News.13.03.2020_B


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए
ज्यादा गंभीरता बरतने की जरूरत—कलेक्टर
जबलपुर, 13 मार्च, 2020
     कलेक्टर भरत यादव ने कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के उपायों के प्रति आम नागरिकों में जागरूकता पैदा करने के प्रयासों में और ज्यादा गंभीरता बरतने के निर्देश दिये हैं ।  आज शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न हुई चिकित्सा, नगर निगम, शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा प्राइवेट हॉस्पिटल एसोसिएशन एवं नर्सिंग होम एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक में श्री यादव ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जारी अलर्ट को देखते हुए हर स्तर पर सतर्कता बरतने की जरूरत बताई है ।  उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से डरने की नहीं सतर्कता बरतने की जरूरत है । सावधानी और जागरूकता से ही इस खतरे से निपटा जा सकता है । बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित सिंह, जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा, नगर निगम आयुक्त संदीप जीआर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष मिश्रा भी मौजूद थे ।
     कलेक्टर ने बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा उठाये जा रहे कदमों की जानकारी देते हुए बताया कि जिला प्रशासन द्वारा सतर्कता के बतौर ऐसे सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजनों पर रोक लगा दी गई है जहां बड़ी संख्या में जनसमूह में एकत्र होने की संभावना है । अब स्वास्थ्य विभाग की अनुमति प्राप्त करने के बाद ही इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जा सकेंगे । कलेक्टर ने बैठक के माध्यम से आम नागरिकों एवं संगठनों से सार्वजनिक आयोजनों को रद्द करने का आग्रह किया है ।  उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा पब्लिक हेल्थ एक्ट 1972 के तहत ऐसे कार्यक्रमों के अनुमति देने और बिना अनुमति के आयोजन करने पर अवैधानिक घोषित करने के अधिकार मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं सिविल सर्जन को दे दिये गये हैं । इसके बावजूद यदि ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जाते है और कोई संदेहास्पद मरीज वहां मिलता है तो आयोजकों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी । श्री यादव ने शैक्षणिक संस्थाओं में भी परीक्षाओं को छोड़कर वार्षिक उत्सव, सोशल गेदरिंग और क्रीड़ा प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रमों को निरसत करने के निर्देश दिये ।
बैठक में कलेक्टर ने कोरोना वायरस के संदेहास्पद और पॉजिटिव मरीजों के लिए मेडिकल कॉलेज और जिला चिकित्सालय की तरह निजी अस्पतालों में भी अलग-अलग आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिये ।  श्री यादव ने कहा कि सभी शासकीय और निजी अस्पतालों में सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों के लिए अलग ओपीडी और इसके पंजीयन के लिए अलग से काउंटर भी बनाये जायें । उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण और रोकथाम के उपायों के प्रति आम जनता में जागरूकता पैदा करने के लिए सिनेमाघरों, सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों-कॉलेजों और अस्पतालों में पम्पलेट, पोस्टर एवं बैनर लगाने के निर्देश दिये। साथ ही कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली अफवाहों का तुरंत खंडन किये जाने की जरूरत बताई । ताकि लोगों में डर पैदा न हो ।
     कलेक्टर ने बैठक में कहा कि मॉल, मल्टीफ्लैक्स एवं सिनेमाघरों के संचालकों को भी सतर्कता के बतौर मास्क और हैण्ड सेनीटाइजर की व्यवस्था करनी होगी और जरूरी एहतियाती कदम उठाने होंगे । उन्होंने इस बारे में मॉल और सिनेमाघरों के संचालकों को अलग से निर्देश जारी करने और उल्लंघन करने पर नोटिस देने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिये । श्री यादव ने मास्क और हैण्ड सेनीटाइजर की कालाबाजारी रोकने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों को आकस्मिक जाँच की कार्यवाही करने के निर्देश भी दिये ।
