संभागीय
जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य
प्रदेश शासन
समाचार
ग्रामीण अंचलों में सुदूर ग्रामों
तक पहुंचें चिकित्सक
सुदूर ग्रामों तक पहुंचाएं
चिकित्सा सुविधाएं
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में
ओपन हार्ट सर्जरी शुरू
संभागायुक्त ने की समीक्षा
जबलपुर 13 जनवरी 2020
संभागायुक्त रवीन्द्र कुमार मिश्रा ने निर्देश
दिए हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर ग्रामों तक और शहरी क्षेत्रों में वार्ड कार्यालय
में चिकित्सक पहुंचें और मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर चिकित्सकीय सलाह देवें।
संभागायुक्त श्री मिश्रा ने निर्देश दिए कि मुख्य
चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी ऐलोपैथी, आयुष और होम्योपैथी चिकित्सकों के सहयोग से
कार्ययोजना बनाएं और अमल में लाएं। चिकित्सक के क्षेत्र में पहुंचने का दिन व समय संबंधित
क्षेत्र में प्रचारित किया जाए ताकि ऐसे मरीज जो अस्पतालों तक आकर उपचार नहीं करा पाते
हैं। वे चिकित्सक से अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा सकें।
संभागायुक्त श्री मिश्रा कमिश्नर कार्यालय के
सभाकक्ष में स्वास्थ्य, चिकित्सा महाविद्यालय चिकित्सालय, महिला एवं बाल विकास, आयुष
और खाद्य एवं औषधि गुण नियंत्रण विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
संभागायुक्त ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत
मिशन और अभियानों का उचित क्रियान्वयन हो। कैंसर, ब्लडप्रेशर और मधुमेह जैसी बीमारियों
की व्यापक जांच कर उनका शुरूआत से ही इलाज सुनिश्चित किया जाए। इन रोगों के इलाज के
लिए आयुष और होम्योपैथी चिकित्सक भी कार्ययोजना बनाकर कार्य करें और मरीज के स्वास्थ्य
की नियमित मानीटरिंग करें।
संभागायुक्त ने शत-प्रतिशत संपूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित
करने के निर्देश भी दिए। मैदानी अमले और महिला एवं बाल विकास विभाग के सुपरवाइजर्स
को इसके लिए विशेष ध्यान देना होगा। इसी तरह मोतियाबिंद आपरेशन की समीक्षा हुई। संभागायुक्त
ने कहा कि टीकाकरण एवं मोतियाबिंद आपरेशन, प्रसव आदि की संपूर्ण जानकारी निजी अस्पतालों,
चिकित्सकों से ली जाए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी निजी अस्पताल संचालकों
की बैठक लेकर उन्हें पूरी जानकारी देने के प्रति सचेत कर दें।
मलेरिया नियंत्रण के संबंध में बताया गया कि
मेडीकेटेड मच्छरदानी के उपयोग से मलेरिया के फैलाव को रोकने में काफी मदद मिली है।
आदिवासी बहुल क्षेत्रों में फैल्सीफेरम मलेरिया का फैलाव काफी नियंत्रित हो गया है।
संभागायुक्त ने कहा कि मलेरिया के प्रति जागरूकता के लिए निरंतर कार्य करना होगा। मलेरिया
की रोकथाम के लिए ऐलोपैथी, आयुष तथा होम्योपैथी डॉक्टर मिलकर कार्य करें।
बैठक में संस्थागत प्रसव, परिवार कल्याण कार्यक्रम
के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि चिकित्सक
देखें कि डायलिसिस मशीनें सही तरीके से कार्य कर रही हैं या नहीं। किडनी की क्षमता
बढ़ाने तथा रोग से बचाव के लिए आयुष एवं होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति का उपयोग करने पर
