NEWS - 02-07-2020 -B


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
किल कोरोना अभियान :
दूसरे दिन 42 हजार 643 घरों के 2 लाख 16 हजार
व्‍यक्तियों के स्‍वास्‍थ्‍य का सर्वे
दो दिनों में 3.79 लाख लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य का सर्वे
                                             जबलपुर 02 जुलाई, 2020  
कोरोना को समाप्‍त करने के उद्देश्‍य से राज्‍य शासन के निर्देशानुसार एक जुलाई से प्रारंभ किये गये किल कोरोना अभियान के तहत आज गुरूवार को दूसरे दिन जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में 42 हजार 643 घरों के 2 लाख 16 हजार 460 व्‍यक्तियों के स्‍वास्‍थ्‍य का सर्वे किया गया है।
किल कोरोना अभियान के दूसरे दिन आज गुरूवार को सर्वे दलों द्वारा घर-घर किये गये सर्वे में कोरोना से मिलते जुलते लक्षणों वाले सौ मरीजों को चिंहित किया गया है। जबकि 9 व्‍यक्ति अन्‍य रोगों से पीडित पाये गये हैं। इसके अलावा 802 गर्भवती महिलाओं एवं टीकाकरण से छूट गये 23 बच्‍चों को भी चिंहित किया गया।
इस तरह एक जुलाई से प्रारंभ किये गये पन्‍द्रह दिनों के किल कोराना अभियान के पहले दो दिनों में जिले में 73 हजार 847 घरों के 3 लाख 78 हजार 979 व्‍यक्तियों के स्‍वास्‍थ्‍य का सर्वे किया जा चुका है। इस दौरान कोरोना के लक्षण वाले 160 व्‍यक्तियों को चिंहित किया गया है। जबकि अन्‍य रोगों से पीडित पाये गये व्‍यक्तियों की संख्‍या 67 है। अभियान के तहत दो दिनों में 1 हजार 446 गर्भवती महिलाओं एवं टीकाकरण से छूट गये 23 बच्‍चों की भी पहचान की गई है। किल कोराना अभियान के पहले दिन कोरोना के लक्षण वाले पाये गये 60 मरीजों में 51 मरीजों के आज सेम्‍पल लिये गये।
कोरोना वायरस के संक्रमण को समाप्त करने राज्य शासन के निर्देश पर चलाये जा रहे किल कोरोना अभियान के तहत जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के संदिग्ध मरीजों तथा डेंगू, मलेरिया एवं मौसमी बीमारियों से पीड़ित लोगों का लगातार दूसरे दिन आज गुरुवार को भी घर-घर सर्वे जारी रहा । पन्द्रह दिनों के इस अभियान के तहत सर्वे दल घर-घर पहुँचकर लोगों से उनके स्वास्थ की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और कोरोना से मिलते जुलते लक्षणों वाले मरीजों की जानकारी सार्थक मोबाइल एप पर दर्ज कर रहे हैं ।  जरूरत के मुताबिक ऐसे लोगों को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह भी दी जा रही है अथवा उन्हें संस्थागत क्वारन्टीन सेंटर भेजा जा रहा है । सर्वे के दौरान सर्दी,खांसी,बुखार और श्वांस के रोगियों का कोरोना टेस्ट भी किया जा रहा है। कोरोना के सन्दिग्ध मरीजों तथा डेंगू, मलेरिया एवं मौसमी बीमारियों से पीड़ित लोगों के साथ-साथ सर्वे दलों द्वारा गर्भवती एवं धात्री महिलाओं तथा टीकाकरण से छूट गये बच्चों को भी अभियान के तहत चिन्हित किया जा रहा है ।
क्रमांक/5140/जुलाई-22/जैन
जबलपुर के वेलोड्रम में साइकिलिंग का अभ्‍यास कर सकेंगे खिलाड़ी
चौथे चरण में सात खेलों की हुई शुरूआत 
