NEWS -26-11-2020-A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

आमजन की समस्याएं को प्राथमिकता से निराकृत करें : कृषि मंत्री श्री पटेल

जबलपुर, 26 नवंबर 2020

किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आज गुरुवार को जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विधायक श्री अजय विश्नोई, श्रीमती नन्दिनी मरावी, श्री अशोक रोहाणी, श्री विनय सक्सेना, श्री संजय यादव, जिला पंचायत की प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष श्रीमती मनोरमा पटेल, श्री जी एस ठाकुर, पूर्व मंत्री श्री हरेंद्रजीत सिंह बब्बू, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, नगर निगम आयुक्त अनूप कुमार,जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा, अपर कलेक्टर श्री हर्ष दीक्षित, श्री संदीप जी. आर, वी. पी. द्विवेदी, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ प्रदीप कसार एवं अन्य सभी विभागों के अधिकारी

मौजूद थे ।

किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री ने बैठक में कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की अगुवाई में प्रारंभ किए गए नवाचार खासतौर पर जिले में वृद्धों और  कोमोरबिटी वाले व्यक्तियों की सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे वृद्ध जन सुरक्षा अभियान की तारीफ की। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए वे सभी उपाय किए जाने चाहिए जो जरूरी है। श्री पटेल ने कोरोना की रोकथाम एवं इससे बचाव के उपायों का शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित कर जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया। श्री पटेल ने जबलपुर में शासकीय व निजी अस्पतालों में कोरोनावायरस के उपचार के लिए उपलब्ध ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और आईसीयू बेड की उपलब्धता की जानकारी भी बैठक में ली। प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास तथा जबलपुर संभाग की प्रभारी मंत्री श्री कमल पटेल ने जबलपुर में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। आज यहां कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की संयुक्त बैठक मैं जबलपुर में कोरोना की वर्तमान स्थिति, कोरोना के उपचार के लिए उपलब्ध संसाधनों तथा कोरोना से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की  और कोरोना नियंत्रण की दिशा में तेजी से कार्य करने को कहा ।

उन्होंने जबलपुर में जिला प्रशासन द्वारा माफिया एवं अवैध कारोबार करने वालों के विरुद्ध की जा रही कार्यवाही की तारीफ भी की और कहा कि अनैतिक कार्य करने वाले, अवैध निर्माण, बाहुबली, माफिया के विरुद्ध सतत रूप से कार्यवही करने के निर्देश भी दिए। बैठक के दौरान विधायकों द्वारा जनहित के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा किए।

मंत्री श्री पटेल ने कहा कि सत्ता परिवर्तन के बाद व्यवस्था परिवर्तन भी होगा जिसमें सबका साथ और सबका विकास होगा। इसके लिए उन्होंने कहा कि एक माह के अंदर जिला प्रशासन टीम रुप से नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान चलाकर एक-एक घर का वीडियोग्राफी सहित सर्वे करें और यह पता करें कि उनकी क्या समस्याएं हैं। आमजन की समस्याएं को प्राथमिकता से निराकृत करें। सामाजिक सुरक्षा पेंशन, खाद्य सुरक्षा योजनांतर्गत गरीबों को सस्ते अनाज, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, वनाधिकार पट्टा आदि समस्याओं का समाधान करें। जनप्रतिनिधि यदि कोई समस्या बताते हैं तो निश्चित ही वह आमजन की समस्या है उसे संवेदनशीलता के साथ निराकृत करें।

श्री पटेल ने कहा कि नरवाई ना चलाएं। नरवाई और भी काम में आ सकता है। गौशाला विकास पर उन्होंने जोर दिया और कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 5 या 10 एकड़ की जमीन यदि कहीं उपलब्ध है तो चिन्हित करें वहां गौशाला व गौअभ्यारण बनाने की कार्य योजना बनाई जाएगी। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों से विशेष रूप से कहा कि एक भी गाय सड़क पर नजर नहीं आनी चाहिए। नगर निगम क्षेत्र में गौशाला होनी चाहिए। नगर निगम के गौशाला की जमीन के विषय पर उन्होंने कलेक्टर से कहा कि इस संबंध में जांच करें।

उन्होंने नर्मदा नदी के स्वच्छता के संबंध में कहा कि यह सुनिश्चित करें कि कोई नदी-नाला के गंदा पानी नदी नर्मदा में ना मिले साथ ही नर्मदा में अवैध उत्खनन ना हो। उन्होंने कहा कि अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने विभागों में पारदर्शिता लाएं और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की अवधारणा को साकार करें।

