News.23.11.2019_B


संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
प्रसव के दौरान माँ एवं बच्चे की मृत्यु के प्रत्येक मामले का गहराई से विश्लेषण करें
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर के निर्देश
जबलपुर, 23 नवंबर, 2019
      कलेक्टर श्री भरत यादव ने गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं की प्रसव के दौरान मृत्यु के प्रत्येक मामले का गहराई से विश्लेषण करने के निर्देश दिये हैं ।  ताकि इसके कारणों का पता लगाया जा सके और एहतियाती कदम उठाये जा सकें । उन्होंने कहा कि यदि मृत्यु के कारणों के विश्लेषण में चिकित्सकों या स्टॉफ की लापरवाही सामने आती है तो उनके खिलाफ भी कठोर कार्यवाही की जाये ।  श्री यादव ने ये निर्देश आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिये ।  बैठक में अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष मिश्रा भी मौजूद थे ।
      कलेक्टर श्री यादव ने बैठक में गर्भवती महिलाओं की नियमित तौर पर कहा कि मातृ और शिशु मृत्यु के मामलों में हर स्तर पर जिम्मेदारी तय की जाना जरूरी है ।  उनहोंने कहा कि प्रसव पूर्व जांचें समय पर और नियमित तौर पर हो यह हर हाल में सुनिश्चित किया जाये । यदि गर्भवती महिला में खून की कमी है या अन्य किसी बीमारी से वह पीड़ित है जिससे माँ और गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य को हानि पहुंच सकती है तो उसे तत्काल उपचार दिया जाये ।
      कलेकटर ने बैठक में प्रसव पूर्व जाँचों के दौरान ही हाई रिस्क पेशेंट को चिन्हित करने और ऐसी गर्भवती महिलाओं को प्रसव की संभावित तिथियों के कम से कम तीन या चार दिन पहले अस्पताल में भर्ती करने की हिदायत भी दी । श्री यादव ने हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को क्षेत्र से संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी अथवा बीएमओ से टैग करने के निर्देश भी दिये ताकि एएनएम और आशा कार्यकर्त्ता के साथ-साथ उनकी जिम्मेदारी भी तय की जा सके ।
      कलेक्टर ने बैठक में एएनसी लक्ष्य और पंजीयन के बीच के अंतर को कम करने के निर्देश भी चिकित्सा अधिकारियों को दिये । उन्होंने प्रत्येक डिलेवरी प्वाइंट खासतौर पर प्राइवेट अस्पतालों में होने वाले प्रसव की जानकारी नियमित रूप से संकलित की बात कही ।  श्री यादव ने कहा कि जरूरी हो तो प्राइवेट नर्सिंग होम एवं अस्पतालों की बैठक भी ली जाये और उन्हें इस बारे में शासन के निर्देशों से अवगत कराया जाये ।
      श्री यादव ने बैठक में संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहन देने की बात भी कही ।  उन्होंने कहा कि यदि कहीं संसाधन और सुविधाओं की कमी है तो उनकी पूर्ति के लिए प्रस्ताव भेजे जायें ।  इसके लिए डीएमएफ, रोगी कल्याण समिति अथवा जनभागीदारी योजना से राशि आबंटित की जायेगी ।  डिलेवरी प्वाइंट पर संसाधन और सुविधाओं के विकास के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है ।  श्री यादव ने एएनएम की ट्रांसफर पोस्टिंग का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रत्येक डिलेवरी प्वाइंट पर दक्ष महिला स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताओं की पदस्थापना कर दी गई है ।  उन्होंने स्थनांतरित एएनएम को नई पदस्थापना वाले स्थान के लिए तुरंत रिलीव करने के निर्देश भी बैठक में दिये ।  कलेक्टर ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठकों में महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारियों की भी अनिवार्य रूप से उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश बैठक में दिये ।
क्रमांक/2248/नवम्बर-241/जैन

