NEWS -12-11-2020-A

 संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

कटंगी में आकस्मिक जाँच कर तीन मिठाई दुकानों से लिये गये सेम्पल

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा के निर्देशानुसार कटंगी नगर क्षेत्र में राजस्व विभाग एवं खाद्य विभाग ने संयुक्त कार्यवाही कर तीन मिष्ठान भंडार की जांच की  और मिलावट के संदेह पर खाद्य पदार्थों के सेम्पल लिये गये ।  बिना मास्क लगाये  दुकान संचालकों एवं दुकान में उपस्थित ग्राहकों पर भी चालानी कार्यवाही की गई । साथ ही दुकानों के सामने स्वच्छता रखने एवं डस्टबिन रखने के निर्देश दुकानदारों एवं नगर परिषद के अमले को दिये गये । कार्यवाही में आकाश दीप नामदेव नायब तहसीलदार कटंगी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी माधुरी शर्मा, राजस्व निरीक्षक मुकेश ठाकुर आदि उपस्थित थे।

क्रमांक/6492/नवंबर-121/जैन

मुख्यमंत्री ने जिले के 342 ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स

हितग्राहियों के खाते में अंतरित किया 34 लाख रूपये

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

            मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट वेण्डर ऋण वितरण कार्यक्रम के दौरान प्रदेश भर के 20 हजार ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स को ब्याज मुक्त ऋण राशि उनके खाते में अंतरित किया। जबलपुर जिले के ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स के ऋण वितरण का कार्यक्रम विकासखण्ड शहपुरा के ग्राम सहजपुर में आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले के 342 हितग्राहियों को ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स योजना के तहत 34 लाख 20 हजार रूपये का ब्याज मुक्त ऋण राशि सीधे हितग्राहियों के खाते में अंतरित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस मौके पर जबलपुर सहित तीन जिलों के हितग्राहियों से ऑनलाइन संवाद किया।

      इस अवसर पर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, जिला पंचायत सी... प्रियंक मिश्रा, पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह, जनपद उपाध्यक्ष मोनू टेहन गुरिया, जनपद सदस्य सोनू झारिया, एस.डी.एम. अनुराग तिवारी, ग्रामीण आजीविका परियोजना के डी.पी. तिवारी, उदय प्रताप सिंह, प्रबंधक श्वेता महतो सहित काफी संख्या में स्ट्रीट वेंडर्स हितग्राही और स्व-सहायता समूहों की महिला सदस्य व गणमान्य जन मौजूद रहे।

      मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीण स्ट्रीट वेण्डर योजना से लाभांवित जबलपुर जिले के हितग्राही एवं झाडू निर्माण के पुश्तैनी कार्य से जुड़े चमन लढ़िया से बातचीत कर उनके कार्य और व्यवसाय की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने चमन से लॉकडाउन के दौरान जीविकोपार्जन हेतु परिवार में आई समस्या और परिवार की स्थिति के बारे में भी बातचीत किया। हितग्राही चमन लढ़िया की माँ कौशल्या देवी से भी मुख्यमंत्री ने बात किया। कौशल्या देवी ने बताया कि वह शिवा स्व-सहायता समूह में सदस्य हैं और समूह के सभी सदस्य झाड़ू बनाने का काम करते हैं तथा आवश्यकता पड़ने पर समूह से लोन भी ले लेती हैं।

      मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में रोजमर्रा के छोटे-छोटे काम-धंधों से जुड़े लोगों के व्यवसाय के उन्नयन के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। ताकि लघु कारोबारी बिना परेशानी के आर्थिक सहायता प्राप्त करते हुये साल-दर-साल अपने व्यवसाय को बढ़ा सकें। स्ट्रीट वेंडर्स सहायता योजना के तहत प्रथम वर्ष 10 हजार रूपये तत्पश्चात् 30 हजार फिर 50 हजार रूपये की ऋण सहायता से व्यवसाय आर्थिक लाभकारी हो जायेगा।

