संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते आज
आएंगे
जबलपुर 23 नवम्बर 2019
केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते का रविवार 24
नवम्बर को शाम 6.30 बजे सिवनी जिले के रिछारिया से कार द्वारा जबलपुर आगमन होगा।
श्री कुलस्ते यहां कुछ देर रूकने के बाद रात 8.10 बजे वायुयान से नई दिल्ली रवाना
होंगे।
क्रमांक/2238/नवम्बर-231/जैन॥
सामाजिक न्याय मंत्री श्री घनघोरिया का दौरा कार्यक्रम
जबलपुर 23 नवम्बर 2019
प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण तथा
अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया आज शनिवार 23 नवम्बर की रात
अमरकंटक एक्सप्रेस द्वारा भोपाल से जबलपुर आएंगे।
क्रमांक/2239/नवम्बर-232/जैन॥
आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री मरकाम का आगमन आज
जबलपुर, 23 नवंबर, 2019
प्रदेश के आदिम जाति कल्याण, विमुक्त, घुमक्कड़
एवं अर्द्ध घुमक्कड़ तथा जनजातीय कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम रविवार 24 नवंबर
की सुबह 4.40 बजे ओव्हरनाईट एक्सप्रेस द्वारा भोपाल से जबलपुर आयेंगे । श्री मरकाम यहां से सुबह 5.30 बजे कार द्वारा डिण्डौरी
रवाना होंगे । आदिम जाति कल्याण मंत्री रविवार को ही देर रात डिण्डौरी से वापस जबलपुर
आयेंगे तथा यहां से सोमवार 25 नवंबर की सुबह 4.15 बजे अमरकंटक एक्सप्रेस द्वारा भोपाल
प्रस्थान करेंगे ।
क्रमांक/2243/नवम्बर-236/जैन
इस बार भी दसवीं-बारहवीं परीक्षा के रिजल्ट
अच्छे नहीं आये तो
प्राचायों-शिक्षकों के विरूद्ध होगी कार्यवाही
प्राचार्यों की बैठक में कलेक्टर ने दिये बोर्ड
परीक्षाओं में परफार्मेंस सुधारने के निर्देश
जबलपुर, 23 नवंबर, 2019
कलेक्टर श्री भरत यादव
ने आज शनिवार को जिले में स्थित सभी हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों के
प्राचार्यों की बैठक लेकर दसवीं-बारहवीं की वार्षिक परीक्षा परिणामों में गुणात्मक
सुधार लाने के निर्देश दिये हैं । श्री यादव ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के
रिजल्ट का जिम्मेदार संबंधित शाला के
प्राचार्य और शिक्षकों को माना जायेगा और यदि इस बार भी पिछले वर्ष की तरह खराब
परीक्षा परिणाम आये तो उन पर सख्त कार्यवाही होगी ।
शाला प्राचार्यों की
यह बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई थी । बैठक में जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा,
जिला शिक्षा अधिकारी सुनील नेमा, जिला परियोजना समन्वयक डॉ. आर.पी. चतुर्वेदी,
सहायक संचालक शिक्षा अजय दुबे एवं सभी शाला संकुल प्राचार्य भी मौजूद थे ।
कलेक्टर ने बैठक में
प्राचार्यों से कहा कि उन्हें अभी से परीक्षाओं की तैयारियों में जुट जाना होगा
। उन्होंने प्री-बोर्ड परीक्षाओं की तर्ज
पर छात्र-छात्राओं की त्रैमासिक परीक्षा लेने के निर्देश भी दिये और पढ़ाई में
कमजोर बच्चों की रेमेडियल क्लास लगाने की हिदायत दी । कलेक्टर ने कहा कि जिन
शालाओं में गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षकों के पद रिक्त हैं वहां अतिथि
शिक्षकों की पदस्थापना की कार्यवाही शीघ्र पूरी कर लेनी चाहिए । उन स्कूलों में जहां इन विषयों के अतिथि शिक्षक
