News.17.03.2020_B


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
केन्द्रीय जेल के कैदियों द्वारा निर्मित मास्क बना लोगों की पहली पसंद
बंदियों से मास्क बनवाने जबलपुर में की गई पहल का दूसरी जेलें भी कर रहीं अनुसरण
जबलपुर 17 मार्च 2020
      कोरोना वायरस जैसी भयावह बीमारी की रोकथाम के लिए जबलपुर के नेताजी सुभाषचन्द्र बोस केन्द्रीय जेल के बंदियों द्वारा सूती कपड़े से निर्मित मास्क अपनी गुणवत्ता और कम कीमत की वजह से लोगों की पहली पसंद बन गया है। कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में जबलपुर केन्द्रीय जेल के कैदियों की पहल की सर्वत्र सराहना हो रही है और यहां के जेल में मास्क निर्माण कार्य का अनुसरण कर अब देश भर की जेलों ने भी मास्क बनाने का काम शुरू कर दिया है।
      केन्द्रीय जेल के कैदियों से मास्क बनवाने के वैचारिक प्रणेता एवं सूत्रधार कलेक्टर भरत यादव ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मापदण्ड के अनुरूप यहां सूती कपड़े का तीन लेयरयुक्त मास्क निर्मित किया जा रहा है। श्री यादव ने बताया कि यहां बने मास्क सात रूपए प्रति नग की दर से बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। दरअसल कोरोना वायरस की भयावहता की वजह से अचानक मास्क की बढ़ी मांग और बाजार में इनकी कम उपलब्धता की वजह से व्यापारी व दवा विक्रेता बाजार में अधिक कीमत पर मास्क बेच रहे थे। इस स्थिति से तात्कालिक रूप से निपटने और बाजार में पर्याप्त मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की दृष्टि से केन्द्रीय जेल के कैदियों से मास्क बनवाने का निर्णय लिया गया। अब स्थिति ये है कि अपनी बेहतर गुणवत्ता और कम कीमत और रियूजेबल विशेषता के कारण केन्द्रीय जेल में बने मास्क लोगों की पहली पसंद बन गए हैं। जेल में बने सूती कपड़े के मास्क को साबुन से धोकर, सुखाकर और प्रेस कर कई बार इसका उपयोग किया जा सकता है। यहां बने मास्क की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
      जेल के बंदियों से मास्क बनवाने की कलेक्टर की इस पहल की राज्य स्तर पर सराहना हो रही है। कलेक्टर श्री यादव कहते हैं कि बेहतर गुणवत्ता और कम कीमत की वजह से जबलपुर के कलेक्ट्रेट कार्यालय में खोले गए मास्क बिक्री काउंटर से सोमवार 16 मार्च को महज आधा घंटे के भीतर ही एक हजार मास्क देखते ही देखते हाथों-हाथ बिक गए। मास्क की मांग व आपूर्ति में संतुलन बना रहे इसलिए मास्क निर्माण क्षमता बढ़ाने सिलाई मशीनों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
      केन्द्रीय जेल के अधीक्षक एवं डीआईजी जेल गोपाल ताम्रकार ने बताया कि करीब सौ कैदी 50 सिलाई मशीनों के माध्यम से प्रति दिन करीब एक हजार मास्क बना रहे हैं। मास्क की दिन-ब-दिन बढ़ती मांग को देखते हुए निर्माण क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से सिलाई मशीनों में बिजली की मोटर लगवा दी गई है। ताकि मांग के अनुरूप मास्क की सुगम आपूर्ति की जा सके। श्री ताम्रकार ने बताया कि जबलपुर केन्द्रीय जेल में मास्क निर्माण का अनुसरण कर अब पूरे देश के जेलों में मास्क बनाए जा रहे हैं।
      केन्द्रीय जेल में बने अब तक 4 हजार से अधिक मास्क बिक चुके हैं। साथ ही 11 हजार से अधिक मास्क निर्माण एडवांस पेमेंट के साथ आर्डर भी केन्द्रीय जेल को मिल चुका है। जबलपुर के मेडिकल कालेज, हाईकोर्ट, जिला न्यायालय, रेल्वे हास्पिटल, केण्टोनमेंट हॉस्पिटल, महाविद्यालयों के अलावा मुम्बई के ट्रस्ट ने भी एडवांस पेमेंट के साथ मास्क आपूर्ति का आर्डर दिया है।
क्रमांक/3463/मार्च-140/मनोज॥

