NEWS -06-08-2020-B

संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 कोरोना संक्रमितों के इलाज हेतु प्लाज्मा डोनेट करने 5 डोनर मेडीकल कॉलेज पहुँचे

कलेक्टर श्री यादव की अपील पर बड़ी मानवीय पहल

जबलपुर 06 अगस्त, 2020

कलेक्टर श्री भरत यादव के मार्गदर्शन में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा किए जा रहे सतत प्रयासों को आज बड़ी सफलता मिली जब एक साथ पाँच डोनर मनोज साहू, अशित जायसवाल, सतीश झारिया, क्षमा राठौर और श्रद्धा राठौर प्लाज्मा दान करने के लिये मेडिकल कॉलेज पहुँचे। इनमे क्षमा और श्रद्धा राठौर जुड़वां बहने हैं। रेडक्रॉस के वालंटियर अंकित पहारिया के साथ मेडीकल पहुँचे इन पाँचों युवाओं ने प्लाज्मा डोनेशन के नोडल अधिकारी डॉ नीरज जैन से संपर्क कर सैंपलिंग कराई ।

रिपोर्ट आने के बाद दो व्यक्तियों मनोज साहू और अशित जायसवाल ने आज ही प्लाज्मा का डोनेशन किया जबकि अन्य तीन कल डोनेशन करेंगे ।

इन सभी ने जिला प्रशासन और रेडक्रॉस सोसाइटी की इस पहल को सराहनीय बताया एवं अन्य कोरोना से स्वस्थ हुये सभी व्यक्तियों से प्लाज्मा डोनेशन के लिए आगे आकर कोरोना संक्रमण से पीड़ित गम्भीर मरीजों की जान बचाने में सहयोग करने का अनुरोध किया।

रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा लगातार पूर्व में संक्रमित रहे और स्वस्थ हो चुके व्यक्तियों से संपर्क किया जा रहा है कलेक्टर एवं अध्यक्ष रेडक्रॉस श्री भरत यादव ने सभी से आगे आकर प्लाज्मा डोनेशन की अपील की है।

क्रमांक/5238/अगस्त-54/जैन

 लक्षण रहित, अतिमंद एवं पूर्व रोग सूचक लक्षण वाले
कोविड-
19 केसेस होंगे होम आइसोलेट

दिशा-निर्देश जारी

जबलपुर 06 अगस्त, 2020

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा लक्षण रहित (असिम्पटोमेटिक) कोविड-19 के पॉजीटिव प्रकरणों को भी होम आइसोलेशन के विकल्प दिये जाने के निर्देश दिये गये हैं। देश में बड़ी संख्या में लक्षण रहित केसेस के दृष्टिगत पूर्व में जारी कोविड-19 के रोगियों के लिये होम आइसोलेशन संबंधी निर्देशों को पुनरीक्षित कर यह निर्णय लिया गया है। आयुक्त स्वास्थ्य डॉ. संजय गोयल ने सभी कलेक्टर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन-सह-मुख्य अस्पताल अधीक्षक तथा अध्यक्ष नर्सिंग होम एसोसिएशन को होम आइसोलेशन संबंधी दिशा-निर्देश का पालन करने के निर्देश दिये हैं।

कोविड-19 होम आइसोलेशन पात्रता

निर्देशानुसार लक्षण रहित/पूर्व रोग सूचक/अति मंद लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति को घर पर सेल्फ आइसोलेशन की समुचित व्यवस्था, जिसमें पृथक कक्ष एवं शौचालय की उपलब्धता होने पर, उसे होम आइसोलेशन का विकल्प दिया जा सकता है। कोविड संक्रमित व्यक्ति अति मंद, पूर्व रोग सूचक अथवा लक्षण रहित है या नहीं इसकी पुष्टि उपचार करने वाले चिकित्सक (न्यूनतम एमबीबीएस योग्यताधारी) द्वारा तय किया जायेगा। ऐसे संक्रमित व्यक्तियों के घर, सेल्फ आइसोलेशन एवं परिजनों के क्वारेंटाइन की पूर्ण सुविधा उपलब्ध होना अनिवार्य होगा।

रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी जैसे एचआईवी, ट्रांसप्लांट केस, कैंसर वाले रोगी होम आइसोलेशन के पात्र नहीं होंगे। कोविड-19 से संक्रमित 60 वर्ष से अधिक व्यक्ति तथा हाइपरटेंशन, डायबिटीज, ह्रदय रोग, लंग्स, लीवर, किडनी आदि के रोगियों को होम आइसोलेशन का विकल्प उपचार करने वाले चिकित्सक के आंकलन के बाद ही निर्णय लिया जायेगा।

होम आइसोलेशन-देखभाल व्यवस्था

निर्देशानुसार अनिवार्य रूप से यह सुनिश्चित किया जायेगा कि होम आइसोलेशन के दौरान कोविड-19 के संक्रमित व्यक्ति/रोगी के 24 × 7 देखभाल के लिये एक व्यक्ति उपलब्ध रहे तथा वह एमएमयू मेडिकल ऑफिसर/कोविड अस्पताल के साथ सम्पूर्ण होम आइसोलेशन की अवधि में सम्पर्क में रहे। इसके लिये एमएमयू मेडिकल ऑफिसर, समर्पित कोविड स्वास्थ्य केन्द्र, समर्पित कोविड चिकित्सालय का सम्पर्क नम्बर संक्रमित व्यक्ति को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जायेगा।

कोविड संक्रमित व्यक्ति के देखभालकर्ता एवं निकट सम्पर्क व्यक्तियों को उपचार करने वाले चिकित्सक द्वारा हाइड्रोक्सिक्लोरोक्यून टेबलेट का प्रोफाइलेक्टिक डोज पूर्ण सतर्कता बरतते हुए दिया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। देखभालकर्ता को आरोग्य एप तथा सार्थक एप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा। संक्रमित व्यक्ति द्वारा लक्षणों की स्व-निगरानी की जाना होगी। दैनिक स्वास्थ्य स्थिति से जिला सरविलेंस ऑफिसर, एमएमयू मेडिकल ऑफिसर अथवा 104 को अवगत कराना होगा। होम आइसोलेशन के विकल्प चुनने के लिये होम आइसोलेशन संबंधी वचन-पत्र संक्रमित व्यक्ति से भरवाया जायेगा।

चिकित्सीय सहायता

सांस लेने में कठिनाई, निरंतर दर्द, छाती में दबाव, भारीपन, मानसिक भ्रम या सचेत होने में कठिनाई, होंठ, चेहरे का नीला पड़ना आदि लक्षण होने पर होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड -19 संक्रमित व्यक्ति तत्काल डीएसओ/एसएमओ/एमएमयूएमओ अथवा 104 पर चिकित्सीय सहायता के लिये सम्पर्क करना होगा।

होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड-19 संक्रमित के लिये निर्देश

कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति द्वारा सदैव ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क का उपयोग किया जाये एवं मास्क के भीगने/गंदा होने पर मास्क बदला जाये। मास्क को एक प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइट से विषाणुमुक्त करके ही निपटान किया जाये। कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति, घर के अन्य वृद्धजन, उच्च रक्तचाप, दिल/गुर्दे के रोग से ग्रस्त सदस्यों से दूर, अपने कक्ष में ही रहे। होम आईसोलेशन के दौरान संक्रमित व्यक्ति द्वारा समुचित आराम किया जाये एवं पर्याप्त पेय पदार्थों व संतुलित आहार का सेवन किया जाये। खाँसते-छींकते समय मुँह को टिशू/रुमाल/तौलिया/दुपट्टा/गमछा आदि से ढांका जाये तथा हाथों को साबुन पानी से बार-बार धोया जाये। किसी भी परिस्थिति में व्यक्तिगत वस्तुओं को अन्य सदस्यों के उपयोग के लिये साझा न किया जाये। औषधियों के सेवन के लिये चिकित्सीय परामर्श का अनुपालन किया जाये। कोविड-19 के लक्षणों के संबंध में स्वयं निगरानी की जाये व लक्षण उत्पन्न होने पर सार्थक एप पर प्रतिवेदन एवं नियत सर्वेलेंस चिकित्सा अधिकारी को तत्काल सूचित किया जाये। सम्पर्क में आने वाले सतहों (टेबल/दरवाजे के हैण्डल/लाइट बटन/मोबाइल आदि) की विषाणुमुक्ति एक प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइट से नियमित रूप से साफ किया जाये।

