NEWS -15-07-2020-A

संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार

जिले में अब तक 194.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज
            जबलपुर 15 जुलाई, 2020
      जिले में एक जून से 15 जुलाई तक 194.7 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 244.8 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई थी।
      अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल अब तक वर्षामापी केन्द्र जबलपुर में 200.5 मिलीमीटर, पनागर में 143.2 मिलीमीटर, कुण्डम में 244 मिलीमीटर और पाटन में 120.7 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। इसी प्रकार शहपुरा वर्षामापी केन्द्र में अब तक 117.4 मिलीमीटर, सिहोरा में 294.6 मिलीमीटर और मझौली में 242.7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
      भू-अभिलेख कार्यालय के मुताबिक जिला मुख्यालय की औसत सामान्य वर्षा 1298.3 मिलीमीटर और जिले की औसत सामान्य वर्षा 1178.6 मिलीमीटर है।
क्रमांक/5292/जुलाई-175/मनोज

उच्च न्यायालय, जिला न्यायालय, राजस्व व पुलिस के लंबित
पेंशन प्रकरणों के निराकरण हेतु शिविर आज
जबलपुर 15 जुलाई, 2020
कलेक्टर भरत यादव के निर्देश पर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित संभागीय पेंशन कार्यालय द्वारा लंबित पेंशन प्रकरणों के शत-प्रतिशत निराकरण के उद्देश्य से पेंशन निराकरण शिविरों का आयोजन सतत जारी है। इसी क्रम में गुरुवार 16 जुलाई को उच्च न्यायालय, जिला सत्र न्यायालय, राजस्व व पुलिस विभाग में लंबित 45 पेंशन प्रकरणों का शिविर में निपटारा किया जायेगा। जबकि शुक्रवार 17 जुलाई को शिविर में अन्य सभी विभागों के लंबित 21 पेंशन प्रकरणों का निराकरण किया जायेगा।
सभी विभाग और जिला प्रमुखों को निर्देशित किया गया है कि लंबित पेंशन प्रकरणों का शिविर में निराकरण करायें। शिविर के बाद भी जिले के जिस भी विभाग या कार्यालय में पेंशन प्रकरण लंबित होगा, वहां के संबंधित अधिकारी व कर्मचारी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
क्रमांक/5293/जुलाई-176/मनोज


उत्सवों पर सार्वजनिक झांकियाँ नहीं लगेंगी
जन्मदिन व सालगिरह में 10 व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे
कलेक्टर द्वारा प्रतिबंधात्मक आदेश जारी
जबलपुर 15 जुलाई, 2020
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधधिकारी भरत यादव ने जबलपुर जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु संपूर्ण जिले के भीतर दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 (1) के प्रावधानों के तहत आज प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है।
      जिला दण्डाधिकारी श्री यादव द्वारा जारी आदेश के मुताबिक कोई भी व्यक्ति धार्मिक कार्य व त्यौ‍हार का आयोजन सार्वजनिक स्थलों पर नहीं कर सकेंगा, और न ही कोई धार्मिक जुलूस या रैली निकाली जायेगी। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर किसी प्रकार की मूर्ति, झांकी आदि स्थापित नहीं की जा सकेंगी। सभी लोग अपने-अपने घरों में पूजा और उपासना करेंगे।
      धार्मिक व उपासना स्थलों पर कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिये आवश्यक है कि एक समय में पांच से अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं होंगे। साथ ही उपासना स्थलों पर फेसमास्क एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग के मानकों का कड़ाई से पालन किया जायेगा। विवाह समारोह में मेहमानों की संख्या 20 से अधिक नहीं होगी। इसमें वर एवं वधु पक्ष के अधिकतम 10-10 व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे। इसी प्रकार किसी पारिवारिक कार्यक्रम जैसे जन्मदिन, सालगिरह आदि समारोह में 10 से अधिक व्यक्ति सम्मिलित नहीं होंगे।
      अंतिम संस्कार से संबंधित कार्यक्रमों में पूर्ववत् अधिकतम 20 व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे। आदेश से व्यसथित व्यंक्ति दण्ड प्रकिया संहिता 1973 की धारा 144 (5) के अंतर्गत जिला दण्डाकधिकारी के न्या‍यालय में आवेदन प्रस्तुत कर सकता है।
      आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के विरूद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा तथा भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 एवं अन्य सभी कानूनी प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जायेगी। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि कार्यालय द्वारा पूर्व में जारी विभिन्न आदेशों के अंतर्गत जारी सभी अनुमतियाँ यथावत प्रभावशील रहेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील हो गया है ।
क्रमांक/5294/जुलाई-177/मनोज

