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समाचार

 

आज शहीद स्मारक में मुख्यमंत्री करेंगे एनजीएमए की नेताजी विषयक आर्ट वर्कशॉप का उद्घाटन

जबलपुर, 05 मार्च 2021

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार, छह मार्च को सायं चार बजे शहीद स्मारक पहुंचेगे। वे गोलबाजार परिसर में राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (एनजीएमए), नई दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित नेताजी सुभाषचंद्र बोस विषयक चित्रांकन वर्कशॉप का उद्घाटन करंगे। शहीद स्मारक, गोलबाजार प्रांगण में 400 मीटर के कैनवास पर 200 कलाकारों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के व्यक्तित्व-कृतित्व को अनूठे चित्रांकन के जरिये साकार कर दिखाया है। एनजीएए के महानिदेशक अद्वैत गड़नायक के मार्गदर्शन में दो मार्च से जुटे विभिन्न् कला समूहों ने अभिनव प्रदर्शन किया है। राष्ट्रनायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के उपलक्ष्य में यह आयोजन यादगार बन पड़ा है। इसके प्रेरणास्रोत केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल हैं। 

आकृति फाइन आर्ट, जबलपुर के साहिल पासी के नेतृत्व में अनुराग ठाकुर, मीनल शर्मा, नेहा सेन, विधि जैन, दीप्ति मिश्रा, नेहा श्रीवास, रश्मि प्रधान, सृष्टि कुशवाहा ने नेताजी से जुड़ी स्टोरी पर बेस्ड बेहतरीन कलाकारी की है। समिधा पालीवाल, विशाल हंस, लोकेश नायक, शुचि, रितेश, दुर्गेश, पूजा की टीम जबलपुर और नेताजी के जुड़ाव को चित्र के जरिये साकार कर चुकी है। शांतिनिकेतन खैरागढ़ से फाइन आर्ट की स्टडी करने वाले रवींद्र राय की कूची कमाल करने में जुटी है। गोंडी कलाकार भी अपनी कला का जौहर दिखाने में पीछे नहीं हैं। संजय प्रताप, गोपाल कृष्ण निगम, शशांक नागेश, शुभव राज अहिरवार, रेशम ठाकुर, अंजली राउत, तान्या बड़कुल, अभय सोंधिया, सीमा मेंदे, अनघा नाइक, आरती नागले अक्की की टीम ने लक्ष्मी सहगल के रूप में रानी झांसी रेजीमेंट की पहली महिला ऑफिसर को नेताजी के साथ चित्रांकित किया है। ग्वालियर-खंडवा से नरेश सुर्वे, महेंद्र दुबे, अंकुर व्यास, मानसी, पारस गुप्ता, प्रतिमा, दीपा साहू, अनिकेत, हर्षित भूपेंद्र की टीम गोल्डन वॉच, घर से निकलने के लिए इस्तेमाल एंबेस्डर, मौन व्रत आदि की थीम पर चित्रांकन कर चुके हैं। 

प्रदर्शनी देखने उमड़ रहे जिज्ञासु : परिसर में नर्मदा की लहरों जैसे कैनवास पर चित्रांकन के अलावा सभा गृह के सामने प्रो.कपिल कुमार के निर्देशन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवनवृत्त पर आधृत प्रदर्शनी भी देखने लायक है।  

क्रमांक/914/मार्च-59/उइके

 अंग्रेज जल्दी भारत छोड़कर चले गए उसके पीछे नेताजी का योगदान अभूतपूर्व

शहीद स्मारक, सभा भवन में राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्धाटन सत्र में बोले केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान

जबलपुर, 05 मार्च 2021

आजाद हिंद फौज की गतिविधियों से इस कदम भय पैदा हुआ कि अंग्रेज जल्दी भारत छोड़कर चले गए। इसके पीछे नेताजी सुभाष चंद्र बोस का योगदान अभूतपूर्व था। इस आशय के उद्गार केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने व्यक्त किए। वे शहीद स्मारक, सभा भवन, गोलबाजार, जबलपुर में 'नेताजी सुभाष चंद्र बोस राष्ट्रवाद और युवा सरोकार विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्धाटन सत्र में मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। इस दौरान केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल, कोलकाता से आए नेताजी के भतीजे चंद्र कुमार बोस, मेजर जनरल जीडी बख्शी व  इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव सच्चिदानंद जोशी मंचासीन रहे।

      नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के उपलक्ष्य में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्धाटन करते हुए राज्यपाल श्री खान ने कहा कि हमारे युवाओं को अपने इतिहास व परंपराओं की जानकारी आवश्यक रूप से होनी चाहिए। ऐसा होने पर कई समस्याएं खुद-ब-खुद दूर हो जाएंगी। दरअसल, भारतीय संस्कृति में न केवल भारत बल्कि दुनिया भर की समस्याएं दूर करने के तत्व मौजूद हैं।  

जिस शहर से नेताजी की यादें जुड़ीं वहां आना गौरव की बात : उन्होंने कहा कि जिस शहर से नेताजी की यादें जुड़ी हुई हैं, वहां आना मेरे लिए बेहद गौरव की बात है। जबलपुर शहर वाकई अनूठा है, जिसने नेताजी को सम्मान देकर इतिहास के पृष्ठों पर अमिट छाप छोड़ी है।

नेताजी रामकृष्ण परमहंस व स्वामी विवेकानंद से रहे प्रभावित : राज्यपाल श्री खान ने कहा कि रामकृष्ण परमहंस व स्वामी विवेकानंद का नेताजी पर विशेष प्रभाव रहा। एक तरह से नेताजी को विवेकानंद का मानस-पुत्र कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।

इसी शहर में नेताजी के सम्मान में निकला था 52 हाथियों का जुलूस : राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्धाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि 1939 में कांग्रेस के 52 वें अधिवेशन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के प्रत्याशी थे, इसीलिए उनके सम्मान में जबलपुर की सड़कों पर 52 हाथियों का जुलूस निकाला गया। नेताजी जबलपुर के पास सिवनी और फिर जबलपुर की सेंट्रल जेल में राजनीतिक बंदी रहे। इन्हीं यादों को ध्यान में रखते हुए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

125 वीं जयंती पर साल भर कार्यक्रमों की श्रृंखला : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव सच्चिदानंद जोशी ने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती वर्ष को यादगार बनाने के लिए साल भर कार्यक्रमों की श्रृंखला निर्धारित की गई है। इसी कड़ी में जबलपुर और नेताजी के जुड़ाव को महत्वपूर्ण मानते हुए यहां कार्यक्रम निर्धारित किया गया। राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्धाटन सत्र का संचालन वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र बाजपेयी ने प्रभावी तरीके से किया। इस दौरान इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के न्यासी जबलपुर निवासी आलोक जैन सहित अन्य का सहयोग रहा।

सिर्फ हम नहीं प्रत्येक भारतवासी नेताजी के परिवार का सदस्य : चंद्रकुमार बोस

राष्ट्रीय संगोष्ठी में बोले सुभाष चंद्र बोस के भतीजे : मेजर जरनल जीडी बख्शी ने इंडिया गेट पर खाली छतरी के तले नेताजी की प्रतिमा स्थापित किए जाने पर दिया बल। कोलकाता से जबलपुर आए नेताजी सुभाष चंद्र बोस के भतीजे चंद्र कुमार बोस ने कहा कि सिर्फ हम नहीं प्रत्येक भारतवासी नेताजी के परिवार का सदस्य है। ऐसा इसलिए क्योंकि नेताजी स्वयं कहते थे कि कोटि-कोटि भारतवासी मेरा परिवार है।

