संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
सूफी की सुल्ताना रेखा भारद्वाज ने ओशो महोत्सव में मचाया धमाल
जबलपुर, 12 दिसंबर, 2019
गुलाबी परिधान
में सूफी की
सुल्ताना, हिंदी सिनेमा की
जानी-मानी पार्श्वगायिका रेखा
भारद्वाज ने गुरुवार की
शाम ओशो प्रेमियों के
बीच धमाल मचाकर
सबका दिल जीत
लिया। छाप तिलक
सब छीना, तेरे
इश्क में, तेरी
रजा मेरी रजा
सहित एक से
बढ़कर एक सूफी
गीतों पर जमकर
तालियां बजीं।
कलेक्टर व स्वामी मुकंददास रहे मौजूद
इस दौरान
कलेक्टर भरत यादव, गुप्तेश्वर महादेव
मंदिर के स्वामी
मुकंद दास महाराज
सहित अन्य मौजूद
रहे। ओशो अनहद
कम्यून, भोपाल की
माँ प्रेम पूर्णिमा ने
कलेक्टर व रेखा भारद्वाज का
स्वागत किया।
सुभाष घई ने जमाया रंग :
ओशो महोत्सव के
प्रथम सत्र में
ध्यान क्या और
क्यों विषय पर
बोलते हुए ओशो
व उनके मूल
संदेश ध्यान को
लेकर अपनी सोच-समझ का इजहार
किया तीसरे सत्र
में ओशो फिल्म
फेस्टिवल के जरिए उन्होंने पर्दे
पर ओशो की
विभिन्न् भाव-भंगिमाओं की
अनदेखी फिल्मों के
हिन्दी अंग्रेजी वीडियो
की प्रस्तुति और
ओशो मेडिटेशन रिजॉर्ट, पुणे
की झलकियां दिखाकर
ओशो प्रेमियों को
आनंद में डुबो
दिया। ओशो को
लेकर बनने जा
रही फिल्म के
सिलसिले में इशारे भी
किए, जिन्हें सुनकर
समूचा तरंग खुशी
के रंग में
रंग गया।
ध्यान से हुआ आगाज़
गुरुवार को
सुबह 6.30 बजे से
7.30 बजे
तक का समय
ओशो संन्यास अमृतधाम के
स्वामी अनादि अनंत
के सानिध्य में
सक्रिय ध्यान का
रहा। ओशो के
सबसे मूलभूत डायनामिक मेडिटेशन के
विभिन्न् चरणों में डूबते
ओशो संन्यासी गजब
का समां बांध
रहे थे। मैरून
रोबधारियां का सागर सा
लहराने लगा। आनंद
की हिलोर में
सब बह गए।
अंतिम चरण में
नृत्य की धूम
मची और फिर
सब शिथिल होकर
आराम-मुद्रा में
चले गए।
ओशो व्याख्यान की
कड़ी में ध्यान
क्या और क्यों
विषय पर ओशो
इंटरनेशनल कम्यून की मां
अमृत साधना ने
जैसे ही अपने
स्वर छेड़े सुनने
वाले बस सुनते
ही रह गए।
ऐसा इसलिए भी
हुआ क्योंकि वाणी
एक ऐसी साधिका
की थी, जो
ओशो के जीवंत
संपर्क में रह
चुकने के गौरव
से मंडित हैं।
ओशो से संन्यस्त होने
का सौभाग्य अर्जित
करने के साथ
ही अनवरत ओशो
के पूना धाम
के संचालन की
महती जिम्मेदारी भी
निभा रही हैं।
उन्होंने ओशो प्रणीत ध्यानों की
विविधिवता मनुष्य की विविधता के
अनुरूप होने का
मनोवैज्ञानिक तथ्य रेखांकित किया।
अशोक चतुर्वेदी, पूर्व
सचिव विधानसभा ने
भी 'ध्यान क्या
और क्यों विषय
पर सारगर्भित संभाषण
के जरिए ओशो
प्रेमियों की तालियों का
प्रसाद अर्जित किया।
हाई हिंदी ग्रंथ
अकादमी के पूर्व
संचालक नूतन कॉलेज
के प्रोफेसर सुरेंन्द्र विहारी
गोस्वामी, हाई कोर्ट के
अधिवक्ता नरिन्दर पाल सिंह रूपराह
व कपिल तिवारी
ने भी ओशो
को लेकर यादगार
बातें कहीं। सांप्रदायिकता से
ऊपर उठकर जीने
पर बल दिया।
मंच संचालन डॉ.प्रशांत कौरव, डॉ.रणवीर
कौर व अमित
परनामी ने किया।
मैं धर्म
सिखाता हूं, धार्मिकता नहीं
: ओशो के संदेश
'मैं धर्म सिखाता
हूं, धार्मिकता नहीं
को लेकर ओशो
अनहद कम्यून, भोपाल
की मां प्रेम
पूर्णिमा ने भूमिका बांधी,
जिसके बाद प्रख्यात साहित्यकार-कथाकार
कमलेश पांडे ने
ऐसा व्याख्यान दिया,