किल कोरोना अभियान

पंद्रहवें दिन 25 हजार घरों के 1.26 लाख व्यक्तियों के स्वास्थ्य का हुआ सर्वे
अब तक 25 लाख लोगों के स्वास्थ्य का सर्वे किया गया
           जबलपुर 15 जुलाई, 2020
राज्य शासन के निर्देशानुसार एक जुलाई से प्रारंभ किये गये किल कोरोना अभियान के तहत पंद्रहवें दिन आज बुधवार को जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में 25 हजार 246 घरों के एक लाख 26 हजार 230 व्यक्तियों के स्वास्थ्य का सर्वे किया गया। घर-घर सर्वे में इस अभियान का आज अंतिम दिन था लेकिन बचे हुए घरों का सर्वे पूरा होने तक किल कोरोना अभियान जिले में जारी रहेगा। सर्वे का काम ढाई हजार पायलट टीमों और 371 मुख्य टीमों द्वारा किया जा रहा है। इसमें पांच हजार से अधिक आंगनवाड़ी, आशा, स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं ए.एन.एम. को लगाया गया है। 
किल कोरोना अभियान के पंद्रहवें दिन सर्वे दलों द्वारा घर-घर किये गये सर्वे में कोरोना से मिलते जुलते लक्षणों वाले 147 मरीजों को चिंहित किया गया है। जबकि 42 व्यक्ति अन्य रोगों से पीड़ित पाये गये। इसके अलावा 247 गर्भवती महिलाओं एवं टीकाकरण से छूट गये 13 बच्चों को भी चिंहित किया गया।
इस तरह एक जुलाई से प्रारंभ किये गये किल कोराना अभियान में अभी तक जिले में 4 लाख 98 हजार 697 घरों के 25 लाख 31 हजार 191 व्यक्तियों के स्वास्थ्य का सर्वे किया जा चुका है। इस दौरान कोरोना के लक्षण वाले 2 हजार 419 व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है। जबकि अन्य रोगों से पीड़ित पाये गये व्यक्तियों की संख्या 1 हजार 198 है। अभियान के तहत अभी तक 7 हजार 796 गर्भवती महिलाओं एवं टीकाकरण से छूट गये 843 बच्चों की भी पहचान की गई है।
क्रमांक/5295/जुलाई-178/मनोज

स्व-सहायता समूह से जुड़कर अनीता का परिवार हुआ खुशहाल

जबलपुर 15 जुलाई 2020
ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह से जुडऩे के बाद आत्मनिर्भर हुई जबलपुर जिले के विकासखंड पाटन के ग्राम पंचायत महगंवा सड़क के ग्राम विवसा की अनीता चढ़ार के सामाजिक आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आया है।
अनीता चढ़ार ने बताया कि उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। उन्हें कोई राह दिखाई नहीं दे रही थी, ऐसे में उन्हें आजीविका मिशन की गतिविधियों की जानकारी मिली और वे गांव में बने आस्था स्वयं सहायता समूह से जुड़ गईं। अनीता का परिवार अपनी डेढ़ एकड़ असिंचित पैतृक भूमि पर कृषि कार्य करता था। उनका परिवार असिंचित भूमि होने की वजह से मात्र एक ही फसल ले पाता था, फसल का उत्पादन भी काफी कम होता था। लेकिन अनीता ने स्व सहायता समूह के माध्यम से ग्राम संगठन द्वारा 45 हजार रुपए का ऋण लेकर अपनी असिंचित भूमि पर ट्यूबवेल खनन करवाया। जिससे खेत में एक स्थायी जल स्त्रोत बन गया। इसके साथ ही सिंचाई की भी समस्या दूर हो गई। असिंचित खेत में जहां एक फसल लेने पर मात्र 30 से 35 हजार रुपए सालाना ही मिल पाते थे।
वहीं अब सिंचित जमीन हो जाने की वजह से अनीता को 90 हजार रुपए से एक लाख रुपए तक हर वर्ष की आमदनी होने लगी है। एक फसल के बाद खाली पड़े खेत में अब फसलें लहलहाने लगी हैं। खेत अब बहुफसली हो गया। वहीं करीब आधा एकड़ में अनीता चढ़ार द्वारा सब्जियां उगाई जा रही है, जिससे भी अच्छी खासी आमदनी होने लगी है। अब घर खर्च चलाना आसान हो गया, जिससे परिवार भी खुशहाल रहने लगा है।
क्रमांक/5296/जुलाई-179/मनोज