शहीद स्मारक सभा भवन, गोलबाजार, जबलपुर में राष्ट्रीय संगोष्ठी के वक्ता के रूप में चंद्र कुमार बोस ने यादगार व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि  नेताजी ने राष्ट्रवाद का जो महामंत्र दिया था, वह आज भी भारत के लिए मार्गदर्शी है। आजाद हिंद फौज की उनकी मार्चिंग ट्यून-कदम-कदम बढ़ाए जा, खुशी के गीत गाए जा, ये जिन्दगी है कौम की, कौम के लिए लुटाए जा, आज भी भारतीय सेना उत्साह के साथ गुनगुनाती है। नेताजी ने स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं को अपनाकर अपने चरित्र गठन किया और आजाद हिंद सेना जैसे अनुशासित संगठन के जरिये अंग्रेजों की नींद हराम कर दी, उन्हें भारत छोड़ने विवश कर दिया। जब कभी नेताजी मानसिक रूप से परेशान होते दक्षिणेश्वर के काली मंदिर पहुंचकर घंटों ध्यान-मुद्रा में बैठे रहते, इससे उन्हें शक्ति मिलती थी। युवा पीढ़ी को इससे शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए। एक और महत्वपूर्ण बात यह कि नेताजी अपने धर्म को अत्यधिक महत्व देते थे, लेकिन भारत की आजादी के लिए उनका मंत्र यही था कि हम सब एक हैं, हम सब भारतीय हैं।

नेताजी की ही वजह से आज हम सब आजाद हवा में सांस ले रहे हैं : मेजर जनरल जीडी बख्शी ने जोशीले अंदाज में कहा कि नेताजी की ही वजह से आज हम सब आजाद हवा में सांस ले रहे हैं वर्ना एक समय ऐसा भी था जब अंग्रेजों ने जबलपुर के नर्मदा क्लब के बाहर लिख दिया कि इंडियन एंड डॉग्स आर नॉट अलाऊ। वर्तमान में भारत की सशस्त्र सेना साढ़े 13 लाख है, जिनमें से आजादी के बाद से अब तक 25 हजार 480 शहीद हुए। जबकि अकेले आजाद हिंद फौज के 26 हजार सैनानियों ने अंग्रेजों से लड़ते हुए कुर्बानी दे दी थी, जिन्हें भुला देना इतिहास की सबसे बड़ी गलती है। इसे सुधारने के लिए इंडिया गेट वॉर मेमोरियल की खाली छतरी के तले नेताजी की पांच फुट 11 इंच की प्रतिमा स्थापित की जाए और सभी जाने-अनजाने 26 हजार आजाद हिंद सेनानियों को सम्मान दिया जाए।

सिंगापुर से ऑनलाइन जुड़े मनीष त्रिपाठी : राष्ट्रीय संगोष्ठी में सिंगापुर से मनीष त्रिपाठी ऑनलाइन जुड़े। उन्होंने चार जुलाई, 1943 को सिंगापुर में नेताजी द्वारा आजाद भारती की पहली सरकार घोषित किए जाने सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। दिल्ली चलो का नारा लगने के बारे में भी बताया। रासम्मा गोपालन के रानी झांसी रेजीमेंट में शामिल होने के अलावा बाल सैनिक मेजर ईश्वर सिंह (92 वर्ष) व राजदूत रहे केशव पाने के नेताजी के बारे में विचारों से भी अवगत कराया।

वह धरती, वह मां धन्य जहां सुभाष का जन्म हुआ : बनारस से आए डॉ.राघवशरण शर्मा ने कहा कि वह धरती और वह मां धन्य है, जहां सुभाष का जन्म हुआ। सुभाष इतिहास की जरूरत थे। इतिहास ने अपनी जरूरतों के हिसाब से उन्हें पैदा किया और सुभाष का कमाल यह कि उन्हें पूरी जवाबदेही से इतिहास की जरूरतों को पूरा किया। इसीलिए इतिहास को दूसरा सुभाष पैदा करने की जेहमत नहीं उठानी पड़ी।

इन्होंने भी किया संबोधित : जयपुर से आए देवेंद्र शर्मा ने वैश्विक परिदृश्य और सुभाष के पदचिन्ह विषय पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया। नई दिल्ली से आए प्रो.कपिल कुमार व मणिपुर से आए एस प्रेमानंद शर्मा ने सुभाष के व्यक्तित्व-कृतित्व से जुड़े अहम पहलुओं को रेखांकित किया। जबलपुर के वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र बाजपेयी से विषय विस्तार करते हुए संगोष्ठी का तथ्यपूर्ण संचालन किया। इस अवसर पर संस्कारधानी के प्रबुद्ध वर्ग की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

