NEWS -13-03-2021-A

 

संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

पीईबी ने स्पष्ट की वस्तुस्थिति - ग्रामीण कृषि विस्तार एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा 2020

जबलपुर, 13 मार्च 2021

प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, मध्यप्रदेश, भोपाल के अन्तर्गत ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के 791 एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के 72 इस प्रकार कुल 863 पदों हेतु भर्ती परीक्षा का आयोजन दिनाँक 10/2/2021 एवं 11/02/2021 को कुल तीन पालियों में किया गया था। उक्त परीक्षा में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी हेतु 19971 एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी हेतु 8132 अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन किया गया था। यह परीक्षा मध्यप्रदेश के 13 शहरों के 57 परीक्षा केन्द्रों में आयोजित की गई थी, जिसमें अभ्यर्थियों का उपस्थिति प्रतिशत 82.92 प्रतिशत रहा।

अगस्त 2015 से पी..बी. द्वारा ऑनलाईन पद्धति से परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है एवं तत्समय से ही परीक्षा प्रणाली को और सुदृढ़, सुचितापूर्ण एवं पारदर्शी बनाये जाने के हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। इसी क्रम में परीक्षा समाप्ति के समय ही अभ्यर्थियों को उनके सही उत्तरों की संख्या/अंक प्रदर्शित किये जाते हैं। पूर्ण परीक्षा की समाप्ति के पश्चात् परीक्षा में आये प्रश्नों पर अभ्यर्थियों से आपत्तियां आमंत्रित की जाती हैं। नवम्बर-2020 से यह प्रक्रिया ऑनलाईन माध्यम से प्रारंभ की गई है। जिसमें पी..बी. के पोर्टल पर प्रदर्शित लिंक के माध्यम से केवल अभ्यर्थी अपना रोल नम्बर, जन्मतिथि, परीक्षा तिथि एवं पाली को अंकित कर अपनी उत्तर पुस्तिका को मॉडल उत्तर कुंजी सहित देख सकता है तथा आपत्तिगत प्रश्नों पर ऑनलाइन अभ्यावेदन कर सकता है। तत्पश्चात आपत्तिगत प्रश्नों को विषय-विशेषज्ञों की कुंजी-समिति के समक्ष निर्णय हेतु रखा जाता है एवं समिति की अनुशंसा अनुसार निरस्त किये गये प्रश्नों/विकल्प परिवर्तन किए गए प्रश्नों के अनुसार अंकों में परिवर्तन किया जाता है। किसान कल्याण भर्ती परीक्षा हेतु प्रश्नों पर आपत्ति हेतु ऑनलाईन अभ्यावेदन प्रक्रिया दिनांक 17.02.2021 से प्रारंभ की गई थी एवं 07 दिवस पश्चात् दिनांक 23.02.2021 को समाप्त की गई।

पी..बी. द्वारा आयोजित परीक्षाएँ, जो एक से अधिक पालियों में आयोजित की जाती हैं, में यह संभव है कि भिन्न-भिन्न पालियों में प्रश्नों के कठिनता स्तर भिन्न-भिन्न हों। अतः पी..बी. द्वारा पालियों में आए प्रश्नों के कठिनता स्तर के अनुसार अंकों को समरूप करने हेतु परीक्षा परिणाम में नार्मलाइजेशन प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है, जो एक सांख्यिकी सूत्र पर आधारित है, जिसमें पालियों में अभ्यर्थियों के औसत अंक एवं अंको के स्डेण्डर्ड डेविएशन का उपयोग किया जाता है। यह सांख्यिकी सूत्र मान. उच्च न्यायालय, मध्यप्रदेश द्वारा याचिका क्रमांक- 8083/2016, 8124/2016, 8434/2016 एवं 8609/2016 एवं अन्य में पारित आदेशों में भी अधिमान्य किया गया है।

