NEWS -11-02-2021-A

 

संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

कैम्पस रिक्रूटमेंट ड्राइव: चौथे दिन 57 आवेदकों को मिला रोजगार

जबलपुर, 11 फरवरी, 2021

कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के निर्देशानुसार कैम्पस रिक्रूटमेंट ड्राइव के चौथे दिन गुरूवार को कुल 126 आवेदकों ने पंजीयन कराया। यहां मौजूद पाँच कंपनियों ने पंजीकृत युवाओं का साक्षात्कार लेकर 57 आवेदकों का प्रारंभिक चयन किया।

उपसंचालक रोजगार एम.एस. मरकाम ने बताया कि शुक्रवार 12 फरवरी को भी कैंपस रिक्रूटमेंट ड्राइव का आयोजन प्रात: 11 बजे से शाम 4 बजे तक किया जायेगा। कैंपस रिक्रूटमेंट ड्राइव का आयोजन कटंगा स्थित जिला रोजगार कार्यालय उद्योग भवन कटंगा में किया जा रहा है। प्रारंभिक रूप से चयनित 57 आवेदकों में से 7 को भारतीय जीवन बीमा निगम जबलपुर, 20 को एस.एस.के., 8 को संपूर्ण सॉल्यूशन्स के अलावा मेजर डिजायर में 17 और स्वस्ती माइक्रो फायनेंस में 5 आवेदकों को रोजगार मिला।

क्रमांक/637/फरवरी-144/मनोज

 शिकायतों के निराकरण हेतु विक्टोरिया अस्पताल में वार रूम गठित

जबलपुर, 11 फरवरी, 2021

सीएम हेल्प लाईन सहित अन्य प्राप्त शिकायतों का निराकरण करने के उद्देश्य से सेठ गोविंददास विक्टोरिया जिला चिकित्सालय में वार रूम का गठन किया गया है। जिसमें कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारी प्राप्त शिकायतों को संबंधित शाखाओं एवं बीएमओ से समन्वय स्थापित कर तीन दिवस के अंदर निराकरण करेंगे। इसी तारतम्य में बीएमओ सिहोरा, पाटन एवं बरगी को शोकाज नोटिस जारी करते हुये चेतावनी दी गई है कि वे लंबित 50 प्रतिशत शिकायतों का तीन दिवस के अंदर निराकरण करें, अन्यथा इनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जायेगी और यही हिदायत समस्त बीएमओ एवं कार्यक्रम अधिकारियों को भी दी गई है कि वे प्राप्त शिकायतों का निराकरण समय सीमा में करना सुनिश्चत करें।

क्रमांक/638/फरवरी-145/मनोज

कोरोना से स्वस्थ होने पर 20 व्यक्ति डिस्चार्ज

आज 11 व्यक्तियों की रिपोर्ट आई पॉजिटिव

जबलपुर, 11 फरवरी, 2021

कोरोना से स्वस्थ होने पर गुरुवार 11 फरवरी को 20 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है । वहीं बीते चौबीस घण्टे के दौरान मिली 783 सेम्पल की परीक्षण रिपोर्ट्स में कोरोना के 11 नये मरीज सामने आये हैं । आज डिस्चार्ज हुये 20 व्यक्तियों को मिलाकर जबलपुर में कोरोना संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 16 हजार 007 हो गई है और रिकवरी रेट बढ़कर 97.44 प्रतिशत हो गया है । कल बुधवार की शाम 6 बजे से आज गुरुवार की शाम 6 बजे तक पिछले चौबीस घण्टे के दौरान मिले 11 कोरोना संक्रमितों को मिलाकर कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों की संख्या 16 हजार 427 हो गई है । पिछले चौबीस घण्टे में कोरोना से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु की रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है । जबलपुर में कोरोना से जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या 251 ही है । कोरोना के एक्टिव केस अब 169 रह गये हैं । कोरोना टेस्ट हेतु आज 857 व्यक्तियों के सेम्पल लिये गये हैं ।