क्रमांक/915/मार्च-60/उइके

 नारी तू नारायणी

हुनर-हाट में दिखेगा प्रदेश के जिलों का खास हुनर
मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त की
महिलाएँ ही होंगी आयोजन की सूत्रधार 

जबलपुर, 05 मार्च 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महिला सशक्तिकरण के प्रतीक अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के कार्यक्रम यादगार बनाए जायें। इनका संदेश दूर तक जाना चाहिए। कार्यक्रम सिर्फ कर्मकांड हों बल्कि महिलाओं को सशक्त बनाने के कार्य भी निरंतर किए जायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कार्यक्रमों में संघर्ष से सफलता तक पहुँची महिलाएँ स्वयं अपनी कहानी कहें। कार्यक्रमों का स्वरूप ऐसा हो, जिसे याद रखा जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिला दिवस पर वे राजधानी में विभिन्न क्षेत्रों की सफल महिलाओं के साथ वृक्षारोपण में शामिल होंगे।

      मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मंत्रालय में हुई बैठक में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को हो रहे दो प्रमुख राज्य स्तरीय कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। प्रथम कार्यक्रम हुनर-हाट भोपाल हाट में पूर्वान्ह 10.30 बजे से होगा। दूसरा प्रमुख कार्यक्रम नेहरू स्टेडियम में दोपहर 3 बजे से होगा। इसमें ग्रामीण स्व-सहायता समूहों को 200 करोड़ का ऋण वितरण किया जाएगा। हुनर-हाट की तर्ज पर जिलों में भी कार्यक्रम होंगे।

बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्री अशोक शाह, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाडे उपस्थित थे।

कार्यक्रम का हर जिम्मा महिला संभाले

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिला दिवस पर लग रहे हुनर-हाट का प्रत्येक दायित्व महिला सम्हाले, ऐसे प्रयास किए जायें। महिला सशक्तिकरण की प्रतीक कामयाब महिलाएँ मंच पर रहें। अन्य जन-प्रतिनिधि और अधिकारी दर्शक दीर्घा में रहें। प्रशासन, खेल, राजनीति, समाजसेवा, उद्योग आदि क्षेत्रों में कार्यरत कामयाब महिलाएँ मंचासीन हों।

महिला स्व-सहायता समूहों से उत्पाद खरीदें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हुनर-हाट में 8 से 10 मार्च तक विभिन्न स्व-सहायता समूहों की परिश्रमी और हुनरमंद महिलाओं द्वारा तैयार उत्पाद सभी को खरीदना चाहिए। ये हुनर-हाट जिलों में भी लग रहे हैं। जन-प्रतिनिधि, अधिकारी, नागरिक समूहों की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में सहयोग करें।

लोकल को वोकल बनायें

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकल को वोकल बनाने में भी सहयोग करें। स्व-सहायता समूहों के कार्य को विश्व तक पहुँचायें। कोदो-कुटकी के व्यंजन, खिलौने, घरेलू उपयोग की वस्तुओं, श्रंगार सामग्री और कलात्मक वस्त्रों की खरीद करें और समूहों को मार्केटिंग का लाभ दिलवाकर उनके उत्पाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पहुँचायें।

इन जिलों की है सक्रिय भागीदारी

तीन दिवसीय हुनर-हाट में करीब 50 स्व-सहायता समूह उत्पाद लेकर आएंगे। जिन जिलों से अधिक संख्या में समूह रहे हैं उनमें बालाघाट और डिण्डौरी से सात-सात, पन्ना और मंडला से पाँच-पाँच समूह शामिल हैं। इसके अलावा रायसेन, बड़वानी, अनूपपुर, सतना, उमरिया जिले भी सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं। प्रमुख उत्पादों में डिण्डौरी से कोदो-कुटकी, पॉवरलूम वस्त्र और गोंडी चित्रकला, अनूपपुर से शहद, सीहोर से काष्ठशिल्प, मण्डला से वस्त्रकला शामिल हैं। समूहों के स्टॉल पर उत्पादों का प्रदर्शन और विक्रय होगा। बैठक में जानकारी दी गई कि महिला दिवस के अवसर पर ग्राम सभाओं का आयोजन भी हो रहा है।