वर्तमान में उक्त परीक्षा हेतु विषय-विशेषज्ञों की कुंजी समिति की बैठक एवं नार्मलाइजेशन प्रक्रिया संपन्न नहीं हुई है, इसके पश्चात ही परीक्षा परिणाम घोषित किया जायेगा। समाचार-पत्रों में उल्लेख हो रहा है कि पी..बी. द्वारा परीक्षाओं का संचालन अन्य राज्यों में ब्लैकलिस्टेड एजेंसी द्वारा कराया जा रहा है, जिसके संबंध में लेख है कि पी..बी. द्वारा अनुबंधित परीक्षा संचालन एजेंसी एवं प्रश्न-पत्र निर्माण एजेंसी का चयन पूर्णतः पारदर्शी टेण्डर प्रक्रिया के तहत किया गया जिसमें एजेंसियों द्वारा ब्लैकलिस्ट नहीं होने संबंधी प्रमाण-पत्र प्रस्तुत किया गया है। दिनांक 17.02.2021 के उपरांत किसी एक विशेष क्षेत्र के अभ्यर्थियों को अधिक अंक प्राप्त होने के संबंध में शिकायतें प्राप्त हुई हैं। परीक्षा से संबंधित समस्त डाटा, सी.सी.टी.व्ही. फुटेज तथा सर्वर लॉग डिटेल की जॉच हेतु पी..बी. द्वारा MPSEDC से सहयोग प्राप्त किया जा रहा है। जिनके द्वारा संपूर्ण परीक्षा संचालन प्रक्रिया तथा डाटा ट्रांसफर की प्रणालियों का भी परीक्षण किया जा रहा है। जाँच प्रतिवेदन शीघ्र अपेक्षित है। जिसकी प्राप्ति के उपरांत ही पी..बी. द्वारा उक्त परीक्षा के परीक्षा परिणाम घोषणा के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।

क्रमांक//1025/मार्च-170/मनोज

 भोपालवासी देखें हुनर हाट में आए कारीगरों का हुनर : मुख्यमंत्री श्री चौहान

31 राज्यों के 250 स्टॉलों पर है क्राफ्ट कुज़ीन और कल्चर का संगम
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाल परेड ग्राउंड में किया हुनर हाट का शुभारंभ
कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा हुनर हाट - केन्द्रीय मंत्री श्री नकवी 

जबलपुर, 13 मार्च 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल हुनरमंदों की कद्र जानता है। हुनर हाट में आए देश के 31 राज्यों के कारीगरों को भोपाल की जनता से भरपूर सराहना मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपालवासियों से अपील की कि वे शहर में आए कलाकारों के हुनर को जरूर देखें। मुख्यमंत्री श्री चौहान लाल परेड मैदान में हुनर हाट का शुभारंभ कर रहे थे। केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी, प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा भी उपस्थित थे।

केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने किया हुनर हाट का आयोजन

केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित क्राफ्ट, कुज़ीन और कल्चर के संगम हुनर हाट में 31 राज्यों के कलाकार और हस्तशिल्पी अपने उत्पाद लेकर आये हैं। हाट में कुल 250 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें 210 विभिन्न उत्पादों के और 40 स्टॉल खान-पान के हैं। मध्यप्रदेश के 15 शिल्पी भी हुनर हाट में भाग ले रहे हैं।

हुनर हाट से बनेंगे आत्म-निर्भर कारीगर और दस्तकार

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी मेन ऑफ आइडियाज़ हैं। कोरोना के कठिन काल में उन्होंने आत्म-निर्भर भारत का संकल्प दिया। इससे प्रेरित होते हुए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का रोडमेप विकसित कर प्रदेश में कार्य जारी है। आत्म-निर्भर भारत "वोकल फॉर लोकल" के बिना संभव नहीं हो सकता। लोकल उत्पाद की पहचान कारीगरों पर ही निर्भर है। हुनर हाट कारीगरों की कला के प्रकटीकरण और उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने का सशक्त माध्यम है। ऐसे मंचों से ही आत्म-निर्भर कारीगर और आत्म-निर्भर दस्तकार बन सकेंगे। यह हाट देश की एकता, आपसी मेल-जोल और कारीगरों को राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने का मौका भी देता है। ऐसे ही प्रयासों से कारीगरों के उत्पादों की पहचान वैश्विक स्तर पर बन सकेगी।

