News.14.07.2019


संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
सामाजिक न्याय मंत्री श्री घनघोरिया ने किया पिसनहारी मढ़िया में पौधारोपण
जबलपुर, 14 जुलाई, 2019
      प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया ने आज रविवार की सुबह जैन तीर्थ स्थल पिसनहारी मढ़िया में पौधा रोपकर यहां तीन दिवसीय पौधारोपण कार्यक्रम की शुरूआत की । पौधारोपण के इस कार्यक्रम में श्री पिसनहारी तीर्थ के प्रधानमंत्री चौधरी राकेश जैन एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद थे । इस अवसर पर बताया गया कि पिसनहारी तीर्थ पर इस वर्ष करीब पांच हजार पौधे रोपने का संकल्प लिया गया है । इसमें औषधीय पौधे भी शामिल रहेंगे ।
      सामाजिक न्याय मंत्री श्री घनघोरिया ने पौधारोपण के इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि पिसनहारी मढ़िया की पहाड़ी के संरक्षण में मदद मिलेगी । उन्होंने हर वर्ग के लोगों से इस पुनीत कार्य में भागीदार बनने का आव्हान भी किया ।
क्रमांक/1052/जुलाई-176/जैन
बी.एड. विज्ञान हेतु 17 जुलाई तक आवेदन आमंत्रित
 जबलपुर 14 जुलाई 2019
      राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग एवं आदिवासी विकास विभाग के वरिष्ठ अध्यापक, संविदा शाला शिक्षक वर्ग -1, अध्यापक एवं संविदा शाला शिक्षक वर्ग-2 के अभ्यर्थियों से बीएड विज्ञान पाठ्यक्रम 2019-21 हेतु निर्धारित प्रारूप में 17 जुलाई तक आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं।
      आवेदक जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से अथवा सीधे आवेदन कर सकते हैं। बी.एड. (विज्ञान) पाठ्यक्रम हेतु विज्ञान विषय से स्नातक अथवा स्नातकोत्तर ही आवेदन हेतु पात्र होंगे। प्रवेश हेतु विस्तृत जानकारी एवं आवेदन पत्र का प्रारूप राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल की वेबसाइट www.educationportal.mp.gov.in पर उपलब्ध है।   
क्रमांक/1053/जुलाई-177/मनोज
विदेशों संबंधी दस्तावेजों को अभिप्रमाणित करने की वैकल्पिक व्यवस्था
जबलपुर, 14 जुलाई, 2019
राज्य शासन ने विदेशों में काम आने वाले प्रमाण-पत्रों एवं अन्य दस्तावजों को अभिप्रमाणित करने के लिए उप सचिव गृह श्रीमती अंजू पवन भदोरिया को नामांकित किया है।
क्रमांक/1054/जुलाई-178/मनोज
स्कूली बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर मारूति वेन चालकों की बुलाई बैठक
सावधानियां बरतने दिए गए सुझाव और निर्देश
जबलपुर, 14 जुलाई, 2019
जिला दंडाधिकारी श्री भरत यादव एवं पुलिस अधीक्षक श्री अमित सिंह के निर्देशानुसार आज सुबह 9:30 बजे पुलिस लाइन जबलपुर में नगर के मारुति बेन चालकों की मीटिंग आयोजित की गई इसमें करीब 250 चालक उपस्थित हुए नगर में लगभग 2500 मारुति वैन संचालित है, जो प्रतिदिन स्कूल के विद्यार्थियों को लाने और ले जाने का काम करती है यही मारुति वैन चालकों के परिवार की आजीविका का प्रमुख स्रोत भी है।
          मारुति वैन संचालकों से  सर्वप्रथम उनकी समस्याओं को जाना तत्पश्चात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात अमृत मीणा, उप पुलिस अधीक्षक यातायात मधुकर चौकीकर एवं मयंक सिंह चौहान ने संबोधित किया  
 इस दौरान चालकों को निम्नांकित सुझाव दिए गए-
1. मारुति वैन चालकों की सूची बनाकर उनका नाम, पिता का नाम, पता, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, स्कूल का नंबर आदि तैयार कर यातायात पुलिस को उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि उनका पुलिस वेरिफिकेशन कराया जा सके 
2. नगर में 2005 से पहले की कोई भी मारुति वैन स्कूल के विद्यार्थियों का परिवहन नहीं करेगी 
3. सभी वाहनों में पीयूसी प्रमाणपत्र तथा फिटनेस का प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है 
4. किसी भी मारुति वैन में क्षमता से अधिक बच्चों को नहीं बिठाया जाएगा 
5. कोई भी मारुति वैन गैस किट से संचालित नहीं होगी 
6. मारुति वैन नगर में निर्धारित स्पीड पर ही संचालित होगी 
7. जब भी यातायात पुलिस अथवा परिवहन अधिकारी चेक करेंगे, मारुति वैन चालक पूरा सहयोग करेंगे, ना कि भगाकर ले जाएंगे 
8. सभी वाहन चालक आवश्यक दस्तावेज हमेशा वाहन में उपलब्ध रखेंगे 
9. कोई भी वाहन चालक शराब या ड्रग्स का सेवन करके बाहर नहीं चलाएगा 
10. मारुति वैन में आगे, पीछे स्कूल वैन तथा मोबाइल नंबर लिखवाया जाएगा 
11. मारुति वैन में सुरक्षा के सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध रहेंगे 