जिसे सुनकर सुनने
वाले बस सुनते
रह गए। उन्होंने अपने
संस्मरणों के जरिए ओशो-दर्शन के प्रति
अपनी श्रद्धा निवेदित की।
साफ किया कि
जो कुछ नहीं
जानता, दरअसल उसके
ही कुछ जानने
की संभावना रहती
है। स्विट्जरलैंड से
ओशो महोत्सव में
शामिल होने आए
स्वामी श्रीला प्रेम
पारस ने सुर
खुमारी से संगीत
संध्या सजाई। 6 से
7 बजे तक उनके
सुरों ने समां
बांधा। वे ध्यान
की अतल गहराई
में डूबकर संगीत
की साधना करने
वाले अनूठे ओशो
संन्यासी हैं। अपनी अनुभूति को
वाद्यों के जरिए अभिव्यक्त करने
वाले स्वामी श्रीला
प्रेम पारस ने
एक के बाद
एक ऐसी प्रस्तुतियां दीं
कि हर सुनने
वाला भाव-विभोर
हो गया। पिछले
दिनों नर्मदा किनारे
ओशो फेस्टीवल के
जरिए इस राजकीय
ओशो महोत्सव की
नींव रखने वाले
स्वामी श्रील प्रेम
पारस के प्रति
प्रत्येक संजीदा ओशो प्रेमी
ने अहोभाव व्यक्त
किया। स्वामी श्रील
प्रेम पारस धर्मपत्नी और
पुत्र-पुत्री भी
मैरून रोब में
सुशोभित हो रहे थे।
पूरा परिवार ओशोमय
होकर ओशो महोत्सव को
सफल बनाने में
अपनी आहुति देता
नजर आया।
रजनीश राजा
चन्द्रमोहन शीर्षक नाटक का
सफल मंचन : शाम
5 बजते ही रंग
संस्था 'विमर्श की
नाट्य प्रस्तुति 'रजनीश
राजा चन्द्रमोहन का
मंचन शुरू हो
गया। स्वामी देव
सिद्धार्थ रचित इस नाटक
का निर्देशन समर
सेन गुप्ता ने
किया। विकी तिवारी,
आदित्य गुप्ता, नपुल
और दीपक गुप्ता
ने ओशो के
जीवन के विभिन्न् चरणों
से संबंधित उनके
पात्र बड़ी खूबसूरती से
अभिनीत किए। नृत्य
और ध्यान के
साथ जीवन और
मृत्यु, दोनों का
उत्सव व आनंद
मनाने के दर्शन
को समाहित नाटक
खूब सराहा गया।
ओशो महोत्सव में आज
ओशो महोत्सव के समापन दिवस
पर 13 दिसंबर के कार्यक्रम की शुरूआत नो डायमेंशन ध्यान से होगी जो मां प्रेम
गतिता ओशो अनहद कम्यून भोपाल के मार्गदर्शन में होगा । इसके बाद व्याख्यान के क्रम में श्री शिवकुमार
तिवारी, लेखक श्री मनोज श्रीवास्तव एवं श्री मुकेश नायक राज्यसभा सांसद अपना
व्याख्यान शिक्षा का स्वरूप विषय पर देंगे । राजनीति ओशो की नजर से विषय पर श्री
कमल दीक्षित वरिष्ठ पत्रकार श्री सुरेंद्र बिहारी गोस्वामी प्रोफेसर नूतन कॉलेज
भोपाल, श्री अशोक चतुर्वेदी एवं राज्यसभा सदस्य श्री विवेक तन्खा अपनी बात रखेंगे।
इसके उपरांत ओशो साहित्य की जानकारी मां अमृत साधना ओशो इंटरनेशनल फाउंडेशन पुणे
द्वारा दी जाएगी । इसी क्रम में सत्य की प्यास मन का दर्पण कोर्स ऑफ मैडिटेशन आदि
पुस्तकों का विमोचन भी किया जाएगा ।
इस तीन दिवसीय आयोजन के समापन सत्र में श्री
मनोज मिश्रा का सूफी डांस एवं नीलांगी कलन्तरे का नृत्य होगा । इस अवसर पर ओशो की
पुस्तकों सत्य की प्यास, मन का दर्पण एवं कोर्स ऑफ मेडिटेशन के नवीन संस्करणों का
विमोचन भी होगा ।
क्रमांक/2463/दिसम्बर-131/जैन॥
प्रभारी अधिकारियों को ई-आफिस प्रणाली का दिया गया प्रशिक्षण
जबलपुर, 12 दिसंबर, 2019
शासकीय कामकाज में गति लाने, पेपरलेस कार्य को
प्रोत्साहित करने तथा फाइल ट्रेकिंग सिस्टम के माध्यम से फाइलों के मूवमेंट पर नजर
रखने के लिए शासकीय कार्यालयों में एक जनवरी से प्रस्तावित ई-आफिस प्रणाली के तहत आज
कलेक्टर कार्यालय के वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में सभी विभागों के प्रभारी अधिकारियों