मध्यप्रदेश में प्रतिवर्ष लगे हुनर हाट

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री नकवी से प्रतिवर्ष मध्यप्रदेश के किसी एक शहर में हुनर हाट लगाने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प की भारत में समृद्ध परंपरा रही है। जब पश्चिम के देश कपड़ा निर्माण में आरंभिक अवस्था में थे, तब हमारे कारीगरों ने ढाका की मलमल बना कर अपने हुनर को स्थापित कर दिया था। कारीगरों ने कोरोना काल में भी समाज की बहुत मदद की है। मास्क और पीपीई किट की आपूर्ति में इनका योगदान महत्वपूर्ण रहा।

अल्पसंख्यक विद्यार्थियों की छात्रवृत्तियों के लिए माना आभार

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश को 358 करोड़ रुपये जारी करने और 1 लाख 61 हजार 710 अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को विभिन्न छात्रवृत्तियाँ प्रदान करने के लिए केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री नकवी का आभार माना।

स्वदेशी विरासत को मौका और मार्केट उपलब्ध कराने का प्रभावी प्लेटफार्म है हुनर हाट

केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हुनर हाट प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से दस्तकारों, शिल्पकारों की स्वदेशी विरासत को मौका और मार्केट उपलब्ध कराने का प्रभावी प्लेटफार्म है। यह आत्म-निर्भर भारत और समावेशी विकास के संकल्प को पूरा करता है। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि हुनर हाट में भाग ले रहे शिल्पकारों के उत्पाद -पोर्टल पर भी उपलब्ध हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भोपाल का हुनर हाट कौशल के कद्रदानों का कुंभ साबित होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पी तंदूरी चाय

केन्द्रीय मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हुनर हाट की जानकारी देते हुए बताया कि कारीगरों के उत्पाद के साथ-साथ खान-पान के भी विविध स्टॉल यहाँ मौजूद हैं। इसमें तंदूरी चाय की उन्होंने विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि तंदूरी रोटी का तो सुना है पर तंदूरी चाय के बारे में पहली बार सुन रहा हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समापन-सत्र के बाद तंदूरी चाय के स्टाल पर जाकर चाय पी। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग तथा सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने भी तंदूरी चाय का जायका लिया। हुनर हाट आगमन पर नृत्य-संगीत के साथ मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत किया गया। उन्होंने विभिन्न स्टालों पर जाकर कारीगरों से बातचीत भी की।

क्रमांक//1026/मार्च-171/मनोज

औषध पादप क्षेत्र हित धारक सह क्रेता-विक्रेता सम्मेलन 16 को

जबलपुर, 13 मार्च 2021

राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के क्षेत्रीय सह सुविधा केन्द्र, मध्य क्षेत्र जबलपुर तथा अशासकीय संस्था सॉलिडेरिडाड नई दिल्ली के भोपाल स्थित क्षेत्रीय विशेषज्ञता केन्द्र द्वारा संयुक्त रूप से राज्य वन अनुसंधान संस्थान, पोलीपाथर के कामता प्रसाद सागरीय सभागृह में 16 मार्च को प्रात 10.30 बजे से एक दिवसीय औषध पादप क्षेत्र हितधारक-सह-क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।

इस सम्मेलन में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, पंजाब, बिहार, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक आदि राज्यों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं जिनमें औषधीय पौधों की खेती करने वाले कृषक, संग्राहक, फार्मर-प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन्स, व्यापारी, प्रसंस्करणकर्ता, औषधि निर्माता, निर्यातक, अनुसंधानकर्ता, अशासकीय संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं विभिन्न शासकीय विबागों के वरिष्ठ अधिकारी सम्मिलित होंगे। यह सम्मेलन हाईब्रिड मोड में आयोजित किया जा रहा है जिसमें प्रतिभागी वास्तविक रूप से सम्मेलन स्थल पर पहुंचकर अथवा वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से आभासी रूप से जुड़कर भाग ले सकते हैं।

