NEWS -21-11-2020-A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 आत्मनिर्भर जबलपुर के लिये उद्यमियों के साथ बैठक संपन्न

जबलपुर, 21 नवंबर 2020

कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की तर्ज पर आत्मनिर्भर जबलपुर की संकल्पना को साकार करने के लिये बनाई जाने वाली कार्ययोजना एवं रोडमेप पर चर्चा करने जिले के उद्योगपतियों व आई टी पार्क के उद्यमियों के साथ अलग-अलग बैठक की गई। इस बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रियंक मिश्र सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना के अनुरूप मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में जबलपुर को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आगामी 3 वर्षों  तथा शार्ट टर्म में 30 दिन के रोडमैप तैयार करने पर चर्चा की गई। जिसमें आज मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था,उद्योग एवं रोजगार व भौतिक अधोसंरचना के सेक्टर पर चर्चा की गई। अर्थव्यवस्था एवं रोजगार के लिए रोड मैप में वर्णित विभिन्न सुझावों के अंतर्गत कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र उद्योग एवं कौशल विकास प्राकृतिक संसाधन व्यापार एवं वाणिज्य विकास के अंतर्गत आत्मनिर्भर जबलपुर, जिले का एक विशेष पहचान, स्थानीय के लिए मुखर, कृषि में रोजगार से कृषि की इर्द-गिर्द रोजगार के माध्यम से 3 वर्षों का रोडमैप एवं योजनाओं का लाभ एवं कार्ययोजना जो 30 दिन में किया जा सकता है उस पर चर्चा किया गया। कृषि एवं संबद्ध गतिविधियों पर चर्चा करते हुए कहा गया है कि ग्रीन मटर जबलपुर को एक विशेष पहचान दिला सकता है इसके साथ ही खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसके अंतर्गत एक जिला एक उत्पाद के तहत खेती के क्षेत्र के करीब खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को स्थापित करने के लिए क्लस्टर चिन्हित करना एवं बाजार लिंकेज और कोल्ड स्टोरेज की सुविधा पर भी चर्चा की गई।

कलेक्टर श्री शर्मा ने उद्योगों में निवेश प्रोत्साहन,कौशल विकास, रोजगार व आत्मनिर्भरता पर जोर देकर कहा कि इस दिशा में  जबलपुर का एक विशेष पहचान बने इसके लिये उपयुक्त सुझाव के साथ प्रभावी कार्ययोजना 25 नवम्बर के पहले तक उपलब्ध करा देवें।

क्रमांक/6586/नवंबर-215/उइके

 प्रदेश में गौ-वंश रक्षा को प्राथमिकता : मुख्यमंत्री श्री चौहान

विशेषज्ञों के परामर्श से गौ-संरक्षण और गौ-संवर्धन के प्रयास 

जबलपुर, 21 नवंबर 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में गौवंश के संरक्षण और संवर्धन के लिये अधिकाधिक प्रयास किये जाएंगे। इस दिशा में प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जाकर उसका मैदानी क्रियान्वयन भी सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गोपाष्टमी पर्व पर आगर-मालवा जिले में सालरिया स्थित गौ-अभ्यारण में विशेषज्ञों के साथ गौ-संवर्धन की प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर शीघ्र ही उसे अमल में लाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार की महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में गौ-वंश रक्षा भी शामिल है।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर मध्यप्रदेश में गौ-संरक्षण और गौ-संवर्धन के प्रयासों को मूर्तरूप दिया जा रहा है। इस सिलसिले में जहां पूर्व में मुख्यमंत्री श्री चौहान की पहल पर मध्यप्रदेश में देश का प्रथम गौ अभ्यारण प्रारंभ हुआ वहीं अब समाज की भागीदारी के साथ गौ-संरक्षण और संवर्धन के प्रयासों को जमीन पर उतारा जाएगा। मध्यप्रदेश में गौ-कैबिनेट का गठन और गौ-अभ्यारण में गौ-सेवा विशेषज्ञों की भागीदारी के नवीन उपक्रम प्रारंभ हुए हैं। गौ-वंश रक्षा के लिए विशेषज्ञों के अनुभव का लाभ मध्यप्रदेश को मिलेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में गौ-पालन और गौ-उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए गोपाष्टमी के दिन गौ-अभ्यारण जाकर वहां गौ-पूजन का निर्णय लिया है। देशी नस्ल की गायों को गौ-पालन में बढ़ावा देने, गौ-काष्ठ लकड़ी को बेहतर विकल्प के रूप में प्रचारित कर उपयोग में लाने, गौ-दूध से विभिन्न सामग्री का निर्माण और बिक्री, गौ-मूत्र उत्पादों को बढ़ावा और गौ-अभ्यारण आधुनिक गौ-अनुसंधान केन्द्र प्रारंभ करने के कार्यों को प्राथमिकतापूर्वक किया जाएगा। इन प्रयासों से कृषि क्षेत्र को भी लाभ मिलेगा। किसानों और पशुपालकों के आर्थिक उन्नयन का मार्ग प्रशस्त होगा।

