NEWS -25-02-2021-A

 

संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 केन्द्रीय मंत्री श्री कुलस्ते का आगमन आज

जबलपुर, 25 फरवरी, 2021

केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते शुक्रवार 26 जनवरी की रात 9 बजे सिवनी जिले के घंसौर से कार द्वारा जबलपुर आयेंगे। श्री कुलस्ते शुक्रवार को जबलपुर में रात्रि विश्राम करेंगे तथा शनिवार 27 फरवरी की सुबह 6.20 बजे ट्रेन नम्बर 02293 से सतना प्रस्थान करेंगे।

क्रमांक/807/फरवरी-314/जैन

कनिष्ठ संविदा विक्रेता पद पर चयनितों के अभिलेख का सत्यापन 27 को

जबलपुर, 25 फरवरी, 2021

एमपी ऑनलाईन से चयनित कनिष्ठ संविदा विक्रेता अभ्यार्थियों की शैक्षणिक योग्यता एवं अन्य प्रमाण-पत्रों की मूलप्रति का सत्यापन 27 फरवरी को यातायात पुलिस थाना के सामने स्थित जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में किया जायेगा।

उप आयुक्त सहकारिता ने बताया कि कुल 259 चयनित अभ्यार्थियों में से अब तक 195 अभ्यार्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन किया जा चुका है। इसमें से शेष 64 अभ्यार्थियों को अंतिम अवसर के रूप में 27 फरवरी का दिन दस्तावेजों के सत्यापन हेतु नियत किया गया है। तय समय व दिन पर दस्तावेज सत्यापित नहीं कराने पर अभ्यर्थी स्वयं जवाबदार होंगे।

क्रमांक/808/फरवरी-315/मनोज

 महाविद्यालयों में दस्तावेज जमा कराने की अंतिम तिथि आज

जबलपुर, 25 फरवरी, 2021

उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सत्र 2020-21 में सीएलसी छठवें चरण की प्रक्रिया अन्तर्गत दस्तावेज जमा करने के लिये अंतिम अवसर प्रदान करते हुए तिथि में वृद्धि की गई है। विद्यार्थियों द्वारा 26 फरवरी तक टीसी, माईग्रेशन एवं अन्य दस्तावेज सत्यापन उपरांत जमा कराये जा सकते हैं।

क्रमांक/809/फरवरी-316/मनोज

मुख्यमंत्री श्री चौहान 26 फरवरी को करेंगे 100 दीनदयाल रसोई केन्द्रों का शुभारंभ

लाभार्थियों से संवाद भी होगा 

जबलपुर, 25 फरवरी, 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 26 फरवरी को दोपहर 3 बजे मिंटो हाल में दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के द्वितीय चरण में सुदृढ़ीकृत एवं नवीन 100 रसोई केन्द्रों का वर्चुअल शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान इंदौर, उज्जैन, मुरैना, धार और छतरपुर जिले के रसोई केन्द्रों पर उपस्थित लाभार्थियों से संवाद भी करेंगे। रसोई केन्द्र 52 जिला मुख्यालय और 6 धार्मिक नगर मैहर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, अमरकंटक, ओरछा और चित्रकूट में संचालित होंगे। कार्यक्रम को नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह और नगरीय विभाग एवं आवास राज्य मंत्री श्री ओ.पी.एस. भदौरिया भी संबोधित करेंगे।

सतत निगरानी हेतु बना पोर्टल

रसोई योजना की सतत निगरानी के लिए एक पोर्टल तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान इसका भी लोकार्पण मिंटो हाल में करेंगे। पोर्टल में प्रतिदिनलाभान्वित हितग्राहियों की संख्या, रसोई केन्दों को विवरण, ऑनलाइन रसोई केन्द्रों व नगरीय निकायों को दान देने की सुविधा जन-सामान्य के लिये की गई है। इस पोर्टल में एक डैशबोर्ड भी है, जिससे योजना के क्रियान्वयन में पारदर्शिता के साथ विभिन्न केन्दों में योजना के क्रियान्वयन की बेहतर समीक्षा हो सकेगी। योजना में सभी 99 रसोई केन्द्रों को google map पर भी टैग किया गया है। इससे रसोई केन्द्रों को आम नागरिक आसानी से ढूँढ सकते है।