इस सम्मेलन में राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड, नई दिल्ली के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. जे.एल.एन. शास्त्री मुख्य अतिथि होंगे। श्री शास्त्री लम्बे समय तक औषधि उद्योग से जुड़े रहे हैं तथा देश के लब्धप्रतिष्ठ औषध पादप विज्ञानी हैं। अन्य विशिष्ट अतिथियों में मप्र राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक, श्री एसएस राजपूत, राज्य वन अनुसंधान संस्थान, जबलपुर के संचालक डॉ. अभय कुमार पाटिल, आयुक्त सह-संचालक उद्यानिकी मप्र मनोज कुमार अग्रवाल, उष्ण कटिबंधीय वन अनुसंधान संस्थान, जबलपुर के निदेशक, डॉ. जी राजेश्वर, जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्याल, जबलपुर के वानिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. आर. वाजपेयी, एमएफपी पार्क, बरखेड़ा पठानी, भोपाल के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक जैन एवं जबलपुर वन वृत्त के प्रभारी आरडी महाला, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक भी उपस्थित रहेंगे।

सम्मेलन में पूर्वान्ह में उद्घाटन सत्र के पश्चात तकनीकी सत्र आयोजित है जिसमें औषधीय पौधों के विनाश विहीन व संवहनीय संग्रहण, उत्तम कृषि तकनीकी, विदोहनोत्तर प्रबंधन, मूल्य संवर्धन, प्रमाणीकरण, विपणन इत्यादि विषयों पर विषय विशेषज्ञों के प्रस्तुतीकरण व परिचर्चा होगी। अपरान्ह में औषध पादपों के क्रेताओं व विक्रेताओं का सम्मेलन होगा जिसमें क्रेताओं (व्यापारियों, औषधि निर्माता कंपनियों के प्रतिनिधियों, निर्यातकों) तथा विक्रेताओं (औषध पादप उत्पादक कृषकों, फार्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन्स, संग्राहक समूहों के प्रतिनिधियों) के मध्य क्रय-विक्रय हेतु सहमति ज्ञापन (एमओयू) अनुबंध निष्पादित किये जा सकते हैं। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य औषध पादप क्षेत्र के संर्वागीण विकास हेतु इस क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न हितधारकों को परस्पर बातचीत व संपर्क का एक प्रभावी माध्यम उपलब्ध कराना है।

क्रमांक//1027/मार्च-172/मनोज

 

महिलाओं को वाहन चालन का नि:शुल्क प्रशिक्षण देने 15 मार्च से आवेदन आमंत्रित

जबलपुर, 13 मार्च 2021

     प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से राज्य शासन के परिवहन विभाग द्वारा जबलपुर में महिलाओं के लिये हल्के वाहन (लाइट मोटर व्हीकल) के चालान प्रशिक्षण हेतु आवेदन आमंत्रित किये जा रहे हैं। यह 30 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्णत: नि:शुल्क है। सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्व करने पर प्रशिक्षु महिलाओं को नियमानुसार ड्राइविंग लायसेंस प्रदान किया जायेगा। इच्छुक आवेदिका को कॉशनमनी एक हजार रूपये जमा करनी होगी। जो प्रशिक्षण पूर्ण करने के पश्चात् वापस कर दी जायेगी।

      आवेदन पत्र प्रस्तुत करने की प्रक्रिया, आवेदन पत्र का प्रारूप एवं प्रस्तुत किये जाने वाले आवश्यक दस्तावेज संबंधी जानकारी राज्य शासन के परिवहन विभाग की वेबसाईट www.mptransport.org से डाउनलोड कर प्राप्त की जा सकती है। साथ ही आवेदन क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय, जबलपुर से भी प्राप्त किये जा सकते है।

