NEWS -12-11-2020-B

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 रोको-टोको अभियान :

285 व्यक्तियों से 38 हजार 750 रुपये का जुर्माना वसूल

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के निर्देशानुसार कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध चलाए जा रहे रोको-टोको अभियान के तहत आज 285 व्यक्तियों से  38 हजार 750 रुपए का जुर्माना वसूला गया । इसमें पुलिस द्वारा 183 व्यक्तियों से 18 हजार 300 रुपये  नगर निगम द्वारा 27 व्यक्तियों से 12 हजार 450 रूपये, एसडीएम जबलपुर द्वारा 10 व्यक्तियों से 1000 रुपये, एसडीएम गोरखपुर द्वारा 13 व्यक्तियों से 1300 रूपये, एसडीएम आधारताल द्वारा 12 व्यक्तियों से 1200 रुपये, एसडीएम कुंडम द्वारा 2 व्यक्ति से 200, एसडीएम सिहोरा द्वारा 6 व्यक्तियों से 600 रुपये तथा नगर पालिका सिहोरा द्वारा 32 व्यक्तियों से 3700 रुपये का वसूला गया जुर्माना शामिल है।

क्रमांक/6502/नवंबर-131/जैन

 कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने पर 31 व्यक्ति डिस्चार्ज

अब तक 12 हजार 275 कोरोना मरीज हुये स्वस्थ
आज 53 नये कोरोना मरीज मिले

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

कोरोना से स्वस्थ होने पर गुरुवार 12 नवम्बर को 31 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है । वहीं बीते चौबीस घण्टे के दौरान मिली 1 हजार 622 सेम्पल की परीक्षण रिपोर्ट्स में कोरोना के 53 नये मरीज सामने आये हैं । आज डिस्चार्ज हुये 31 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 12 हजार 475 हो गई है और रिकवरी रेट 94.10 प्रतिशत हो गया है । कल बुधवार की शाम 6 बजे से आज गुरुवार की शाम 6 बजे तक बीते चौबीस घण्टे के दौरान आये 53 कोरोना संक्रमितों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 13 हजार 257 हो गई है । बीते चौबीस घण्टे के दौरान कोरोना से एक व्यक्ति की मृत्यु की प्राप्त रिपोर्ट को मिलाकर जबलपुर में कोरोना से मृत होने वाले मरीजों की संख्या 213 हो गई है । जबलपुर में कोरोना के एक्टिव केस अब 569 हो गये हैं । आज कोरोना टेस्ट हेतु 1 हजार 585 व्यक्तियों के सेम्पल लिये गये हैं ।

क्रमांक/6503/नवंबर-132/जैन

वृद्धजन सुरक्षा अभियान :

55 वर्ष से अधिक उम्र के अब तक 31 हजार से अधिक व्यक्ति चिन्हित

वृद्धजनों की होगी काउंसिलिंग, मिलेगा उपचार 

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

ठण्ड के दौरान कोरोना संक्रमण के संभावित खतरे से बुजुर्गो की सुरक्षा के लिये जिले में चलाये जा रहे वृद्धजन सुरक्षा अभियान के तहत  अभी तक पचपन वर्ष से अधिक की आयु के ऐसे 31 हजार से अधिक व्यक्तियों को चिन्हित किया जा चुका है, जो विभिन्न गम्भीर बीमारियों से पीड़ित हैं और पिछले एक वर्ष के दौरान शासकीय या निजी अस्पतालों में उपचार के लिये जा चुके हैं । 

कोरोना से बुजुर्गों की सुरक्षा उनकी काउंसलिंग एवं समय पर उपचार मुहैया कराने के उद्देश्य से जबलपुर में चलाया जा रहा यह अभियान प्रदेश में अपनी तरह का अनूठा अभियान है । कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की पहल पर शुरू किये गये इस अभियान के तहत अभी तक चिन्हित किये गये सभी 31 हजार बुजुर्गों और 55 वर्ष से अधिक आयु के कोमोरबिडिटी वाले व्यक्तियों का डेटा डिस्ट्रिक्ट कोरोना कन्ट्रोल एण्ड कमांड सेंटर में दर्ज कर लिया गया है । कोरोना कन्ट्रोल एण्ड कमांड सेंटर स्थित टेलीमेडिसिन सेंटर से ऐसे बुजुर्गों से फोन पर सम्पर्क किया जा रहा है, उनके स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग जा रही है तथा उन्हें कोरोना से बचाव के उपायों की जानकारी दी जा रही है । स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें उपचार हेतु अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है तथा जरूरत पडने पर उनके कोरोना सेम्पल भी लिये जा रहे है।  कोरोना कन्ट्रोल रूम से अभी तक ऐसे 6 हजार बुजुर्गों से फोन कर सम्पर्क किया जा चुका है । यह प्रक्रिया निरन्तर जारी है और प्रतिदिन डेढ़ से दो हजार बुजुर्गों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली जा रही है ।

