News.29.11.2019_B


संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
तीन दिवसीय ओशो महोत्सव की तैयारियों को लेकर बैठक संपन्न
जबलपुर की ख्याति के अनुरूप हो व्यवस्थायें-कलेक्टर
11 दिसंबर से होगा ओशो महोत्सव का आयोजन
देश-विदेश के ओशो भक्त होंगे शामिल
जबलपुर, 29 नवंबर, 2019
      आचार्य रजनीश की कर्मस्थली रहे जबलपुर में उनके जन्म दिवस पर 11 दिसंबर से तीन दिवसीय ओशो महोत्सव के आयोजन की तैयारियों को लेकर आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में प्रशासन के अधिकारियों एवं ओशो के अनुयायियों की बैठक संपन्न हुई । कलेक्टर श्री भरत यादव ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए जबलपुर की ख्याति के अनुरूप ओशो महोत्सव के भव्य और गरिमामय आयोजन के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं ।
      बैठक में बताया गया कि आचार्य रजनीश के जन्म दिवस पर 11, 12 और 13 दिसंबर को ओशो महोत्सव का आयोजन राज्य शासन के आध्यात्म विभाग द्वारा जिला प्रशासन एवं जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल के सहयोग से तरंग आडिटोरियम में किया जायेगा ।  राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम में देश-विदेश से बड़ी संख्या में ओशो भक्त शामिल होंगे ।  इसके साथ ही ख्यातिलब्ध साहित्यकार, कथाकार, संगीतकार, पटकथा लेखक, फिल्म निर्माता एवं निर्देशक तथा कविगण भी ओशो महोत्सव में शामिल होंगे तथा ओशो के विचारों पर आधारित गोष्ठियों में भाग लेंगे ।  ओशो महोत्सव के दौरान तरंग आडिटोरियम के समीप एमपीईबी के पाण्डुताल मैदान पर प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये जायेंगे ।  महोत्सव के दौरान ओशो ट्रेल का आयोजन भी होगा ।
      कलेक्टर श्री यादव ने बैठक में ओशो महोत्सव में शामिल होने जबलपुर आने वाले सभी अतिथियों के लिए ठहरने, भोजन एवं आवागमन की समुचित व्यवस्थायें करने के निर्देश दिये । उन्होंने ओशो महोत्सव को जबलपुर एवं इसके आसपास के ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थलों से भी जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया । ताकि आचार्य रजनीश से जुड़े स्थलों के साथ-साथ देश-विदेश से आने वाले ओशो भक्त जबलपुर के ऐतिहासिक स्थलों एवं प्राकृतिक सौंदर्य का भी अवलोकन कर सकें और जबलपुर की अच्छी छवि लेकर यहां से वापस जायें ।
      श्री यादव ने बैठक में आयोजन स्थल के आसपास साफ-सफाई, पेयजल, प्रकाश एवं सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये ।  उन्होंने जबलपुर सहित प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में ओशो महोत्सव का व्यापक प्रचार-प्रसार करने की बात भी कही ।  श्री यादव ने बैठक में मौजूद ओशो भक्तों से महोत्सव के सफल आयोजन के लिए प्रशासन के अधिकारियो से निरंतर संपर्क में रहने तथा व्यवस्थाओं में सहयोग करने का आग्रह किया ।  उन्होंने कहा कि ओशो महोत्सव में देश-विदेश से आने वाले ओशो भक्तों, ख्यातिलब्ध कलाकारों एवं विशिष्ट व्यक्तियों के आगमन की सूचना समय रहते प्रशासन को दे दी जाये ताकि उनकी गरिमा के अनुरूप आवागमन एवं ठहरने की व्यवस्थायें की जा सकें ।  कलेक्टर ने ओशो महोत्सव के सफल आयोजन के लिए जबलपुर के ओशो अनुयायियों से स्वागत, परिवहन, आवास, भोजन व्यवस्था के लिए अलग-अलग समितियां गठित करने की बात भी कही ।
      बैठक में जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश त्रिपाठी, नगर निगम के अपर आयुक्त रोहित कौशल, जेटीपीसी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हेमंत सिंह एवं जबलपुर होटल एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौजूद थे ।
क्रमांक/2317/नवम्बर-310/जैन