      प्रदेश की इच्छुक महिला आवेदिका अपना आवेदन पत्र निर्धारित प्रारूप में 15 मार्च से  20 मार्च तक क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय, पाटन रोड, करमेता, जबलपुर के ई. मेल आर्डडी smart_jabalpur@yahoo.com पर प्रस्तुत कर सकती है। निर्धारित समयावधि के पश्चात् आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किये जायेंगे। आवेदन पत्र के साथ आधार कार्ड की छायाप्रति, गरीबी रेखा के राशन कार्ड की छायाप्रति, जाति प्रमाण पत्र, जन्मतिथि प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो लगाना होगा।

क्रमांक//1028/मार्च-173/मनोज

 विद्यार्थियों के STEAM आधारित शिक्षण हेतु उन्मुखीकरण 16-17 मार्च को 

जबलपुर, 13 मार्च 2021

विद्यार्थियों को STEAM आधारित शिक्षण के लिए स्कूल शिक्षा विभाग 1500 विद्यालयों के शिक्षको को दो दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम 16-17 मार्च 2021 को यू-ट्युब द्वारा दिया जायेगा। प्रशिक्षण में अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के स्टीम विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिया जायेगा। प्रतिदिन लाइव प्रश्नोत्तरी का सत्र भी आयोजित होगा, जिसमे प्रतिभागियों की स्टीम पद्धति आधारित प्रश्नों का समाधान किया जायेगा। 

संचालक राज्य शिक्षा केंद्र श्री धनराजू एस. ने बताया कि सभी जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य और जिला परियोजना समन्वयक को इस संबंध में निर्देश जारी किए है। संबंधित शिक्षक 16 मार्च 2021 को यूट्यूब लाइव लिंक Youtube Link :- https://youtu.be/xcbY2T2195s और 17 मार्च 2021 को  यूट्यूब लाइव लिंक Youtube Link:- https://youtu.be/7HCHuzi1-m0 पर ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रथम चरण में स्टीम शिक्षा की स्थानीय परिस्थितियों में प्रभाव देखने के लिए 1500 स्टीम विद्यालयों का चयन किया गया है। इसी अनुक्रम में सर्वप्रथम स्टीम आधारित शिक्षण अधिगम उपागम  पर दो दिवसीय उन्मुखीकरण 1500 स्टीम विद्यालयों के प्राचार्य, हेडमास्टर, और समस्त शिक्षकों को एवं डाइट के सभी अकादमिक विशेषज्ञों, APC, BRCC, BAC एवं CAC को दिया जाना हैI स्कूलों में नई शिक्षा नीति के तहत STEAM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित) पद्धति का उपयोग बच्चों को अधिक रोचक और ज्ञानवर्धक तरीके से पढ़ाने के लिए किया जाएगा। 

क्रमांक//1029/मार्च-174/मनोज

 रेडक्रॉस के आजीवन सदस्यों की सूची पर दावा-आपत्ति 15 तक आमंत्रित

जबलपुर, 13 मार्च 2021

इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी जिला शाखा की आगामी आमसभा हेतु रेडक्रॉस सोसायटी के समस्त आजीवन सदस्यों की अद्यतन सूची रेडक्रॉस कार्यालय के सूचना पटल पर चस्पा की गई है। इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के सभी आजीवन सदस्य सूची का अवलोकन कर 15 मार्च तक दावा-आपत्ति रेडक्रॉस कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं।

क्रमांक//1030/मार्च-175/मनोज

 

लेखा प्रशिक्षण हेतु लिपिक वर्गीय कर्मचारियों से 15 तक आवेदन आमंत्रित

जबलपुर, 13 मार्च 2021

शासकीय लेखा प्रशिक्षण शाला में संभाग के समस्त शासकीय कार्यालयों के लिपिक वर्गीय कर्मचारियों के लिए लेखा प्रशिक्षण का नवीन सत्र एक अप्रैल से प्रारंभ हो रहा है। संभाग के समस्त कार्यालय प्रमुखों के अधीन कार्यरत नियमित लिपिक वर्गीय कर्मचारी जो सहायक ग्रेड-3 के पद पर नियुक्त हैं और इस पद पर लगातार एक वर्ष की सेवा पूरी कर ली हो, उनसे आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये हैं।

