसित होगा। संयंत्र के शुभारंभ कार्यक्रम में आयशर कंपनी के अधिकारियों- कर्मचारियों के साथ ही अन्य औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

क्रमांक/6766/दिसम्बर-64/मनोज

 

 

डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन का परीक्षाफल घोषित 

जबलपुर, 05 दिसंबर 2020

माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन के प्रथम वर्ष (प्रथम अवसर) और द्वितीय वर्ष (प्रथम अवसर) का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया है। परीक्षार्थी अपना परीक्षाफल मण्डल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in और www.mpbse.mponline.gov.in पर देख सकते हैं। 

प्रथम वर्ष का परीक्षा परिणाम 74.07 प्रतिशत और द्वितीय वर्ष का परीक्षा परिणाम 80.28 प्रतिशत रहा है। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा यह परीक्षा सितंबर 2020 में आयोजित की गई थी।  इस परीक्षा में प्रथम वर्ष में 42 हजार 469 और द्वितीय वर्ष में 34 हजार 908 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे ।

क्रमांक/6767/दिसम्बर-65/मनोज

संस्कृति विभाग द्वारा राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान-2020 के लिये अनुशंसाएँ आमंत्रित 

जबलपुर, 05 दिसंबर 2020

राज्य शासन ने साहित्य, कला, सिनेमा, संस्कृति, समाज-सेवा के क्षेत्र में दिये जाने वाले राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान वर्ष-2020 की अनुशंसाएँ आमंत्रित की हैं। निर्धारित प्रपत्र में प्रविष्टियाँ 14 दिसम्बर, 2020 तक संचालक संस्कृति संचालनालय, 1, शिवाजी नगर, भोपाल के पते पर स्वीकार की जायेंगी।

राष्ट्रीय सम्मान में संस्था को गाँधी विचार-दर्शन के लिये दिये जाने वाले महात्मा गाँधी सम्मान की पुरस्कार राशि 10 लाख रुपये और भारतीय भाषाओं की कविता के लिये स्थापित कबीर सम्मान की 3 लाख रुपये होगी। कालिदास सम्मान (शास्त्रीय संगीत, नृत्य, रंगकर्म, रूपांकर कलाएँ), मैथिलीशरण गुप्त सम्मान (हिन्दी साहित्य), किशोर कुमार सम्मान (फिल्म गीत-लेखन), तानसेन सम्मान (हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत), लता मंगेशकर सम्मान (फिल्म संगीत निर्देशन), इकबाल सम्मान (उर्दू साहित्य), देवी अहिल्या सम्मान (लोक एवं आदिवासी पारम्परिक कला-महिला), तुलसी सम्मान (लोक एवं आदिवासी पारम्परिक कला-पुरुष), शरद जोशी सम्मान (व्यंग्य, संस्मरण, पत्र-लेखन आदि), नानाजी देशमुख सम्मान (सामाजिक, सांस्कृतिक समरसता), कवि प्रदीप सम्मान (मंचीय कविता) की पुरस्कार राशि 2-2 लाख रुपये होगी।

कुमार गंधर्व सम्मान (वादन) में 24 से 45 वर्ष आयु-समूह के कलाकारों को 1.25 लाख का पुरस्कार दिया जायेगा। संगीत, संस्कृति, कला संरक्षण में संलग्न संस्था को राजा मानसिंह तोमर सम्मान, हिन्दी सॉफ्टवेयर में सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान, विदेश में हिन्दी विकास में अमूल्य योगदान के लिये निर्मल वर्मा सम्मान, विदेशी मूल के हिन्दी भाषा और बोली में विकास के लिये फादर कामिल बुल्के सम्मान, हिन्दी में वैज्ञानिक एवं तकनीकी लेखन के लिये गुणाकर मुले सम्मान और अहिन्दी भाषी लेखकों को हिन्दी में उत्कृष्ट योगदान के लिये दिये जाने वाले हिन्दी सेवा सम्मान की राशि एक-एक लाख रुपये होगी।