क्रमांक/916/मार्च-61/मनोज

कोरोना के प्रकरणों में कमी नहीं आई तो भोपाल-इंदौर में 8 मार्च से रात्रि कर्फ्यू - मुख्यमंत्री श्री चौहान

महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए टेस्ट रिपोर्ट लाना अनिवार्य
स्कूल, कॉलेजों में मास्क अनिवार्य
कोरोना के प्रति लापरवाही छोड़े : सतर्कता जरूरी - मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की अपील
टीकाकरण केन्द्रों पर उपलब्ध होंगी सभी सुविधाएँ
कोरोना की समीक्षा बैठक सम्पन्न 

जबलपुर, 05 मार्च 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल और इंदौर में कोरोना के प्रकरणों में लगातार वृद्धि हो रही है। मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग पर सख्ती जरूरी है। यदि अगले 3 दिन में कोरोना के प्रकरणों में गिरावट नहीं हुई तो 8 मार्च से भोपाल और इंदौर में रात्रि कर्फ्यू लगाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह निर्देश मंत्रालय में कोरोना की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान उपस्थित थे।

कोरोना का लंदन वैरिएंट अधिक घातक - इंदौर को कर रहा है प्रभावित

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंदौर में लंदन वैरिएंट से प्रभावित 6 मरीज मिले हैं। लंदन वैरिएंट का संक्रमण अधिक घातक है। इसकी संक्रामक क्षमता तुलनात्मक रूप से अधिक है। इंदौर में पिछले सप्ताह प्रतिदिन औसतन 151 प्रकरण बढ़े हैं। इसी प्रकार भोपाल में 78, जबलपुर में 16, बैतूल में 13 और छिंदवाड़ा उज्जैन में 11-11 प्रकरणों की प्रतिदिन औसतन वृद्धि हुई है। इंदौर में पिछले 15 दिनों में प्रकरणों की संख्या दोगुनी हो गई है। इस गंभीरता को देखते हुए इंदौर और भोपाल में सावधानियाँ बरतना और सख्ती करना आवश्यक है।

मास्क नहीं लगाने पर होगी कार्यवाही - चलेगा रोको-टोको अभियान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दुकानदारों से सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने, मास्क लगाने और अन्य सावधानियाँ बरतने की अपील की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि दुकानदार दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करें जो दुकानदार बिना मास्क के दुकान पर बैठेंगे या बिना मास्क लगाए व्यक्तियों को सामान देंगे उन पर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही सामान्य तौर पर रोको-टोको के लिए भी भोपाल और इंदौर में तत्काल प्रभाव से अभियान आरंभ किया जाए।

महाराष्ट्र से लगे जिलों पर लगातार निगरानी रखें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, उज्जैन और महाराष्ट्र से लगे जिलों में कोरोना से प्रभावित प्रकरणों की संख्या बढ़ रही है। प्रदेश में किसी भी हालत में स्थिति को बिगड़ने नहीं दिया जाए। महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना निगेटिव की रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। इसकी जवाबदारी बस ऑपरेटरों की होगी। बस ऑपरेटर रिपोर्ट के आधार पर ही यात्रियों को बस में प्रवेश दें। राज्य की सीमा पर पुख्ता चैकिंग की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए हैं कि महाराष्ट्र सीमा से लगे सभी जिलों पर लगातार निगरानी रखी जाए।

स्कूल, कॉलेजों में जागरूकता पर ध्यान दें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी शासकीय तथा गैर-शासकीय शैक्षणिक संस्थाओं में मास्क का उपयोग अनिवार्य किया जाए। इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाएँ।

सामाजिक संगठन दें टीकाकरण केन्द्रों पर सुविधाएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकाकरण केन्द्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएँ सुनिश्चित की जाएँ। बुजुर्गों सहित सभी व्यक्तियों के बैठने की व्यवस्था, शेड, पेयजल, व्हील-चेयर और टीकाकरण के बाद ऑब्जर्वेशन के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सामाजिक संगठनों से टीकाकरण केन्द्रों पर चाय, पानी, शरबत आदि की व्यवस्था करने की अपील की।