मदन महल पहाड़ी को हरा-भरा बनाने कदम संस्था भी निभायेगी भागीदारी
संस्था के पच्चीस वर्ष होने पर 19 जनवरी को रोपे जायेंगे
दो हजार से अधिक पौधे
जबलपुर, 29 नवंबर, 2019
      पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने वाली कदम संस्था मदन महल पहाड़ी को हरा-भरा बनाने में भी सहभागी बनेगी ।  कदम संस्था अपनी स्थापना के पच्चीस वर्ष होने पर 19 जनवरी को स्मार्ट सिटी के सहयोग से मदन महल की पहाड़ी पर पौधारोपण का कार्यक्रम आयोजित करेगी ।  संस्था ने कार्यक्रम में दो हजार से अधिक पौधे रोपने का लक्ष्य रखा है ।
      खास बात यह होगी कि कदम संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में ये पौधे उन व्यक्तियों के द्वारा लगाये जायेंगे जिनका 19 जनवरी को जन्मदिन होगा । ये सभी मदन महल पहाड़ी पर एकत्र होकर सुबह 10 बजे एक साथ पौधे रोपेंगे ।
      कदम संस्था द्वारा मदन महल पहाड़ी पर पौधारोपण के कार्य में सहभागी      का प्रस्ताव आज जबलपुर स्मार्ट सिटी के अध्यक्ष एवं कलेक्टर श्री भरत यादव को सौंपा गया । इस मौके पर संस्था के पदाधिकारियों ने श्री यादव को पर्यावरण को बचाने की दिशा में किये गये कार्यों की जानकारी दी और मदन महल पहाड़ी पर 19 जनवरी को आयोजित किये जा रहे पौधारोपण कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराया ।  पत्र में बताया गया कि 19 जनवरी को जन्में व्यक्ति द्वारा एक साथ पौधा रोपने का यह कार्यक्रम ऐतिहासिक होगा । एक साथ दो हजार से अधिक व्यक्तियों द्वारा जन्म दिवस पर पौधे रोपने का यह एक विश्व रिकार्ड भी हो सकता है ।
      कलेक्टर श्री यादव ने कदम संस्था के पौधारोपण के इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी ने हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया । उन्होंने मदन महल पहाड़ी को हरा-भरा बनाने में सहयोगी बनने के लिए कदम संस्था की तारीफ की । श्री यादव ने 19 जनवरी को जन्में हर व्यक्ति से मदन महल पहाड़ी पर आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल होकर पौधा रोकने की अपील भी की ।
क्रमांक/2318/नवम्बर-311/जैन

किसानों से पराली न जलाने की अपील
जबलपुर 29 नवंबर 2019
      कृषि विभाग द्वारा किसानों से खेतों में पराली (नरवाई) न जलाने की अपील की गई है। जिले में धान की कटाई अधिकाशत: कटाई कम्बाइंड हार्वेस्टर से होने के कारण खेत में शेष बची पराली किसानों द्वारा जला दी जाती है जबकि प्रदेश के विभिन्न जिलों तथा अन्य प्रदेशों में पराली का प्रयोग पशुओं के वैकल्पिक आहार के रूप में किया जाता है। पशुओं को खेतों में पर्याप्त मात्रा में पराली न मिलने से वह पालीथिन खाते हैं और उनकी मृत्यु हो जाती है। धान की कटाई के दो-तीन माह बाद यही पराली दोगुनी कीमत में विक्रय की जाती है।
      उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास एसके निगम के मुताबिक धान की पराली खेतों में जलाने से मिट्टी की उर्वरक क्षमता कम होती है तथा पर्यावरण भी प्रदूषित होता है। साथ ही आग लगाने के कारण कई गंभीर अग्नि दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी हैं जिससे सम्पत्ति का भी बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है। ग्रीष्म ऋतु में जल संकट उत्पन्न होने का भी यह एक महत्वपूर्ण कारण है।
      उप संचालक कृषि ने किसानों से अपील की है कि वे धान की पराली न जलाएं। खेत की आग अनियंत्रित होने से जन, धन, सम्पत्ति, प्राकृतिक वनस्पति एवं जीव जन्तु नष्ट होते हैं जिससे काफी नुकसान होता है। खेत में आग लगाने से मिट्टी में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले लाभकारी सूक्ष्म जीवाणु नष्ट हो जाते हैं जिससे मिट्टी उर्वरा शक्ति कम होती है और उत्पादन प्रभावित होता है। खेतों में कचरा सड़ने से वह खाद में परिवर्तित होकर मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाती है। आग जलाने से हानिकारक गैसों का उत्सर्जन होता है और पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। जिला प्रशासन ने कृषकों से जीरो टिलेज सीड ड्रिल से बोनी करने एवं कस्टम हायरिंग सेंटर से आवश्यक यंत्रों का उपयोग करने की अपील की है। जीरो टिलेज सीड ड्रिल के उपयोग से जहां एक ओर कृषक की लागत कम होती वहीं खेतों में उपलब्ध नमी का भी उपयोग होता। 
क्रमांक/2319/नवम्बर-312/जैन॥

