NEWS -04-11-2020-A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा का आगमन आज

जबलपुर, 04 नवंबर 2020

             प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा का गुरुवार 5 नवम्बर की सुबह 9.15 बजे नईदिल्ली से विमान द्वारा जबलपुर आगमन होगा । श्री सखलेचा यहाँ सुबह 10 बजे उद्योग भवन कटंगा में औद्योगिक संघो के प्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों से चर्चा करेंगे तथा सुबह 11 बजे कार द्वारा सतना जिले के सज्जनपुर के लिये रवाना होंगे ।

क्रमांक/6398/अक्टूबर-27/जैन

संभागीय आईटीआई में रिक्त 78 सीटों के लिये 20 नवम्बर तक पुन: प्रक्रिया होगी 

जबलपुर, 04 नवंबर 2020

शासकीय संभागीय आई.टी.आई. जबलपुर में 78 रिक्त सीटों को भरने के लिये प्रवेश प्रक्रिया पुन: शुरू की गई है। शासकीय आई.टी.आई. के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 3 नवंबर से शुरू हो चुकी है, जो 20 नवंबर तक जारी रहेगी।

प्राचार्य संभागीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था जबलपुर ने बताया कि आवेदक 8 नवम्बर तक रजिस्ट्रेशन, रजिस्ट्रेशन में त्रुटि सुधार, नवीन च्वाइस फिलिंग एवं इच्छित संस्थाओं तथा व्यवसायों की प्राथमिकता क्रम का चयन करना, इच्छित संस्थाओं में प्राथमिकता के क्रम में त्रुटि सुधार कर सकते हैं। जिन आवेदकों ने पूर्व में रजिस्ट्रेशन करा लिया है, उन्हें दोबारा से रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता नहीं है, उन्हें च्वाइस फिलिंग कराना अनिवार्य होगा। एम.पी. ऑनलाइन द्वारा 9 नवम्बर को एसएमएस के माध्यम से मैरिट सूची जारी की जायेगी। मैरिट सूची के आवेदकों का प्रवेश 10 एवं 11 नवम्बर को होगा।

मैरिट सूची के आवेदक 12 से 16 नवम्बर के मध्य रजिस्ट्रेशन, रजिस्ट्रेशन में त्रुटि सुधार, नवीन च्वाइस फिलिंग तथा इच्छित संस्थाओं में प्राथमिकता क्रम में त्रुटि सुधार कर सकते हैं। इस समयावधि में नये आवेदक भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। द्वितीय मैरिट सूची 17 नवम्बर को जारी होगी तथा 18 एवं 19 नवम्बर को प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी। मैरिट सूची के आधार पर वोटिंग लिस्ट के आवेदकों की प्रवेश प्रक्रिया 20 नवम्बर, 2020 तक पूर्ण कर ली जायेगी।

निजी आईटीआई में प्रवेश प्रक्रिया 19 नवम्बर तक सम्पन्न होगी। इच्छुक आवेदकों का शासकीय आईटीआई द्वारा डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन 20 नवम्बर तक होगा।

क्रमांक/6399/अक्टूबर-28/मनोज

 आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के सपने को धरातल पर उतारना हमारी पहली प्राथमिकता : मुख्यमंत्री श्री चौहान

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप का होगा समयबद्ध क्रियान्वयन
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में रोडमैप के क्रियान्वयन की समीक्षा के लिए गठित होगी समिति
पृथक वेब पोर्टल से होगी समस्त कार्यवाहियों की समीक्षा 

जबलपुर, 04 नवंबर 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश निर्माण के सपने को धरातल पर उतारना ही हमारी सबसे पहली और सबसे बड़ी प्राथमिकता है। यह हमारे लिए कोई कर्मकांड नहीं बल्कि कर्मयोग है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा, जिससे कि वर्ष 2023 तक आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। सभी विभाग इन लक्ष्यों को समय-सीमा में प्राप्त करने की दिशा में आज से ही कार्य शुरू कर दें। मुख्यमंत्री श्री चौहान बुधवार को मंत्रालय में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के क्रियान्वयन के संबंध में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभाग प्रमुखों से चर्चा कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए रोडमैप का प्रारूप 5 नवम्बर तक सभी विभाग प्रमुखों को उपलब्ध करा दिया जाए। विभाग प्रमुख रोडमैप में वर्णित लक्ष्यों की समय-सीमा में प्राप्ति हेतु विभागीय रणनीति तैयार कर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभाग प्रमुख संभाग एवं जिला स्तरीय अधिकारियों को रोडमैप में वर्णित लक्ष्यों के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लक्ष्य, जिनमें एक से अधिक विभाग शामिल हैं, उनमें विभाग प्रमुख संबंधित विभागों से आवश्यक समन्वय स्थापित करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि विभाग प्रमुख रोडमैप में वर्णित लक्ष्यों को अल्पकालीन, मध्यकालीन एवं दीर्घकालीन लक्ष्यों में विभाजित करेंगे तथा उनकी पूर्ति के लिए अतिरिक्त वित्तीय संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु वित्त विभाग के साथ समन्वय करेंगे। उन्होंने कहा कि लक्ष्यों की पूर्ति की नियमित एवं निरंतर समीक्षा की जाए और यदि इस संबंध में कोई कठिनाई हो तो विभाग प्रमुख तत्काल मुख्य सचिव को अवगत कराकर समाधान सुनिश्चित करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के क्रियान्वयन की उच्च स्तरीय समीक्षा के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति का गठन किया जाएगा। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के संबंध में तैयार किए जा रहे पृथक वेब पोर्टल पर जानकारी दर्ज करने के लिए प्रत्येक विभाग एक नोडल अधिकारी नियुक्त करेगा। इस वेब पोर्टल पर रोडमैप के क्रियान्वयन की जानकारी दर्ज करने से लेकर समीक्षा करने तक की समस्त कार्यवाहियां पूरी तरह पेपरलेस व ऑनलाइन रहेंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लक्ष्यों को प्राप्त करने में किसी प्रकार की ढिलाई या कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लक्ष्य बड़ा जरूर है लेकिन असंभव नहीं है।

वीडियो कान्फ्रेंस में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप को तैयार करने से लेकर क्रियान्वयन की दिशा में अब तक की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का रोडमैप तैयार करने के लिए भारत सरकार के नीति आयोग के सहयोग से गत अगस्त माह में चार विषयों पर वेबिनार आयोजित किए गए थे। इनमें भौतिक अधोसंरचना, सुशासन, शिक्षा एवं स्वास्थ्य तथा अर्थव्यवस्था एवं रोजगार जैसे क्षेत्र शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वेबिनार में हुए मंथन के आधार पर शासन द्वारा गठित मंत्री-समूहों में गहन चर्चा हुई और रोडमैप का खाका तैयार कर उसका मंत्रिमंडल के समक्ष प्रस्तुतीकरण भी किया गया है। उन्होंने बताया कि रोडमैप को अंतिम रूप दिया जा चुका है साथ ही रोडमैप में शामिल सभी गतिविधियों के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिये समय-सीमा निर्धारित की गई है।

वीडियो कान्फ्रेंस में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री सचिवालय श्री मनीष रस्तोगी और आयुक्त जनसंपर्क श्री सुदाम खाड़े भी मौजूद थे।

क्रमांक/6400/अक्टूबर-29/मनोज