वृद्धजन सुरक्षा अभियान में कोरोना से सुरक्षा के उपायों के प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया जा रहा है । अभियान के तहत बुजुर्गों एवं कोमारबीडीटी वाले मरीजों के घर स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अमले द्वारा कोरोना के बचाव एवं रोकथाम के उपायों वाले पर्चे का वितरण किया जा रहा है । इसके साथ ही सरकारी और निजी अस्पतालों के ओपीडी काउंटर से भी मरीजों और उनके परिजनों को पम्पलेट बांटे जा रहे है ।

क्रमांक/6504/नवंबर-133/जैन

30 नवम्बर तक बंद रहेंगी आठवीं तक की कक्षाएँ 

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

कोविड-19 संक्रमण को दृष्टिगत राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि कक्षा 1 से 8वीं तक की कक्षाओं के लिए प्रदेश के समस्त शासकीय/अशासकीय स्कूल 30 नवम्बर, 2020 तक बन्द रहेंगे। पूर्व में जारी निर्देशों के अनुरूप डिजीटल मोड से लर्निंग कक्षाएं जारी रहेंगी।

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विभागीय समसंख्यक आदेश 12 अक्टूबर के अनुसार कक्षा 1 से 8वीं तक की कक्षाएँ 15 नवम्बर 2020 तक बंद रखे जाने एवं कक्षा 9वीं से 12वीं के विद्यार्थियों को शिक्षकों से मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिये माता-पिता/अभिभावकों की अनुमति से विद्यालय आने की अनुमति दी गई थी। कक्षा 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं विभागीय समसंख्यक आदेश 12 अक्टूबर के अनुसार यथावत संचालित रहेंगी।

क्रमांक/6505/नवंबर-134/मनोज

आत्मनिर्भर रोडमैप की प्रमुख रणनीतियाँ

जबलपुर, 12 नवंबर 2020

1.  भौतिक संरचना

  • रोड एसेट मैनेजमेंट सिस्टम की स्थापना।
  • 24 प्रमुख सड़कों का नवीनीकरण।
  • 200 राज्य सड़कों का वैज्ञानिक यातायात सर्वेक्षण।
  • बफर में सफर मुहिम के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा।
  • पर्यटन स्थलों के आसपास रहने वाले सेवा प्रदाताओं का कौशल संवर्धन।
  • घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देना।
  • समावेशी शहरी विकास सुनिश्चित करना।
  • पर्यावरण के अनुकूल सतत विकास सुनिश्चित करना।
  • कानूनी और राजकोषीय सुधारों के माध्यम से नगरीय शासन में सुधार।
  • नगरीय सेवाओं की डिलीवरी में सुधार।
  • 100 प्रतिशत घरेलू कार्यशील नल कनेक्शन।
  • 60 सिंचाई परियोजना के निर्माण की प्रक्रिया।
  • ग्रीन एनर्जी कॉरीडोर का निर्माण।
  • सामग्री एवं उपकरणों की खरीदी में लोकल निर्मित सामग्री को प्राथमिकता।
  • रूफटॉप सौर ऊर्जा परियोजनाओं का कार्यान्वयन।
  • मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना।
  • इंदौर एयरपोर्ट पर पेरिशेबल गुड्स के लिये एयर-कार्गो हब की स्थापना।

2. सुशासन

  • सेवा प्रदाय के लिये एकल पोर्टल।
  • कनेक्टिविटी के बुनियादी ढाँचे का सुदृढ़ीकरण और आईटी कौशल का विकास।
  • इमर्जिंग प्रौद्योगिकी के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिये उत्कृष्टता केन्द्र।
  • पारदर्शिता के साथ जवाबदेह एवं जिम्मेदार प्रशासन।
  • नागरिकों के लिये Ease of Living