कोई भी बच्चा टीकारण से वंचित न रहे—कलेक्टर
मिशन इंद्रधनुष की टॉस्क फोर्स समिति की बैठक संपन्न
जबलपुर, 23 नवंबर, 2019
      जिले के दो वर्ष तक की आयु के बच्चों के शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए चार चरणों में चलाये जाने वाले मिशन इंद्रधनुष अभियान 2.0 के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आज शनिवार को कलेक्टर श्री भरत यादव की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स समिति की बैठक संपन्न हुई ।
      कलेक्टर श्री यादव ने मिशन इंद्रधनुष अभियान के प्रति आम नागरिकों को जागरूक बनाने व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं ।  उन्होंने कहा कि नागरिकों को मिशन इंद्रधनुष अभियान 2.0 की महत्ता बताई जाये और उन्हें बच्चों के टीकाकरण में होने वाले फायदों की जानकारी दी जानी चाहिए । श्री यादव ने कहा कि अभियान के क्रियान्वयन की रूपरेखा इस तरह बनाई जाये कि कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित न रहे ।  उन्होंने घनी बस्तियों पर ज्यादा ध्यान दिये जाने के निर्देश दिये ।
      श्री यादव ने मिशन इंद्रधनुष अभियान 2.0 के क्रियान्वयन में सामाजिक एवं स्वैच्छिक संगठनों, विभिन्न सम्प्रदायों के धर्मगुरूओं, मीडिया का सहयोग लेने के निर्देश दिेये तथा इनकी अलग-अलग कार्यशालायें आयोजित करने के निर्देश दिये । उन्होंने अभियान के तहत दो वर्ष तक की आयु के बच्चों के टीकाकरण के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों एवं अस्पतालों में लगाये जाने वाले शिविरों का भी प्रचार-प्रसार करने की जरूरत बताई ।  श्री यादव ने राष्ट्रीय महत्व के इस कार्य में निजी अस्पतालों एवं नर्सिंग होम को जोड़ने के निर्देश भी दिये ।
      बैठक में बताया गया कि मिशन इंद्रधनुष अभियान 2.0 का प्रथम चरण 2 से 12 दिसंबर तक प्रारंभ होगा । जबकि 6 से 16 जनवरी तक दूसरा, 3 फरवरी से 13 फरवरी तक तीसरा और 2 मार्च से 12 मार्च तक चौथा चरण आयोजित किया जायेगा ।  अभियान के तहत प्रत्येक चरण में नियमित टीकारण से छूट गये बच्चों का टीकारण किया जायेगा ।  यह टीकाकरण आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं सभी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में नि:शुल्क किया जायेगा ।  संचालन के लिए जबलपुर जिले के सभी हाई रिस्क एरिया एवं 60 उपस्वास्थ्य केन्द्रों में यह अभियान चलाया जायेगा जहां पूर्ण टीकाकरण की उपलब्धि 90 फीसदी से कम है ।  बैठक में अभियान की तैयारियों के बारे में पॉवर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन दिया गया । बैठक में अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित एवं जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष मिश्रा भी मौजूद थे ।
क्रमांक/2249/नवम्बर-242/जैन

खाद-बीज दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण
रिकार्ड संधारित नहीं करने पर तीन विक्रेताओं को नोटिस
जबलपुर, 23 नवंबर, 2019
      किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के कलेक्टर श्री भरत यादव के निर्देशानुसार आज शनिवार को कृषि विभाग के अमले ने मझौली एवं पाटन में खाद-बीज एवं कीटनाशक के विक्रय प्रतिष्ठानों का आकस्मिक निरीक्षण किया ।  इस दौरान तीन प्रतिष्ठानों को रिकार्ड संधारित किये जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किये गये ।
      उप संचालक कृषि डॉ. एस.के. निगम के मुताबिक शनिवार को पाटन में अनुविभागीय कृषि अधिकारी पाटन डॉ. इंदिरा त्रिपाठी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्रीकांत यादव, ग्रामीण कृषि विकास अधिकारी बी.आर. गौरखेड़े द्वारा न्यू मंगलम् ट्रेडर्स पाटन एवं संस्कार कृषि केन्द्र पाटन के औचक निरीक्षण के दौरान उर्वरक एवं कीटनाशक के “ओ” फार्म एवं प्रिंसिपल सर्टिफिकेट नहीं पाये जाने पर उर्वरक, कीटनाशक दवा एवं बीज के विक्रय पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाया गया एवं कारण बताओ नोटिस जारी किया गया । दोनों प्रतिष्ठानों को तीन दिवस के अंदर नोटिस का जवाब देने के निर्देश दिये गये हैं तथा जवाब संतोषजनक नहीं होने पर लायसेंस निरस्त करने की चेतावनी दी गई है ।
डॉ. निगम ने बताया कि अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्रीमती मनीषा पटेल के नेतृत्व में कृषि विभाग के अमले ने आज मझौली में भी अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्रीमती मनीषा पटेल ने दो दुकानों का निरीक्षण किया । जिसमें पंकज कृषि केन्द्र में बीज व कीटनाशक के रिकार्ड संधारित नहीं पाये जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया ।  पंकज कृषि केन्द्र के गोदाम में अवैध रूप से बीज भंडारित पाये जाने पर विक्रय प्रतिबंधित किया गया एवं दुकान से बीज एवं कीटनाशक के सेम्पल गुण नियंत्रण हेतु लिये गये ।
      उप संचालक किसान कल्याण ने शुद्ध के लिये युद्ध को सफल बनाने के लिये किसानों से अपील की है कि पीओएस मशीन से ही उर्वरक लें व कीटनाशक दवा के पक्के बिल लें ।
क्रमांक/2250/नवम्बर-243/जैन  
राज्य संकट प्रबन्धन समिति गठित
जबलपुर, 23 नवंबर, 2019
राज्य शासन ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य संकट प्रबन्धन समिति गठित की है। भारत सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश में संकटकालीन स्थितियों के नियंत्रण, विभिन्न एजेंसियों के मध्य समन्वय, मार्ग दर्शन तथा स्थानीय कार्य योजना के क्रियान्वयन के लिये समिति का गठन किया गया है।
अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव गृह समिति में सदस्य सचिव होंगे। समिति के सदस्यों में पुलिस महानिदेशक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिरीक्षक गुप्तवार्ता, राहत आयुक्त और संयुक्त निदेशक इंटेलीजेन्स ब्यूरो को शामिल किया गया है।
यह समिति स्थायी स्वरूप की होगी। समिति की बैठक आवश्यकतानुसार समय-समय पर आयोजित की जाएगी। समिति द्वारा अपनी अनुशंसाएँ भारत सरकार के नोडल मंत्रालय/नोडल अधिकारी गृह मंत्रालय को प्रस्तुत की जाएगी।
क्रमांक/2251/नवम्बर-244/जैन