जरूरतमंद की थाली-नहीं रहेगी खाली

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि योजना का मुख्य उददेश्य ''किसी जरूरत मंद की थाली-नहीं रहेगी खाली'' है। रसोई केन्द्र में सोमवार से शनिवार तक 10 रूपये प्रति थाली भोजन दिया जायगा। भोजन वितरण सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक किया जायेगा। रसोई केन्द्र की स्थापना बस स्टैण्ड़, रेलवे स्टेशन, जिला अस्पताल के पास की गयी है। योजना से शहर के गरीब लोगों के साथ ही गांवों से मजदूरी के लिए शहर आने वाले लोग भी लाभान्वित होंगे। दीनदयाल रसोई की थाली में रोटी, मौसमी सब्जी, दाल एवं चावल दिया जायेगा।

            नवीन योजना में रसोई केन्द्रों की स्थापना के लिए 13 करोड़ 36 लाख रूपये एक-मुश्त सहायता और 15 करोड़ 84 लाख रूपये आवर्ती व्यय का बजट स्वीकृत किया गया है। पहली बार राज्य शासन द्वारा 5 रूपये प्रति व्यक्ति के मान से अनुदान स्वीकृत किया गया है। दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के रूप में संस्थागत व्यवस्था के उपलब्ध होने से कोविड काल में गरीब शहरी नागरिकों, अप्रवासी मजदूरों व जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया गया। महामारी के दौरान ये रसोई केन्द्र अत्यंत सार्थक सिद्ध हुए। प्रथम चरण के आरम्भ से अब-तक एक करोड़ 42 लाख थाली भोजन कराया जा चुका है। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण क्षेत्रीय टी.व्ही. न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर भी किया जायेगा।

क्रमांक/810/फरवरी-317/मनोज

मध्यप्रदेश में अधिकतम निवेश लाने के प्रयास : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री से मिले सउदी अरब के उद्योगपति 

जबलपुर, 25 फरवरी, 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में अधिकतम निवेश लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। विशेषकर खाद्य प्र-संस्करण इकाईयों की स्थापना पर जोर दिया जा रहा है। प्रदेश के बासमती उत्पादक कृषकों के हितों की रक्षा और संवर्धन के लिए राज्य शासन निरंतर प्रयासरत है। प्रदेश में होने वाले बासमती धान के जीआई टैग के रजिस्ट्रेशन के लिए न्यायालयीन कार्यवाही जारी है। इस संबंध में केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर से भी अनुरोध किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यूनाईटेड फार्म्स इन्वेस्टमेंट कंपनी सउदी अरब के श्री सुलेमान अल रूमेह तथा एल.टी. फूड्स लिमिटेड ग्रुप के चेयरमेन श्री वी.के. अरोरा से भेंट के दौरान यह बात कही। उद्योगपतियों ने खाद्यान्न तथा पशु चारा के क्षेत्र में निवेश की संभावना के संबंध में चर्चा की।

आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में मिलेगा सहयोग

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में सभी क्षेत्रों में निवेश का स्वागत है। किसी भी क्षेत्र में निवेश से स्थानीय अर्थव्यवस्था को जो गति मिलती है, वह आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में भी सहायक होगी। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप में चावल़, गेहूँ के अलावा सब्जियों, कोंदो-कुटकी के विक्रय और निर्यात के लिए प्रयास आरंभ किए गए हैं। जनजातीय क्षेत्रों के स्थानीय उत्पाद देश-विदेश के बाजारों में बिकें, इसके लिए कार्य-योजना पर अमल हो रहा है।

''एक जिला-एक उत्पाद से बदलेगी तस्वीर''

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में ''एक जिला-एक उत्पाद'' के अंतर्गत जिलों के लोकप्रिय उत्पाद विश्व बाजार तक पहुँचाने के प्रयास आरंभ किए गए हैं। बुरहानपुर के केले, मंदसौर के लहसून के साथ ही प्रदेश के कुछ जिलों में मिलेट उत्पादन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री संजय शुक्ला तथा प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री मनीष रस्तोगी भेंट के दौरान उपस्थित थे।

क्रमांक/811/फरवरी-318/मनोज

 प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में दस गुना बढ़ोत्तरी

हर साल 1.41 करोड़ टन कार्बन डाई ऑक्साइज उत्सर्जन रोका जा सकेगा
आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमैप पर तेजी से किया जा रहा है कार्य 