भी विचार किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसव केंद्रों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान
देने कहा गया। पोषण पुनर्वास केन्द्र में उपचार के बाद बच्चों के स्वास्थ्य का फालोअप
किया जाए।
संभागायुक्त श्री मिश्रा ने कहा कि खाद्य और
औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी दवाओं की गुणवत्ता के लिए विशेष कार्य करें। खाद्य सामग्रियों
में मिलावट की रोकथाम का अभियान निरंतर जारी रखें। मेले, विशेष आयोजनों पर बिकने वाली
स्वादिष्ट खाद्य सामग्रियों के नमूने लेकर जांच की जाए। जांच परिणाममूलक हों।
मेडिकल कालेज चिकित्सालय
संभागायुक्त श्री मिश्रा ने कहा कि मेडिकल कालेज
चिकित्सालय की ओपीडी में मरीजों का पूरा ध्यान रखा जाए। उसे बिना किसी परेशानी चिकित्सकीय
सलाह मिले तथा उसकी समस्या का समाधान प्राप्त हो। इसके लिए इंचार्ज आफीसरों की नियुक्ति
की जाए। प्रतिदिन दो-तीन अधिकारी भ्रमण कर मरीजों की समस्या के निराकरण की मानीटरिंग
करें। संभागायुक्त ने मेडिकल कालेज चिकित्सालय के उन्नयन के लिए चल रहे निर्माण कार्यों
को समय-सीमा में पूर्ण कराने की हिदायत दी। रिक्त पदों की पूर्ति करने के लिए कहा।
मेडिकल कालेज के डीन ने बताया कि सुपर स्पेशियलिटी
अस्पताल में ओपन हार्ट सर्जरी शुरू हो गई है। बायपास हार्ट सर्जरी शुरू हो गई है। अब
तक 10 हृदय आपरेशन हो चुके हैं। बाल हृदय उपचार योजना तहत इलाज हो रहा है। कांक्लीयर
इम्प्लांट के 22 आपरेशन हो चुके हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत आंगनबाड़ी
भवनों का निर्माण, जन सहयोग से बाल शिक्षा केन्द्र, आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थापना
की समीक्षा हुई। लाड़ली लक्ष्मी योजना की राशि का पोस्ट आफिस से भुगतान में दिक्कत पर
पोस्ट आफिस के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क करने के निर्देश दिए गए।
बाल-मातृ मृत्यु दर कम करने के लिए संभागायुक्त
ने निर्देश दिए कि एक वरिष्ठ अधिकारी की ड्यूटी लगाकर हर मृत्यु की वजह की जानकारी
ली जाए फिर मृत्यु के कारणों को दूर किया जाए। अधिकारी देखें कि आंगनबाड़ी केन्द्रों
में बच्चों को सुबह का नाश्ता अलग मिले दोपहर
का खाना अलग हो। पोषण आहार की गुणवत्ता पर नजर रखी जाए। आंगनबाड़ी में अधिकारी पहुंचें।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का मोबाइल नंबर तथा निवास पता एक बोर्ड में प्रदर्शित किया जाए।
बैठक में मेडिकल कालेज जबलपुर के डीन डॉ पीके
कसार, मेडिकल कालेज चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ राजेश तिवारी, रीजनल डायरेक्टर स्वास्थ्य
डॉ ठाकुर सहित संबंधित विभागों के संभागीय व जिला स्तरीय अधिकारी, संयुक्त आयुक्त अरविंद
यादव मौजूद थे।
क्रमांक/2807/जनवरी-157/खरे॥
जय किसान ऋण माफी योजना :-
शेष रह
गये किसान
31
जनवरी तक दे सकेंगे गुलाबी फार्म में ऋण माफी का आवेदन
जबलपुर, 13 जनवरी, 2020
जय किसान ऋण माफी योजना के तहत ऐसे ऋणी किसान
जिनका 31 मार्च 2018 की स्थिति में सहकारी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक अथवा राष्ट्रीयकृत
बैंक के चालू या कालातीत खाते में दो लाख रूपये तक का ऋण बकाया था और जो योजना के प्रारंभ
होने के समय किसी कारणवश ऋण माफी का आवेदन करने से शेष रह गये थे, उन्हें 15 से 31
