NEWS -14-10-2020-A

संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 तीन दुकानें सील

जबलपुर, 14 अक्टूबर 2020

फिजिकल डिस्टेंसिंग और मास्क न पहनने के नियम का उल्लंघन करने पर इंद्राना तहसील मझौली में कल मंगलवार को तीन दुकानों को सील कर दिया गया है ।

क्रमांक/6169/अक्टूबर-189/जैन

कोरोना प्रोटोकॉल पालन का संकल्प मास्क वितरित

जबलपुर, 14 अक्टूबर 2020

 इंडियन रेडक्रास सोसाइटी, ग्लोबल केअर फाउंडेशन एवं सिविल डिफेंस के सयुंक्त तत्वधान में रोको-टोको तथा मिशन मास्क - जबलपुर जीतेगा, कोरोना हारेगा अभियान के तहत कल मंगलवार को मुमताज़ मंज़िल हाइकोर्ट रोड के पास आयोजित कार्यक्रम में लोगो को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का संकल्प दिलाया गया एवं मास्क वितरित किये गये ।

क्रमांक/6170/अक्टूबर-190/जैन

 घर पर रहकर दशहरा पर्व मनायें : डॉ. श्याम देवाचार्य महाराज

जबलपुर, 14 अक्टूबर 2020

गीताधाम ग्वारीघाट के संस्थापक जगद्गुरु डॉ श्याम देवाचार्य जी महाराज ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये जबलपुर और प्रदेश के नागरिकों से आदिशक्ति माँ भगवती की आराधना के पर्व नवरात्रि और असत्य पर सत्य की विजय के प्रतीक दशहरा के पर्व को घर पर रहकर मनाने की अपील की है । डॉ श्याम देवाचार्य जी महाराज ने वैश्विक महामारी के चलते इस वर्ष दुर्गोत्सव समितियों से भी प्रतिमाओं के स्थान पर कलश की स्थापना करने का आग्रह किया है । उन्होंने  लोगों से कहा कि दुर्गा मंदिरों एवं पंडालों में एक साथ एकत्र न हों, भीड़ न लगाये, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें, मास्क पहनें और समय-समय पर हाथों को सेनिटाइज करें । जगद्गुरु ने शहर के प्रमुख दुर्गा मंदिरों के घर बैठे ऑनलाईन दर्शन कराने की प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधा का लाभ उठाने का अनुरोध भी नागरिकों से  किया है । उन्होंने कहा कि मन्दिर समितियों के सहयोग से शुरू की गई इस व्यवस्था से श्रद्धालु माँ भगवती की आरतीं में भी घर पर रहकर भी शामिल हो सकते हैं ।

क्रमांक/6171/अक्टूबर-191/जैन


नवरात्रि सहित आने वाले सभी पर्वों पर भी कोरोना प्रोटोकॉल का अनिवार्यतः पालन करें

महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि की अपील

जबलपुर, 14 अक्टूबर 2020

महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि जी महाराज ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये संस्कारधानी और प्रदेश के नागरिकों से नवरात्रि सहित आने वाले सभी त्यौहारों को अपने घरों में ही मनाने की अपील की है ।

स्वामी अखिलेश्वरानन्द जी ने शहर और प्रदेश वासियों से आग्रह किया कि इस वर्ष कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को ध्यान में रखते हुये पर्वों को तामझाम से दूर रखकर ही मनायें । शासन, प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी का पूर्णतः पालन करना सभी का दायित्व है । सार्वजनिक स्थलों पर शारीरिक दूरी बनाये रखने, मास्क लगाने और हाथों को सेनेटाइज करते रहने के नियम का प्रयोग अवश्य करें।

महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानन्द जी महाराज ने कहा कि कोरोना महामारी की भयावहता को सभी ने देखा है । अभी भी इस बीमारी का प्रकोप कुछ कम जरूर हुआ है लेकिन पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ । उन्होंने कहा कि त्यौहारों के उत्साह में इस महामारी से बचाव के समस्त उपायों एवं उपचारों की उपेक्षा कदापि नहीं होनी चाहिए । किसी प्रकार के जुलूस, जलसे, अनावश्यक भीड़ की स्थिति कहीं न हो वर्तमान में यह सावधानी और सतर्कता सभी को बरतना बहुत आवश्यक है।

क्रमांक/6172/अक्टूबर-192/जैन

 ऑक्सीजन संयंत्र के लिए निवेश प्रोत्साहन सहायता दी जाएगी

मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में बैठक में निर्णय 

जबलपुर, 14 अक्टूबर 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में निवेश संवर्धन के लिये आयोजित मंत्रिपरिषद समिति की बैठक में प्रदेश में होशंगाबाद जिले में मोहासा बावई इंडस्ट्रीयल एवं मेडिकल गैस निर्माण के लिए संयंत्र स्थापना पर निवेश प्रोत्साहन सहायता देने का निर्णय लिया गया है। समिति ने आइनॉक्स लिमिटेड को निवेश प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 40 प्रतिशत की दर से 7 वर्ष की अवधि में सहायता देने का निर्णय लिया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में हाल ही में कोविड-19 के दौरान नागरिकों के उपचार के लिए राज्य सरकार ने पर्याप्त ऑक्सीजन व्यवस्था करने के साथ ही भविष्य में ऑक्सीजन के लिए अन्य राज्यों पर निर्भरता समाप्त करने के उद्देश्य से राज्य में ही संयंत्र स्थापना के लिए गंभीरता से विचार किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस संबंध में संबंधित विभागों को तेजी से कार्यवाही संपादित करने के निर्देश दिए थे।

औद्योगिक क्षेत्र मोहासा बावई में आइनॉक्स एयर प्रोडक्ट प्रा.लि. जो देश में औद्योगिक गैसों के निर्माण की अग्रणी कंपनी है, को राज्य शासन ने एम.पी.आईडीसी के माध्यम से विद्युत वितरण की अनुज्ञप्ति भी स्वीकृत की है। परियोजना को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होने से इकाई स्थापना में सहयोग मिलेगा। कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश में ऑक्सीजन की मांग के लिए 125 करोड़ के पूंजी निवेश से रोजाना 210 टन क्षमता के एयर सेप्रेशन प्लांट की स्थापना की प्रक्रिया चल रही है। परियोजना की स्थापना राज्य के आर्थिक विकास और ऑक्सीजन पूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

आज संपन्न बैठक में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा और श्री चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी, राहत एवं पुनर्वास मंत्री श्री विश्वास सारंग वीडियो कान्फ्रेसिंग द्वारा शामिल हुए।

क्रमांक/6173/अक्टूबर-193/उइके

ग्रामों में स्वच्छ पेयजल के लिए समयबद्ध कार्यक्रम पर अमल

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया 107 नल-जल योजनाओं का वर्चुअल शिलान्यास
जनप्रतिनिधियों और जल स्वच्छता समितियों के सदस्यों से हुई चर्चा 

जबलपुर, 14 अक्टूबर 2020

            मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ग्रामों के निवासियों के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जल जीवन मिशन के तहत हर घर में स्वच्छ जल पहुंचाने की पहल की है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल जी ने जहां प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से हर गांव को पक्की सड़क से जोड़ने का अनूठा कार्य किया, वहीं वर्तमान प्रधानमंत्री श्री मोदी गांव-गांव तक हैंडपंप के स्थान पर टोंटी से जल प्रदाय का महत्वपूर्ण कार्य निर्धारित अवधि में करवाने के लिए संकल्पबद्ध हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी बधाई और धन्यवाद के पात्र हैं। ग्रामों में परिवहन, विद्युत, पेयजल आदि व्यवस्थाओं से अर्थव्यवस्था भी मजबूत हो रही है। वोकल को लोकल बनाने की दिशा में भी इससे सहयोग मिल रहा है। वर्तमान की कोविड जैसी चुनौतियों से लड़ने में सक्षम होना भी आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर माताएं और बहनें ही घर के लिए पेयजल के प्रबंध का कार्य करती हैं इसलिए उन्हें इन पेयजल योजनाओं के क्रियान्वित होने से विशेष राहत मिलेगी। आगामी छह महीनों में योजनाओं का क्रियान्वयन पूरा होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पेयजल योजनाओं के सफल और संचालन और संधारण के लिए ग्रामवासियों से अंशदान देने का भी आव्हान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मिंटो हाल स्टूडियो से प्रदेश के उन 18 जिलों की 107 ग्रामीण पेयजल योजनाओं का वर्चुअल भूमिपूजन कर रहे थे, जहां उपचुनाव नहीं हो रहे हैं।