प्रशिक्षण हेतु इच्छुक लिपिक अपना आवेदन पत्र 15 मार्च की शाम 5 बजे तक कार्यालय समय में जमा कर सकते हैं। यह प्रशिक्षण शासकीय कर्मचारियों के लिए नि:शुल्क है एवं अर्धशासकीय निगम, मंडल एवं निकाय के कर्मचारियों को म.प्र. शासन द्वारा निर्धारित प्रशिक्षण शुल्क दो हजार रुपये का चालान सत्र में प्रवेश होने पर अनिवार्य रूप से जमा करना होगा। कोविड 19 के संबंध में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के शासन के दिशा-निर्देशों के पालन में प्रथम आओ, प्रथम पाओ की तर्ज पर प्राप्त आवेदनों में से चयन की पात्रता होने पर केवल 20 आवेदकों को ही प्रवेश दिया जा सकेगा।

क्रमांक//1031/मार्च-176/मनोज

 मध्यस्थता जागरूकता पर वर्कशाप आयोजित

जबलपुर, 13 मार्च 2021

        जिला एवं सत्र न्यायाधीश नवीन कुमार सक्सेना के मार्गदर्शन में आज शनिवार को जिला न्यायालय के वीडियो कांफ्रेंसिंग हॉल में मध्यस्थता जागरूकता पर एक वर्कशाप का आयोजन किया गया। जिसमें जबलपुर कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश अमिताभ मिश्रा तथा अन्य न्यायाधीश एस.के. पांडे, श्रीमती विधि सक्सेना के अलावा सेवानिवृत्त न्यायाधीश एम.सी. सोनी, एस.के. आरसे एवं जबलपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से संदर्भित मध्यस्थगण, पैनल अधिवक्तागण एवं विधि स्नातक छात्र छात्राएं सम्मिलित हुये। कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सहायता अधिकारी एम. जीलानी द्वारा किया गया।

      वर्कशाप में प्रधान कुटुब न्यायालय न्यायाधीश अमिताभ मिश्रा द्वारा स्पष्ट किया कि गया समाज में जागरूकता बढ़ने से महिलायें जागरूक हुई अधिकारों का ज्ञान होने से पारिवारिक मामलों में पुरूष वर्ग के पुरूष प्रधान मानसिकता दर्शाए जाने से पारिवारिक मामले में मनमुटाव बढ़े जिसका परिणाम यह हुआ कि पारिवारिक विवाद बढ़ने से दूसरे आपराधिक मामले में भी बढ़ोत्तरी हुई एवं न्यायालय में प्रकरण की संख्या भी बढ़ी है। जिसके संबंध में समाज में जागरूकता की आवश्यकता है न्यायाधीश श्रीमती विधि सक्सेना द्वारा व्यक्त किया गया कि मध्यस्थता के जरिये पक्षकारों के मन की दशा तथा उनके दिमाग व दिल की स्थिति कुशलतापूर्वक निकालकर सुलहकार व मध्यस्थ पारिवारिक विवाद सुलह के माध्यम से जड़ से समाप्त कर विवादों का हमेशा के लिये निराकरण करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है।

      इस अवसर पर मध्यस्थगण द्वारा अपनी मध्यस्थता कार्यवाही संपादित करने में आने वाली कठिनाई से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को अवगत कराया गया। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शरद भामकर द्वारा मध्यस्थगणों की कठिनाईयों को लेखबद्ध किया जाकर उसके निराकरण का आश्वासन दिया गया तथा मध्यस्थों को सफल मध्यस्थता रिपोर्ट तैयार किये जाने के बिंदु पर उनकी कमियों से अवगत कराते हुये उन्हें आदर्श मध्यस्थता रिपोर्ट तैयार करने के टिप्स दिये गये।

      कार्यक्रम में मध्यस्थ रविन्द्र राजपूत, चंचल शर्मा, मंजू वर्मा एवं सुलहकार अंशुमन शुक्ला एवं विधि स्नातक छात्राओं ने भी विचार प्रकट किये।

क्रमांक/1032/मार्च-177/मनोज