      हितग्राहियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्हें बिना किसी परेशानी के राशि प्राप्त हुई है, जो कोरोना के दौरान बनी परिस्थितियों की वजह से अब उनके व्यवसाय को संभालने में मददगार साबित हो रही है।

क्रमांक/6493/नवंबर-122/मनोज

मुख्यमंत्री से बात कर खुशी से फूले नहीं समा रहे माँ-बेटा

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

            मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आज वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर ऋण वितरण के बाद ऑनलाइन संवाद कर जिले के शहपुरा विकासखण्ड के ग्राम सहजपुर के हितग्राही चमन लढ़िया और उनकी माता कौशल्या देवी द्वारा संचालित झाड़ू व्यवसाय और उनके परिवार के बारे में बातचीत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान से बात कर माँ-बेटा खुशी से फूल नहीं समा रहे। चमन कहते हैं उन्होंने कभी सोचा नहीं था मुख्यमंत्री उनसे बात करेंगे, उन्हें आज का दिन सदैव याद रहेगा।

      मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के समय परिवार में आई समस्या और परिवार के भरण-पोषण में आई दिक्कतों की भी जानकारी ली। चमन लढ़िया ने बताया कि उन्हें ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के तहत मिले दस हजार रूपये के ब्याज मुक्त ऋण से झाड़ू व्यवसाय को पुर्नजीवित करने में काफी मदद मिली है। चमन की माँ कौशल्या ने भी मुख्यमंत्री से बात किया और शिवा स्व-सहायता समूह से जुड़कर झाडू निर्माण का काम करने की जानकारी मुख्यमंत्री श्री चौहान को दी।

      माँ-बेटे ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा छोटा-मोटा कारोबार करने वाले लोगों के लिये शुरू की गई ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर योजना की जमकर तारीफ की। चमन ने कहा कि कोरोना के बाद बनी परिस्थितियों से उबरने में यह योजना संजीवनी का काम कर रही है।

क्रमांक/6494/नवंबर-123/मनोज

 सरकारी मदद से हुआ सुष्मिता के दिल में छेद की बीमारी का सफल ऑपरेशन

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

अपने मासूम बच्चे को छोटी सी उम्र में दिल की गंभीर बीमारी से लड़ते हुए देखना, किसी भी मां-बाप के लिए बहुत कष्टकारी और मुश्किल होता है। विशेषकर ऐसे में जब इलाज के लिए आर्थिक मजबूरियां हों, तब परिजन पूरी तरह टूट जाते हैं। लेकिन भला हो शासन की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का जिसकी मदद से लाखों बच्चे दिल में जन्मजात विकृति की बीमारी से निजात पा चुके हैं।

ऐसी ही एक तीन वर्षीय लड़की सुष्मिता चौधरी का राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्वीकृत डेढ़ लाख रुपए से हाल ही में 31 अक्टूबर को श्री कृष्ण हृदयालय एण्ड क्रिटिकल केयर सेंटर नागपुर महाराष्ट्र में हृदय का सफल ऑपरेशन हुआ था। जबलपुर शहर के बड़ी मदार टेकरी हनुमानताल निवासी सतीश चौधरी की बेटी सुष्मिता दिल में छेद की जन्मजात बीमारी से पीडि़त थी। प्लम्बर का कार्य कर परिवार का भरण-पोषण करने वाले सतीश के लिए बीमारी का इलाज करा पाना लगभग असंभव था। सुष्मिता की तबीयत तेजी से बिगड़ती जा रही थी, उसे बुखार रहने लगा और लगातार सीने में दर्द रहता था। डॉक्टरों ने जांच के बाद दिल में करीब 6 मिमी का छेद होना बताया। यह सुनते ही परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा।

समूचा परिवार चिंतित हो गया कि उनकी लाड़ली बिटिया के इलाज के लिए पैसों का इंतजाम कहां से होगा। ऐसे में वे मदद की आस में शासकीय सेठ गोविंददास जिला चिकित्सालय (विक्टोरिया हॉस्पिटल) पहुंचे। डॉक्टरों ने उनका हौंसला बढ़ाया और कहा कि बेटी सुष्मिता के इलाज के लिए सरकारी योजना से ऑपरेशन के लिए मदद मिल जायेगी। ऑपरेशन होने के बाद बिटिया ठीक हो जायेगी।