जनवरी तक एक बार पुन: गुलाबी फार्म में ऋण माफी के लिए आवेदन करने का अवसर दिया गया
है ।
कलेक्टर भरत यादव ने राज्य शासन द्वारा हाल ही
में लिए गये इस निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि जय किसान ऋण माफी योजना की शुरूआत
में ऋण माफी के लिए आवेदन करने से शेष रह गये चालू अथवा कालातीत ऋण खाते वाले किसान
ऋण माफी का अपना आवेदन इस तय समयावधि में अपने से संबंधित जनपद पंचायत कार्यालय में
जमा कर सकेंगे।
श्री यादव ने इस बारे में किसान कल्याण तथा कृषि
विकास विभाग द्वारा जारी निर्देशों का हवाला देते हुए जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन
अधिकारियों से कहा है कि उन्हें किसानों से गुलाबी फार्म में ऋण माफी के आवेदन प्राप्त
करने के लिए तत्काल किसी एक कर्मचारी को नोडल अधिकारी के रूप में तैनात करना होगा।
उन्होंने आवश्यकतानुसार आवेदन पत्र का निर्धारित प्रारूप जनपद पंचायत स्तर पर ही छपवाने
के निर्देश भी दिये हैं। श्री यादव ने जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों
से कहा है कि किसानों द्वारा गुलाबी फार्म में प्रतिदिन दिये गये आवेदनों की जानकारी
संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास को भेजी जाये। उन्होंने जिले के ऐसे सभी किसानों
से जो पूर्व में ऋण माफी का आवेदन नहीं भर सके थे राज्य शासन द्वारा दिए गए इस अवसर
का लाभ उठाने की अपील की है।
क्रमांक/2808/जनवरी-158/जैन
रामायण कांफ्रेंस को लेकर कलेक्टर
ने ली बैठक
जबलपुर, 13 जनवरी, 2020
कलेक्टर श्री भरत यादव ने जबलपुर में आयोजित
की जा रही वर्ल्ड रामायण कांफ्रेंस की तैयारियों पर चर्चा करने आज अधिकारियों एवं आयोजकों
की बैठक ली । इस अवसर पर पाटन के विधायक श्री अजय विश्नोई, पुलिस अधीक्षक अमित सिंह,
नगर निगम आयुक्त आशीष कुमार, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित एवं संदीप जीआर, नगर निगम के
अपर आयुक्त रोहित कौशल तथा आयोजन संस्था की ओर से डॉ. अखिलेश गुमास्ता मौजूद थे । बैठक
में बताया गया कि वर्ल्ड रामायण कांफ्रेंस का आयोजन 22 से 29 जनवरी तक मानस भवन में
किया जायेगा । इसमें देश-विदेश के कई विद्वान शामिल होंगे ।
क्रमांक/2809/जनवरी-159/जैन
मंत्री स्वेच्छानुदान राशि
बढ़कर एक करोड़ हुई
जबलपुर, 13 जनवरी, 2020
राज्य शासन ने मंत्री और राज्य मंत्री द्वारा दी जाने वाली स्वेच्छानुदान की वार्षिक राशि में बढ़ोत्तरी की है। अब प्रत्येक मंत्री को 50 लाख के स्थान पर एक करोड़ और राज्य मंत्री को 35 लाख के स्थान पर 60 लाख रूपये वार्षिक स्वेच्छानुदान राशि की पात्रता रहेगी। मंत्रिपरिषद द्वारा गत् 4 जनवरी 2020 को लिये गये निर्णय के पालन में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 8 जनवरी 2020 को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।
केबिनेट मंत्री स्वेच्छानुदान राशि से एक वर्ष में किसी एक मामले 20 हजार रूपये तक और राज्य मंत्री 16 हजार रूपये तक अनुदान दे सकेंगे। यह राशि प्राकृतिक-आकस्मिक आपदा से प्रभावित परिवार के व्यक्तियों, हाट-बाजार तथा मेलों में घटना में घायलों/मृतकों के परिवारों को, बिजली के करंट से घायल/मृत व्यक्तियों के परिवार को, रेल-बस आदि दुर्घटना, डकैतों/चोरों द्वारा लूट करने के दौरान मृतकों-घायलों के परिवारों को, खान दुर्घटना, डूबने से मृत्यु में आर्थिक सहायता दी जा सकेगी।
