News.03.07.2019


संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
बेसहारा एवं अनाथ बच्चों के संरक्षण एवं पुनर्वास के लिए समन्वित प्रयास जरूरी
   --कलेक्टर श्री यादव
जिला बाल संरक्षण समन्वय समिति की बैठक सम्पन्न
जबलपुर में ऑफ्टर केयर होम की स्थापना का प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश
जबलपुर, 03 जुलाई, 2019
      कलेक्टर श्री भरत यादव ने अनाथ, बेसहारा एवं परित्यक्त बच्चों के पुनर्वास की दिशा में बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए बाल अधिकारों के संरक्षण के लिये काम कर रही संस्थाओं और शासकीय विभागों से समन्वय स्थापित कर कार्य करने की अपेक्षा की है तथा ऐसे बच्चों के मौलिक अधिकारों के संरक्षण के लिए बनाये गये कानूनों का व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया है ।
      श्री यादव आज बुधवार को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जिला बाल संरक्षण समन्वय समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे ।  इस बैठक में जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ. मनीष पांडे, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास, जिला शिक्षा अधिकारी, प्रभारी संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय आदि मौजूद थे ।
      कलेक्टर ने बैठक में बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए बनाये गये अधिनियमों के तहत दर्ज प्रकरणों तथा उन पर की गई कार्यवाही के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की । उन्होंने समेकित बाल संरक्षण योजना अंतर्गत संचालित बाल गृह एवं आश्रमों की गतिविधियों का ब्यौरा भी लिया । श्री यादव ने शिक्षा, आदिम जाति कल्याण एवं सामाजिक न्याय विभाग के अंतर्गत ऐसे सभी छात्रावास, आश्रमों और संस्थाओं का किशोर न्याय अधिनियम के तहत पंजीयन कराने के निर्देश दिये, जहां अनाथ, परित्यक्त तथा देखरेख एवं संरक्षण योग्य बच्चे निवासरत हैं ।
      श्री यादव ने अशासकीय संस्थाओं द्वारा संचालित गृहों में स्थान न होने की स्थिति में बाल कल्याण समिति की अनुशंसा पर विशेष आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों को सामाजिक न्याय विभाग की संस्थाओं में रखने के निर्देश भी बैठक में दिये । उन्होंने बेसहारा और अनाथ बच्चों के पुनर्वास के लिए चलाई जा रही फास्टर केयर योजना एवं स्पांसरशिप योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने तथा ऐसे बच्चों के पालन-पोषण एवं देखरेख की जिम्मेदारी लेने के इच्छुक लोगों को चिन्हित करने एवं उनकी कार्यशाला बुलाने की आवश्यकता भी बताई ।
      कलेक्टर ने बैठक में शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं में निवासरत 18 वर्ष से अधिक उम्र के बेसहारा, अनाथ एवं परित्यक्त बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनकी योग्यता के मुताबिक विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिलाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये । श्री यादव ने 18 वर्ष से अधिक आयु की बेसहारा और अनाथ बच्चियों को वर्तमान में यहां संचालित बाल गृहों एवं आश्रमों में रखने में आ रही कानूनी अड़चनों के मद्देनजर इनकी देखरेख और संरक्षण के लिए जबलपुर में ऑफ्टर केयर होम की स्थापना का प्रस्ताव शासन के समक्ष भेजे जाने के निर्देश भी अधिकारियों को बैठक में दिये ।
      श्री यादव ने जिला बाल संरक्षण समन्वय समिति की आगामी बैठकों में बाल कल्याण अधिकारी बनाये गये पुलिस अधिकारियों की अनिवार्य रूप से मौजूदगी सुनिश्चित करने की हिदायत भी दी । उन्होंने सभी पुलिस थानों में बाल कल्याण अधिकारी, चाइल्ड केयर एवं किशोर न्याय बोर्ड के फोन नंबर प्रदर्शित करने के निर्देश भी दिये ।  कलेक्टर ने भिक्षावृत्ति एवं नशा करने वाले बच्चों को श्रम विभाग द्वारा बाल श्रमिकों के पुनर्वास हेतु चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिलाये जाने पर जोर दिया ।
      कलेक्टर ने ऐसी सभी संस्थाओं के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की चेतावनी भी बैठक में दी जो रेल्वे स्टेशन या अन्य आवागमन वाले स्थानों पर भटकते पाये गये बेसहारा, अनाथ एवं परित्यक्त बच्चों को देर रात अपने यहां रखने से इंकार कर देती हैं । श्री यादव ने बाल गृहों एवं आश्रमों में निवासरत बच्चों की गृह वापसी के प्रकरणों पर भी समिति के सदस्यों के साथ विचार-विमर्श किया गया और इस दिशा में हुए कार्य की सराहना भी बैठक में की ।
क्रमांक/912/जुलाई-36/जैन

