News.16.02.2020_B


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
जबलपुर में जो है वो और कहीं नहीं
संभावना पर संवाद कार्यक्रम में शामिल होने आये फिल्म निर्माता निर्देशकों को भाया जबलपुर का प्राकृतिक सौंदर्य
जबलपुर, 16 फरवरी, 2020
      जिला प्रशासन, जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल और समार्ट सिटी द्वारा आयोजित दो दिवसीय संभावनाओं पर संवाद कार्यक्रम में शामिल होने आये फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों, निर्माता-निर्देशकों एवं पटकथा लेखकों को जबलपुर और इसके आसपास के प्राकृतिक सौंदर्य ने अभिभूत कर दिया है । आज कलचुरी होटल में कार्यक्रम के समापन पर आयोजित संगोष्ठी में फिल्म निर्माता निर्देशकों ने कहा कि फिल्मों की शूटिंग के लिहाज से जबलपुर एवं इसके आसपास भरा प्राकृतिक सौंदर्य जितनी विविधता में उपलब्ध है, वह सब एक ही स्थान पर और कहीं नहीं मिलेगा ।
      फिल्म निर्माता और निर्देशक विनोद बच्चन ने संगोष्ठी में जबलपुर को खूबसूरत और लाजवाब शहर बताते हुए कहा कि फिल्कारों की नजर आज तक इस शहर और इसके आसपास के प्राकृतिक सौंदर्य पर क्यों नहीं गई इसका हमें अब अफसोस हो रहा है । श्री बच्चन ने फिल्मों के माध्यम से जबलपुर के प्राकृतिक सौंदर्य को दुनिया के 180 देशों में दिखाने का वादा भी किया ।
      संगोष्ठी में पटकथा लेखक कमलेश पाण्डे ने पर्यटन और फिल्म को एक दूसरे से जुड़ा विषय बताते हुए कहा कि जबलपुर में फिल्में बनेगी तो निश्चित रूप से पर्यटकों का आकर्षण भी इस शहर के प्रति बढ़ेगा । उन्होंने कहा कि ये दौर छोटे बजट की एवं छोटे शहरों पर केन्द्रित फिल्मों का है । यह जबलपुर के लिए एक अच्छा अवसर भी है ।  श्री पाण्डे ने जिला प्रशासन द्वारा जबलपुर में फिल्मों की शूटिंग और फिल्म सिटी की स्थापना की दिशा में की जा रही सकारात्मक पहल की सराहना करते हुए कहा कि निश्चित रूप से जबलपुर में फिल्म निर्माण की संभावनाएं बढ़ेंगी ।
      संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए फिल्म निर्माता-निर्देशक रविंदर सूरी ने जबलपुर को नेचुरल फिल्म सिटी की संज्ञा दी । उन्होंने कहा कि भेड़ाघाट, लम्हेटाघाट, मदन महल किला, खूबसूरत पहाड़ियाँ, तालाबों, बरगी बाँध और घने जंगलों से घिरे इस शहर की खूबसूरती और माँ नर्मदा का इस शहर को मिला आशीर्वाद फिल्म निर्माण के लिए इसे आदर्श बनाता है । श्री सूरी ने जिला प्रशासन द्वारा फिल्म सिटी के निर्माण के लिए संभावनाओं पर संवाद कार्यक्रम के आयोजन की खुले दिल से सराहना की ।  उन्होंने कहा कि फिल्मों की शूटिंग को प्रोत्साहन देने के लिए जिला प्रशासन का जो सहयोगात्मक रूख है, वो इसके कायल हो गये हैं ।
      संगोष्ठी ने सभी फिल्मकारों ने जिला प्रशासन द्वारा फिल्मों की शूटिंग के लिए जरूरी तमाम अनुमतियां प्रदान करने हेतु सिंगल विण्डो सिस्टम स्थापित करने की घोषणा का स्वागत किया । जबलपुर में बड़े स्तर पर फिल्मों के निर्माण की शुरूआत के लिए कलेक्टर भरत यादव द्वारा ली जा रही रूचि और इस दिशा में उनके द्वारा किये जा रहे सकारात्मक प्रयासों की भी तारीफ भी संगोष्ठी में की गई । 