फोटो कैप्सन
जबलपुर आगमन पर प्रभारी मंत्री से कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने सौजन्य भेंट की।

सभी जिलों में लागू करें "आयुष्मान मध्यप्रदेश" योजना : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ

सेवारत एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों की स्वास्थ्य सुरक्षा योजना शीघ्र बनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने की "आयुष्मान मध्यप्रदेश" योजना की समीक्षा

जबलपुर 29 नवंबर 2019
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने 'आयुष्मान मध्यप्रदेश'' योजना का प्रदेश के सभी जिलों में विस्तार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सबको समय पर निकटतम स्वास्थ्य केन्द्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। श्री कमल नाथ आज मंत्रालय में 'आयुष्मान मध्यप्रदेश' योजना की समीक्षा कर रहे थे। समीक्षा बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि आयुष्मान योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचे, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि योजना में प्रत्येक जिले के निजी अस्पतालों को संबंद्ध करने के लिए राज्य स्वास्थ्य एजेंसी के जरिए उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले अस्पतालों को प्राथमिकता दी जाए। इसके लिए मार्गदर्शिका बनाई जाए। उन्होंने कहा कि जिन चिकित्सालयों को इस योजना में शामिल किया गया है, उन पर सतत् निगरानी रखी जाए, जिससे कोई गड़बड़ी हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि गड़बड़ी करने वाले चिकित्सा संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने सभी योग्य हितग्राहियों को अगले 6 माह में गोल्डन कार्ड दिए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने सेवानिवृत्त एवं सेवारत शासकीय कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा का प्रारूप शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत 'निरामयम्' योजना में हितग्राहियों के उपचार में रही कठिनाईयों को ध्यान में रखते हुए शासकीय अस्पतालों के लिए आरक्षित पैकेजेस पर पुनर्विचार करने को कहा।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने स्वास्थ्य विभाग को मलेरिया, एलिमिनेशन डिमॉन्ट्रेशन प्रोजेक्ट, मॉडल कॉम्प्रीहेन्सिव अबॉर्शन केयर सर्विस एवं टी.बी. के मरीजों की रीयल टाइम मॉनिटिरिंग एप के लिए मिले पुरस्कार और खाद्य एवं औषधि प्रशासन को मिले डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन अवार्ड से अवगत कराया।
प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. पल्लवी जैन गोविल ने बताया कि 'आयुष्मान भारत मध्यप्रदेश'' योजना में 1 करोड़ 31 लाख कार्ड बनाए गए हैं। इस योजना में अब तक 1 लाख 75 हजार लोगों के दावे प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 1 लाख 18 हजार लोगों को इलाज के लिये 157.11 करोड़ रुपए भुगतान किया गया है। योजना में 257 स्वास्थ्य शिविर लगाए गए। इलाज के लिए 98 निजी एवं 339 शासकीय अस्पतालों का पंजीयन किया गया है।
बैठक में मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहन्ती, आयुक्त स्वास्थ्य श्री प्रतीक हजेला और आयुष्मान भारत निरामयम् के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे. विजय कुमार उपस्थित थे।
क्रमांक/2320/नवम्बर-313/जैन॥

नदी पुनर्जीवन योजना में शामिल की गई कन्हान नदी
मनरेगा में किये जा रहे 285 करोड़ के नदी पुनर्जीवन कार्य
जबलपुर 29 नवंबर 2019
छिन्दवाड़ा जिले के संतरांचल में प्रदूषण कम करने के लिए जिला पंचायत द्वारा नदी पुनर्जीवन योजना में कन्हान नदी को शामिल किया गया है। इस योजना में नदी के प्रवाह को अविरल किया जाएगा, जिससे क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर कम होगा।
महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना (मनरेगा)के अन्तर्गत कन्हान नदी के पुनर्जीवन कार्य को प्राथमिकता से कराया जा रहा है। यह नदी जुन्नादेव से परासिया, मोहखेड़ एवं सौंसर क्षेत्र में बहती है, जिसकी लंबाई 90.45 किलोमीटर है। इसके क्षेत्र में कुल 243 गांव और 67 ग्राम पंचायतें हैं। इन क्षेत्रों में लगभग 285 करोड़ की लागत से कुल 12,042 कार्य कराए जा रहे हैं।
नदी पुनर्जीवन के लिये 1894 कार्य स्वीकृत हो गए हैं। इन कार्यो में नदी के आस-पास के क्षेत्रों में गली प्लग, कन्टूर ट्रेंच, मेढ़ बंधान, गैबियन स्ट्रक्चर, तालाब, खेत, कूप आदि का निर्माण कराया जा रहा है। इन कार्यों से करीब 12 हजार किसान लाभांवित होंगे। योजना में नदी की जल संग्रहण क्षमता 2658 हजार घनमीटर किया जाना प्रस्तावित है। इससे 7399 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता निर्मित होगी। सभी कार्य रिच-टू-वैली के सिद्धान्त पर विभिन्न चरणों में कराए जा रहे हैं।
क्रमांक/2321/नवम्बर-314/जैन॥