12. कोई भी मारुति वैन को विद्यार्थियों के अलावा अन्य किसी व्यवसायिक काम में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा 
13. विद्यार्थियों को स्कूल में छोड़ने के उपरांत निर्धारित पार्किंग स्थल पर ही वाहन को खड़ा किया जाएगा आम रास्ते को बाधित नहीं करेंगे 
14. कोई भी वाहन चालक स्कूली बच्चों को अपनी गोद में नहीं बिठाएंगे
15. मारुति चालक के पास कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है
          मारुति वैन संचालक संघ के पदाधिकारी अमित राजपूत, संतोष शुक्ला, श्रीमती यास्मीन आदि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए तथा यातायात पुलिस के निर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया। 
          उल्लेखनीय है कि गत वर्ष पूरे जिले में किसी भी स्कूल वाहन का एक्सीडेंट नहीं हुआ यह हमारे जिले के स्कूली वाहन चालकों की संवेदनशीलता को दर्शाता है यातायात पुलिस ने जनहित में सभी बच्चों के अभिभावकों से भी आग्रह किया है कि यदि उन्हें किसी स्कूली वाहन चालक की गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत होती है, तो तत्काल जिले के किसी भी पुलिस अधिकारी को इस संबंध में अवगत करावे, ताकि दोषी व्यक्ति के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जा सके सूचना कर्ता का नाम पता गुप्त रखा जावेगा इसके साथ ही साथ यह भी अपेक्षा है कि जो वाहन चालक यातायात के नियमों का उल्लंघन करते हैं अथवा बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं ऐसे वाहनों में अपने बच्चों को ना बिठाएं।
क्रमांक/1055/जुलाई-179/जैन॥
घर बैठे करा सकेंगे पौधों की ऑनलाइन बुकिंग
जबलपुर, 14 जुलाई, 2019
      वन विभाग ने प्रदेश के किसानों और नागरिकों को घर बैठे पौधे विभिन्न पौधों की उपलब्धता की जानकारी देने के लिये ऑनलाइन आवेदन सुविधा आरंभ की है ।  अब लोग एम.पी.ऑनलाइन पोर्टल htt://mpforest.mponline.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं । आवेदन की सुविधा एम.पी. ऑनलाइन के कियोस्क पर भी उपलब्ध है ।  इसमें वन विभाग की 170 नर्सरी से पौधे मिल सकेंगे ।
      आवेदन मिलने पर वन विभाग उनकी मांग के अनुसार अनुमोदन करेगा । आवेदकों और संबंधित नर्सरी के अधिकारियों को एसएमएस के माध्यम से इसकी जानकारी दी जायेगी । इसके बाद आवेदक संबंधित नर्सरी को नगद भुगतान कर पौधे प्राप्त कर सकते हैं ।
      ऑनलाइन प्रक्रिया से किसानों और आवेदकों को प्रदेश की रोपणियों में उपलब्ध विभिन्न प्रजाति के पौधे और उनकी संख्या के बारे में घर बैठे ही आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर पौधे की बुकिंग करा सकेंगे । इससे उन्हें पौधा प्राप्त करने के लिये भटकना नहीं पड़ेगा ।  विस्तृत जानकारी के लिये एम.पी. ऑनलाइन के कस्टमर केयर दूरभाष क्रमांक 0755-6720200 पर संपर्क किया जा सकता है ।
स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर भी कराई जा सकेगी पौधों की बुकिंग:
      पौधा रोपण कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता निभाने के इच्छुक शहर के नागरिक, सामाजिक एवं स्वयंसेवी संगठन जबलपुर स्मार्ट सिटी द्वारा तैयार की गई वेबसाइट plantationfestival.jscjabalpur.org पर भी पौधों की ऑनलाइन बुकिंग करा सकेंगे ।  शासकीय विभाग भी इस वेबसाइट पर अपनी आवश्यकतानुसार ऑनलाइन आवेदन कर पौधे मांग सकेंगे।  जिला प्रशासन की वेबसाइट Jabalpur.inc.in पर भी पौधों की ऑनलाइन बुकिंग के लिए तैयार इस वेबसाइट की लिंक उपलब्ध है ।
क्रमांक/1056/जुलाई-180/जैन
वेटलैण्ड इन्वेन्ट्री का जीआईएस बेस्ड वेब पोर्टल तैयार
जबलपुर, 14 जुलाई, 2019
प्रदेश में तालाबों के संरक्षण और जल भराव की जानकारी संधारण करने के लिए पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) ने जियोग्राफिकल इनफार्मेशन सिस्टम (जीआईएस) बेस्ड वेब पोर्टल तैयार किया है। यह पोर्टल मध्यप्रदेश एजेन्सी फॉर प्रमोशन ऑफ इन्फॉरमेशन टेक्नोलोजी (मेपआईटी) के सहयोग से तैयार किया गया है।
पोर्टल पर प्रदेश के 2.25 हैक्टयर से अधिक के वेटलैण्ड को शामिल किया गया है। पोर्टल में तालाबों की जानकारी, उनके नाम, नक्शा, ब्लॉक, गाँव, भौगोलिक स्थिति और क्षेत्रफल की जानकारी प्रमुखता से दी गई है। इस जानकारी के होने से तालाबों के संरक्षण और उनके प्रबंधन के कार्य आसानी से किये जा सकेंगे। यह पोर्टल शोधकर्ता समाजसेवी और पर्यावरणविद् के लिये अत्याधिक उपयोगी है। जीआईएस बेस्ड वेब पोर्टल एप्को की वेबसाईट www.epco.in पर उपलब्ध है।
क्रमांक/1057/जुलाई-181/जैन