देखभालकर्ता के लिये निर्देश

कोविड-19 केस के देखभालकर्ता द्वारा सदैव संक्रमित व्यक्ति के कक्ष में उपस्थिति के दौरान ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क का उपयोग किया जाये। मास्क, मुँह व चेहरे को छूने से बचा जाये तथा मास्क के भीगने या गंदा हो जाने पर तत्काल बदला जाये। संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने अथवा उपयोग की हुई सतहों के सम्पर्क में आने पर साबुन पानी से हाथ धोया जाये। भोजन पकाते समय, खाने के पूर्व व शौचालय के उपयोग के बाद साबुन पानी से न्यूनतम 40 सेकेण्ड तक हाथ धोया जाये अथवा उनको अल्कोहल युक्त सेनेटाइजर से साफ किया जाये। संक्रमित व्यक्ति से सम्पर्क दौरान दास्ताने (Gloves) का उपयोग किया जाये। संक्रमित वस्तुओं जैसे बर्तन, तौलिया, चादर आदि को सीधे छूने से बचा जाये एवं इस दौरान ग्लब्स एवं ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क का उपयोग किया जाये। ग्लब्स उतारने के बाद हाथ अच्छे से धोकर साफ टिशु/तौलिये से पोंछा जाये। कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति को भोजन उसके कक्ष में ही परोसा जाये व उपयोग किये गये बर्तनों को ग्लब्स पहनकर साबुन पानी से अच्छे से साफ किया जाये।

संक्रमित व्यक्ति को समस्त निर्देशित औषधियाँ सेवन कराने का दायित्व देखभालकर्ता का होगा। देखभालकर्ता एवं अन्य सभी निकट सम्पर्कों द्वारा अपना दैनिक तापमान तथा अन्य कोविड लक्षण (बुखार, खाँसी, सांस लेने में कठिनाई) की निगरानी की जाना अनिवार्य है एवं दैनिक रूप से इसका प्रतिवेदन सार्थक एप पर किया जाये। कोई भी लक्षण उत्पन्न होने पर नियत सर्वेलेंस चिकित्सा अधिकारी को सूचित किया जाये।

होम आइसोलेशन अवधि की समाप्ति

होम आइसोलेशन में निगरानीबद्ध व्यक्ति को लक्षण उत्पत्ति दिनांक/सेम्पल दिनांक से विगत 10 दिनों से लक्षण रहित होने तथा 3 दिनों से बुखार रहित होने पर डिस्चार्ज किया जायेगा। तत्पश्चात आगामी 7 दिवस तक उक्त व्यक्ति द्वारा घर पर अपने स्वास्थ्य की स्व-निगरानी सुनिश्चित की जायेगी। होम आइसोलेशन की अवधि की समाप्ति पर कोविड जाँच की आवश्यकता नहीं है। कोविड संक्रमित व्यक्ति की जाँच में संक्रमण से मुक्ति पुष्ट होने पर एक लक्षण रहित स्थिति को आंकलित कर, सर्वेलेंस चिकित्सा अधिकारी द्वारा होम आइसोलेशन समाप्ति का लिखित प्रमाण-पत्र दिया जायेगा।

क्रमांक/5239/अगस्त-55/मनोज

 एक मास्क-अनेक जिन्दगी अभियान के तहत अब तक 1.76 लाख मास्क वितरित

जबलपुर 06 अगस्त, 2020

नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने भोपाल में कहा है कि जनता को कोविड-19 के प्रति जागरुक करने एवं वचाव के लिए सभी वार्डों में वार्ड समितियां गठित की गई है। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश व्यापी ''एक मास्क-अनेक जिन्दगी' अभियान के तहत अब तक 1.76 लाख से अधिक मास्क वितरित किए गए हैं। अभियान के अंतर्गत प्रदेश में 579 मास्क बैंक स्थापित हैं। इसमें 666 से अधिक स्व सहायता समूह को साझेदार बनाया गया है। यह अभियान आगामी 14 अगस्त तक जारी रहेगा।