भी नहीं मिल रहे हैं वहां आसपास के स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाकर अतिरिक्त
कक्षायें लगानी होगी ।
श्री
यादव ने कहा कि यदि शिक्षक और प्राचार्य ठान ले तो कोई कारण नहीं कि दसवीं-बारहवीं
के परीक्षा परिणाम को सुधारा न जा सके ।
उन्होंने कहा कि जिस तरह पिछले वर्ष जबलपुर जिले का परफार्मेंस
दसवीं-बरहवीं परीक्षाओं में नीचे गया है, इस बार शिक्षकों एवं प्राचार्यों को उसी
अनुपात में परफार्मेंस को सुधारने के व्यक्तिगत रूप से प्रयास करने होंगे ।
कलेक्टर ने बैठक में
साफ तौर पर कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम खराब आने पर किसी को बख्शा नहीं
जायेगा ओर न ही किसी तरह की बहानेबाजी स्वीकार की जायेगी । हर प्राचार्य एवं शिक्षक को यह समझ लेना होगा
कि बच्चों की पढ़ाई के प्रति लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगी । उन्होंने
कहा कि प्राचार्यों को परीक्षाओं में अच्छे परिणाम लाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से
काम करना होगा । तीन महीने का समय उनके पास
है । उन्हें हर घंटे हर पीरियड का सदुपयोग
अच्छा रिजल्ट लाने के लिए करना होगा ।
कलेक्टर ने कहा कि वे
खुद ग्रामीण क्षेत्र में अपने प्रवास के दौरान स्कूलों का निरीक्षण करेंगे और
परीक्षाओं के लिए तैयारियों का जायजा लेंगे ।
उन्होंने प्राचार्यों से कहा कि उन्हें अधीनस्थ शिक्षकों पर भी सख्ती बरतनी
होगी । यदि सख्ती बरतने पर प्राचार्यों के खिलाफ शिकायतें आती है तो प्रशासन का
उन्हें पूरा संरक्षण मिलेगा । श्री यादव
ने कहा कि वे शिक्षकों के खिलाफ कठोर कार्यवाही के पक्षधर नहीं हैं लेकिन बोर्ड
परीक्षाओं में उन्हें अपनी शाला का परफार्मेंस सुधारना ही होगा ।
कलेक्टर ने कहा कि यह
हमारे लिए आत्म अवलोकन का विषय है कि डिण्डौरी जैसा सुविधाविहीन जिला बोर्ड
परीक्षाओं में अच्छे परिणाम ला सकता है तो क्या कारण है कि हमारा प्रदर्शन बेहतर
होने की बजाय नीचे जा रहा है । उन्होंने कहा साधन-सुविधाओं के मामले में जबलपुर
जिला डिण्डौरी से बहुत ज्यादा आगे है ।
अंग्रेजी, गणित, विज्ञान जैसे विषयों के शिक्षकों की कमी यहां भी है तो
वहां और ज्यादा होगी । फिर भी डिण्डौरी जिला बेहतर परिणाम ला रहा है तो हमारे लिए
यह आत्म मंथन का विषय होना चाहिए ।
श्री यादव ने इस मौके
पर कहा कि वार्षिक परीक्षाओं की तैयारियों के मद्देनजर शिक्षकों की ड्यूटी अब किसी
अन्य गतिविधियों में जब तक की बहुत ज्यादा अनिवार्य न हो नहीं लगाई जायेगी । उन्होंने ऐसे छात्रों को नोटिस जारी करने के
निर्देश भी बैठक में दिये जो शाला से अक्सर अनुपस्थित रहते हैं अथवा जिनकी
उपस्थिति 60 प्रतिशत से कम है । कलेक्टर
ने कहा कि ऐसे छात्रों को स्वाध्यायी घोषित करने की कार्यवाही की जाये ।
कलेक्टर ने वार्षिक
परीक्षाओं के मद्देनजर शिक्षकों के सभी तरह के अवकाश पर जब तक कि बहुत ज्यादा
अनिवार्य न हो रोक लगाने के निर्देश दिये ।
उन्होंने अच्छा रिजल्ट लाने की दिशा में प्राचार्यों को टीम वर्क में कार्य
करने और शाला में पदस्थ शिक्षकों का नेतृत्व करने की सलाह दी । श्री यादव ने कहा
कि बच्चों का भविष्य शिक्षकों के हाथ में है ।
शिक्षकों को इस पर गौर करना होगा और कड़ी मेहनत करके अपनी शाला का रिजल्ट