वनाधिकार पट्टों के परीक्षण के लिये होंगी विशेष ग्राम सभाएँ

जबलपुर 14 जुलाई 2019
वन अधिकार अधिनियम 2006 के तहत निरस्त एवं लंबित दावों के निराकरण के लिए 15 से 20 जुलाई तक विशेष ग्राम सभाएँ होंगी। अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास ने जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि उन गाँव में ही ग्राम सभा होगी, जहां निरस्त दावे प्राप्त होंगे।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय में प्रचलित प्रकरण वाइल्ड लाईफ फर्स्ट ऑफ इंडिया विरुद्ध भारत सरकार एवं अन्य में दिए गये निर्देश के अनुक्रम में निरस्त दावों का पुन: परीक्षण किया जाना है। प्रदेश में राज्य स्तरीय निगरानी समिति में निरस्त दावों का ग्राम सभा स्तर पर परीक्षण करने और युक्तियुक्त सुनवाई करने का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में विशेष ग्राम सभाएँ होगी।
क्रमांक/1058/जुलाई-182/मनोज

केन्द्रीय अध्ययन मंडल द्वारा स्नातक स्तर के 25 विषय के पाठ्यक्रम पुनर्निधारित

जबलपुर 14 जुलाई 2019
केन्द्रीय अध्ययन मंडल द्वारा 25 विषयों के तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों को पुनर्निर्धारित करने की अनुशंसा की गई है। राज्यपाल एवं कुलाधिपति के अनुमोदन के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किये हैं। प्रदेश सभी पारम्परिक विश्वविद्यालय के कुल सचिव, एवं शासकीय और अशासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देशित किया गया है कि पाठ्यक्रम की जानकारी विभागीय वेबसाइट पर अपलोड कर विद्यार्थियों को सूचित करना सुनिश्चित करें।
केन्द्रीय अध्ययन मंडल द्वारा पुनर्निर्धारित स्नातक पाठयक्रमों में समाज-शास्त्र, रसायन-शास्त्र, वाणिज्य, इतिहास, भौतिक-शास्त्र, गणित, अंग्रेजी (साहित्य) प्राणी-शास्त्र, हिन्दी (साहित्य), भूगोल, राजनीति-शास्त्र, लोक प्रशासन, अर्थ-शास्त्र, सांख्यिकी, दर्शन-शास्त्र, संस्कृत (साहित्य), मैनेजमेंट, जियोलॉजी, वनस्पति-शास्त्र, मनो-विज्ञान, पर्यावरण-विज्ञान, फाउण्डेशन कोर्स, सैन्य-विज्ञान, समाज कार्य तथा उर्दू शामिल किये गये हैं।
क्रमांक/1059/जुलाई-183/मनोज