क्रमांक/639/फरवरी-146/जैन

 जल प्रदाय योजनाओं को मूर्तरूप देने मास्टर ट्रेनर्स की हुई ऑनलाइन ट्रेनिंग

जबलपुर, 11 फरवरी, 2021

मध्यप्रदेश अर्बन डेव्हलपमेंट कम्पनी द्वारा एशियन डेव्हलपमेंट बैंक की सहायता से 67 नगरीय निकायों में चल रही जल प्रदाय योजना को मूर्तरूप देने के लिये मास्टर ट्रेनर्स को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गई। यह मास्टर ट्रेनर्स नागरिकों को नल कनेक्शन लेने के लिये प्रेरित करने वाले चिन्हांकित प्रेरकों को प्रशिक्षित करेंगे। परियोजना इकाईयों में पदस्थ सामुदायिक विकास अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर बनाया गया है।

प्रशिक्षण में सोशल जेंडर एक्सपर्ट डॉ. सविता जैन और उप परियोजना संचालक श्री चन्द्रमोहन मिश्र ने मास्टर ट्रेनर्स को विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रेरकों को क्षेत्र में जाकर प्रशिक्षित किया जाये। प्रशिक्षण में एशियन डेव्हलपमेंट बैंक की डॉ. मनीषा तैंलग भी उपस्थित थीं।

क्रमांक/640/फरवरी-147/मनोज


जलाभिषेकम् स्थानीय ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय महत्व का कार्यक्रम- केन्द्रीय मंत्री श्री राजनाथ सिंह

मध्यप्रदेश नेतृत्व, प्रबंधन और योजनाओं के क्रियान्वयन में अव्वल - केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर
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जलाभिषेकम्' में निर्मित संरचनाओं से 2.50 लाख हे. भूमि पर होगी सिंचाई- मुख्यमंत्री श्री चौहान
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जलाभिषेकम्' कार्यक्रम के अंतर्गत 57 हजार से अधिक जल-संरचनाएँ लोकार्पित 

जबलपुर, 11 फरवरी, 2021

केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि 'जलाभिषेकम्' स्थानीय ही नहीं राष्ट्रीय महत्व का कार्यक्रम है। जल ही जीवन है और जगत के अस्तित्व का आधार भी है। किसानों की आय दोगुना करना प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जन-भागीदारी से किए जा रहे जल-संरक्षण कार्य इस लक्ष्य को प्राप्त करने तथा आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में सहायक होंगे। उन्होंने पं. दीनदयाल उपाध्याय की पुण्य-तिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 'हर खेत को पानी और हर हाथ को काम' की मंशा को पूर्ण करते 'जलाभिषेकम्' के कार्य गाँव, गरीब और किसान की बेहतरी में सहायक सिद्ध होंगे। मनरेगा दुनिया की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक है और कोविड काल में इसका महत्व और बढ़ा है।

केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह 'जलाभिषेकम्' अभियान के अंतर्गत प्रदेश में निर्मित 57 हजार से अधिक जल-संरचनाओं के वर्चुअल लोकार्पण कार्यक्रम को नई दिल्ली से संबोधित कर रहे थे। मिंटो हॉल में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण तथा ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर दिल्ली से वर्चुअली शामिल हुए।

जलवायु परिवर्तन के कारण बूंद-बूंद पानी रोकना जरूरी

केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण तथा ग्रामीण विकास व पंचायत राज मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश नेतृत्व, प्रबंधन और कई योजनाओं में देश में प्रथम है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की गाँव, गरीब और विकास के प्रति संवेदनशीलता के परिणाम स्वरूप ही यह उपलब्धि संभव हो पाई हैं। प्रदेश में आवास उपलब्ध कराने, सड़क निर्माण के साथ-साथ कोरोना नियंत्रण में भी अच्छा कार्य हुआ। सभी जरूरतमंद श्रमिकों को रोजगार देकर राहत दी गई है। इससे ग्रामीण क्षेत्र में उपयोगी संरचनाओं का निर्माण संभव हो पाया। जलवायु परिवर्तन के कारण बदलते मौसम चक्र को देखते हुए बूंद-बूंद पानी को रोकना जरूरी है। जलाभिषेकम् अभियान में बनी जल-संरचनाएँ इस कार्य में सहायक होंगी।