शत-प्रतिशत नहीं तो कम से कम 70 से 80 फीसदी लाना ही होगा ।
श्री यादव ने इस अवसर
पर शाला प्राचार्यों से कहा कि उन्हें अपनी शाला का परफार्मेंस सुधारने के लिए
स्व-निर्धारित लक्ष्य तय करना होगा और उसे पाने के लिए छात्र-छात्राओं के साथ
परिश्रम करना होगा । उन्होंने कहा कि जिन
शालाओं के अच्छे परीक्षा परिणाम आयेंगे वहां के प्राचार्यों को सम्मानित किया
जायेगा । जबकि खराब परफार्मेंस वाले
संस्थाओं के प्राचार्यों एवं शिक्षकों को कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा । श्री यादव ने कहा कि शिक्षकों के पदस्थापना एवं
स्थानांतरण में भी उनके परफार्मेंस को आधार बनाया जायेगा । ग्रामीण क्षेत्र में रहकर अच्छा परीक्षा परिणाम
लाने वाले शिक्षकों को शहर में पोस्टिंग दी जा सकती है वहीं खराब परिणाम आने पर
जिले से बाहर भी किया जा सकता है । श्री
यादव ने कहा कि शाला संकुल प्राचार्यों की भी संकुल में आने वाली शालाओं के
परीक्षा परिणामों के लिए जवाबदेह माना जायेगा ।
बैठक में पिछले वर्ष
हाई स्कूल और हायर सेकेण्डरी परीक्षा में 30 फीसदी से कम परीक्षा परिणाम वाली
शालाओं के प्राचार्यों से इसकी वजह जानी गई और उन्हें इसके सुधार लाने के सख्त
निर्देश दिये गये ।
क्रमांक/2246/नवम्बर-239/जैन
बीपीएल कार्डधारियों का सत्यापन शुरू
कलेक्टर ने नागरिकों से किया सहयोग का आग्रह
जबलपुर 23 नवम्बर 2019
जिले में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन
प्राप्त कर रहे बीपीएल परिवारों का सत्यापन कार्य प्रारंभ हो चुका है। सत्यापन दल घर-घर
जाकर बीपीएल राशन कार्डधारी परिवारों को चिन्हांकित कर उनकी जानकारी पत्रक एवं एम
राशन मित्र में दर्ज करेंगे।
कलेक्टर श्री भरत यादव
ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे सत्यापन दलों को अपनी पात्रता संबंधी दस्तावेज
एवं अन्य जानकारियां उपलब्ध कराएं जिससे कि पत्रक एवं एम राशन मित्र मोबाइल एप पर
उनकी सही जानकारी दर्ज हो सके। श्री यादव ने कहा कि अभियान अंतर्गत अपात्र पाए गए
लोगों का नाम पोर्टल से विलोपित करने से पहले इन्हें दावे-आपत्ति का अवसर दिया
जाएगा। दावे-आपत्ति उपरांत ही नाम काटे एवं जोड़े जाएंगे।
कलेक्टर कार्यालय की
खाद्य शाखा के मुताबिक जिले के सभी राशन उपभोक्ता अपने मोबाइल पर एम राशन मित्र एप
इंस्टाल कर लें जिससे की उन्हें राशन से संबंधित सभी जानकारी सहजता से उपलब्ध हो
सकें।
क्रमांक/2240/नवम्बर-233/जैन॥
एसएफआरआई में स्वैच्छिक प्रमाणन संवेदीकरण
कार्यशाला 25 को
जबलपुर 23 नवम्बर 2019
राज्य वन अनुसंधान संस्थान
जबलपुर में भारतीय प्रमाणीकरण परिषद् नई दिल्ली के सौजन्य से सोमवार 25 नवम्बर को
एक दिवसीय स्वैच्छिक प्रमाणन संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। कार्यशाला
की अध्यक्षता डॉ प्रदीप कुमार बिसेन, कुलपति जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय
द्वारा की जाएगी। कार्यशाला में भारतीय प्रमाणीकरण परिषद् नई दिल्ली के मुख्य विषय
विशेषज्ञ डॉ ओम त्रिपाठी उद्बोधन देंगे।
प्रमुख वन संरक्षक एवं
राज्य वन अनुसंधान संस्थान के संचालक गिरिधर राव के मुताबिक इस कार्यशाला में जबलपुर
वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के विषय विशेषज्ञ तथा
