NEWS -23-08-2020-A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 जिले में अब तक 777.4 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज

सर्वाधिक वर्षा कुण्डम में तो सबसे कम शहपुरा में हुई

जबलपुर 23 अगस्त, 2020

जिले में एक जून से 23 अगस्त तक 777.4 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 818.6 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई थी।

      अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल एक जून से अभी तक वर्षामापी केन्द्र जबलपुर में 752.3 मिलीमीटर, पनागर में 852.1 मिलीमीटर, कुण्डम में 1001.0 मिलीमीटर और पाटन में 796.0 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। इसी प्रकार शहपुरा वर्षामापी केन्द्र में अब तक 413.5 मिलीमीटर, सिहोरा में 745.4 मिलीमीटर और मझौली में 881.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

      भू-अभिलेख कार्यालय के अनुसार जिला मुख्यालय की औसत सामान्य वर्षा 1298.3 मिलीमीटर और जिले की औसत सामान्य वर्षा 1178.6 मिलीमीटर है।

क्रमांक/5443/अगस्त-228/उइके

 

कोरोना संक्रमण से मृत्यु को रोकना प्राथमिकता

गंभीर बीमारियों से पीडि़त प्रत्येक कोरोना संदिग्ध को अस्पताल पहुंचाकर उपचार करें

संभागायुक्त श्री चौधरी ने बैठक में दिये निर्देश

पड़ोसी भी दें कोरोना लक्षण वाले मरीजों की कंट्रोल रूम को सूचना-कलेक्टर

जबलपुर, 23 अगस्त 2020

संभागायुक्त महेशचन्द्र चौधरी ने आज मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा अधिकारियों की बैठक लेकर  कोरोना से मृत्यु को रोकने गम्भीर बीमारियों से ग्रसित प्रत्येक कोरोना सन्दिग्ध को समय पर अस्पताल पहुँचाकर उसका उपचार प्रारम्भ करने के निर्देश दिये हैं । श्री चौधरी ने इसके लिये शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में अभियान चलाने तथा लोगों में भी इस बारे में जागरूकता पैदा करने के निर्देश दिये हैं ।

संभागायुक्त ने बैठक में कहा कि कोरोना की वजह से मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में हो रही मृत्यु के हर प्रकरण का विश्लेषण किया जाये और  यदि किसी प्रकरण में निजी अस्पताल द्वारा देर से रेफर किया जाना इसकी वजह हो तो उनकी जिम्मेदारी भी तय की जाये । मेडिकल कॉलेज के डीन कार्यालय में आयोजित इस बैठक में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा, नगर निगम आयुक्त अनूप कुमार, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित एवं संदीप जीआर, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ प्रदीप कसार, सीएमएचओ डॉ रत्नेश कुररिया भी मौजूद थे ।                                        

संभागायुक्त ने बैठक में कहा कि मरीजों की मृत्यु को रोकना पहला लक्ष्य होना चाहिये । उन्होंने कहा इसके लिये हर संभव प्रयास किये जायें और बेहतर उपचार दिया जाये । श्री चौधरी ने  मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में कोरोना मरीजों को दिये जा रहे उपचार की तारीफ भी बैठक में की । उन्होंने कहा कि मरीजों की जान बचाने डॉक्टर काफी मेहनत कर रहे हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं ।  इसके बावजूद मृत्यु के प्रकरणों का बढऩा चिंता का कारण है ।                                                              

संभागायुक्त ने कोरोना सन्दिग्ध और हाई रिस्क व्यक्तियों की पहचान के लिये प्रारम्भ किये जा रहे संजीवनी अभियान पर चर्चा करते हुये कहा कि इस अभियान के तहत वार्डवार प्रभारियों की नियुक्ति की जाये और किसी भी स्तर पर लापरवाही सामने आने पर उनकी जिम्मेदारी तय की जाये । उन्होंने हाई रिस्क और कोरोना सन्दिग्ध बुजुर्गों को अस्पताल में भर्ती करवाकर ईलाज कराने के लिये लोगों को प्रेरित करने शहर के प्रत्येक वार्ड में मुनादी कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये । संभागायुक्त ने कहा कि बुजुर्ग और दूसरी बीमारियों से पीडि़त सन्दिग्ध मरीजों को समय पर उपचार प्रारम्भ होने से ही कोरोना से होने वाली मृत्यु को कम किया जा सकता है ।