सुष्मिता के पिता सतीश को भरोसा हो गया कि चलो अब ऑपरेशन के लिए पैसा मिल जायेगा। जल्दी ही सुष्मिता के ऑपरेशन के लिए एक लाख पचास हजार रुपए की राशि स्वीकृत हुई और अब सुष्मिता का नागपुर में सफल ऑपरेशन भी हो चुका है। सतीश अब योजना और सरकार की तारीफ करते नहीं थक रहे। वे कहते हैं कि सरकार की मदद से ही उनकी बेटी का जीवन बचा है। इसलिए वे सरकार के आजीवन आभारी रहेंगे।

क्रमांक/6495/नवंबर-124/मनोज

 आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप - 2023 जारी

   जनसहभागिता और मॉनिटरिंग का नया ढाँचा बनाया जायेगा : मुख्यमंत्री श्री चौहान
विकास का नया परिवेश गढ़ेगा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश
नीति आयोग ने की मध्यप्रदेश की पहल की प्रशंसा 

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मिंटो हॉल में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के विकास का रोडमैप-2023 जारी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस ऐतिहासिक अवसर पर कहा कि विकास में जनसहभागिता और मॉनिटरिंग की व्यवस्था का नया ढाँचा खड़ा किया जायेगा। ग्राम, जनपद और जिला स्तर पर दीनदयाल समितियाँ गठित कर जनसहभागिता और मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जायेगी। आधुनिक टेक्नालॉजी का हर क्षेत्र में व्यापक उपयोग कर विकास कार्यों में पारदर्शिता बढ़ायी जायेगी। खेती में आधुनिक ढंग से उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाकर खेती को लाभ का धंधा बनाया जायेगा। किसानों को पी.एम. सम्मान निधि और मुख्यमंत्री सम्मान निधि के रूप में हर साल कुल 10 हजार रूपये की सम्मान निधि दी जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की रणनीति पर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप जारी करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप में अधोसंरचना विकास, स्वास्थ्य एवं शिक्षा, अर्थव्यवस्था एवं रोजगार और सुशासन पर स्पष्ट रणनीति तैयार की गई है। इस रोडमैप के आधार पर मंत्री अपने विभागों की योजना तैयार कर क्रियान्वित करेंगे। मंत्री एवं प्रशासन के हर स्तर पर जिम्मेदारी तय की जायेगी और उसकी प्रत्येक स्तर पर सख्त मॉनिटरिंग होगी।

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश रोडमैप-2023 के विमोचन अवसर पर विशिष्ट अतिथि सांसद श्री वी.डी. शर्मा, मिंटो हॉल में एवं भारत सरकार के नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ कांत वी.सी. के माध्यम से शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रोडमैप का विमोचन कर उसके क्रियान्वयन के लिये रोडमैप की प्रति मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस को सौंपी। इस अवसर पर अनेक मंत्री, विधायक, सांसद और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत ने कहा कि कोरोना कॉल में सिर्फ मध्यप्रदेश ने वेबिनार आयोजन की यह महत्वपूर्ण पहल की। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप को लागू कर मध्यप्रदेश देश के अग्रणी प्रांत की पहचान बनाएगा।