     कलेक्टर ने कहा कि डुमना एयरपोर्ट की तरह रेल्वे स्टेशन और अन्तर्राज्यीय बस स्टैण्ड पर भी संदेहास्पद यात्रियों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाये । उन्होंने रेल्वे अस्पताल और मिलेट्री हॉस्पिटल में भी आइसोलेशन वार्ड स्थापित करने की जरूरत भी बताई ।  श्री यादव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को शहर के सभी निजी एवं शासकीय अस्पतालों में उपलब्ध वेंटीलेटर की जानकारी एकत्र करने के निर्देश दिये हैं । ताकि जरूरत पड़ने पर उनका अधिग्रहण किया जा सके ।
कलेक्टर ने बैठक में नगर निगम के अधिकारियों को सार्वजनिक उद्यानों में भी कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं । उन्होंने बैठक में बताया कि कोरोना वायरस के संदेहास्पद मरीजों के नमूने लेने में शासन द्वारा निर्धारित प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करना होगा ।  यदि निजी अस्पताल में भी कोई संदेहास्पद मरीज पाया जाता है तो ऐसे मामले में भी परीक्षण हेतु नमूने केवल जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में ही लिए जायेंगे । श्री यादव ने बताया कि नमूनों के परीक्षण के लिए केन्द्र शासन द्वारा जबलपुर स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च इन ट्राइबल हेल्थ को अधिकृत कर दिया गया है ।
     श्री यादव ने बैठक में नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए किये जा रहे उपायों में निजी अस्पतालों, निजी शैक्षणिक संस्थाओं एवं सामाजिक संगठनों में सहभागिता का अनुरोध किया है । उन्होंने कहा कि सावधानी और जागरूकता से ही कोरोना वायरस के खतरे से निपटा जा सकता है ।
     बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष मिश्रा ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद है ।  डॉ. मिश्रा ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने आम नागरिकों द्वारा अपने घर पर भी सूती कपड़े से दो लेयर वाला मास्क बनाया जा सकता है ।  चूँकि नोवल कोरोना वायरस का आकार करीब 400 माइक्रॉन होता है इसलिए सूती कपड़े से घर में बनाया मास्क भी इसे बचने के लिए कारगर साबित होगा । ऐसे मास्क को साबुन से धोकर, अच्छी तरह सुखाकर और प्रेस करने के बाद पुन: उपयोग में लाया जा सकता है । डॉ. मिश्रा ने कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण एवं इसके रोकथाम के उपायों की विस्तार से जानकारी भी बैठक में दी ।
क्रमांक/3420/मार्च-97/जैन

कलेक्टर ने जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में बनाये गये
आइसोलेशन वार्ड का किया निरीक्षण
जबलपुर, 13 मार्च, 2020
     कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला अस्पताल (विक्टोरिया) और मेडिकल कॉलेज में किये गये इंतजामों का कलेक्टर भरत यादव ने आज शाम निरीक्षण किया । इस दौरान श्री यादव ने इन दोनों अस्पतालों में संदेहास्पद और पॉजिटिव मरीजों के लिए बनाये गये आइसोलेशन वार्डों का जायजा भी लिया ।
     श्री यादव ने विक्टोरिया अस्पताल में आइसोलेशन वार्डों के निरीक्षण के दौरान यहां उपलब्ध उपचार की सुविधाओं की जानकारी लेते हुए चिकित्सा अधिकारियों को सभी जरूरी सतर्कता बरतने और शासन द्वारा जारी प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करने के निर्देश दिये ।  उन्होंने विक्टोरिया अस्पताल में बनाये गये आइसोलेशन वार्डों की व्यवस्थाओं की तारीफ भी इस मौके पर की ।  विक्टोरिया अस्पताल में संभावित मरीजों के लिए 15-15 बिस्तरों के दो आइसोलेशन वार्ड और पॉजिटिव मरीजों के लिए तीन-तीन बिस्तरों के दो आइसोलेशन वार्ड बनाये गये हैं । इन वार्डों में चिकित्सकीय स्टॉफ के आने-जाने के लिए अलग से रास्ता दिया गया है ।
