संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
समन्वित कृषि को अपनाने कृषकों को प्रेरित
किया जाय
अंतरवर्तीय और फसलों की विविधता पर विशेष
ध्यान देने की आवश्यकता
उद्यानिकी फसलों का क्षेत्र विस्तार किया
जायेगा
खरीफ की समीक्षा तथा रबी फसलों के लिये
कार्ययोजना बैठक में
कृषि उत्पादन आयुक्त के निर्देश
जबलपुर, 20 नवंबर, 2019
कृषि उत्पादन
आयुक्त प्रभांशु कमल ने कहा है कि कम या अधिक वर्षा और मौसम की प्रत्येक परिस्थिति
में कृषकों को नुकसान से बचाने तथा हर स्थिति में उन्हें आर्थिक रूप से लाभ में रखने
की कृषि कार्ययोजना बनाने और अमल में लाने की जरूरत है । इसके लिये समन्वित प्रणाली से कृषि करने, फसल, प्रजाति
और कृषि तकनीक में विविधता लाने की आवश्यकता है ।
उन्होंने अंतरवर्तीय फसलों, उद्यानिकी फसलों और जैविक खेती को प्रोत्साहित करने
के निर्देश भी दिये । संभाग में रबी के दौरान
कृषकों को उनकी मांग के अनुसार समय पर पर्याप्त मात्रा में खाद, बीज सहित अन्य कृषि
आदान की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा दिये गये ।
बैठक में गत
खरीफ की समीक्षा और रबी की व्यवस्थाओं की कार्ययोजना की समीक्षा की गयी । बैठक में प्रमुख सचिव कृषि अजीत केसरी, संभागायुक्त
राजेश बहुगुणा, संचालक कृषि मुकेश शुक्ला, प्रबंध संचालक मार्कफेड, प्रबंध संचालक बीज
एवं फार्म विकास निगम, प्रबंध संचालक बीज प्रमाणीकरण, पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी
विभागों के विभाग प्रमुख अधिकारी जबलपुर कलेक्टर भरत यादव सहित संभाग के जिलों के कलेक्टर्स,
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा संबंधित विभागों के संभागीय एवं जिला अधिकारी
मौजूद थे ।
इस उच्च स्तरीय
बैठक में संभागायुक्त राजेश बहुगुणा की प्रेरणा से प्रारंभ किये गये नवाचार समन्वित
प्रणाली से कृषि के अंतर्गत प्रत्येक जिले में प्रारंभ हुए प्रयासों को कृषि उत्पादन
आयुक्त ने सराहा । पशुपालन विभाग, मत्स्य पालन,
कृषि विभागों के विभाग प्रमुख अधिकारियों ने संभागायुक्त की प्रेरणा से उनके विभाग
के अंतर्गत हुए कार्यों को कृषकों में लोकप्रिय और उपयोगी बताया गया ।
कृषि उत्पादन
आयुक्त ने कहा कि प्रदेश में जहां भी कृषि क्षेत्र में समन्वित कृषि, फसल विविधता तथा
उपयोगी तकनीक का प्रयोग हुआ है । उन क्षेत्रों
में अधिक वर्षों के दौरान भी अच्छा उत्पादन कृषकों ने प्राप्त किया है । उन्होंने कहा कि समन्वित कृषि प्रणाली के अंतर्गत
संभाग में कृषकों को जागरूक करने की दिशा में भी अच्छा कार्य हुआ है ।
कृषि उत्पादन
आयुक्त ने जिलावार फसल, उत्पादन तथा उत्पादकता, बीज-खाद, कीटनाशक दवाइयों की मांग उपलब्धता
आपूर्ति की समीक्षा की । बैठक में किसानों
को ऋण वितरण, जय किसान ऋण माफी योजना की समीक्षा की गयी । खाद-बीज, कीटनाशक दवाओं के गुण नियंत्रण के लिये