प्रधानमंत्री श्री मोदी हमारे प्रेरक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी हमारे प्रेरक हैं। उनसे सदैव उत्साह और ऊर्जा प्राप्त होती है। उन्होंने कोरोना की चुनौती को अवसर में बदलने का आव्हान कर आत्मनिर्भर भारत के लिए सभी राज्यों से सहयोग की अपील की थी। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश आवश्यक है। इसके लिए किए गए प्रयास आज प्रदेश की जनता के सामने इस रोडमैप के रूप में रखे जा रहे हैं, क्योंकि मध्यप्रदेश की जनता मेरी आराध्य है। मध्यप्रदेश मेरा मंदिर है। यह जनता मेरे लिए भगवान है। इस मंदिर का पुजारी शिवराज सिंह चौहान है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में आर्थिक संकट से लोगों को उबारना एक चुनौती थी। हमने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों तक राशि पहुंचाई। इन परिस्थितियों में मध्यप्रदेश का रोडमैप प्रस्तुत करना भी एक विशेष कार्य था, जिसे अपनी चाह से हमने पूरा किया। अब रोडमैप को लागू करने के लिए निरंतर कार्य होगा। धनराशि की व्यवस्था भी की जाएगी। निजी क्षेत्र की सहभागिता की सुनिश्चित की जायेगी।

मध्यप्रदेश को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाएंगे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बने इसके लिए आर्थिक गतिविधियों को और बढ़ावा देंगे। सड़कों के निर्माण के साथ ही अधोसंरचना संबंधी सभी कार्य और नर्मदा जल सहित पानी की एक-एक बूंद का उपयोग करते हुए कृषि क्षेत्र को भी लाभकारी व्यवसाय बनाने पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। थर्मल पावर के साथ ही सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग होगा। ओंकारेश्वर जलाशय में सोलर पेनल बिछाएंगे। शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालयों तक विद्यार्थियों को बसों से लाने की व्यवस्था होगी। पढ़ाई से कोई वंचित नहीं रहेगा। लघु जलसंरचनाओं का जाल बिछाया जाएगा। जहां पूर्व में 7 लाख हेक्टेयर से 31 लाख हेक्टेयर तक सिंचाई क्षेत्र बढ़ाया गया था, उसे 60 लाख तक पहुंचाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) एक आंदोलन के रूप में विस्तार प्राप्त करेंगे। संसाधनों के बंटवारे का ध्यान रखते हुए जितनी आबादी उतनी राशि के सिद्धांत पर कार्यों का क्रियान्वयन होगा।

 वोकल को लोकल बनाने का ध्येय

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में रोजगार के माध्यम से अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना एक प्रमुख कार्य रहेगा। वोकल को लोकल बनाने का ध्येय है। स्थानीय उत्पाद को बिक्री से जोड़ा जाएगा। महिला सशक्तिकरण भी स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री को प्रोत्साहन देते हुए बढ़ेगा। ग्रामीण महिलाओं के कौशल को निखार कर उनके व्यवसाय को लाभकारी बनाया जाएगा। इसी तरह सांस्कृतिक गतिविधियों से रोजगार वृद्धि के प्रयास होंगे। छोटे व्यापारियों को तकलीफ न हो, बड़े व्यापारी यदि बेईमानी करते हों, वे सावधान हो जाएं क्योंकि आम लोगों को परेशानी में डालने वाले छोड़े नहीं जाएंगे। अपराधी तत्व कुचल दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में प्रत्येक व्यक्ति का सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

सहभागिता और सकारात्मक सोच आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों से आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश गढ़ने में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि विकास में प्रत्येक नागरिक की सहभागिता आवश्यक है। इसके साथ ही सकारात्मक सोच का भी महत्व है। हम सभी सकारात्मक होकर प्रदेश के विकास में भागीदारी करें। एक जिद, जूनून और जज़्बे के साथ सभी प्रदेश की प्रगति के लिए कार्य करें। हमारा मध्यप्रदेश गान भी इसी भाव का परिचायक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नीति आयोग ने प्रदेश के रोडमेप के निर्माण में सहयोग किया है। लोक सेवा प्रबंधन विभाग रोडमैप क्रियान्वयन में समवन्य करेगा। अन्य सभी विभाग सक्रिय भागीदारी करेंगे। दीनदयाल समितियों के माध्यम से भी समन्वय स्थापित किया जाएगा। कोरोना के संदर्भ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अभी यह समस्या पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। मास्क ही वैक्सीन है। दीपावली भी सावधानी से सभी लोग मनाएं। कोरोना पूरी तरह समाप्त होगा। 'ये रैन अंधेरी बीतेगी, पतवार चलाते जाएंगे, मंजिल आएगी, जरूर आएगी'। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वामी विवेकानन्द जी के कथन का स्मरण करते हुए कहा कि आज यह जरूरी है कि सभी उठें, जागें और तब-तक कार्य करें, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए। क्योंकि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।