एफएक्यू गुणवत्ता के धान उपार्जन के लिये निर्धारित तिथि में वृद्धि
जबलपुर 29 नवंबर 2019
राज्य शासन ने खरीफ विपणन मौसम वर्ष 2019-20 में एफएक्यू गुणवत्ता का धान उपार्जित करने के उद्देश्य से उपार्जन प्रारंभ करने की तारीख को 25 नवम्बर से बढ़ाकर 2 दिसम्बर, 2019 कर दिया है। खाद्य-नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार प्रदेश में निरंतर वर्षा होने से धान में नमी का अंश भारत सरकार द्वारा निर्धारित एफएक्यू की सीमा से अधिक हो गया था। इस कारण उपार्जन शुरू करने की तारीख बढ़ाई गई है।
क्रमांक/2322/नवम्बर-315/जैन॥

जल गुणवत्ता के मानदण्डों में मध्यप्रदेश अव्वल
जबलपुर 29 नवंबर 2019
भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा प्रयोगशालाओं में जल गुणवत्ता के लिये निर्धारित मानदण्डों की जाँच में प्रदेश को मानकों की जाँच और मानक सीमा के अंतर्गत आईएस 10500-2012 के तहत प्रदेश को प्रथम रैंकिंग मिली है। प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री संजय कुमार शुक्ला ने जल सहायता संगठन के जल गुणवत्ता अनुश्रवण और निगरानी कार्यक्रम के अंतर्गत किये गए कार्यों की समीक्षा के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने जल गुणवत्ता की जाँच के कार्य में जनसाधारण और सामाजिक संस्थाओं को आगे लाने के लिये कहा। उन्होंने कहा कि इससे प्रयोगशालाओं की विश्वसनीयता बढ़ेगी। श्री शुक्ला ने जल परीक्षण प्रयोगशालाओं के अमले की इस उपलब्धि पर बधाई दी।
प्रमुख सचिव श्री शुक्ल ने प्रदेश की सभी प्रयोगशालाओं को एन..बी.एल. (नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एण्ड केलिब्रेशन लेबोटरीज) के अंतर्गत लाने के लिये विभागीय तकनीकी अमले को सार्थक प्रयास करने के लिये कहा। उन्होंने रतलाम जिले की प्रयोगशाला को एक्रेडिटेशन प्राप्त करने पर बधाई दी। श्री शुक्ला ने प्रमुख अभियंता श्री सी.एस. संकुले को सभी प्रयोगशालाओं में केमिकल, ग्लासवेयर और आवश्यक उपकरण प्राथमिकता से उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
मापदण्ड पूरा करने वाली प्रयोगशाला अर्जित करें लक्ष्य
प्रमुख सचिव को बताया गया कि 25 नवम्बर, 2019 को लेबोटरी रैंकिंग के मामले में 10 जिलों ने निर्धारित लक्ष्य को पूरा नहीं किया है। प्रमुख सचिव ने प्रयोगशाला के केमिस्टों को हिदायत दी कि निर्धारित समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्त किया जाए।
प्रमुख सचिव ने प्रदेश में कार्यरत 155 जल परीक्षण प्रयोगशालाओं से आए केमिस्ट्स और सहायक केमिस्ट्स से कहा कि स्वच्छ जल सभी को मिले, यह विभाग की अहम जिम्मेवारी है। इसके लिये जल स्रोतों की समय-समय पर जाँच कर जल गुणवत्ता सुनिश्चित की जानी चाहिए।
इस अवसर पर प्रमुख अभियंता सलाहकार श्री के.के. सोनगरिया, संचालक श्री व्ही.एस. सोलंकी सहित वरिष्ठ विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
क्रमांक/2323/नवम्बर-316/जैन॥