3. स्वास्थ्य एवं शिक्षा

  • व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के लिये 10 हजार SHCs और 1200 PHCs को हेल्थ वेलनेस केन्द्रों में परिवर्तित करना।
  • 1600 अत्याधुनिक प्रसव केन्द्रों की स्थापना और प्रत्येक CHC पर विशेष नवजात इकाई की स्थापना।
  • आरसीएच पोर्टल के माध्यम से गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत कव्हरेज सुनिश्चित करना।
  • 5 वर्ष से कम उम्र के 55 लाख बच्चों को शत-प्रतिशत टीकाकरण।
  • प्रत्येक जिला अस्पताल में कार्यात्मक आईसीयू वार्ड, एचडीयू वार्ड, आइसोलेशन वार्ड, डायग्नोस्टिक सुविधाएँ और विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध कराना।
  • 1200 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं 10 हजार उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर टेली मेडिसिन और अन्य आईसीटी उपकरणों का उपयोग करना।
  • जिला अस्पतालों में इमेजिंग सुविधाएँ उपलब्ध कराना।
  • सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं के नेटवर्क का सुदृढ़ीकरण।
  • राज्य-स्तरीय अनुसंधान संगठन की स्थापना।
  • उच्च शिक्षा संस्थानों तक पहुँच बढ़ाने के लिये 150 नये ओपन डिस्टेंस लर्निंग केन्द्र खोलना।
  • चिन्हित किये गये 150 कॉलेजों को क्वालिटी लर्निंग सेन्टर में परिवर्तित करना।
  • 10 हजार संसाधन संपन्न स्कूलों की स्थापना।
  • विज्ञान प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित आधारित शिक्षा प्रणाली विकसित करना।
  • ज्ञान के आदान-प्रदान के लिये प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी।
  • हब और स्पोक मॉडल पर इंजीनियरिंग तथा जिला स्तर के आईटीआई में कैरियर तथा प्लेसमेंट सेल की स्थापना करना।
  • 200 कॉलेजों में प्लेसमेंट और उद्यमिता सेल की स्थापना।
  • आईटीआई में मौजूद लोकप्रिय ट्रेडों को उद्योग की मांग से जोड़ना।
  • ग्लोबल स्किल पार्क और 10 मेगा आईटीआई के लिये उद्योगों के साथ भागीदारी।

4.अर्थव्यवस्था और रोजगार

  • कृषि गारंटी ट्रस्ट के गठन के संबंध में टास्क फोर्स का गठन।
  • संभागीय मुख्यालयों पर बीज परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना।
  • मण्डी नियमों एवं एक्ट में संशोधन एवं प्रभावी कार्यान्वयन।
  • एक जिला एक उत्पाद के तहत खेती क्षेत्र के करीब खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना।
  • बाजार लिंकेज और कोल्ड स्टोरेज की सुविधा।
  • कृत्रिम गर्भाधान 32 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक बढ़ाना और निजी भागीदारी को प्रोत्साहन।
  • नॉलेज पोर्टल और युवा संवाद के माध्यम से पशुपालन क्षेत्र में युवाओं को आकर्षित करना।
  • मिशन मोड में अनुत्पादक सांडों का बधियाकरण।
  • किसानों को मधुमक्खी पालन से जोड़ना और शहद प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना करना।
  • चंबल प्रोग्रेस-वे और नर्मदा एक्सप्रेस-वे के निकटता वाले क्षेत्रों में एमएसएमई के लिये विश्वस्तरीय कॉरीडोर के रूप में विकसित करना।
  • निर्यात क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने के लिये 3 नये इनलेण्ड कंटेनर डिपो स्थापित करना।
  • राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप श्रम कानूनों को निवेशकों के लिये अनुकूल बनाना।
  • 15 जिला मुख्यालयों में निजी क्षेत्र द्वारा संचालित प्लेसमेंट सुविधा केन्द्रों की स्थापना।
  • वनोपज का मध्यप्रदेश उत्पाद के तौर पर जीआई टैगिंग करवाना।
  • उत्पाद विकास में अनुसंधान एवं विकास संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये व्यवसायिक संस्थानों के साथ भागीदारी।

क्रमांक/6506/नवंबर-135/मनोज