औषधीय पौधों की कृषि एवं व्यापार से जुड़े कृषक एवं प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे।
क्रमांक/2241/नवम्बर-234/जैन॥
अभियोजन अधिकारियों की एक दिवसीय संभाग स्तरीय
कार्यशाला आज
जबलपुर 23 नवम्बर 2019
अभियोजन अधिकारियों के
सर्वांगीण विकास एवं कार्यदक्षता में वृद्धि हेतु एक दिवसीय संभाग स्तरीय
कार्यशाला पुलिस कंट्रोल रूम जबलपुर में रविवार 24 नवम्बर को जस्टिस श्री विशाल
धगट के मुख्य आतिथ्य में आयोजित की जाएगी। कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में जस्टिस
श्री एसएल कोचर, उप महाधिवक्ता श्री प्रवीण दुबे, कलेक्टर श्री भरत यादव, पुलिस
अधीक्षक अमित सिंह, अपर सत्र न्यायाधीश एवं सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण शरद भामकर,
सचिव हाईकोर्ट बार एसोसिएशन मनीष तिवारी, सेवानिवृत्त उप संचालक अभियोजन आरएन
श्रीवास्तव एवं सुधीर साहू उपस्थित रहेंगे।
कार्यशाला में जबलपुर
संभाग के छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी, नरसिंहपुर, कटनी, मण्डला, डिंडौरी एवं जबलपुर
के वरिष्ठ अभियोजन अधिकारियों को अतिथि विद्वानों द्वारा सत्र न्यायालय में विचारित
विशेष अधिनियमों के अंतर्गत होने वाली कार्यवाहियों एवं विचारण के दौरान आने वाली
कठिनाईयों के निराकरण के संबंध में व्याख्यान एवं परिचर्चा की जाएगी।
महानिदेशक लोक अभियोजन
भोपाल श्री पुरूषोत्तम शर्मा के मार्गदशन में उक्त कार्यशाला का आयोजन प्रभारी उप संचालक
अभियोजन एवं जिला अभियोजन अधिकारी श्री शेख वसीम की अध्यक्षता में सम्पन्न होगा।
क्रमांक/2242/नवम्बर-235/जैन॥
पीएमईजीपी योजना तहत ऋण स्वीकृत आवेदकों का
ऑनलाइन प्रशिक्षण
जबलपुर 23 नवम्बर 2019
पीएमईजीपी योजना
अंतर्गत जिन आवेदकों के बैंकों से ऋण आवेदन स्वीकृत हो गए हैं उनके ऑनलाइन ईडीपी
प्रशिक्षण हेतु मोबाइल एप विकसित किया गया है। पीएमईजीपी योजना में मार्जिन मनी
प्राप्त करने इसका प्रशिक्षण अनिवार्य है।
महाप्रबंधक जिला व्यापार
एवं उद्योग केन्द्र देवव्रत मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आवेदक पीएमईजीपी
ई-पोर्टल एवं मोबाइल एप से अपने मोबाइल नंबर के माध्यम से अपनी रजिस्टर्ड आईडी से
लॉग इन कर ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। प्रशिक्षण हेतु विविध विषयों पर
11 माड्यूल ईडीपी पाठ्यक्रम अनुमोदित किए गए हैं। प्रशिक्षण उपरांत पोर्टल से ई-सर्टिफिकेट,
ग्रेड एवं प्रशंसा पत्र जनरेट होंगे जिसे बैंक में प्रस्तुत कर योजना में ऋण एवं
मार्जिन मनी प्राप्त हो सकेगी।
ऑनलाइन ईडीपी
प्रशिक्षण के लिए आवेदक पीएमईजीपी ई-पोर्टल (www.kviconline.gov.in/pmegp )
अथवा केव्हीआईसी की वेबसाइट www.kvic.org.in
का उपयोग कर सकता है। आवेदक अपने मोबाइल से भी प्ले स्टोर से उद्यमी एप सर्च कर इंस्टाल
कर सकता है।
क्रमांक/2244/नवम्बर-237/जैन॥
नगरीय निकायों में ई-नगरपालिका पोर्टल
से स्वीकृति,
भुगतान करने
के निर्देश
जबलपुर, 23 नवंबर, 2019
सभी नगरीय निकायों में ई-नगरपालिका पोर्टल के माध्यम से कम्प्यूटराईज्ड प्रणाली लागू की गई है। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास ने निर्देशित किया है कि निकायों के सभी लेखों को इलेक्ट्रॉनिक