रोड मैप में है विकास का विजन

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सांसद श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि रोडमैप- 2023 के विमोचन अवसर का यह कार्यक्रम अभिनव है क्योंकि इसमें प्रदेश के विकास के विजन को सामने रखते हुए ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स को लाभान्वित करने का महत्वपूर्ण कल्याणकारी यज्ञ भी पूरा हो रहा है। इस रोडमैप में एक विजन के दर्शन होते हैं। ये विकास का विजन है। मुख्यमंत्री श्री चौहान विकास के प्रति अत्यंत गंभीर और निरंतर कार्य करने वाले मुख्यमंत्री हैं।

मध्यप्रदेश ने कोरोना से निपटते हुए रोडमैप भी बना लिया - श्री अमिताभ कांत

नीति आयोग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिताभ कांत ने नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विशिष्ट अतिथि के रूप में भागीदारी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की रणनीति के अनुरूप मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है, जिसने विभिन्न विषय-विशेषज्ञों से परामर्श कर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार किया है। इस रोडमैप को प्रदेशवासियों के सामने रखा गया है। जब सभी राज्य सिर्फ कोरोना से ही लड़ रहे थे, तब मध्यप्रदेश ने कोरोना से लोगों के बचाव के लिए अच्छे प्रबंध करते हुए प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए यह रोडमैप तैयार करने का महत्वपूर्ण कार्य किया जो निश्चित ही प्रशंसनीय है। उल्लेखनीय है कि 7 से 11 अगस्त की अवधि में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप को तैयार करने के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चार मुख्य विषयों भौतिक अधोसंरचना, सुशासन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा और अर्थव्यवस्था एवं रोजगार पर राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किये। इन वेबिनार्स में नीति आयोग के प्रतिनिधि, सुशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा और अर्थव्यवस्था से जुड़े विषय-विशेषज्ञों को आमंत्रित कर उनके सुझाव प्राप्त किये गये। वेबिनार्स में प्राप्त सुझाव के आधार पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप की कार्ययोजना तैयार की।

प्रारंभ में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के रोडमैप को तैयार करने का श्रेय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को है। मुख्यमंत्री श्री चौहान की उमंग, ऊर्जा और उत्साह के सामने सभी कठिनाईयां बौनी सिद्ध हुईं। जब देश-विदेश में कोविड-19 नियंत्रण से बाहर हो रहा था, तब मध्यप्रदेश में अच्छा प्रबंधन हुआ। प्रशासनिक व्यवस्था में एक आमूल-चूल परिवर्तन यह हुआ की वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से निर्णय लेने का महत्वपूर्ण कार्य संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान के निश्चय से वेबिनार में करीब 650 विषय-विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। ऑन लाइन सुझाव भी प्राप्त हुए। मुख्य सचिव श्री बैंस ने आशा व्यक्त की कि मध्यप्रदेश की विकास यात्रा विभिन्न पड़ावों से होकर मंजिल तक पहुंचेगी। निष्ठा, परिश्रम और जिम्मेदारी से इस रोड मैप को सभी अंजाम तक पहुंचाएंगे। मुख्य सचिव श्री बैंस ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का उनकी नेतृत्व क्षमता से मिले इस लाभ के लिए आभार भी व्यक्त किया।

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप के विमोचन कार्यक्रम में मंत्री, सांसद, विधायक, मुख्य सचिव, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और विभागाध्यक्ष भी शामिल हुए। इसके अतिरिक्त संभाग एवं जिलों से सांसद, विधायक, संभागायुक्त, आईजी, कलेक्टर, एसपी भी कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल थे। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण मध्यप्रदेश दूरदर्शन, क्षेत्रीय न्यूज चैनल्स एवं सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर किया गया। कार्यक्रम का संचालन उप सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय श्री सुधीर कोचर ने किया।