      केन्द्रीय संस्कृति और पर्यटन राज्य मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने संगोष्ठी को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए जबलपुर में फिल्मों की शूटिंग को प्रोत्साहन देने और फिल्म सिटी के निर्माण की संभावनाओं को तलाशने आयोजित इस कार्यक्रम की सराहना की ।  उन्होंने जबलपुर को प्राकृतिक सौंदर्य से भरा-पूरा स्थान बताते हुए कहा कि जितनी जियोलॉजिकल प्रापर्टी इस शहर में है, पूरे हिन्दुस्तान में कहीं नहीं मिलेगी । श्री पटेल ने जबलपुर की बड़े पैमाने पर ब्रांडिंग पर जोर देते हुए कहा कि फिल्म निर्माता जिस प्राकृतिक सौंदर्य की तलाश में देश से बाहर जाते हैं उसे कहीं अच्छी लोकेशंस नर्मदा नदी किनारे मिल जायेंगी । संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री ने जबलपुर शहर के 200 किलो मीटर के दायरे में स्थित कान्हा, बांधवगढ़ और पेंच राष्ट्रीय उद्यान तथा पचमढ़ी, सिंगौरगढ़ जैसे सभी ऐतिहासिक स्थानों का उल्लेख भी किया । उनहोंने जबलपुर में बनाये जा रहे जियोलॉजिकल पार्क का जिक्र करते हुए कहा कि फिल्मों की शूटिंग के लिए यह एक आदर्श और बेहतर स्थान बन सकता है ।
      श्री पटेल ने कहा कि जबलपुर में फिल्म निर्माण के लिए अपार संभावनाएं हैं, जो फिल्मों में आज तक नहीं दिखाया गया वो अनछुआ प्राकृतिक सौंदर्य भी यहां मौजूद है लेकिन फिल्म निर्माण के इस क्षेत्र से जुड़े लोगों को अपनी धारणा बदलनी होगी ।  सब्सिडी और छूट के स्थान पर यहां के प्राकृतिक सौंदर्य, जियोलॉजिकल प्रापर्टी, ऐतिहासिक विरासत, संस्कृति और परंपराओं को एक्सप्लोर करने को प्राथमिकता देनी होगी । श्री पटेल ने कहा कि पर्यटन हो या फिल्म निर्माण का क्षेत्र जबलपुर को यदि हम आगे ले जाना चाहते हैं तो सभी हित धारकों को मिलजुलकर अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिए । उन्होंने फिल्म निर्माण में आने वाली बाधाओं को दूर करने में अपना सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि केन्द्र हो या राज्य सरकार जबलपुर में फिल्म निर्माण के लिए जो भी सुविधाओं की जरूरत होगी उसे पूरा किया जायेगा और तमाम अड़चनों को भी दूर किया जायेगा ।
      कलेक्टर श्री भरत यादव ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए फिल्म इंडस्ट्री के सभी दिग्गजों को जबलपुर में फिल्म निर्माण का आमंत्रण दिया । उन्होंने कहा कि यदि फिल्म निर्माताओं को अनुमतियों के लिए सिंगल विण्डो सिस्टम स्थापित करने सहित वो सभी लॉजिस्टिक सपोर्ट, इन्फ्रास्ट्रक्चर जिला प्रशासन उपलब्ध कराने तैयार है जिसकी उन्हें जरूरत होगी । श्री यादव ने कहा कि शुरूआत भले ही छोटे स्तर से हो लेकिन फिल्मों के निर्माण के लिए यदि कोई एक कदम आगे बढ़ेगा तो प्रशासन कई कदम आगे आकर बढ़कर उसे सहयोग देने को हमेशा तत्पर रहेगा ।
      कलेक्टर ने बताया कि जबलपुर में फिल्मों की शूटिंग की लोकेशंस के साथ-साथ फिल्म सिटी निर्माण के लिए भी जिला प्रशासन द्वारा स्थान चिन्हित कर लिया गया है । श्री यादव ने संभावनाओं पर संवाद कार्यक्रम में जबलपुर आये सभी फिल्म कलाकारों, फिल्म निर्माता-निर्देशकों एवं पटकथा लेखकों का स्वागत किया । उन्होंने फिल्म निर्माण और फिल्म सिटी के निर्माण की संभावनाएं तलाशने आयोजित इस कार्यक्रम में आयाम स्टूडियो एवं होटल एसोसिएशन सहित सभी सहयोगियों के प्रति भी आभार व्यक्त किया ।