जबलपुर 02 जुलाई, 2020
लॉकडाउन के बाद प्रदेश में खेल गतिविधियाँ चरणबद्ध पुन: प्रारंभ की गई है। चौथे चरण में साइकिलिंग, शूटिंग, व्हाली-बॉल, ताइक्वांडो, कराते, वेटलिफ्टिंग तथा जिम्नास्टिक खेल का संचालन 2 जुलाई से प्रारंभ हो गया है। इसलिए अब जबलपुर के रानीताल स्थित वेलोड्रम में साइकिलिंग के खिलाड़ी अभ्‍यास कर सकेंगे।
खिलाड़ी भोपाल के गोरेगांव स्थित शूटिंग अकादमी में शूटिंग, वेलोड्रम रानीताल जबलपुर में साइकिलिंग तथा टी.टी. नगर स्टेडियम भोपाल में व्हाली-बॉल, ताइक्वांडो, कराते, वेटलिफ्टिंग एवं जिम्नास्टिक खेलों का अभ्यास कर सकेंगे।
कोविड-19 के चलते खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों एवं सहायक स्टाफ को सामान्य शर्तों और सावधानियों का पालन करना अनिवार्य होगा। व्हाली-बॉल, बीच व्हाली-बॉल में अभ्यास के दौरान ट्रेनिंग पार्टनर में बदलाव नहीं किया जायेगा। प्रत्येक रायफल एवं शूटिंग रेंज में एक समय में 10 से अधिक खिलाड़ी प्रवेश नहीं कर सकेंगे। ट्रेप एवं स्कीट में एक रेंज में एक समय में तीन से अधिक खिलाड़ी अभ्यास नहीं कर सकेंगे। शेष अन्य खेलों में एक समय में 10 से अधिक खिलाड़ी मैदान/हॉल एवं प्रेक्टिस एरिया में प्रवेश नहीं करेंगे।
क्रमांक/5141/जुलाई-23/मनोज

पीसा में सम्मिलित होंगे मध्यप्रदेश के विद्यार्थी
अन्य राज्यों ने भी सराहा मध्यप्रदेश की शैक्षिक गतिविधियों को 
जबलपुर 02 जुलाई, 2020
मध्यप्रदेश के स्कूली विद्यार्थी अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली मूल्यांकन प्रक्रिया में भी शामिल होंगे। वैश्विक स्तर पर संचालित होने वाले प्रोग्राम फार इन्टर नेशनल स्डूडेण्ट्स असेसमेंट टेस्ट-पीसा (पीआईएसए) में मध्यप्रदेश के विद्यार्थी वर्ष 2024 में सम्मिलित होंगे। इस मूल्यांकन में छात्र-छात्राओं की वर्ष 2024 एवं 2027 में सहभागिता करने की दृष्टि से प्रारम्भिक तैयारियों एवं रणनीति तैयार करने के लिए केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (सीबीएसई) के चेयरमेन श्री मनोज आहूजा, शैक्षिक निदेशक श्री जोजेफ इमानुअल, तथा वर्ष 2021-22 में पीसा में सम्मिलित होने वाले केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के संचालक लोकशिक्षण श्री रूविन्दर जीत सिंह करार के बीच वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा हुई। चर्चा में श्रीमती रश्मि अरूण शमी प्रमुख सचिव, श्रीमती जयश्री कियावत, आयुक्त लोकशिक्षण, श्री लोकेश कुमार जाटव आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सहभागिता की गई।
बैठक के प्रारम्भ में सीबीएसई के चेयरमेन श्री मनोज आहूजा ने मध्यप्रदेश द्वारा पीसा में सम्मिलित होने के निर्णय की सराहना की तथा सीबीएसई के प्रतिनिधियों द्वारा पीसा की तैयारी हेतु तैयार की गई रणनीति की जानकारी दी।