राज्य सम्मान में हिन्दी, उर्दू, संस्कृत साहित्य, रूपांकर कलाएँ नृत्य, नाटक, संगीत, आदिवासी एवं लोक कलाएँ और दुर्लभ वाद्य-वादन के लिये दिये जाने वाले शिखर सम्मान की राशि एक-एक लाख रुपये होगी। प्रत्येक सम्मान के अंतर्गत आय-कर मुक्त सम्मान राशि एवं प्रशस्ति-पट्टिका दी जायेगी।

क्रमांक/6768/दिसम्बर-66/मनोज


सशस्त्र सेना झण्डा दिवस 7 दिसम्बर को 

जबलपुर, 05 दिसंबर 2020

प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 7 दिसंबर का दिन पूरे देश में 'सशस्त्र सेना झंडा' दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इसकी शुरुआत 1949 में हुई थी। यह दिन हमारे देश की रक्षा करते हुए जो सैनिक शहीद हो गए, अपाहिज हुए तथा पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के त्याग को सम्मान पूर्वक याद करने एवं आम नागरिकों का उनके प्रति आभार व्यक्त करने के प्रतीक स्वरूप मनाया जाता है। संचालनालय सैनिक कल्याण मध्यप्रदेश के संयुक्त संचालक कमांडर उदय सिंह ने इस अवसर पर नागरिकों से अधिक से अधिक राशि दान करने की अपील की है। झंडा दिवस निधि में दान की हुई राशि पूर्णत: आयकर से मुक्त है। सभी नागरिक अपना योगदान अपने जिले के सैनिक कल्याण कार्यालय में दे कर इस पुनीत कार्य में सम्मिलित हों।

भारतीय सेना के तीनों अंग देश की रक्षा के लिए सदैव सजग रहते हैं। देश की सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ देश की आंतरिक सुरक्षा एवं प्राकृतिक आपदा के समय नागरिकों की सुरक्षा में भी सेना का बहुत बड़ा योगदान है। कर्तव्य-पालन में हमारे अनेक सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए हैं तथा उससे भी अधिक अपंग होकर अपने घरों में बेरोजगार होकर जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उनके बलिदान एवं योगदान के लिए राष्ट्र उनका कृतज्ञ है। झंडा दिवस पर सशस्त्र सेनाओं के आश्रितों के कल्याण एवं पुनर्वास के लिये झंडा दिवस कोष में उदारतापूर्वक योगदान के जरिए उनके प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने का एक उत्तम अवसर है।

इस दिन झण्डा दिवस का प्रतीक ध्वज एवं कार ध्वज संस्थाओं और नागरिकों को वितरित कर उनसे धन-राशि का योगदान लिया जाता है। इस राशि का उपयोग शहीद सैनिक की विधवाओं, अपंग सैनिकों एवं अन्य भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिये किया जाता है। पूरा देश झण्डा दिवस पर अपना अनुदान देकर सेना के प्रति अपनी एकता की भावना को व्यक्त करता है जिससे सैनिक भी आश्वस्त होते हैं कि संपूर्ण देश उनके परिवार की सहायता के लिये प्रतिबद्ध है। इस दिवस पर हमारे देश के सैनिकों और देशवासियों के मध्य जो एक अपनेपन और विश्वास का रिश्ता है वो सुदृढ़ और आत्मीय होता है।

क्रमांक/6769/दिसम्बर-67/मनोज

 नगरीय निकायों के महापौर/अध्यक्ष पद का आरक्षण 9 दिसम्बर को 

जबलपुर, 05 दिसंबर 2020

प्रदेश के नगरपालिक निगमों, नगरपालिका और नगर परिषदों के आगामी सामान्य निर्वाचन के लिये महापौर/अध्यक्ष पद के आरक्षण की कार्यवाही 9 दिसम्बर, 2020 को सुबह 11 बजे से रवीन्द्र भवन, भोपाल के सभागृह में की जायेगी।

महापौर/अध्यक्ष पद के आरक्षण की कार्यवाही 407 नगरीय निकायों के लिये की जायेगी। इनमें 16 नगरपालिक निगम, 99 नगरपालिका और 292 नगर परिषद हैं।