मोड में ही संधारित करें। सभी प्रकार की स्वीकृतियाँ,
भुगतान एवं प्राप्तियाँ
ई-नगरपालिका पोर्टल के माध्यम से ही करने के निर्देश दिये गये हैं।
नगरीय निकायों को निर्देशित किया गया है कि बजट के अनुसार ही स्वीकृतियाँ जारी करें। सभी स्वीकृति ऑनलाइन जारी होंगी। भुगतान के लिये निर्माण कार्य एवं खरीदी से संबंधित सभी देयक निर्माण एजेन्सी अथवा विक्रेता द्वारा स्वयं सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन प्रस्तुत किये जाएंगे। छोटे खर्चो के देयक भी प्राप्त होते ही लेखापाल द्वारा सॉफ्टवेयर में दर्ज किये जाएंगे। पहले प्राप्त होने वाले देयकों का भुगतान पहले किया जाएगा। देयक एक साथ प्राप्त होने पर अनुपातिक रूप में समान भुगतान किया जाए। समस्त प्राप्तियाँ सीधे ई-नगरपालिका पोर्टल के माध्यम से ली जाएं। मेन्युअल रसीद नहीं काटी जाए। वार्डवार और राजस्व निरीक्षकवार राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित कर वास्तविक वसूली के आधार पर पुरस्कार एवं दण्ड की व्यवस्था की जाए। निर्देशों की अवहेलना होने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये गए हैं।
क्रमांक/2245/नवम्बर-238/जैन
अमानक स्तर के खाद-बीज-कीटनाशक
के विरूद्ध
सघन जांच
अभियान
8 दिन में 4987 निरीक्षण ; 429 प्रकरणों में कार्यवाही
जबलपुर, 23 नवंबर, 2019
प्रदेश में अमानक स्तर के खाद, बीज और कीटनाशकों के निर्माण और विक्रय पर प्रतिबंध लगाने के लिये किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा प्रदेशव्यापी सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। विगत 15 नवम्बर से जारी इस अभियान में पिछले 8 दिनों में 4987 उर्वरक गोदामों/विक्रेताओं, उर्वरक निर्माण इकाईयों, बीज गोदामों/ विक्रेताओं और कीटनाशक दवाओं के गोदामों का सघन निरीक्षण किया गया। जाँच दलों ने निरीक्षण के दौरान कुल 3678 नमूने इकट्ठा किए और 429 प्रकरणों में अनियमितता की कार्यवाही की।
प्राप्त विस्तृत जानकारी के अनुसार अभियान के दौरान पिछले 8 दिनों में 2192 उर्वरक गोदामों और विक्रेताओं के ठिकानों का निरीक्षण कर 1720 नमूने लिये गए और 189 प्रकरणों में अनियमित्ता की कार्यवाही की गई। उर्वरक निर्माण की 10 इकाईयों का निरीक्षण कर एक प्रकरण में अनियमित्ता की कार्यवाही की गई। इसी तरह, 2115 बीज गोदामों और विक्रेताओं के ठिकानों की जाँच कर 1651 नमूने लिये गए और 102 प्रकरणों में अनियमित्ता की कार्यवाही की गई। कीटनाशक दवाओं के 670 गोदामों का निरीक्षण कर 296 नमूने लिये गए और 127 प्रकरणों में अनियमित्ता की कार्यवाही सुनिश्चित की गई।
सघन जाँच अभियान किसानों
के हित में "शुद्ध
के लिये
युद्ध"
किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री सचिन यादव ने कहा है कि प्रदेश को अमानक स्तर के खाद, बीज और कीटनाशकों से मुक्त प्रदेश बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सघन जाँच अभियान वास्तव में किसानों के हित में उन्हें गुणवत्तापूर्ण खाद बीज और कीटनाशक दवाएँ उपलब्ध कराने के लिये "शुद्ध के लिये युद्ध" है। श्री यादव ने बताया कि यह अभियान आगामी 30 नवम्बर तक अवकाश के दिनों में भी निरंतर जारी रहेगा।
क्रमांक/2247/नवम्बर-240/जैन