अभियान के रूप में कार्य करने, अमानक पाये गये नमूनों पर सख्त कार्यवाई के निर्देश
दिये गये । कहा गया कि कृषकों को प्रमाणित
उन्नत बीज की उपलब्धता सुगमता से रहे । बाजार
में उपलब्ध सभी बीजों के नमूने लेकर परीक्षण कराया जाय । हितग्राहियों को कृषि यंत्रों के लिये ऑनलाइन पंजीयन
तथा अनुदान राशि प्रापत करने में असुविधा नहीं होने पाये ।
कृषि उत्पादन
आयुक्त ने उद्यानिकी की समीक्षा करते हुए कहा कि उद्यानिकी क्षेत्र में वृद्धि की जाये
तथा उद्यानिकी फसल उत्पाद की प्रोसेसिंग सुविधा भी विकसित की जाय । उन्होंने कहा कि शासन तथा नाबार्ड की अनेक योजनायें
हैं । जिका लाभ कृषकों को दिलायें । उन्होंने बताया कि उज्जैन जिला में कृषि क्षेत्र
के 25 प्रतिशत क्षेत्र को उद्यानिकी फसलों से आच्छादित कर बेहतर कार्य किया गया है
। इसी तरह के कार्य की उन्होंने अपेक्षा की
।
संभागायुक्त ने कहा कि समन्वित
कृषि प्रणाली इस लक्ष्य को पाने के लिये उपयोगी साबित होगी ।
बैठक में हर जिले में एक
मॉडल नर्सरी विकसित करने के निर्देश दिए गये । संरक्षित कृषि, माइक्रो एरीगेशन, लिप्ट
एरीगेशन को बढ़ावा देने के निर्देश दिये गये ।
संचालक मत्स्य पालन ने बताया
कि संभागायुक्त बहुगुणा की प्रेरणा से समन्वित खेती अन्तर्गत मत्स्य पालन के लिये जल
क्षेत्र की उपलब्धता बढ़ी है । भूमिहीन हितग्राहियों
को मत्स्य पालन के लिये जलाशय उपलब्ध कराये जा रहे हैं । लम्बे समय तक जल उपलब्धता
वाले सभी जलाशयों को मत्स्य पालन के लिये उपयोग में लाया जा रहा है । संभाग के जिलों में मत्स्य बीज उत्पादन के प्रयास
किए जा रहे हैं ।
पशुपालन विभाग की समीक्षा
में गौवंशीय पशुओं के लिये गौशालाओं का निर्देशानुसार निर्माण करने तथा बिजली, पानी
आदि इंतजाम सुनिश्चित करने तथा चारागाह विकसित करने के निर्देश दिये गये । उन्होंने कहा कि 15 दिसंबर तक निर्माणाधीन गौशालाओं
का निर्माण पूर्ण किया जाय । बैठक में गौशाला
संचालन की व्यवस्थाओं पर भी चर्चा हुई ।
संभागायुक्त ने बताया कि
गौसेवक योजना को अधिक प्रभावी बनाया गया है ।
हर पशु चिकित्सालय से गौ सेवकों को जोड़ा गया है । संभागायुक्त ने योजनाओं को
अधिक प्रभावी बनाने अनेक सुझाव दिये ।
क्रमांक/2212/नवम्बर-205/खरे
किलकारी गार्डन शिविर में
104 दिव्यांगों का कृत्रिम उपकरणों हेतु चिन्हांकन
जबलपुर 20 नवंबर 2019
सामाजिक न्याय एवं निःशक्त जन कल्याण विभाग द्वारा कृत्रिम उपकरणों के वितरण हेतु दिव्यांगजनों के चिन्हांकन के लिए शहर में तीसरा शिविर आज बुधवार को किलकारी गार्डन में लगाया गया ।
शिविर में दिव्यांगजनों के रजिस्ट्रेशन और परीक्षण के लिये अलग-अलग स्टॉल लगाए गए । सयुंक्त संचालक सामाजिक न्याय आशीष दीक्षित के अनुसार शिविर में104 दिव्यांगों का कृत्रिम उपकरणों हेतु चिन्हांकन किया गया । इसमें 19 दिव्यांगों को व्हील चेयर, 20 को ट्राइसाइकिल, 8 को मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, 24 को कैलिपर,16 को कान की मशीन और 17 दिव्यांगों का ब्लाइंड स्टिक के लिये चिन्हांकन किया गया।