क्रमांक/6659/नवंबर-288/ उइके

 मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने रांझी स्थित स्टेडियम एवं इंडोर स्टेडियम का किया निरीक्षण

जबलपुर, 26 नवंबर 2020

खेल एवं युवक कल्याण तथा तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने आज रांझी स्थित स्टेडियम एवं इंडोर स्टेडियम रांझी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भविष्य में तीरंदाजी की संभावनाओं को देखते हुए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी एवं अन्य खेलों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इस अवसर पर कैंट विधायक अशोक रोहाणी, प्राचार्य शासकीय कॉलेज जबलपुर श्री ए. के. शर्मा सचिन सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

क्रमांक/6660/नवंबर-289/ उइके

 तकनीकी शिक्षा मंत्री आज तकनीकी शिक्षण संस्थानों का निरीक्षण कर कार्यों की समीक्षा करेंगी

जबलपुर, 26 नवंबर 2020

प्रदेश की खेल एवं युवक कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया शुक्रवार 27 नवम्बर को सुबह 10 बजे जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज, महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज, आईटीआई कॉलेज एवं महिला आईटीआई कॉलेज का निरीक्षण करेंगी। श्रीमती सिंधिया शुक्रवार को ही दोपहर 3.30 बजे से जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के सभाकक्ष में इन सभी तकनीकी शिक्षण संस्थानों की बैठक लेंगीं तथा शनिवार 28 नवम्बर की सुबह 8.30 बजे जबलपुर से कार द्वारा भोपाल प्रस्थान करेंगी।

क्रमांक/6661/नवंबर-290/ मनोज

 जनवरी 2021 के लिए प्रिसिजन इंजीनियरिंग में प्रवेश प्रारंभ

आवेदन की अंतिम तिथि 12 दिसंबर 2020 निर्धारित 

जबलपुर, 26 नवंबर 2020

तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के अंतर्गत ग्लोबल स्किल्स पार्क-सिटी केंपस भोपाल में एक वर्षीय एडवांस सर्टिफिकेट इन प्रिसिजन इंजीनियरिंग में जनवरी 2021 बैच के लिए प्रवेश प्रारंभ है। पंजीकरण एवं आवेदन करने की अंतिम तिथि 12 दिसंबर 2020 निर्धारित की गई है।

ग्लोबल स्किल्स पार्क का एक अंश सिटी केंपस के रूप में गोविंदपुरा भोपाल में स्थापित किया गया है। इसमें प्रिसिजन इंजीनियरिंग के एक वर्षीय कोर्स में प्रवेश दिया जा रहा है। इस सर्टिफिकेट कोर्स के लिए आईटीआई के विद्यार्थी (टर्नर, फिटर, मशीनिस्ट, मशीनिस्ट ग्राइंडर, मेकेनिक मशीन टूल, मेंटेनेंस) तथा मेकेनिकल, इंडस्ट्रियल तथा प्रोडक्शन में डिप्लोमा अथवा बी.ई. या बी.टेक. किया हो, आवेदन कर सकते हैं। प्रिसिजन इंजीनियरिंग में छ: मॉडयूलर कोर्स है। इसमें इंजीनियरिंग ड्राइंग एवं 3D CAD, प्रिसिजन मशीनिंग (टर्निंग, मिलिंग, ग्राइंडिंग) मेट्रोलॉजी और कोऑर्डिनेट मेज़रिंग मशीन, सीएनसी टर्निंग तथा सीएनसी मिलिंग और CAM तथा एडवांस मल्टीएक्सिस मशीनिंग और EDM वायरकट जैसे कोर्स शामिल हैं। प्रदेश में ग्लोबल स्किल्स पार्क सिटी केंपस प्रिसिजन इंजीनियरिंग का पहला स्किल संस्थान है। यहां से प्रशिक्षित प्रशिणार्थीयों को ग्लोबल स्किल पार्क तथा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन सर्विस सिंगापुर द्वारा संयुक्त सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है

क्रमांक/6662/नवंबर-291/ मनोज

 अब 1.50 रु. के स्थान पर 50 पैसे होगा मंडी शुल्क

14 नवंबर 2020 से आगामी 3 माह के लिए लागू होगी यह छूट
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उच्चस्तरीय बैठक में लिया निर्णय 