जिले में 138 मिलीमीटर औसत वर्षा
जबलपुर, 03 जुलाई, 2019
      जबलपुर जिले में एक जून से तीन जुलाई की सुबह तक 138.2 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है । यह पिछले वर्ष इस अवधि में हुई बारिश की तुलना में करीब 55 मिलीमीटर अधिक है । पिछले वर्ष एक जून से तीन जुलाई तक जिले में 83.2 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई थी ।
      अधीक्षक भू-अभिलेख कार्यालय के मुताबिक इस वर्ष एक जून से तीन जुलाई की सुबह तक जिले के वर्षामापी केन्द्र जबलपुर में 249.6 मिलीमीटर, पनागर में 63.6 मिलीमीटर, कुंडम में 148.6 मिलीमीटर, पाटन में 216.7 मिलीमीटर, शहपुरा में 107.5 मिलीमीटर, सिहोरा में 114.5 मिलीमीटर और मझौली वर्षामापी केन्द्र में 67 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है ।
क्रमांक/913/जुलाई-37/जैन

जिला प्रशासन द्वारा कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा उपायों के बारे में दिशा-निर्देश जारी
जबलपुर, 03 जुलाई, 2019
      गुजरात के सूरत में हुई हृदय विदारक दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने शहर और जिले में संचालित कोचिंग संस्थानों में सुरक्षात्मक उपाय अपनाने के बारे में दिशा-निर्देश जारी किये हैं ।  इन दिशा-निर्देशों में कोचिंग संचालकों को बताया गया है कि बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से उन्हें क्या-क्या व्यवस्था और मूलभूत सुविधायें सुनिश्चित करनी है । कोचिंग संचालकों को इन दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश भी प्रशासन द्वारा दिये गये हैं ।
      ज्ञात हो कि हाल ही में कलेकटर श्री भरत यादव की अध्यक्षता में बुलाई गई बैठक में कोचिंग संचालकों को अपने संस्थानों में न्यूनतम सुरक्षा के उपाय अपनाने के निर्देश दिये गये थे ।  इस बैठक में कोचिंग संस्थानों की प्रशासन द्वारा कराई गई जांच में पाई गई कमियों को शीघ्र दूर करने की हिदायत भी दी गई थी ।
      जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षात्मक उपायों को लेकर जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि कोचिंग संस्थानों को फायर सेफ्टी मेजर के अनुसार तथा कक्षों की संख्या एवं कक्ष के आकार के मुताबिक अग्निशमन यंत्र स्थापित करने होंगे तथा शिक्षकों एवं बच्चों को अग्निशमन यंत्रों के उपयोग के बारे में प्रशिक्षित करना होगा । कोचिंग संस्थानों को ऐसे स्थानों पर ही संचालित किये जाने के निर्देश भी दिये गये हैं जहां दमकल वाहन सुगमता से पहुंच सकें ।  कोचिंग संस्थानों के प्रत्येक कक्ष में प्रवेश एवं निकासी हेतु पृथक-पृथक द्वार की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया है ।
      कोचिंग संचालकों को जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि उन्हें अपने संस्थान में सुरक्षा के सभी इंतजाम सुनिश्चित करने होंगे ।  क्षेत्रफल एवं फ्लोर एरिया के अनुपात में छात्र-छात्राओं की बैठक व्यवस्था करनी होगी तथा सीढ़ियों की चौड़ाई एवं मजबूती का ध्यान भी रखना होगा ।  प्रत्येक शिफ्ट के बीच 15 से 30 मिनट का अंतराल रखने, वाहनों की पार्किंग की समुचित व्यवस्था करने और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रखने के निर्देश भी दिये गये हैं ।
      कोचिंग संचालकों से विद्युत की सुरक्षित वायरिंग पर भी ध्यान देने की अपेक्षा दिशा-निर्देशों में की गई है । उन्हें छात्र-छात्राओं के अनुपात में शौचालयों एवं साफ-सफाई रखने के निर्देश भी दिये गये हैं ।  फर्स्ट-एड-बॉक्स अनिवार्य रूप से रखने तथा सीसीटीव्ही कैमरों की व्यवस्था करने भी कोचिंग संचालकों से कहा गया है । इसके साथ ही शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को हेलमेट पहनने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश भी उन्हें दिये गये हैं ।
क्रमांक/914/जुलाई-38/जैन
     