     कलेक्टर ने इस मौके पर सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों के लिए विक्टोरिया अस्पताल में अलग से बनाई गई ओपीडी और पंजीयन काउंटर का निरीक्षण भी किया । उन्होंने चिकित्सकीय स्टॉफ को कोरोना वायरस के संदेहास्पद और पॉजिटिव प्रकरणों के मरीजों के इलाज के बारे में दिये गये प्रशिक्षण की जानकारी भी ली ।
     विक्टोरिया अस्पताल के बाद कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज में बनाये गये आइसोलेशन वार्डों का भी अवलोकन किया । इस दौरान उन्होंने मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों से अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी भी ली ।  श्री यादव को बताया गया कि मेडिकल कॉलेज में भी सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों के लिए सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के सामने स्थित स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन पल्मोनरी मे‍डिसिन में अलग से ओपीडी और पंजीयन काउंटर बनाया गया है । निरीक्षण के दौरान अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राजेश तिवारी, डॉ. संजय भारती एवं अन्य चिकित्सा अधिकारी भी मौजूद थे ।
क्रमांक/3421/मार्च-98/जैन

गेहूं उपार्जन हेतु पंजीकृत फर्जी किसानों की होगी जांच
कलेक्टर ने दिए निर्देश
राजस्व अधिकारियों को एक सप्ताह में देनी होगी रिपोर्ट
जबलपुर 13 मार्च 2020
      शासन की गेहूं उपार्जन नीति के अंतर्गत गेहूं विक्रय पर किसानों को प्राप्त होने वाले समर्थन मूल्य की राशि का अवैधानिक लाभ प्राप्त करने हेतु कतिपय फर्जी सिकमी भूमि धारी कृषकों द्वारा पंजीयन कराने की आशंका के मद्देनजर जिले में सिकमी भूमिधारी कृषकों और 10 हेक्टेयर से अधिक भूमि वाले गेहूं के किसानों के पंजीयन की जांच कराने के निर्देश कलेक्टर भरत यादव ने जारी किए हैं।
      कलेक्टर भरत यादव ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित सभी तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों को गेहूं उपार्जन हेतु पंजीकृत फर्जी किसानों की जांच कर एक सप्ताह के भीतर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। विदित हो कि रबी विपणन वर्ष 2020-21 में गेहूं उपार्जन हेतु सिकमी भूमिधारी कृषकों द्वारा भी बड़ी संख्या में पंजीयन कराया गया है। इन पंजीकृत किसानों में से फर्जी किसानों की पहचान हेतु कलेक्टर ने सूक्ष्म जांच के निर्देश दिए हैं।
      कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र के ऐसे कृषकों जिनके पंजीयन में सिकमी भूमि का उल्लेख किया गया हो और 10 हेक्टेयर से अधिक रकबे वाले पंजीकृत कृषकों की विशेष रूप से गहन जांच की जाए। जांच के दौरान अन्य तथ्यों के साथ-साथ इस बिंदु पर भी बारीकी से जांच की जाए कि सिकमी में ली गई भूमि विधिवत् स्टाम्प ड्यूटी जमाकर सिकमीनामा तैयार कराया गया है। साथ ही उपरोक्त भूमि पर गेहूं की ही फसल बोई गई है। सभी राजस्व अफसरों को जांच प्रतिवेदन जिला आपूर्ति नियंत्रक के कार्यालय में प्रस्तुत करने निर्देशित किया गया है।
क्रमांक/3422/मार्च-99/मनोज॥

अवकाश में भी कार्यालय में उपस्थित रहेंगे स्वास्थ्य कर्मचारी
जबलपुर 13 मार्च 2020
प्रदेश में नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से रोकथाम एवं नियंत्रण के लिये 14 एवं 15 मार्च को अवकाश के दिन भी लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधीन संचालित संस्थाओं/कार्यालयों में इस कार्य में संलग्न अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। संबंधित संस्थाएँ भी इन दिनों में खुली रहेंगी। सचिव, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री राजीव चन्द्र दुबे ने इस बारे में विस्तृत निर्देश जारी कर दिये हैं।
क्रमांक/3423/मार्च-100/जैन॥