श्रीमती शमी ने प्रदेश किए जा रहे शैक्षिक प्रयासों पर चर्चा के साथ ही कोविड-19 के संकट काल में प्रदेश में शिक्षकों एवं बच्चों के लिए अपनाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। इस दौरान मध्यप्रदेश में स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल टेक्नालॉजी एवं अन्य संसाधनों जैसे रेडियो, टेलीविजन का किस प्रकार उपयोग किया जा रहा है इस विषय पर आयुक्त, राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा ''पढ़ाई नहीं रूकेगी'' का प्रस्तुतिकरण किया गया।
डॉ. श्वेता सिंह, संयुक्त सचिव एकेडेमिक्स सीबीएसई द्वारा पीसा की तैयारियों के संबंध में सीबीएसई के अनुभवों के आधार पर एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। जिसमें पीसा के अंतर्गत मुख्य रूप से पढ़ने की साक्षरता, गणितीय साक्षरता तथा विज्ञान की साक्षरता पर आधारित 21 वीं सदी के कौशल जैसे क्रिटिकल थिंकिंग, प्रोब्लम साल्विंग, डिजिटल साक्षरता, सोशल रिस्पांसिबिलिटी इत्यादि विकसित करने के लिए कक्षा कक्ष में शिक्षण पेडागाजी एवं असेसमेंट सिस्टम में एक बड़े परिवर्तन की आवश्यकता के साथ-साथ शैक्षिक एवं प्रशासनिक दृष्टि से शालाओं में किए जाने वाले आवश्यक सुधारों पर आधारित बिंदुओं की विस्तृत जानकारी दी।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में सभी विशेषज्ञों के द्वारा मध्यप्रदेश के शैक्षिक कार्यों की प्रशंसा की गई। इस दौरान हरियाणा राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रतिनिधियों द्वारा मध्यप्रदेश में संचालित शैक्षिक योजनाओं की सराहना कर अपने राज्य में भी संचालित करने की मंशा जाहिर की। इन राज्यों ने विशेषतः मध्यप्रदेश की सी.एम. राइज़ डिजिटल शिक्षक प्रशिक्षण योजना को अपनाने के लिए मध्यप्रदेश के अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त किया। उल्लेखनीय है कि अभी तक प्रदेश की डिजिटल शिक्षक प्रशिक्षण योजना के तहत चार चरणों में प्रशिक्षण के लिये 10 लाख से अधिक शिक्षक पंजीकृत अथवा प्रशिक्षित हो चुके हैं।
क्रमांक/5142/जुलाई-24/मनोज

जिले के 5 विकासखंडों में स्व-सहायता समूहों की
दीदीयां तैयार करेंगी पौधों की नर्सरी
करीब ढाई करोड़ की लागत से तीन वर्षों में तैयार होंगे 9 लाख पौधे
जबलपुर, 02 जुलाई 2020
जिले में उद्यानिकी एवं वानिकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत स्व-सहायता समूहों की भागीदारी से दो करोड़ 59 लाख रुपए की अनुमानित लागत से पौधों की नर्सरी विकसित करने की कार्ययोजना पर अमल शुरू किया गया है। स्व-सहायता समूहों को आर्थिक रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने की इस अभिनव कार्य योजना से अगले तीन वर्षों में 8 लाख 75 हजार पौधे तैयार होंगे।
स्वयं सहायता समूह की दीदीयों को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से जबलपुर जिले के 5 विकासखंडों में मनरेगा योजनानंतर्गत पौधों की नर्सरी को विकसित करने का कार्य स्व-सहायता समूहों से कराया जायेगा।
मध्यप्रदेश दीनदयाल अंत्योदय राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक आजीविका डीपी तिवारी ने बताया कि विकासखंड जबलपुर के ग्राम पंचायत जोगीढ़ाना में पौधों की नर्सरी विकसित करने का कार्य आशीर्वाद स्व-सहायता समूह करेगा। जबकि विकासखंड मझौली के ग्राम पंचायत सिमरिया में नर्सरी पौधारोपणी तैयार करने का काम मां गायत्री स्व सहायता समूह को दिया गया है।