का प्रशिक्षण संपन्न हुआ ।
प्रशिक्षण में कलेक्टर श्री भरत यादव, जिला पंचायत
के सीईओ प्रियंक मिश्रा भी मौजूद थे । इस अवसर
पर अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को एवं विभागों के प्रभारी अधिकारियों को ई आफिस प्रणाली
से संबंधित सभी जरूरी बिन्दुओं की विस्तार से जानकारी दी गई ।
जिला सूचना विज्ञान अधिकारी आशीष शुक्ला ने प्रशिक्षण
में ई-आफिस से संबंधित तैयारियों, शासकीय ई-मेल आईडी बनाने, कर्मचारियों का मास्टर
डेटा बेस बनाने, फाइल मूवमेंट, एसएमएस और ई-मेल के द्वारा एलर्ट आदि से सभी अधिकारियों
को अवगत कराया ।
ज्ञात हो कि ई-आफिस के तहत प्रशिक्षण के पहले
चरण में करीब 350 से अधिक कर्मचारियों तथा प्रत्येक विभाग के चार-चार अधिकारियों को
प्रशिक्षण दिया जा चुका है ।
क्रमांक/2464/दिसम्बर-132/जैन
नर्मदा कुंभ की तैयारियों के
संबंध में बैठक संपन्न
जबलपुर, 12 दिसंबर, 2019
ग्वारीघाट में नर्मदा तट पर 24 फरवरी से तीन
मार्च तक आयोजित किये जाने वाले नर्मदा महाकुंभ की तैयारियों के संबंध में आज अपर कलेक्टर
हर्ष दीक्षित की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक संपन्न हुई ।
बैठक में नगर निगम के अधिकारियों को नर्मदा महाकुंभ
के आयोजन स्थल का ले-आऊट तैयार करने के निर्देश दिये गये हैं । इसके साथ ही नर्मदा
महाकुंभ में आने वाले धर्मावलंबियों का आंकलन कर सभी जरूरी व्यवस्थायें सुनिश्चित करने
कहा गया । घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी बैठक में विचार-विमर्श हुआ तथा सतर्कता
के तौर पर बचाव और राहत कार्यों के लिए जरूरी उपकरणों की उपलब्धता के लिए शासन स्तर
पर प्रयास करने की आवश्यकता बताई गई ।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा,
एसडीएम गोरखपुर आशीष पाण्डे तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे ।
क्रमांक/2465/दिसम्बर-133/जैन
डायवर्सन शुल्क नहीं चुकाने
पर तीन बकायादारों की संपत्ति कुर्क
जबलपुर, 12 दिसंबर, 2019
राजस्व वसूली में सख्ती बरतने के कलेक्टर श्री
भरत यादव के निर्देशानुसार नायब तहसीलदार खम्हरिया वृत्त जबलपुर द्वारा डायवर्सन शुल्क
नहीं चुकाने पर तीन बड़े बकायादारों की अचल संपत्ति कुर्की के आदेश जारी किये गये हैं
।
नायब तहसीलदार खम्हरिया के अनुसार इन बड़े बकायादारों
में सुमित कुमार की ग्राम पिपरिया खुर्द स्थित अचल संपत्ति, मेसर्स भगवती बिल्डर्स
के पार्टनर शैलेन्द्र सिंह की ग्राम पिपरिया खुर्द स्थित सात हेक्टेयर तथा आर. प्रकाश
शिक्षा समिति के अध्यक्ष प्रांजल यादव की कोसमघाट स्थित करीब साढ़े चार हेक्टेयर भूमि
को कुर्क कर बिक्री या दान द्वारा हस्तांतरित अथवा प्रसारित करने पर रोक लगा दी गई
है ।
नायब तहसीलदार के मुताबिक इन बकायादारों पर क्रमश:
10 लाख 1 हजार 280 रूपये, 33 लाख 7 हजार 64 रूपये तथा 55 लाख 43 हजार 320 रूपये का
डायवर्सन शुल्क बकाया है । इन बकायादारों को 17 दिसंबर की पेशी तय कर बकाया राशि चुकाने
के निर्देश दिये गये हैं । इस तय समय तक राशि नहीं चुकाने पर कुर्क की गई संपत्ति की
नीलामी कर डायसर्वन शुल्क वसूला जायेगा ।
क्रमांक/2466/दिसम्बर-134/जैन