संसाधनों पर पहला अधिकार ग्रामीणों का

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एक समय ग्रामों में लोग बैलगाड़ी और अन्य साधनों से दो-तीन किलोमीटर दूरी से पीने का पानी लेकर आते थे। नदियों के किनारे बसे ग्रामों के निवासी भी मटकों और अन्य जलपात्रों में पानी जमा करके रखते थे। मिट्टी नीचे बैठ जाने के बाद पानी को छान कर उपयोग में लाया जाता था। इस सबके बाद भी कईं जलजनित रोग फैलते थे। पश्चिम मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल जिलों में फ्लोराइडयुक्त पानी की समस्या का सामना करना होता है। अब नल-जल योजनाओं के क्रियान्वयन से ग्रामीण आबादी को स्वस्थ बनाए रखने में भी सहयोग मिलेगा। ग्रामीण लोगों का संसाधनों पर पहला हक होता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पूर्व वर्षों में जल निगम के गठन और समूह पेयजल योजनाओं के माध्यम से इन्टेकवेल का निर्माण कर पानी को ट्रीट कर प्रदाय करने की व्यवस्था को प्रभावी बनाया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन जिलों में विद्यालयों और आंगनबाड़ी केन्द्रों तक भी योजना के तहत स्वच्छ पेयजल प्रदाय की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि आने वाले तीन वर्ष में प्रधानमंत्री के संकल्प के अनुसार ग्रामों में हर घर में स्वच्छ पेयजल प्रदाय का लक्ष्य पूरा होगा। इस दिशा में मध्यप्रदेश सरकार समयबद्ध कार्यक्रम के अनुसार क्रियान्वयन कर रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं से अपना उद्यम प्रारंभ करने का भी आव्हान किया।

18 जिलों में 107 योजनाएं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिन 18 जिलों में 107 पेयजल योजनाओं का भूमि पूजन किया, उनमें बैतूल जिले की 12, सीहोर जिले की 13, विदिशा जिले की 2, झाबुआ जिले की एक, खरगोन जिले की 8, बड़वानी जिले की 5, उज्जैन जिले की 6, शाजापुर जिले की 2, श्योपुर जिले की 2, दमोह जिले की 4, पन्ना जिले की एक, टीकमगढ़ जिले की 3, नरसिंहपुर जिले की 6, मंडला जिले की 2, सतना जिले की 4, छिंदवाड़ा जिले की 12, बालाघाट जिले की 17 तथा सिवनी जिले की 7 पेयजल योजनाएँ शामिल हैं। ये योजनाएं कुल 117 करोड़ रुपये की लागत की हैं। ये सभी पेयजल योजनाएँ चुनाव अप्रभावित जिलों की हैं।

जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों से मुख्यमंत्री की बातचीत