जबलपुर, 26 नवंबर 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्य प्रदेश की कृषि उपज मंडियों में व्यापारियों से लिए जाने वाले मंडी शुल्क की राशि अब 1.50 रु. के स्थान पर 50 पैसे प्रति 100 रु. होगी। यह छूट 14 नवंबर 2020 से आगामी 3 माह के लिए रहेगी। मध्य प्रदेश सरकार ने गत दिनों व्यापारियों से इस संबंध में किए गए वादे को पूरा कर दिया है। व्यापारियों द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान को आश्वस्त किया गया था कि इससे मंडियों की आय में कमी नहीं होगी। 3 महीने बाद इस छूट के परिणामों का अध्ययन कर आगे के लिए निर्णय लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज इस संबंध में विभाग की उच्च स्तरीय बैठक ले रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव श्री अजीत केसरी, प्रमुख सचिव श्री मनोज गोविल तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

गत वर्ष मंडियों को हुई थी 12 सौ करोड़ रुपए की आय

वर्ष 2019-20 में प्रदेश की कृषि उपज मंडी समितियों को मंडी फीस एवं अन्य स्रोतों से कुल 12 सौ करोड रुपए की आय हुई थी। मंडी बोर्ड में लगभग 4200 तथा मंडी समिति सेवा में लगभग 29 सौ अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं तथा लगभग 2970 सेवानिवृत्त अधिकारी- कर्मचारी हैं। इनके वेतन भत्तों पर गत वर्ष 677 करोड रुपए का व्यय हुआ था।

आगे भी लागू रह सकती है छूट

व्यापारियों के आश्वासन पर मंडी शुल्क में छूट दी गई है। छूट की अवधि में यदि मंडियों को प्राप्त आय से मंडियों के संचालन, उनके रखरखाव एवं कर्मचारियों के वेतन भत्तों की व्यवस्था सुनिश्चित करने में कठिनाई नहीं होती है, तो राज्य शासन द्वारा इस छूट को आगे भी जारी रखा जा सकता है।

क्रमांक/6663/नवंबर-292/ मनोज

 

नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करेगा मध्यप्रदेश- मुख्यमंत्री श्री चौहान

वर्ष 2022 तक 10 हजार मेगावॉट उत्पादन का लक्ष्य
सौर ऊर्जा के लिए प्रो. चेतन होंगे मध्यप्रदेश के ब्रॉण्ड एम्बेसडर भोपाल से रवाना हुई एनर्जी स्वराज यात्रा 

जबलपुर, 26 नवंबर 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बिगड़ते पर्यावरण से समाज के अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो गया है। सौर ऊर्जा सहित अक्षय ऊर्जा के अन्य साधनों का उपयोग हमें इस खतरे से बचा सकता है। मध्यप्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य करके दिखायेगा। वर्ष 2010 में मध्यप्रदेश में नवीन और नवकरणीय ऊर्जा विभाग बनाया गया। वर्ष 2012 में 400 मेगावॉट के सौर ऊर्जा उत्पादन के बाद वर्तमान में नवकरणीय ऊर्जा से 5000 मेगावॉट उत्पादन तक हम पहुँच चुके हैं। वर्ष 2022 तक 10 हजार मेगावॉट उत्पादन का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मिन्टो हाल सभाकक्ष में एनर्जी स्वराज यात्रा प्रारंभ होने के अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