क्रमांक/2213/नवम्बर-206/जैन॥
कृत्रिम उपकरणों हेतु दिव्यांगों को चिन्हित करने
आज
सिंधी धर्मशाला में लगेगा शिविर
जबलपुर 19 नवम्बर 2019
मोटराईज्ड ट्रायसाइकिल, व्हीलचेयर, वैशाखी, वॉकर,
छड़ी, कृत्रिम हाथ, कृत्रिम पैर और कैलिपर्स प्रदान करने हेतु दिव्यांगों के चिन्हांकन
के लिए सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग द्वारा आयोजित किए जा रहे शिविरों
की श्रृंखला का चौथा शिविर गुरूवार 21 नवम्बर को सिंधी धर्मशाला घमापुर में लगाया जाएगा।
प्रभारी संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन
कल्याण आशीष दीक्षित के अनुसार शिविर में दिव्यांगों का कान की मशीन, एमएसआईडी किट,
एडीएल किट, ब्लाइंड स्टिक, स्मार्टकैन, स्मार्टफोन, ब्रेल किट, डेजीव्हील आदि उपकरणों
के लिए भी चिन्हांकन किया जायेगा। इसके साथ ही दिव्यांगों को नि:शक्तता प्रमाण पत्र
और यूडीआईडी कार्ड भी इन शिविरों में दिये जायेंगे।
श्री दीक्षित के अनुसार कृत्रिम उपकरण प्रदान
करने हेतु दिव्यांगों के चिन्हांकन के लिए 22 नवंबर को बेलबाग स्थित पुत्रीशाला में
शिविर का आयोजन किया जायेगा।
क्रमांक/2214/नवम्बर-207/जैन॥
तिलहरी शिविर में 68 विस्थापितों का स्वास्थ्य
परीक्षण
जबलपुर 19 नवम्बर 2019
जिला प्रशासन द्वारा आज बुधवार को मदन महल पहाड़ी
के विस्थापितों की तिलहरी स्थित बस्ती में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर
में 68 विस्थापितों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और उन्हें नि:शुल्क दवाएं
प्रदान की गई।
क्रमांक/2215/नवम्बर-208/जैन॥
लीज नवीनीकरण की तीन करोड़ की बकाया राशि नहीं चुकाने पर भवन सील
जबलपुर 20 नवंबर 2019
जिला प्रशासन ने आज बुधवार को बड़ी कार्यवाही कर नजूल लीज नवीनीकरण की बकाया राशि नहीं चुकाने पर इनकम टैक्स चौराहा स्थित एक भवन को सील कर अपने कब्जे में ले लिया है।
कलेक्टर श्री भरत यादव के निर्देश पर अपर कलेक्टर संदीप जी आर और एसडीएम रांझी मनीषा वास्कले के नेतृत्व में राजस्व एवं नगर निगम के अमले द्वारा की गई इस कार्यवाही में मीना पुत्री नन्दन कुमार जैन के इस भवन को लीज नवीनीकरण की 3 करोड़ 3 लाख 85 हजार 777 रुपये की बकाया राशि नहीं चुकाने पर सील कर दिया गया । इस कार्यवाही के पहले भवन स्वामी को बकाया चुकाने दो बार नोटिस दिए गए थे । अभी हाल ही में दिए गए नोटिस के बाद 50 लाख रुपये का चेक दिया गया था जो बाउंस हो गया । भवन में कई बड़ी कम्पनियों के ऑफिस किराए पर चल रहे है । इन्हें भी सील कर दिया गया है ।