टीकाकरण के साथ दें मार्गदर्शी कार्ड

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिनका टीकाकरण हो रहा है, उन्हें प्रमाण-पत्र के साथ-साथ एक मार्गदर्शी कार्ड भी उपलब्ध कराया जाए, जिसमें अगले टीकाकरण की तिथि, सामान्य जानकारियाँ और आवश्यक सावधानियों के संबंध में उल्लेख हो।

मार्च अंत तक 5595 केन्द्रों पर होगा टीकाकरण

बैठक में जानकारी दी गई कि वर्तमान में 469 केन्द्रों पर टीकाकरण जारी है। ग्यारह मार्च से 1808 केंद्रों पर टीकाकरण आरंभ हो जाएगा और इस माह के अंत तक 5595 केंद्रों पर टीकाकरण की सुविधा का विस्तार किया जाएगा। अब तक 3 लाख 66 हजार 528 हेल्थ केयर वर्कर्स और 3 लाख 2 हजार 165 फ्रंट लाईन वर्कर्स को प्रथम डोज़ का टीका लग चुका है। साठ साल से अधिक आयु वर्ग के प्राथमिकता वाले आयु समूह के एक लाख 3 हजार 911 व्यक्तियों को भी टीका लगाया जा चुका है।

क्रमांक/917/मार्च-62/मनोज

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द 7 मार्च को दमोह के

सिंग्रामपुर में जनजातीय सम्मेलन में भाग लेंगे 

जबलपुर, 05 मार्च 2021

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द 7 मार्च को पूर्वान्ह 11.30 बजे दमोह जिले के ग्राम सिंग्रामपुर में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य-स्तरीय जनजातीय सम्मेलन में शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संस्कृति एवं पर्यटन श्री प्रहलाद सिंह पटेल, केन्द्रीय राज्य मंत्री इस्पात मंत्रालय श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह मांडवे और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। इस मौके पर राष्ट्रपति सिंगौरगढ़ किले के संरक्षण कार्य के शिलान्यास कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार और जनजातीय कार्य विभाग मध्यप्रदेश शासन संयुक्त रूप से कर रहा है।

ऐतिहासिक विरासत को प्रदर्शित करती फिल्म का होगा प्रदर्शन

कार्यक्रम में सिंग्रामपुर की ऐतिहासिक विरासत को प्रदर्शित करती वीडियो फिल्म का प्रदर्शन होगा। इसके साथ ही रानी दुर्गावती की वीरगाथा पर एकलव्य विद्यालयों के विद्यार्थी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। इस मौके पर जनजातीय विभाग की पुस्तिका 'बानगी' का विमोचन और जनजातीय कलाकारों द्वारा कला प्रशिक्षण वर्चुअल क्लास के पोर्टल 'आदिरंग डॉट कॉम' का शुभारंभ भी राष्ट्रपति करेंगे। पोर्टल का निर्माण वन्या प्रकाशन द्वारा किया गया है।

जनजातीय वर्ग के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरण

राष्ट्रपति इस मौके पर जनजातीय वर्ग के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को शंकरशाह और रानी दुर्गावती पुरस्कार से पुरस्कृत करेंगे। सिंग्रामपुर पहुँचने के पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द रानी दुर्गावती की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे और वृक्षारोपण कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।

क्रमांक/918/मार्च-63/मनोज    

आदिम जाति कल्याण मंत्री का जबलपुर आगमन आज

जबलपुर, 05 मार्च 2021

प्रदेश की आदिम जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह सड़क मार्ग द्वारा शनिवार 6 मार्च की शाम 4.30 बजे भोपाल से जबलपुर आयेंगी। वे रात्रि विश्राम जबलपुर में करेंगी। इसके बाद वे रविवार 7 मार्च को प्रात: 7 बजे जबलपुर से सिंग्रामपुर जबेरा जिला दमोह के लिए प्रस्थान करेंगी। आदिम जाति कल्याण मंत्री वहां के स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होने के बाद दोपहर एक बजे सिंग्रामपुर से भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगी।

क्रमांक/919/मार्च-64/मनोज