जबलपुर, 25 फरवरी, 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के स्वप्न को पूरा करने की दिशा में मध्यप्रदेश में तेज गति से कार्य हो रहा है। ऊर्जा के क्षेत्र में आत्म-निर्भरता हासिल करने के लिए नवकरणीय तथा गैरपरम्परागत ऊर्जा क्षेत्रों का विकास किया जा रहा है। पिछले 9 वर्षों में प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में दस गुना बढ़ोत्तरी हुई है। इस क्षेत्र में अब मध्यप्रदेश देश में नेतृत्व की भूमिका में है। वर्ष 2012 में प्रदेश की नवकरणीय ऊर्जा क्षमता 491 मेगावॉट थी, जो अब बढ़कर 5 हजार 42 मेगावॉट हो गई है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों से न केवल मध्यप्रदेश ऊर्जा क्षेत्र में आत्म-निर्भरता प्राप्त कर रहा है, अपितु इनसे पर्यावरण की सुरक्षा भी हो रही है। इस संबंध में प्रदेश में किए जा रहे कार्यों से हर साल लगभग एक करोड़ 41 लाख टन कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन रोका जा सकेगा। यह लगभग 43 करोड़ वृक्ष लगाने के बराबर है।

रीवा में अल्ट्रा मेगा सौर परियोजना

रीवा में अल्ट्रा मेगा सौर परियोजना ने अपनी पूरी क्षमता से ऊर्जा उत्पादन शुरू कर दिया है। यह विश्व की बड़ी सौर परियोजना में से एक है। इससे 750 मेगावॉट बिजली प्रतिदिन बन रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे पैदा होने वाली बिजली प्रदेश की बिजली वितरण कम्पनियों को दिए जाने के अलावा दिल्ली मेट्रो को भी दी जा रही है।

ओंकारेश्वर में अनूठी सोलर फ्लोटिंग परियोजना

ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी पर अनूठी सोलर फ्लोटिंग परियोजना स्थापित की जा रही है। इसके लिए वर्ल्ड बैंक द्वारा सर्वे चालू कर दिया गया है। इसकी लागत 3 हजार करोड़ रूपये होगी और ऊर्जा उत्पादन क्षमता 600 मेगावॉट होगी। इस योजना को वर्ल्ड बैंक प्रेसीडेंट अवार्ड भी दिया गया है।

किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पम्प

मध्यप्रदेश में किसानों को सिंचाई के लिए अनुदान पर सोलर पम्प दिए जा रहे हैं, जिससे सिंचाई के खर्च में काफी कमी आ रही है। प्रदेश के विकास रोडमेप 2023 के अंतर्गत किसानों के खेतों में 45 हजार सोलर पम्प लगाए जाएंगे। अभी तक 22 हजार 673 सोलर पम्प लगाए गए हैं। सोलर पम्प योजना से ऐसे किसान भी लाभान्वित हो रहे हैं, जिनके खेतों तक बिजली नहीं पहुँच रही है। किसान न केवल खुद के उपयोग के लिए सौर ऊर्जा प्राप्त कर रहे हैं बल्कि बिजली कम्पनी को भी बिजली बेच सकते हैं।

कई जिलों में सोलर पार्क

आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमेप के अंतर्गत प्रदेश के नीमच, शाजापुर, आगर, मुरैना, छतरपुर एवं सागर जिलों में सोलर पार्क विकसित किए जा रहे हैं। इन पर लगभग 18 हजार करोड़ रूपए का व्यय होगा तथा इनकी क्षमता 4 हजार 500 मेगावॉट सोलर बिजली उत्पादन की होगी।

सोलर रूफटॉप परियोजना

सोलर रूफटॉप परियोजनाओं से भी प्रदेश में बिजली उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। चालू वर्ष में 3 हजार 642 परियोजनाओं का कार्य होगा।

क्रमांक/812/फरवरी-319/मनोज

रोजगार कार्यालय में कैंपस रिक्रूटमेंट ड्राइव आज

जबलपुर, 25 फरवरी, 2021

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन के निर्देशानुसार जिला रोजगार कार्यालय द्वारा चतुर्थ तल उद्योग भवन कटंगा टीवी टॉवर के पास स्थित कार्यालय परिसर में शुक्रवार 26 फरवरी को प्रात: 10 बजे से सायं 3 बजे तक कैंपस रिक्रूटमेंट ड्राईव का आयोजन किया गया है। जिसमें टेलीकॉम सेक्टर की कंपनियां भाग लेंगी। उपसंचालक रोजगार के अनुसार स्नातक योग्यताधारी आवेदक जिनकी आयु 18 से 30 वर्ष है अपनी मार्कशीट, आधार कार्ड,

फोटो तथा रिज्यूम सहित उपस्थित होकर कंपनी प्रतिनिधियों से संपर्क कर साक्षात्कार में सम्मिलित हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि इच्छुक युवा इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए दूरभाष क्रमांक 0761-4007028 एवं मोबाइल नंबर 07620603268 पर संपर्क कर सकते हैं।

क्रमांक/813/फरवरी-320/जैन