क्रमांक/6496/नवंबर-125/मनोज

 सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावितों के पुनर्वास-राहत

कार्यों में नहीं रहे कोई कमी - मुख्यमंत्री श्री चौहान

नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण की 14वीं रिव्यू कमेटी की बैठक सम्पन्न 

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

     मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सरदार सरोवर बांध के डूब से प्रभावितों के पुनर्वास के लिये राहत कार्यों को पूर्ण तत्परता से करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण की 14वीं रिव्यू कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में बताया गया कि सरदार सरोवर बांध पहली बार वर्ष 2019 में पूरा भरने से डूब क्षेत्र में मध्यप्रदेश के 76 ग्रामों की भूमि, मकान, सड़के, कृषि भूमि आयी थी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि डूब प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के पुनर्वास, अधोसंरचना जैसे सड़क, पुल-पुलिया, भू-अर्जन आदि प्रकरणों के निराकरण पर हुये व्यय और विद्युत के कम उत्पादन से म.प्र. सरकार को हुयी क्षति के लिये गुजरात और म.प्र. सरकारों के मध्य आवश्यक राशि के आदान-प्रदान के लिये दोनो सरकारें आर्बिट्रेटर नियुक्त करेगी।

अपर मुख्य सचिव श्री आई.सी.पी. केशरी ने बताया कि 2019 में पहली बार सरदार सरोवर बांध के पूर्ण रूप से भरने से कृषि भूमि, मकान, सड़क, पुल-पुलिया डूब में आयी, जिसका चिन्हांकन कमिश्नर पुनर्वास और इंदौर सम्भाग के संभागायुक्त द्वारा किया जा चुका है।

बैठक में बताया गया कि सरदार सरोवर बांध से कम विद्युत उत्पादन लेने के कारण मध्यप्रदेश सरकार को 904 करोड़ की क्षति हुयी है। प्रथम बार बांध भरने पर नवीन भू-अर्जन पर लगभग 100 करोड़ रूपये और क्षतिग्रस्त पुल-पुलियों, सड़कों के नवीन निर्माण पर 298.28 करोड़ रूपये का भार राज्य सरकार पर आया है।

बैठक में सदस्य अभियांत्रिकी नर्मदाघाटी विकास प्रधिकरण श्री राजीव कुमार शुक्ल, आयुक्त जनसम्पर्क श्री सुदाम खाड़े सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

क्रमांक/6497/नवंबर-126/मनोज

 लघु व्यावसायियों के व्यवसाय को बढ़ाने के निरंतर प्रयास होंगे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स से किया संवाद 

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में रोजगार के छोटे-छोटे काम धंधों से जुड़े लोगों के व्यवसाय के उन्नयन के लिए निरंतर प्रयास किए। ये लघु कारोबारी बिना परेशानी के आर्थिक सहायता प्राप्त करते हुए साल-दर साल अपने व्यवसाय को बढ़ा सकेंगे। स्ट्रीट वेंडर्स सहायता योजना में प्रथम वर्ष 10 हजार तत्पश्चात 30 हजार और फिर 50 हजार की ऋण सहायता से व्यवसाय अधिक लाभकारी हो जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मध्यप्रदेश के रोड मैप आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रोड मैप - 2023 के विमोचन अवसर पर मिंटो हाल भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस में 20 हजार ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स को ब्याजमुक्त ऋण राशि उनके खाते में अंतरित की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तीन जिलों के हितग्राहियों से संवाद भी किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स को दीपावली पर्व की बधाई देते हुए उन्हें प्राप्त ऋण की प्रक्रिया की जानकारी भी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हितग्राहियों से जानकारी चाही कि उन्हें कार्यशील पूंजी के रूप में मिले इस ऋण को मंजूर करवाने में किसी भी स्तर पर कठिनाई तो नहीं हुई? हितग्राहियों ने बताया कि उन्हें बिना किसी परेशानी के राशि प्राप्त हुई है जो कोरोना की परिस्थितियों में उनके व्यवसाय को संभालने में मददगार सिद्ध हुई है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा गत सितम्बर माह में 20 हजार से अधिक पथ-विक्रेताओं को योजनांतर्गत ऋण वितरण किया गया था।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीहोर जिले की लकड़ी के खिलौने बनाने वाली श्रीमती सुनीता देवी, जबलपुर जिले के झाडू निर्माण के पुश्तैनी कार्य से जुड़े श्री चमनलाल लढ़िया और धार जिले के सब्जी विक्रेता श्री भीलू गोयल से बातचीत कर उनके कार्य और व्यवसाय की जानकारी प्राप्त की।