क्रमांक/6770/दिसम्बर-68/मनोज

मध्यप्रदेश बिजली सेक्टर के इतिहास में अधिकतम मांग का नया रिकार्ड

बिजली की मांग 14,856 मेगावाट दर्ज 

जबलपुर, 05 दिसंबर 2020

 

मध्यप्रदेश में गत 4 दिसम्बर को बिजली की अधिकतम मांग का नया रिकार्ड बना। राज्य के बिजली सेक्टर के इतिहास में पहली बार बिजली की एक दिन की अधिकतम मांग 14,856 मेगावाट दर्ज हुई। प्रदेश में पिछले दस दिन से बिजली की अधिकतम मांग 14,000 मेगावाट के ऊपर दर्ज हो रही है। बिजली कंपनियो के बेहतर प्रबंधन और सुदृढ़ नेटवर्क के कारण बिजली की इस अधिकतम मांग की सफलतापूर्वक सप्लाई हुई और प्रदेश में कहीं भी विद्युत व्यवधान नहीं हुआ। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बिजली की अधिकतम माँग की सफल आपूर्ति पर स्टाफ को बधाई दी है।

पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 में 3 फरवरी को प्रदेश में बिजली की अधिकतम मांग 14,555 मेगावाट दर्ज हुई थी। प्रदेश में एक दिसम्बर को 14,236 मेगावाट, 2 दिसम्बर को 14,403 मेगावाट और 3 दिसम्बर को 14,515 मेगावाट दर्ज हुई।

पश्चिम क्षेत्र में बिजली की मांग 6077 मेगावाट

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (इंदौर व उज्जैन संभाग) में बिजली की अधिकतम मांग 6,077 मेगावाट, मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (भोपाल व ग्वालियर संभाग) में 4,752 मेगावाट और मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (जबलपुर, सागर व रीवा संभाग) में 4,028 मेगावाट दर्ज हुई।

प्रदेश में कैसे हुई बिजली सप्लाई

प्रदेश में 4 दिसम्बर को जब बिजली की अधिकतम मांग 14,856 मेगावाट दर्ज हुई, उस समय बिजली की सप्लाई में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप व जल विद्युत गृहों का उत्पादन अंश 2,718 मेगावाट, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का अंश 1,849 मेगावाट , एनटीपीसी व नार्दन रीजन का अंश 3,383 मेगावाट, सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट का अंशदान 1,346 मेगावाट, आईपीपी का अंश 1,778 मेगावाट रहा और बिजली बैकिंग से 1940 व अन्य स्त्रोत जिनमें नवकरणीय स्त्रोत भी शामिल हैं, से प्रदेश को 1,843 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई।

प्रदेश में 14,856 मेगावाट बिजली की मांग की सफलतापूर्वक बिजली सप्लाई करने में एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के कंट्रोल रूम व क्षेत्रीय कार्यालय, स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर, पावर जनरेटिंग कंपनी के विद्युत गृहों के साथ मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी व राज्य की पूर्व क्षेत्र, मध्य क्षेत्र एवं पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कंट्रोल रूम एवं मैदानी अभियंताओं और कार्मिकों की सराहनीय भूमिका रही।

क्रमांक/6764/दिसम्बर-62/मनोज

 किसानों को कृषि विधेयकों की जानकारी देने वेबीनार 8 को

सभी ग्राम पंचायतों में होगा वेबीनार का वर्चुअल प्रसारण

जबलपुर, 05 दिसंबर 2020

जिले के कृषकों को कृषि विधेयकों के संबंध में जानकारी देने के उद्देश्य से सभी जिले के समस्त ग्राम पंचायतों में 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे एनआईसी भोपाल के माध्यम से वेबीनार का आयोजन किया जायेगा।

इस संबंध में प्रभारी कलेक्टर हर्ष दीक्षित ने आज एक आदेश जारी कर अधिक से अधिक किसानों को वेबीनार में शामिल कराने के निर्देश दिये हैं। आदेश में सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि आपस में समन्वय कर अधिकाधिक किसानों को कृषि विधेयकों (फार्म एक्ट) की जानकारी प्रदान करने की व्यवस्था करे।

क्रमांक/6765/दिसम्बर-63/मनोज