आज भी हाथों-हाथ बिके मास्क
हैण्ड सेनिटाइजर का वितरण भी शुरू
जबलपुर, 17 मार्च, 2020
केंद्रीय जेल और वृद्धाश्रम में बने मास्क  कलेक्टर कार्यालय के मार्गदर्शन कक्ष से आज मंगलवार को भी नागरिकों को उपलब्ध कराए गए कलेक्टर भरत यादव के निर्देशानुसार कलेक्ट्रेट के मार्गदर्शन कक्ष और यहाँ स्थित कृतिका आउटलेट से लोगों को मास्क के साथ रियायती दर पर 50 मिलीलीटर के पैक में हैंड सेनिटाईजर भी आज वितरित किये गये
मास्क और हैण्ड सेनिटाइजर कल बुधवार को भी कलेक्टर कार्यालय के मार्गदर्शन कक्ष एवं कृतिका आउटलेट से नागरिकों को उपलब्ध कराये जायेंगे । मास्क सात रूपये की दर पर तथा हैण्ड सेनिटाइजर का 50 मिलीलीटर का पैक 45 रूपये की न्यूनतम कीमत पर लोगों को उपलब्ध कराया जायेगा । बढ़ती मांग को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा रेडीमेड गारमेंट काम्प्लेक्स से भी स्वास्थ्य विभाग के मापदण्ड के मुताबिक मास्क बनवाये जा रहे हैं । संभवत: एक-दो दिन बाद रेडीमेड गारमेंट काम्प्लेक्स से बने मास्क का भी कलेक्ट्रेट से वितरण प्रारंभ हो जायेगा ।
कलेक्टर भरत यादव ने सामाजिक एवं व्यावसायिक संगठनों से अपने सतर पर भी मास्क एवं हैण्ड सेनिटाइजर लोगों को नि:शुल्क वितरित करने की अपील की है ।  उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा न्यूनतम कीमत पर मास्क एवं हैण्ड सेनिटाइजर का वितरण सांकेतिक है और कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे से लोगों को जागरूक बनाने की दिशा में मात्र एक प्रयास है ।  श्री यादव ने जिले के नागरिकों से कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए अपने स्तर पर भी सावधानी बरतने का आग्रह किया है ।
क्रमांक/3464/मार्च-141/जैन

मास्क एवं हैण्ड सेनिटाइजर की कालाबाजारी रोकने
 मेडिकल स्टोर्स की जांच की कार्यवाही शुरू
ग्राहक बनकर गये एसडीएम गोरखपुर
जबलपुर, 17 मार्च, 2020
     कोरोना वायरस के संक्रमण के अलर्ट को देखते हुए मास्क एवं हैण्ड सेनिटाइजर के अवैध संग्रहण और कालाबाजारी को रोकने कलेकटर भरत यादव द्वारा अनुविभागीय दण्डाधिकारियों के नेतृत्व में गठित टॉस्क फोर्स ने मेडिकल स्टोर्स की जाँच की कार्यवाही प्रारंभ कर दी है ।
     मेडिकल स्टोर्स की जाँच की कार्यवाही आज मंगलवार की शाम से की गई । अनुविभागीय दंडाधिकारी गोरखपुर आशीष पाण्डे खुद ग्राहक बनकर रामपुर स्थित कमल मेडिकल स्टोर्स में मास्क एवं हैण्ड सेनिटाइजर खरीदने पहुंचे । उन्होंने बताया कि कार्यवाही के दौरान सचिन मेडिकल एवं सोना मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण किया गया । इस दौरान इन दवा दुकानों पर हैण्ड सेनिटाइजर एवं मास्क उपलब्ध नहीं थे ।
     एसडीएम रांझी मनीषा वास्कले के नेतृत्व वाले टॉस्क फोर्स ने भी आज शाम विक्टोरिया अस्पताल के सामने स्थित राजेश मेडिकल स्टोर्स का आकस्मिक निरीक्षण किया टॉस्क फोर्स को स्टॉक रजिस्टर और भौतिक सत्यापन में मास्क एवं हैण्ड सेनिटाइजर उपलब्ध नहीं मिले । इस दल ने बाद में सिविक सेंटर स्थित दवा बाजार में वी.के.सर्जिकल की जांच की ।  जाँच के दौरान इस दल को यहां 100 मिलीलीटर पैक के 14 हैण्ड सेनिटाइजर रखे मिले । दल द्वारा वी.के. सर्जिकल के स्टॉक रजिस्टर का परीक्षण और भौतिक सत्यापन किया गया । इस दौरान हैण्ड सेनिटाइजर के नमूना गुणवत्ता परीक्षण के लिए टॉस्क फोर्स द्वारा वी.के. सर्जिकल से लिया गया ।  एसडीएम रांझी के नेतृत्व में गठित टॉस्क फोर्स द्वारा की गई दवा दुकानों के निरीक्षण की कार्यवाही में तहसीलदार राजेश सिंह एवं थाना प्रभारी भी मौजूद थे ।
क्रमांक/3465/मार्च-142/जैन