      इसके पहले संगोष्ठी का संचालन की शुरूआत करते हुए जबलपुर चेम्बर ऑफ कामर्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री हिमांशु खरे ने बताया कि दो दिनों के इस कार्यक्रम के दौरान राउण्ड टेबल कांफ्रेंस में फिल्म निर्माता-निर्देशकों ने जबलपुर में फिल्म निर्माण के प्रति उत्सुकता दिखाई है । यहां की लोकेशंस और प्राकृतिक सौंदर्य को देखने के बाद फिल्म निर्माता जल्दी ही यहां शूटिंग शुरू भी करना चाहते हैं । उन्होंने बताया कि फिल्म निर्माता-निर्देशकों ने सभी प्रकार की अनुमतियों के लिए सिंगल विण्डो सिस्टम स्थापित करने के जिला प्रशासन के निर्णय की सराहना भी की है ।
क्रमांक/3191/फरवरी-183/जैन

कान्हा से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व रवाना किये गये 13 बारासिंघा
जबलपुर 16 फरवरी 2020
      कान्हा नेशनल पार्क के क्षेत्र संचालक श्री एल. कृष्णमूर्ति के नेतृत्व में कैप्चर प्रक्रिया द्वारा 16 फरवरी को कान्हा स्थित बारासिंघा बाड़े से 13 बारासिंघा (11 मादा एवं 2 नर) सफलतापूर्वक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, होशंगाबाद की ओर रवाना किये गये। कैप्चर ऑपरेशन में कान्हा टाइगर रिजर्व एवं सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के अधिकारियों-कर्मचारियों तथा वन्य-प्राणी विशेषज्ञों ने भाग लिया।
राज्य पशु बारासिंघा को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व ट्रांसलोकेशन के लिये भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा अनुमति दी गई है। अधिकारियों तथा विषय-विशेषज्ञों द्वारा 15 फरवरी को बारासिंघा कैप्चर के लिये विशेष रूप से निर्मित बोमा का निरीक्षण किया गया और बारासिंघा की रणनीति तैयार की गई।
इसके पूर्व भी 33 बारासिंघा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व शिफ्ट किये जा चुके हैं। बारासिंघा को विशेष रूप से निर्मित परिवहन ट्रक में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से वन्य-प्राणी चिकित्सक एवं उनकी टीम की देख-रेख में रवाना किया गया।
क्रमांक/3192/फरवरी-184/जैन॥


माता-पिता भरण पोषण अधिनियम:
पुत्र को पिता की संपत्ति खाली करने का आदेश
जबलपुर, 16 फरवरी, 2020
     एसडीएम गोरखपुर आशीष पाण्डे ने माता-पिता और वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण तथा कल्याण अधिनियम के एक प्रकरण में अनावेदक पुत्र को 30 दिन के भीतर पिता द्वारा अर्जित संपत्ति को रिक्त करने का आदेश पारित किया है
     प्रकरण के बारे में एसडीएम श्री पाण्डे ने बताया कि दादा बाबूराव परांजपे वार्ड स्थित मोदी सोसायटी के निवासी विनय कुमार खन्ना ने आवेदन प्रस्तुत कर शिकायत दर्ज कराई कि उनके द्वारा अर्जित संपत्ति पर पुत्र सौरभ खन्ना और पुत्रवधु पूनम खन्ना के कई वर्षों से निवास कर रहे हैं इससे उनके जीवन, सम्मान और संपत्ति को अपूरणीय क्षति हो रही है
     एसडीएम गोरखपुर ने बताया कि विनय कुमार खन्ना के इस आवेदन पर पुत्र एवं पुत्रवधु को तीस दिन के भीतर दादा बाबूराव परांजपे वार्ड मोदी सोसायटी स्थित निवास को खाली करने के आदेश दिये गये हैं ताकि वरिष्ठ नागरिक शांतिपूर्ण ढंग से जीवन यापन कर सकें
क्रमांक/3193/फरवरी-185/जैन॥