क्रमांक/6498/नवंबर-127/मनोज

 शंकर व्याख्यानमाला 15 नवम्बर को 

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

    संस्कृति विभाग आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास द्वारा आचार्य शंकर के अद्वैत वेदान्त के लोकव्यापीकरण के लिए प्रतिमाह शंकर व्याख्यानमाला का आयोजन किया जाता है। इसी तारतम्य में 15 नवम्बर, 2020 को सुबह 9 बजे शंकर व्याख्यानमाला का ऑनलाइन प्रबोधन होगा। इस व्याख्यानमाला में स्वामी शारदानन्द सरस्वती, चिन्मय इन्टरनेशनल फॉउण्डेशन, वेलियानाड का प्रबोधन होगा।

क्रमांक/6499/नवंबर-128/मनोज

 मुख्यमंत्री श्री चौहान कमिश्नर्स, कलेक्टर्स, पुलिस महानिरीक्षक

एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ आज वीडियो-कान्फ्रेंसिंग करेंगे

 जबलपुर, 12 नवंबर 2020

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 13 नवम्बर को मंत्रालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी कमिश्नर्स, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर्स एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग करेंगे। इसमें मुख्य सचिव सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। वी.सी. में कानून व्यवस्था सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी।

वीडियो कान्फ्रेंसिंग में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, धान मिलिंग, कानून व्यवस्था, मिलावट से मुक्ति अभियान, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना (प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि), नवीन पात्रता पर्ची धारी हितग्राहियों को खाद्यान्न वितरण, (सार्वजनिक वितरण प्रणाली), पथ विक्रेता उत्थान योजना (शहरी एवं ग्रामीण), स्वसहायता समूहों का सशक्तिकरण, विभिन्न त्यौहार की व्यवस्था, कोविड-19 की स्थिति, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण, एक जिला-एक उत्पाद योजना का क्रियान्वयन, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन पोर्टल पर परिसम्पत्ति की जानकारी अद्यतन दर्ज करना तथा समस्त नगरीय निकायों में एकल खाता प्रणाली लागू करना आदि विषयों की समीक्षा होगी।

क्रमांक/6500/नवंबर-129/मनोज

 स्थानीय निर्वाचन संबंधी प्रशिक्षण 20 नवम्बर को

 जबलपुर, 12 नवंबर 2020

मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरपालिका एवं त्रि-स्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2020-21 की तैयारियों को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों के लिये 'नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुति, संवीक्षा एवं प्रतीक आवंटन की प्रक्रिया तथा जिला निर्वाचन प्रबंधन योजना' पर 20 नवम्बर को प्रात: 11 बजे से 2 बजे तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स द्वारा दिया जायेगा।

प्रशिक्षण में उप जिला निर्वाचन अधिकारी (स्थानीय निर्वाचन), रिटर्निंग ऑफिसर, सहायक रिटर्निंग ऑफिसर, जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स, नोडल अधिकारी (प्रशिक्षण) और निर्वाचन अधीक्षक (स्थानीय निर्वाचन) को उपस्थित रहना अनिवार्य है। आयोग से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स जिले के नगर पालिका एवं जनपद स्तर के मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित करेंगे।

क्रमांक/6501/नवंबर-130/मनोज