श्री चौधरी ने बैठक में निजी अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों को दिये जा रहे उपचार की मॉनिटरिंग के लिये मेडिकल या जिला अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात करने के निर्देश दिये हैं । उन्होंने निजी अस्पतालों से देर से या स्थिति बहुत ज्यादा बिगड़ जाने पर कोरोना मरीजों को रेफर किये जाने के कारण होने वाली प्रत्येक मृत्यु की जाँच कराने की बात भी कही । संभागायुक्त ने निजी अस्पताल संचालको की बैठक बुलाने और इस बारे में उनसे विस्तार से चर्चा करने के निर्देश भी दिये ।

कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्यवाही करें :-

बैठक में कहा गया कि कोरोना से हुई मृत्यु का क्षेत्रवार विश्लेषण भी किया जाये और जिन क्षेत्रों के कोरोना मरीजों की मृत्यु की संख्या अधिक हैं , वहाँ अन्य गम्भीर बीमारियों से ग्रसित सभी लोगों के सेम्पल लिये जाये । बैठक में होम क्वारंटीन में रह रहे कोरोना संदिग्धों और होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों की निगरानी की व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश भी दिये गये । कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने होम क्वारंटीन का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती बरतने और जुर्माना वसूलने के निर्देश दिये । उन्होंने संभागायुक्त के निर्देशानुसार कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों, मास्क न पहनने तथा फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों पर भी कड़ी कार्यवाही करने की हिदायत दी । श्री शर्मा ने कहा कि नियमों और प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों पर कार्यवाही करने के लिये एसडीएम, तहसीलदार, पुलिस, नगर निगम के साथ-साथ अन्य विभागों के अमले को भी अधिकृत किया जाये । उन्होंने कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाले व्यावसायिक संस्थानों और दुकानों को भी सील करने के निर्देश बैठक दिये ।

पड़ोसी भी दें सकते हैं कोरोना लक्षण वाले मरीजों की कंट्रोल रूम को सूचना :-

कलेक्टर ने बैठक में एकीकृत कोरोना कंट्रोल रूम को कोरोना सन्दिग्ध व्यक्तियों के बारे में मिलने वाली हर सूचना को तत्काल सम्बन्धित इंसिडेंट कमांडर को भेजने के निर्देश दिये ।श्री शर्मा ने बैठक के माध्यम से आम नागरिकों से भी अपील करते हुये कहा कि यदि उनके पड़ोस में रहने वाला कोई व्यक्ति सर्दी-खाँसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ से पीडि़त है तो इसकी सूचना भी  एकीकृत कोरोना कन्ट्रोल को फोन नम्बर 0761- 2637500 पर दें । ताकि ऐसे लोगों को क्वारन्टीन कर सेम्पल लिये जा सकें । कलेक्टर ने होम क्वारन्टीन के नियम का उल्लंघन करने वालों की सूचना भी कोरोना कंट्रोल रूम को देने का आग्रह भी नागरिकों से किया।

प्लाज्मा दान करने वालों को दिये जायेंगे प्रशस्ति पत्र :-

बैठक में कोरोना से स्वस्थ होने बाद प्लाज्मा दान करने वाले हर व्यक्ति को सम्मान स्वरूप प्रशस्ति पत्र देने के निर्देश संभागायुक्त श्री महेश चंद्र चौधरी ने दिये । उन्होंने कोरोना के संक्रमण से मुक्त हुये ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्लाज्मा दान करने के लिये प्रेरित किये जाने की बात भी कही । श्री चौधरी ने कोरोना के गम्भीर रोगियों की जान बचाने प्लाज्मा थेरेपी को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया । उन्होंने मेडिकल कॉलेज में भर्ती उन पाँच कोरोना मरीजों के स्वास्थ की जानकारी भी ली जिन्हें प्लाज्मा थेरेपी दी गई है । बैठक में बताया गया कि प्लाज्मा थेरेपी के बाद पाँचो मरीजों की स्थिति में काफी सुधार आया है ।