मासिक किराये के वाहन हेतु निविदा आमंत्रित
जबलपुर, 03 जुलाई, 2019
      कलेक्ट्रेट स्थित सहायक आयुक्त आबकारी कार्यालय ने अपराध नियंत्रण एवं प्रवर्तन कार्य हेतु जुलाई 2019 से मार्च 2020 तक मासिक किराये पर दो वाहनों के अनुबंध हेतु पंजीकृत फर्मों एवं संस्थाओं से आठ जुलाई की दोपहर 2 बजे तक मुहर बंद निविदायें आमंत्रित की हैं । इच्छुक फर्म एवं संस्थायें अनुबंध की शर्तों के बारे में विस्तृत जानकारी सहायक आयुक्त आबकारी कार्यालय से प्राप्त कर सकती हैं ।
क्रमांक/915/जुलाई-39/जैन

बी.एड. विज्ञान हेतु 17 जुलाई तक आवेदन आमंत्रित
जबलपुर 03 जुलाई 2019
      राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग एवं आदिवासी विकास विभाग के वरिष्ठ अध्यापक, संविदा शाला शिक्षक वर्ग -1, अध्यापक एवं संविदा शाला शिक्षक वर्ग -2 के अभ्यर्थियों से बीएड विज्ञान पाठ्यक्रम 2019-21 हेतु निर्धारित प्रारूप में 17 जुलाई तक आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं।
      आवेदक जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से अथवा सीधे आवेदन कर सकते हैं। बी.एड. (विज्ञान) पाठ्यक्रम हेतु विज्ञान विषय से स्नातक अथवा स्नातकोत्तर ही आवेदन हेतु पात्र होंगे। प्रवेश हेतु विस्तृत जानकारी एवं आवेदन पत्र का प्रारूप राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल की वेबसाइट www.educationportal.mp.gov.in पर उपलब्ध है।   
क्रमांक/916/जुलाई-40/जैन॥

प्रतिमाह प्रभार के जिले का दौरा करेंगे प्रभारी सचिव
जबलपुर, 03 जुलाई, 2019
राज्य सरकार ने जिला प्रभारी सचिव को प्रतिमाह जिले का दौरा करने के निर्देश जारी किये हैं। पूर्व में प्रति दो माह में दौरे पर जाने के निर्देश दिये गये थे।
क्रमांक/917/जुलाई-41/जैन

मंत्रालय में 15 अगस्त से लागू होगी -ऑफिस कार्य-प्रणाली

जबलपुर, 03 जुलाई, 2019
मंत्रालय में आगामी 15 अगस्त से -ऑफिस कार्य-प्रणाली लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री पी.सी.मीना ने सभी अपर मुख्य सचिव,प्रमुख सचिव और सचिव को पत्र भेजकर नस्तियों का परिचालन -ऑफिस कार्य- प्रणाली पुस्तिका के अनुसार वेबसाईट https://mantralaya.mpeoffice.gov.in/पर प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं।
क्रमांक/918/जुलाई-42/जैन

वेटलैण्ड इन्वेन्ट्री का जीआईएस बेस्ड वेब पोर्टल तैयार
जबलपुर, 03 जुलाई, 2019
प्रदेश में तालाबों के संरक्षण और जल भराव की जानकारी संधारण करने के लिए पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) ने जियोग्राफिकल इनफार्मेशन सिस्टम (जीआईएस) बेस्ड वेब पोर्टल तैयार किया है। यह पोर्टल मध्यप्रदेश एजेन्सी फॉर प्रमोशन ऑफ इन्फॉरमेशन टेक्नोलोजी (मेपआईटी) के सहयोग से तैयार किया गया है।
पोर्टल पर प्रदेश के 2.25 हैक्टयर से अधिक के वेटलैण्ड को शामिल किया गया है। पोर्टल में तालाबों की जानकारी, उनके नाम, नक्शा, ब्लॉक, गाँव, भौगोलिक स्थिति और क्षेत्रफल की जानकारी प्रमुखता से दी गई है। इस जानकारी के होने से तालाबों के संरक्षण और उनके प्रबंधन के कार्य आसानी से किये जा सकेंगे। यह पोर्टल शोधकर्ता समाजसेवी और पर्यावरणविद् के लिये अत्याधिक उपयोगी है। जीआईएस बेस्ड वेब पोर्टल एप्को की वेबसाईट www.epco.in पर उपलब्ध है।
क्रमांक/919/जुलाई-43/जैन