अपर कलेक्टर संदीप जी आर और एसडीएम राँझी मनीषा वास्कले ने सम्पति को शासन के अधिकार में ले लिया है । कार्यवाही के दौरान नगर निगम के उपायुक्त राकेश अयाची भी मौजूद थे । तहसीलदार रांझी राजेश सिंह ने बताया कि बकाया वसूली की इस कार्यवाही में प्रशासन द्वारा नजूल ब्लाक नम्बर 4 सिविल स्टेशन प्लाट नम्बर 20/1 पर पुनः प्रवेश किया गया ।
क्रमांक/2209/नवम्बर-202/जैन॥
आनंदपुरा साहिब तीर्थ यात्रा के आवेदन आमंत्रित
जबलपुर 20 नवंबर 2019
मुख्यमंत्री
तीर्थ दर्शन योजना अन्तर्गत आनंदपुरा साहिब तीर्थ की यात्रा पर जाने के इच्छुक पात्र व्यक्तियों से 29 नवम्बर तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। शहरी क्षेत्र के आवेदन आयुक्त नगर निगम जबलपुर, तहसीलदार रांझी, तहसीलदार अधारताल एवं तहसीलदार गोरखपुर तथा ग्रामीण क्षेत्र के पात्र व्यक्तियों के आवेदन दो प्रतियों में सम्बन्धित
जनपद पंचायत कार्यालय, नगर पालिका जबलपुर,
सिहोरा, पाटन, शहपुरा, मझौली, बरेला तथा पनागर
में जमा होंगे। योजनान्तर्गत ट्रेन 9 दिसम्बर को आनंदपुरा साहिब तीर्थ स्थान के
लिए रवाना होगी।
क्रमांक/2210/नवम्बर-203/खरे॥
मेडिकल यूनिवर्सिटी ने चुकाए बकाया राजस्व के पांच करोड़ रुपए
जबलपुर 20 नवंबर 2019
एसडीएम गोरखपुर ने मेडिकल यूनिवर्सिटी से पांच करोड़ रुपये का बकाया राजस्व प्राप्त करने में आखिरकार सफलता प्राप्त की है ।
मेडिकल यूनिवर्सिटी से राजस्व वसूली के लिये काफी दिनों से एसडीएम आशीष पांडे द्वारा प्रयास किये जा रहे थे । इस बारे में कई बार पत्र व्यवहार भी किया गया और व्यक्तिगत तौर पर भी मेडिकल युनिवर्सिटी के अधिकारियों से भेंट कर नियमों एवं प्रावधानों से अवगत कराकर उनसे राजस्व का भुगतान करने का आग्रह किया गया ।
श्री पांडे ने बताया कि बकाया राजस्व के भुगतान के प्रति मेडिकल यूनिवर्सिटी के अधिकारियों का भी हमेशा सकारात्मक रुख रहा । उन्होंने बताया कि आज बुधवार को यूनिवर्सिटी द्वारा भू-भाटक के रूप में राजस्व की बकाया राशि पांच करोड़ रुपये का चेक तहसीलदार गोरखपुर के नाम से प्रदान कर दिया गया ।
एसडीएम गोरखपुर श्री पांडे ने बताया कि यह प्रदेश में एक मुश्त राजस्व वसूली का सबसे बड़ा मामला हो सकता है । उन्होंने बताया कि मेडिकल यूनिवर्सिटी पर बर्ष 2011-12 से भू-भाटक एवं प्रीमियम का लगभग 25 करोड़ रुपये बकाया था । बड़ी राशि होने के कारण शासन द्वारा मेडिकल यूनिवर्सिटी को पांच किश्तों में इस राशि को चुकाने की अनुमति दी गई थी । जिसकी अवधि बर्ष 2017 को समाप्त हो चुकी थी । यह मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा चुकाई गई पहली किश्त है ।
एसडीएम गोरखपुर ने बताया कि राजस्व वसूली की कार्यवाही कलेक्टर श्री भरत यादव के निर्देशानुसार की गई । श्री पांडे के मुताबिक कलेक्टर महोदय से पांच करोड़ रुपये का बकाया राजस्व चुकाने के लिये मेडिकल यूनिवर्सिटी को सम्मान पत्र प्रदान करने का आग्रह उनके द्वारा किया जाएगा ।
क्रमांक/2211/नवम्बर-204/जैन॥