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सांसद श्री जीएस डामोर, श्री कैलाश सोनी, खनिज निगम अध्यक्ष श्री प्रदीप जायसवाल के साथ ही वीडियो कांफ्रेंसिंग से सीहोर, बालाघाट, नरसिंहपुर, झाबुआ, उज्जैन आदि जिलों के ग्रामीणों, जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों तथा जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीहोर जिले के ग्राम बड़ोदिया के प्रधान श्री सोमल सिंह सिसोदिया, झाबुआ जिले के ग्राम पारा की सुश्री चंपाबाई, बालाघाट जिले के ग्राम सिर्रा के स्वच्छता समिति के अध्यक्ष श्री प्रशांत बिसेन और बी.एससी. की छात्रा सुश्री निकिता कटारे, नरसिंहपुर जिले के खमरिया के पंच श्री लालसिंह प्रजापति और अन्य समिति सदस्यों के साथ ही उज्जैन जिले के ग्राम जयवंतपुर के सरपंच श्री जीवन सिंह गरासिया से बातचीत की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन सभी जिलों में भूमिपूजन कार्यक्रम में मौजूद जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामवासियों से भी चर्चा की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों में महिलाओं की भागीदारी की जानकारी सुनिश्चित करने को कहा। समिति सदस्यों में 40 से 50 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राशि वितरण, किसानों को सम्माननिधि की राशि के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम का प्रारंभ मध्यप्रदेश गान से हुआ। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री मलय श्रीवास्तव ने योजना के पहलुओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

क्रमांक/6174/अक्टूबर-194/उइके

गुरूवार से शुरू होगी एम.बी.ए., एम.सी.ए. की च्वाइस फिलिंग

कॉलेज लेवल काउंसलिंग 10 नवम्बर से 

जबलपुर, 14 अक्टूबर 2020

प्रदेश के सभी शासकीय एवं अशासकीय महाविद्यालयों में एम.बी.ए. तथा एम.सी.ए. पाठ्यक्रम के पहले चरण में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया प्रारंभ है। विद्यार्थी गुरूवार 15 अक्टूबर से इच्छित संस्थाओं के प्राथमिकता क्रम का ऑनलाइन चयन कर सकते है। यह च्वाइस फिलिंग की प्रक्रिया 28 अक्टूबर तक जारी रहेगी। दोनों पाठ्यक्रमों में पहले राउंड के तहत रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 24 अक्टूबर निर्धारित की गई है।

सीट अलॉटमेंट

एम.बी.ए. के छात्रों को पहले चरण में सीमेट 2020 की मेरिट के आधार पर अलॉटमेंट दिया जायेगा। रिक्त सीटों पर स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यार्थियों के स्नातक परीक्षा के अंकों की मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जायेगा। इसके बाद रिक्त सिटों पर शैक्षणिक सत्र 2019-20 के स्नातक अंतिम वर्ष के परीक्षा परिणाम घोषित न होने के कारण पिछले दो वर्षो के अंकों की मेरिट के आधार पर प्रावधिक प्रवेश दिया जाएगा।

एम.सी.ए. में पहले स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यार्थियों के परीक्षा के अंकों की मेरिट के आधार पर तथा रिक्त सीटों पर दो वर्षो के अंकों की मेरिट के आधार पर प्रावधिक प्रवेश दिया जाएगा।

10 नवम्बर से सी.एल.सी.

एम.बी.ए. तथा एम.सी.ए.पाठ्यक्रम में 24 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी रहेगी। च्वाइस फिलिंग 15 से 28 अक्टूबर तक, 25 एवं 26 अक्टूबर तक त्रुटि सुधार, 29 अक्टूबर को कॉमन मेरिट सूची जारी की जाएगी। इसी क्रम में 9 नवम्बर तक आवंटन-पत्रों की ऑनलाइन उपलब्धता, संस्था में उपस्थिति, मूल दस्तावेजों का सत्यापन एवं प्रवेश प्रक्रिया होगी। कॉलेज लेवल काउंसलिंग 10 से 13 नवम्बर तक होगी तथा 11 से 13 नवम्बर तक इच्छुक संस्था में प्रवेश के लिए उपस्थित होना होगा।