प्रदेश में ऐसे गौ-वंश जो गांवों और खेतों से भटकते हुए अन्य क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं उनके आश्रय के लिए गौ-शालाएं और शेड भी निर्मित किए जा रहे हैं। स्व-सहायता समूहों को गौ-शालाओं के रख-रखाव का दायित्व दिया जा रहा है। गौ-वंश रक्षा के लिए मुख्यमंत्री गौ-शाला योजना में किसान कल्याण और कृषि विभाग और पशुपालन विभाग आर्थिक सहायता भी उपलब्ध करवाता है। चारागाह विकास, गौ-शालाओं में पेयजल प्रबंध के लिए बोरवेल और निकट क्षेत्र में सरोवर निर्माण के प्रयास भी बढ़ाए जाएंगे।

छह विभागों की प्रमुख सहभागिता

गौ-कैबिनेट के निर्णयों के क्रियान्वयन के लिए कृषि, पशुपालन, वन, राजस्व, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, गृह विभाग की प्रमुख सहभागिता रहेगी। गौ-कैबिनेट के अध्यक्ष मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान हैं। सदस्यों में मंत्रीगण डॉ. नरोत्तम मिश्र, श्री कुंवर विजय शाह, श्री कमल पटेल, डॉ. महेन्द्र सिंह सिसोदिया और श्री प्रेम सिंह पटेल शामिल हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान जाएंगे गौ-अभ्यारण

मुख्यमंत्री श्री चौहान रविवार, 22 नवम्बर को आगर-मालवा जिले में सालरिया स्थित गौ-अभ्यारण का निरीक्षण करने जाएंगे। अभ्यारण में प्रमुख गौ-सेवा विशेषज्ञों के साथ गौ-संरक्षण एवं संवर्धन के संबंध में विस्तृत चर्चा होगी।

क्रमांक/6587/नवंबर-216/मनोज

मुख्यमंत्री श्री चौहान 23 नवम्बर को स्व-सहायता समूहों के खातों में डालेंगे 150 करोड़ रूपये

जबलपुर, 21 नवंबर 2020

     मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 'सशक्त महिलाएँ आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश' के क्रम में 23 नवम्बर को राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत गठित स्व-सहायता समूहों के सदस्यों को 150 करोड़ रुपये का बैंक ऋण वितरित करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान विभिन्न जिलों के हितग्राहियों से चर्चा भी करेंगे। इस वर्चुअल कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया और राज्य मंत्री श्री राम खेलावन पटेल भी सम्मिलित होंगे।

अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्री मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में‍निवासरत निर्धन परिवारों की महिला सदस्यों को स्व-सहायता समूहों से जोड़कर सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण किया जा रहा है। आमतौर पर देखने में आता है कि ग्रामीण क्षेत्र में लोग बैंकिंग सेवाओं की प्रक्रियाओं में दस्तावेजीकरण व अन्य औपचारिकताओं की कठिनाई के कारण पात्र होने के बावजूद योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं। राज्य सरकार द्वारा इस प्रक्रिया को और सरल करने के उद्देश्य से बैंकों के साथ भी व्यापक स्तर पर समन्वय स्थापित किया गया है। अब स्व-सहायता समूहों को आसानी से ऋण मुहैया कराया जा रहा है।

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा 20 सितम्बर 2020 को 150 करोड़ रुपये बैंक ऋण के रूप में समूहों को वितरित किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि समूह के बैंक ऋण प्रकरण सॉफ्टवेयर के माध्यम से प्रस्तुत करने के साथ-साथ सघन निगरानी एवं पारदर्शी प्रक्रिया बनाई गई है। समूहों को वार्षिक बैंक ऋण वितरण का लक्ष्य बढ़ाकर 1400 करोड़ किया गया है। अब तक आजीविका मिशन के माध्यम से 33 लाख से अधिक ग्रामीण निर्धन परिवारों को 3 लाख से अधिक स्व-सहायता समूहों से जोड़कर 1865 करोड़ रुपये बैंक ऋण के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।

क्रमांक/6588/नवंबर-217/मनोज

उखरी में रोको-टोको अभियान के तहत लोगों को मास्क और आयुर्वेदिक काढ़ा वितरित

जबलपुर, 21 नवंबर 2020

कलेक्टर एवं अध्यक्ष रेडक्रास समिति कर्मवीर शर्मा और रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव आशीष दीक्षित के निर्देशन में दामिनि जनकल्याण समिति के द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए  फीवर क्लीनिक उखरी पर रोको टोको अभियान चलाया गया।जिसके अंतर्गत क्षेत्रवासियों को मास्क और काढ़ा वितरण कर सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोरोना महामारी के बचाव के प्रति जागरुक भी किया गया। इस मौके पर रेडक्रास सोसायटी के सदस्य  सुनील गर्ग, संस्था प्रमुख ममता सिंह,नलिनी पॉल, नलिनी पात्रे,सविता राजपूत,शकुंतला भालेराव,प्रसन्ना नायर,पूजा गुप्ता,आशीष केवट,सिद्धांत शर्मा आदि उपस्थित थे।

क्रमांक/6589/नवंबर-218/मनोज