प्रो. चेतन सोलंकी मध्यप्रदेश का हीरा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आई.आई.टी. मुम्बई के पूर्व छात्र प्रो. चेतन सोलंकी द्वारा सौर ऊर्जा के क्षेत्र में किये गये नवाचारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश ऐसा प्रदेश है जहाँ हीरे निकलते हैं। प्रो. चेतन किसी हीरे से कम नहीं हैं। आज जब निरंतर पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है और ऊर्जा के वैकल्पिक साधनों के प्रचार-प्रसार और उपयोग की अत्यधिक आवश्यकता है, तब प्रो. चेतन ने एनर्जी स्वराज यात्रा की पहल कर अत्यन्त सराहनीय कार्य किया है। इसके लिये उन्होंने एनर्जी स्वराज फाउण्डेशन स्थापित किया है। मध्यप्रदेश शासन इसे पूरा सहयोग करेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सौर ऊर्जा को अधिक से अधिक लोकप्रिय बनाने के प्रयास किये जायेंगे। मध्यप्रदेश के युवा प्रो. चेतन सोलंकी जन-जागृति के लिये परिवार से दूर रहकर 11 वर्ष की एनर्जी स्वराज यात्रा पर निकले हैं। उनका इस राष्ट्र कल्याण के महत्वपूर्ण कार्य के लिये अभिनन्दन करते हुए उन्हें मध्यप्रदेश का ब्रॉण्ड एम्बेसडर बनाया जा रहा है। प्रो. चेतन सोलंकी के प्रयासों में हमें भागीदार बनना होगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भी कहा है कि सोलर एनर्जी प्योर, श्योर और सेक्योर है। इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं है। प्रत्येक नागरिक को प्रो. सोलंकी का हृदय से अभिनन्दन करना चाहिये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह विचारणीय है कि हम कैसी धरती चाहते हैं। मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा के उपयोग की शुरूआत नीमच में 135 मेगावाट के संयंत्र से हुई। बाद में रीवा में 750-750 मेगावॉट के संयंत्र शुरू हुए। इसे निरन्तर बढ़ाया जायेगा। अनेक जिलों में सौर ऊर्जा परियोजनाओं का क्रियान्वयन होगा। सस्ती बिजली का लाभ नागरिकों को पाप्त होगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गुजरात में पानी पर सोलर पैनल बिछाने का कार्य करवाया है। मध्यप्रदेश में ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर प्लाट पैनल स्थापित होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सौर ऊर्जा का उपयोग घरों तक बढ़ाया जायेगा। श्री चौहान ने प्रो. सोलंकी द्वारा विकसित ऐसे घर को उपयोगी बताते हुए इसे बिजली पर दी जाने वाली करोड़ों रुपये की सब्सिडी की बचत का माध्यम भी बताया।

एनर्जी स्वराज यात्रा का उद्देश्य

प्रो. चेतन सोलंकी खरगोन जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने गत 20 वर्ष से सौर ऊर्जा पर नवाचार और शोध कार्य किया है। उन्हें आई.ई.ई.ई. संस्था ने 10 हजार डॉलर का एवार्ड दिया है। इसके साथ ही उन्हें प्राइम मिनिस्टर एवार्ड फॉर इनोवेशन दिया जा चुका है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उनके कार्य को इसलिये भी सम्मान प्राप्त है क्योंकि उन्होंने "ऊर्जा स्वराज" शब्द गढ़ा है। आज प्रारंभ ऊर्जा स्वराज यात्रा दिसम्बर 2030 तक चलेगी। इसका उद्देश्य जन-जन को सौर ऊर्जा के उपयोग और उसके महत्व से अवगत करवाना है। ऊर्जा स्वराज आन्दोलन जलवायु परिवर्तन की दिशा में लोगों को सचेत करते हुए सौर ऊर्जा को एक समाधान के रूप में अपनाने के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया है।

प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मिन्टो हॉल परिसर में सोलर एनर्जी हाउस का अवलोकन किया और प्रो. चेतन सोलंकी से इसकी कार्य पद्धति की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम के पश्चात एनर्जी स्वराज यात्रा का वाहन रवाना किया। उन्होंने प्रतीक स्वरूप इस वाहन में मिन्टो हॉल से राजभवन तिराहे तक प्रो. चेतन सोलंकी के साथ यात्रा भी की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रो. चेतन सोलंकी की टीम और परिजन को भी बधाई दी। कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्कृत विश्वविद्यालय के डॉ. कालिका प्रसाद शुक्ल और उनके साथियों ने सूर्य मंत्र का समूह गान किया।

मुझे बेटे पर गर्व है- श्री विक्रम सिंह सोलंकी

प्रो. चेतन सोलंकी के किसान पिता श्री विक्रम सिंह सोलंकी ने बताया कि उन्हें बेटे पर गर्व है। चेतन आर्थिक परेशानियों के बीच चिमनी की रोशनी में स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद बेलजियम गये। पीएच.डी. भी की और राष्ट्र के कल्याण का सोच रखते हुए वर्षों लम्बी यात्रा के लिये परिवार में अपना विचार रखा। हमारे परिवार ने चेतन को इसकी अनुमति प्रदान कर दी है। परिवार से इतने साल दूर रहकर चेतन यह यात्रा देशभर में करेंगे। श्री विक्रम सिंह ने कहा कि उनका मानना है कि प्रत्येक व्यक्ति को पर्यावरण का स्वामी न बनकर उसका संरक्षक बनना चाहिये।

कार्यक्रम में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग, विधायक श्री प्रहलाद सिंह लोधी भी उपस्थित थे। स्वागत भाषण प्रमुख सचिव नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा श्री संजय दुबे ने दिया।

क्रमांक/6664/नवंबर-293/ मनोज