इसी के साथ चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्रों में तथा ईमानदारी और वीरतापूर्ण कार्य के लिये पुरस्कार, पाठशाला के योग्य तथा निर्धन बच्चों को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार, विधवा स्त्री, मुक्त बंधुआ मजदूर, गरीब-अनाथ लड़कियों की शादी, अत्यंत गरीब व्यक्ति, अनाथ या अपंग व्यक्ति की सहायता के लिये भी मंत्री अपने स्वेच्छानुदान से मदद कर सकेंगे। स्वच्छेनुदान राशि राजनीतिक एवं धार्मिक कार्यों के लिये स्वीकृत नहीं की जा सकेगी।
क्रमांक/2810/जनवरी-160/जैन
विश्वविद्यालयों में "गाँधी चेयर"और महाविद्यालयों में "गाँधी स्तंभ" की स्थापना होगी
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ गाँधी जी की पुण्य-तिथि पर करेंगे सामूहिक उद्घाटन
जबलपुर, 13 जनवरी, 2020
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ महात्मा गाँधी की पुण्य-तिथि 30 जनवरी को भोपाल में राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश के विश्वविद्यालयों में स्थापित 'गाँधी चेयर' और महाविद्यालयों में स्थापित 'गाँधी स्तंभ' का प्रतीकात्मक सामूहिक उद्घाटन करेंगे। उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और सभी शासकीय/अशासकीय महाविद्यालयों
को 26 जनवरी तक इस बारे में कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं।
विश्वविद्यालयों में राजनीतिक शास्त्र विभाग के अधीन 'गाँधी चेयर' की स्थापना की जाएगी। इसके लिये पाँच सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें कुलपति अध्यक्ष एवं राजनीति शास्त्र विभाग के विभागध्यक्ष सचिव के रूप में मनोनीत होंगे। इसके अतिरिक्त, गाँधीवादी छवि के प्राध्यापक/विद्यार्थियों में से तीन सदस्य विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा मनोनीत किये जाएंगे। गाँधी चेयर के तत्वावधान में महात्मा गाँधी पर केन्द्रित शोध करने वाले शोधार्थियों को अन्य छात्रवृत्ति के साथ 5 हजार रुपये प्रति माह के मान से 60 हजार रुपये प्रतिवर्ष अधिकतम तीन वर्ष के लिये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिये जाएंगे।
प्रत्येक अकादमिक सत्र में गाँधी जयंती के अवसर पर महात्मा गाँधी पर केन्द्रित शोध स्मारिका का प्रकाशन किया जाएगा। स्मारिका में महात्मा गाँधी पर केन्द्रित शोध पत्र, आलेख और विविध आयोजनों का प्रतिवेदन और छायाचित्र प्रकाशित होंगे।
'गाँधी स्तंभ' का निर्माण ऐसे शासकीय/अशासकीय महाविद्यालयों में किया जाएगा ,जिनके पास स्वयं की भूमि और भवन उपलब्ध है। अध्यक्ष, जन-भागीदारी समिति की सहमति से स्तंभ निर्माण के लिये उपयुक्त स्थान का चयन किया जाएगा। निर्माण पर होने वाला व्यय शासकीय महाविद्यालयों में उपलब्ध जन-भागीदारी मद से और अशासकीय महाविद्यालयों में स्वयं की निधि से किया जाएगा। महाविद्यालयों
में स्थापित होने वाले 'गाँधी स्तंभ' का आकार चौकोर होगा। स्तंभ के सामने वाले भाग में 'गाँधी स्तंभ का संकल्प' अंकित किया जाएगा। स्तंभ के पीछे वाले बाँये भाग में ' मध्यप्रदेश में महात्मा गाँधी जी' और दाँये भाग में 'महात्मा गाँधी जी के प्रमुख आन्दोलन' अंकित किया जाएगा।
क्रमांक/2811/जनवरी-161/जैन