अभियान में बगैर मास्क लगाये सार्वजनिक स्थानों पर निकलने वाले व्यक्ति को समझाइश के साथ मास्क दिया जा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि कोरोना से जारी जंग में कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के अपने घर से नहीं निकले। इसी में सभी का हित है। प्रदेश में जन-जागरुकता के लिए प्रचार वाहन एवं अन्य माध्यम से कोरोना से बचाव के लिए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं।

क्रमांक/5240/अगस्त-56/मनोज

कोरोना एक्टिव मरीजों में मध्यप्रदेश 16वें स्थान पर आया

एक्टिव मरीजों की संख्या में कमी आना प्रारंभ

होम आइसोलेशन एवं होम क्वारेंटाइन के लिए गाइड लाइन जारी करें

सप्ताह में एक दिन रविवार को लॉकडाउन रहेगा, रात्रि कर्फ्यू 10 बजे से 5 बजे तक

जबलपुर 06 अगस्त, 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना के एक्टिव प्रकरणों में देश में तुलनात्मक रूप से मध्यप्रदेश 16वें स्थान पर आ गया है। प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 8716 है। प्रारंभ में मध्यप्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही थी परन्तु पिछले कुछ दिनों में पूरे देश के साथ ही मध्यप्रदेश में भी एक्टिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी। अब नए पॉजीटिव मरीजों की तुलना में ठीक होकर घर जा रहे मरीजों की संख्या बढ़ी है तथा प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या में कमी आना प्रारंभ हो गया है, जो कि अच्छे संकेत हैं। आज प्रदेश में 838 कोरोना के मरीज स्वस्थ होकर घर गए तथा 830 नए मरीज पाए गए। हमारी रिकवरी रेट 73.6 प्रतिशत हो गई है।

100 वर्ष की वृद्धा ने कोरोना को हराया

वी.सी. में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खरगौन जिले की वृद्ध महिला श्रीमती रूकमणी देवी पति खुशाल चौहान के हौसले को सलाम किया तथा कहा कि जब कैंसर से पीड़ित होने के बाद भी वे कोरोना को परास्त कर सकती हैं, तो हम क्यों नहीं कर सकते। आवश्यकता है समय पर इलाज करवाने एवं हिम्मत रखने की। जिले के बड़वाह की सुराणा नगर वासी रूकमणी देवी 21 जुलाई को कोरोना पॉजीटिव आई थीं। वे 'ओव्हरी कैंसर' से भी पीड़ित थीं। रूकमणी देवी का 'होम आइसोलेशन' किया गया तथा डॉक्टर्स की निगरानी में इलाज हुआ। इस दौरान रूकमणी देवी ने योग, प्राणायाम भी निरंतर जारी रखा। सही इलाज, नियमित दिनचर्या तथा आत्मबल से रूकमणी देवी ने कोरोना को हरा दिया। वे हम सबके लिए प्रेरणा हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि बिना लक्षण वाले मरीजों के 'होम आइसोलेशन' तथा संदिग्ध मरीजों को 'होम क्वारेंटाइन' किए जाने के लिए विस्तृत गाइड लाइन स्वास्थ्य विभाग जारी करे, जिससे ऐसे व्यक्ति जिनके घर पर पर्याप्त स्थान है तथा जो स्वेच्छा से 'होम आइसोलेशन' या 'होम क्वारेंटाइन' होना चाहते हैं, उनकी मदद की जा सके।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अब लॉकडाउन केवल सप्ताह में एक दिन रविवार को रहेगा तथा रात्रि कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह 05 बजे तक रहेगा। जिलों की विशेष परिस्थितियां होने पर राज्य स्तर से अनुमति लेकर ही लॉकडाउन के संबंध में कोई अन्य कार्रवाई की जा सकेगी।

टैस्टिंग बढ़ाई जाए, जागरूकता फैलाएं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना लाइलाज बीमारी नहीं है तथा सभी ठीक हो जाते हैं, यदि मरीज को समय से अस्पताल लाया जाए। विलंब से अस्पताल लाने पर यह घातक हो सकता है। इसके लिए टैस्टिंग बढ़ाए जाने की आवश्यकता है, जिससे समय से बीमारी का पता चल सके। अभी प्रति 10 लाख हमारी टैस्टिंग 10294 है। इसके साथ यह भी आवश्यक है कि जनता को जागरूक किया जाए कि कोरोना के लक्षण दिखने पर व्यक्ति को तुरंत अस्पताल लाएं। किसी भी हालत में विलंब न किया जाए।