इसके अलावा विकासखंड पनागर के ग्राम पंचायत कालाडूमर में नर्सरी विकास कार्य अन्नपूर्णा स्व-सहायता समूह, विकासखंड पाटन के ग्राम पंचायत पौड़ी छपरी में नर्सरी विकसित करने का कार्य लक्ष्मी स्व-सहायता समूह करेगी। जबकि विकासखंड शहपुरा के ग्राम पंचायत बरखेड़ा में नर्सरी विकास कार्य आजीविका स्व-सहायता समूह द्वारा किया जायेगा।
जिला आजीविका प्रबंधक श्री तिवारी ने बताया कि प्रत्येक नर्सरी की कार्ययोजना तीन वर्षों की है। एक नर्सरी से तीन वर्ष में एक लाख 75 हजार पौधे तैयार होंगे। इस प्रकार पांचों नर्सरियों को मिलाकर कुल 8 लाख 75 हजार पौधे तैयार होंगे।
नर्सरियों में फलदार, छायादार और औषधीय प्रजातियों के आम, सीताफल, जामुन, करंज, गुलमोहर, आंवला, अमरूद, कटहल, चीकू, अनार और स्थानीय परिस्थितियों में तेजी से तैयार होने वाले पौधों को तैयार करने में प्राथमिकता दी जायेगी।
प्रत्येक नर्सरी में प्रथम वर्ष एक लाख 25 हजार पौधे तथा दूसरे और तीसरे वर्ष में 25-25 हजार पौधे तैयार किये जायेंगे। इस प्रकार हर नर्सरी से अगले तीन वर्षों में एक लाख 75 हजार पौधे तैयार हो जायेंगे। मनरेगा के परियोजना अधिकारी संदीप श्रीवास्तव बताते हैं कि पौधों के नर्सरी विकास कार्य से स्व-सहायता समूहों की 65 दीदीयों को सालभर काम मिलेगा। इसमें प्रत्येक परिवार को तीन वर्षों तक मनरेगा योजना से 100 दिन का रोजगार प्राप्त होगा। इसके अलावा पौधों की बिक्री से जो आमदनी प्राप्त होगी वह स्वयं सहायता समूह एवं संबंधित ग्राम पंचायत के मध्य 70 और 30 के अनुपात में बांटी जायेगी।
क्रमांक/5143/जुलाई-25/मनोज

कोरोना से स्वस्थ होने पर आज आठ
लोगों को मिली अस्पताल से छुट्टी
जबलपुर, 02 जुलाई 2020
कोरोना से स्वस्थ होने पर आज गुरुवार को आठ व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है इनमें मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से पाँच और सुखसागर कोविड केयर सेंटर से तीन व्यक्तियों को छुट्टी दी गई है। कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त होने पर मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से घर भेजे गये लोगों में देवरी सतधारा सिहोरा निवासी 62 वर्षीय वृद्ध, नेपियर टाउन जबलपुर निवासी 56 वर्षीय पुरुष, बीजासन मन्दिर के पास सुहागी आधारताल निवासी 25 वर्षीय महिला, कृष्णा कालोनी त्रिमूर्ति नगर निवासी 23 वर्ष की महिला एवं बड़ी मदार टेकरी सिद्धबाबा निवासी 26 वर्ष की महिला शामिल है। वहीं सुखसागर कोविड केयर सेंटर से बंधा हरदुआ खुर्द तलाड निवासी 45 साल की महिला, शारदा नगर करमेता निवासी 35 वर्षीय पुरुष और आशीर्वाद त्रिमूर्ति नगर निवासी 26 वर्षीय युवक शामिल है। इन्हें मिलाकर जबलपुर में अब तक पाये गये 421 कोरोना संक्रमितों में से 336 स्वस्थ हो चुके हैं और 14 की मृत्यु हुई है जबलपुर में कोरोना के एक्टिव केस अब 71 हो गये हैं।
क्रमांक/5145/जुलाई-27/मनोज