स्कूल ऑफ पल्मोनरी मेडिसिन में भर्ती किया जायेगा कोरोना पॉजिटिव मरीजों को :-

मेडिकल कॉलेज के डीन कार्यालय में आयोजित बैठक के बाद संभागायुक्त श्री चौधरी एवं कलेक्टर श्री शर्मा ने मेडिकल कॉलेज के स्कूल ऑफ पल्मोनरी मेडिसिन के भवन का निरीक्षण भी किया । उन्होंने मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सबसे नजदीक होने के कारण यहाँ कोविड मरीजों को भर्ती कर उपचार प्रारम्भ करने के निर्देश इस मौके पर दिये ताकि स्वास्थ संबन्धी किसी भी तरह की कठिनाई आने पर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में सीरियस मरीजों के लिये बनाये गये कोविड वार्ड में तुरन्त शिफ्ट किया जा सके ।

राज्य कैन्सर संस्थान का भी किया निरीक्षण :-

कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने बैठक के पहले  मेडिकल कॉलेज परिसर स्थित राज्य कैंसर संस्थान के नव निर्मित भवन का निरीक्षण कर यहाँ कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती कर उपचार देने की चल रही तैयारियों का जायजा लिया । उन्होंने संस्थान के भवन में ऑक्सीजन युक्त उपलब्ध बिस्तरों की संख्या का ब्यौरा लिया और अन्य सुविधाओं की जानकारी भी ली । श्री शर्मा ने एक सप्ताह के भीतर कैंसर संस्थान में शेष सभी तैयारियां पूरी कर लेने की हिदायत अधिकारियों को दी ताकि कोरोना मरीजो को भर्ती कर यहाँ उपचार प्रारम्भ किया जा सके । राज्य कैंसर संस्थान भवन के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर के साथ जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित एवं संदीप जीआर, मेडीकल कॉलेज के डीन डॉ प्रदीप कसार भी मौजूद थे ।

फीवर क्लीनिक में हो प्रत्येक कोरोना संदिग्ध का रेपिड एंटीजन टेस्ट

कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने विक्टोरिया सहित जिले में स्थित सभी फीवर क्लीनिकों में कोरोना के संदिग्ध लक्षण वाले प्रत्येक मरीज का रेपिड एंटीजन टेस्ट करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने इसके लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्रोंं के सभी फीवर क्लीनिकों में पर्याप्त संख्या में रेपिड एंटीजन टेस्ट किट उपलब्ध कराने पर जोर दिया। श्री शर्मा ने कहा कि रेपिड एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव मिले मरीजों की तत्काल शिफ्टिंग की व्यवस्था भी की जाये।

सेम्पल साइज बढ़ाने के निर्देश

कलेक्टर श्री शर्मा ने विक्टोरिया अस्पताल के भ्रमण के बाद सीएमएचओ ऑफिस में चिकित्सा अधिकारियों की बैठक भी ली और कोरोना के प्रसार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सेम्पल साइज बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आईसीएमआर की गाईड लाईन के अनुसार कोरोना पॉजिटिव के निकट संपर्क में आये व्यक्तियों के साथ-साथ दूसरे रोगों से ग्रसित हर कोरोना संदिग्ध व्यक्ति के सेम्पल लिये जाएं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में भी सेम्पल की संख्या बढ़ाने के निर्देश बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि सांस लेने में तकलीफ वाले हर मरीज को तत्काल अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य वार्ड में भर्ती कर सेम्पल लिए बिना आक्सीजन सपोर्ट तथा दवाईयां देकर उपचार प्रारंभ किया जाना चाहिए। ताकि बाद में होने वाली कठिनाईयों से बचा जा सके। श्री शर्मा ने बैठक में कोरोना सेम्पल लेने वाले दलों की संख्या भी दोगुनी करने के निर्देश इस मौके पर दिये तथा ऐसे हर व्यक्ति का डेटा सार्थक एप पर दर्ज करने की हिदायत दी, जिनके सेम्पल लिए गए हैं।

क्रमांक/5444/अगस्त-229/जैन