आसान उपाय अपनाकर कम कर सकते हैं बिजली बिल

जबलपुर, 14 जुलाई, 2019
राज्य के ऊर्जा विभाग ने प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं के बिजली बिल कम करने के उपायों से संबधित एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी के मुताबिक बिजली उपभोक्ता दिन में सूर्य के प्रकाश का अधिकतम उपयोग करें तथा गैर-जरूरी पंखे, लाईट इत्यादि उपकरणों को बंद रखें। विशेषत: कार्यालयीन समय में भोजनावकाश के दौरान, घर से बाहर एवं कक्ष से बाहर जाते समय, ध्यानपूर्वक समस्त प्रकाश, पंखे एवं कंप्यूटर मानिटर इप्यादि को बंद करें चाहे वे थोड़े समय के लिए ही क्यों बाहर जा रहे हों।
एडवाइजरी के अनुसार ब्यूरो आफ एनर्जी इफिशिएंसी द्वारा प्रमाणित कम से कम तीन सितारा चिन्हित ऊर्जा दक्ष उपकरणों का क्रय करने से ऊर्जा खपत कम की जा सकती है। इलेक्ट्रानिक उपकरण जैसे टी.वी को स्टैण्डबाई मोड पर रखने से एक वर्ष में लगभग 70 यूनिट विद्युत की बचत हो सकती है।
कम्प्यूटर- कम्प्यूटर के मॉनिटर एवं कापियर्स को स्लीप मोड में रखने से लगभग 40 प्रतिशत ऊर्जा की बचत होती है। एलईडी मॉनिटर का प्रयोग करें। यह पारंपरिक सी.आर.टी. मॉनिटर की तुलना में कम ऊर्जा खर्च करता है। यदि एक कम्प्यूटर 24x7 घंटे चालू रखा जाए, तो यह फ्रिज से अधिक विद्युत खर्च करता है। अत: उपयोग होने पर कम्प्यूटर बंद रखें।
एलईडी, सीएफएल एवं साधारण बल्ब की ऊर्जा खपत तुलना
विवरण
एलईडी
सीएफएल
साधारण बल्ब
वॉट (खपत)
7 वॉट
14 वॉट
60 वॉट
ऊर्जा क्षमता
88 प्रतिशत
50 प्रतिशत
0
बिजली बिल में वार्षिक बचत(प्रति बल्ब रू.)
140-400
85
निरंक
आयु (घंटों में)
25000
8000
1200
उजाला कार्यक्रम में एलईडी बल्ब और एलईडी टयूबलाईट वितरित किए जा रहे हैं। बिजली बचत वाले पंखे भी उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
रूफ टाप सोलर पैनल- सौर ऊर्जा मिशन के पायलट प्रोजेक्ट में भारत सरकार के गैर-परम्परागत ऊर्जा मंत्रालय द्वारा 10 कि.वा. से 500 कि.वा. के रूफ टाप सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। इस कार्य के लिए सोलर एनर्जी कार्पोरेशन आफ इंडिया नोडल एजेंसी के रूप में कार्य कर रही है।
सीलिंग फैन- वर्तमान में नियमित पंखों के स्थान पर बीईई फाईव स्टार रेटेड एवं उच्च दक्षता के पंखे ऊर्जा की बचत करने में सहायक होते हैं। इनमें लगभग आधी बिजली खर्च होती है। फ्रिज को दीवार, सीधे सूर्य का प्रकाश अथवा अन्य ऊष्मा देने वाले उपकरणों के पास रखें। फ्रिज के पीछे कंडेंसर क्वाईल पर जमी धूल से मोटर को अधिक कार्य करना पड़ता है एवं बिजली ज्यादा लगती है, अत: क्वाईल्स को नियमित साफ करें।
एयर कंडीशनर्स (एसी)- 25 डिग्री सेंटीग्रेड की सेटिंग पर न्यूनतम खर्च में अधिकतम आरामदेह वातानुकूलन प्राप्त होता है। थर्मोस्टेट की सेटिंग शीत काल में 2 डिग्री कम एवं ग्रीष्म काल में 2 डिग्री अधिक करने पर लगभग 900 किलो कार्बन डायआक्साईड का उत्सर्जन कम किया जा सकता है।
क्रमांक/1060/जुलाई-184/मनोज