प्रावधिक रूप से प्रवेशिक अभ्यार्थियों को संबंधित विश्वविद्यालय में पंजीयन से पूर्व अर्हताकारी परीक्षा के उत्तीर्ण परिणाम की अंक सूची प्रस्तुत कर एआईसीटीई द्वारा एम.बी.ए. पाठ्यक्रम के लिए निर्धारित पात्रता सुनिश्चित करवाना अनिवार्य होगा अन्यथा उनका प्रवेश स्वत: ही निरस्त माना जायेगा।

क्रमांक/6175/अक्टूबर-195/उइके

 शासकीय अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों से ही

मरीज की जांच की जाए : कमिश्नर श्री चंद्रशेखर

जबलपुर, 14 अक्टूबर 2020

कमिश्नर श्री बी. चंद्रशेखर ने संभाग के सभी कलेक्टर व मेडिकल कॉलेज के डीन से कहा है कि कोविड-19 की बीमारी के इलाज में शासकीय चिकित्सालयों की भूमिका महत्वपूर्ण है अत: यह आवश्यक है कि अस्पताल में इलाज की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाएं और यह सुनिश्चित करें कि अस्पताल में बेहतर से बेहतर इलाज किया जा सके जिससे इस बीमारी से होने वाली मृत्यु की संख्या को कम कर सकें। इस दिशा में हर संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों के परिजनों को स्वास्थ्य संबंधी अद्यतन जानकारी भी देना सुनिश्चित कराएं, इसके लिए किसी सक्षम व्यक्ति को दायित्व  दिया जाये ,जो प्रत्येक मरीज के निकटतम रिश्तेदार को फोन पर मरीज के स्वास्थ्य के संबंध में मूलभूत अद्यतन जानकारी सुनिश्चित कराएं और यदि मरीज के रिश्तेदार का कोई प्रश्न है तो उसका उत्तर भी दे सकें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वार्ड में जहां कोविड-19 के मरीजों को रखा गया है वहां उनके मनोरंजन के लिए टीवी,रेडियो आदि साधन की उपलब्धता सुनिश्चित करें ।जिससे भर्ती मरीजों को मानसिक तनाव से राहत मिल सके।

कमिश्नर श्री चंद्रशेखर ने कहा कि प्रत्येक मरीजों को मोबाइल फोन रखने की सुविधा हो जिसे वे अपने परिजनों से बात कर सकें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वार्ड में वाईफाई भी हो जिससे वे वीडियो कॉल के माध्यम से भी बात कर सके। इसके साथ उन्होंने कहा कि कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजों भोजन के लिए पोस्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण खाने का मेनू डाइटिशियन के माध्यम से तैयार कर उसकी व्यवस्था पृथक से की जाये। उन्होंने स्वच्छता पर विशेष जोर देते हुये निर्देशित किया कि वार्ड, टॉयलेट, बाथरूम की स्वच्छता अत्यंत महत्वपूर्ण पहलू है अत: यह सुनिश्चित करें कि वार्डो की सफाई नियमित रूप से होती रहे। कमिश्नर श्री चंद्रशेखर ने निर्देशित किया कि कोविड-19 के मरीजों की आवश्यकता अनुसार उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से पैथोलॉजी टेस्ट ,एक्सरे,सीटी स्कैन  हो। किसी भी परिस्थिति में मरीज की बाहर से प्राइवेट लैब से जांच ना करवाई जाए। उन्होंने मरीजों के प्रति व्यवहार में सौम्यता पर बल दिया। इसके साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि प्रत्येक वार्ड जहां कोविड-19 के मरीज को रखा गया है वहाँ के लगभग 1 मिनट की वीडियो शूटिंग प्रतिदिन उन्हें भेजी जाए, जिससे वार्ड की सफाई व्यवस्था, बाथरूम की सफाई,बिस्तर व्यवस्था ,मेडिकल तथा पैरामेडिकल स्टाफ के बैठने आदि की व्यवस्था को भी देखा जा सके और इस माध्यम से चिकित्सीय व्यवस्था में आवश्यक सुधार किया जा सके।

क्रमांक/6176/अक्टूबर-196/उइके