मृत्यु दर न्यूनतम करने के प्रयास करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि सभी कोविड अस्पतालों में सर्वोत्तम इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाकर मृत्यु दर को न्यूनतम किए जाने के प्रयास करें। अभी प्रदेश की कोरोना मृत्यु दर 4.32 प्रतिशत है। कोरोना की मृत्यु दर किस प्रकार कम की जाए इसके लिए अशासकीय विषय विशेषज्ञों से भी राय ली जाए।

7 कोरोना स्कवाइड संचालित

ग्वालियर जिले की समीक्षा के दौरान बताया गया कि वहां गत एक सप्ताह में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत है। जिले में मास्क न पहनने आदि पर अभी तक 22 लाख रूपए के चालान काटे गए हैं। मास्क न पहनने पर प्रत्येक व्यक्ति पर 100 रूपए का जुर्माना किया जा रहा है। उन्हें नि:शुल्क मास्क दिए जाते हैं। शहर को 7 क्षेत्रों में बांटकर 7 कोरोना स्कवाइड चलाए जा रहे हैं।

जेलों में संक्रमण रोकने के सभी प्रयास करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गत 15 दिनों में प्रदेश की जेलों में कोरोना संक्रमण बढ़ा है, अभी तक जेलों में लगभग 137 कैदी संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने वी.सी. में डी.जी. जेल को निर्देश दिए कि जेलों में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं। गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि जेलों में कैदियों के परिजनों से मुलाकात की वर्चुअल व्यवस्था की गई है। इसके अलावा उनकी टैस्टिंग व क्वारेंटाइन की भी समुचित व्यवस्था की जा रही है। सिंगरौली जेल में स्थान कम होने से अन्य स्थान की व्यवस्था भी की जा रही है।

50 हजार से अधिक लोगों के विरूद्ध हुई जुर्माने की कार्यवाही

गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा ने वीडियो कान्फ्रेंस में बताया कि 'किल कोरोना अभियान फेस-दो' के तहत सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क नहीं लगाने पर 5 अगस्त को 7 हजार 828 व्यक्तियों पर कार्यवाही की गई और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन करने वाले 5 हजार 45 लोगों पर जुर्माना लगाया गया। प्रदेश में अभी तक 50 हजार से ज्यादा लोगों के विरूद्ध जुर्माने की कार्यवाही की गई है।

चार जिलों में सर्वाधिक मरीज

एसीएस हैल्थ श्री मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश के चार जिलों इंदौर, भोपाल, ग्वालियर एवं जबलपुर में कोरोना के सर्वाधिक मरीज हैं। क्रमश: आज इन जिलों में 157,155,89 एवं 77 नए मरीज मिले हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चारों जिलों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए।

क्रमांक/5241/अगस्त-57/मनोज

 कोरोना से स्वस्थ होने पर आज 79 व्यक्तियों को किया गया डिस्चार्ज

बीते चौबीस घण्टे में कोरोना के 45 नये मरीज मिले

जबलपुर 06 अगस्त, 2020

कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त होने पर आज गुरुवार को 79 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है। वहीं बीते चौबीस घण्टे के दौरान कोरोना के 45 पॉजिटिव प्रकरण सामने आये हैं। आज डिस्चार्ज हुये 79 व्यक्तियों को मिलाकर कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या अब 1176 हो गई है । कल बुधवार की शाम 6 बजे से आज गुरुवार की शाम 6 बजे तक बीते चौबीस घण्टे के दौरान मिले 45 कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1664 पहुँच गई है। कोरोना से अभी तक 33 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। जबलपुर में कोरोना के एक्टिव केस अब 455  हो गये हैं। आज गुरुवार को कोरोना का टेस्ट करने 928 व्यक्तियों के सेम्पल लिये गये हैं। प्राइवेट पैथालॉजी सेंटर द्वारा लिये जा रहे सेम्पल इससे अलग हैं।

क्रमांक/5242/अगस्त-58/मनोज