मनरेगा योजना ताकत बनकर उभरी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज 'जलाभिषेकम्' के अंतर्गत महात्मा गांधी नरेगा और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से दो हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत की 57 हजार जल-संरचनाओं का वर्चुअल लोकार्पण हुआ है। इन जल-संरचनाओं से प्रदेश की 2.50 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी और वह भी बिना एक इंच जमीन डुबाए। इन छोटी-छोटी जल-संरचनाओं ने ऐसा काम कर दिया, जो बड़े डेम नहीं कर पाए। कोरोना के कठिन काल में मनरेगा योजना ताकत बनकर उभरी है। हमारे गाँवों में लौटे प्रवासी श्रमिकों को इस माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया गया, निर्माण कार्य हुए और बड़े क्षेत्र में जल सुविधा का विस्तार हुआ। इन सब गतिविधियों के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने खजाना खोलकर राज्य को भरपूर सहयोग दिया है।

कोरोना काल में बड़ी संख्या में जल-संरचनाएँ बनीं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना काल में 57 हजार 653 जल-संरचनाओं का निर्माण हुआ। इनमें से 53 हजार 517 मनरेगा में और 4,136 वॉटरशेड क्षेत्रों में बनी। इन पर 2 हजार करोड़ से अधिक की राशि व्यय की गई। इन जल-संरचनाओं में 17 हजार 604 व्यक्तिगत खेत-तालाब हैं, 2,365 सामुदायिक खेत-तालाब, 5,119 तालाब, 1,972 परकोलेशन टेंक, 5,773 स्टॉप डेम-चैक डेम, 19 हजार 8 कपिलधारा कूप और 5,288 सामुदायिक कूप हैं। अभियान में 864 बावड़ियों का जीर्णोद्धार भी किया गया है। इन जल-संरचनाओं से लगभग ढाई लाख हेक्टेयर भूमि में कृषि सिंचाई सुविधा विकसित हुई है और भूमिगत जल-स्तर भी बढ़ा है।

ऐतिहासिक तालाबों का होगा जीर्णोद्धार

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारी संस्कृति ही जल संस्कृति है। उन्होंने रहीम और तुलसीदास जी का संदर्भ देते हुए कहा कि बुंदेलखण्ड में महाराज छत्रसाल द्वारा व्यापक स्तर पर तालाबों का निर्माण कराया गया। बुंदेलखण्ड में निर्मित चंदेलकालीन ऐतिहासिक तालाबों को चिन्हित कर उनके जीर्णोद्धार का कार्य आरंभ किया जा रहा है। प्रदेश में नदियों के पुनर्जीवन का कार्य भी चल रहा है।

रक्षा मंत्री के वक्तव्य की सराहना

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह द्वारा आज सुबह संसद में भारत की सीमाओं की रक्षा के संबंध में दिए गए वक्तव्य का उल्लेख भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रक्षा मंत्री का वक्तव्य हमारे गर्व को बढ़ाता है।

बारह महीने में बहने लगी है नदी

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-प्रतिनिधियों से बातचीत भी की। खण्डवा जिले की ग्राम पंचायत डोंगलगाँव की प्रधान श्रीमती रेशम बाई ने बताया कि कावेरी नदी पर बनाए गए चैक डेम और नदी पुनर्जीवन के लिए चलाए गए कार्यों के परिणाम स्वरूप कावेरी नदी में अब बारह महीने पानी रहने लगा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना काल में आए श्रमिकों के संबंध में रेशम बाई से जानकारी ली।

कैलारस पंचायत ने चमत्कार कर दिया

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुरैना जिले की कैलारस ग्राम पंचायत के श्री अमर सिंह से क्षेत्र में जल संरक्षण के कार्यों के बारे में बातचीत की। श्री अमर सिंह ने बताया कि 21 तालाबों का निर्माण क्षेत्र में किया गया है। इससे क्षेत्र की 200 बीघा जमीन सिंचित हुई है, लोग दो फसलें ले रहे हैं और आसपास के गाँवों में भू-जल स्तर बढ़ने से कुंओं और हैण्डपंपों में अब पर्याप्त पानी उपलब्ध है। इस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आपकी पंचायत ने चमत्कार कर दिया।

100 प्रवासी श्रमिकों को मिला रोजगार

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सागर जिले की ग्राम पंचायत छुल्ला के जन-प्रतिनिधि श्री संजय दुबे से पूछा कि कोरोना काल कैसा निकला। इस पर श्री संजय दुबे ने बताया कि लगभग 100 प्रवासी श्रमिक पंचायत क्षेत्र में आए थे। इन सभी को रोजगार उपलब्ध कराया गया। जल-संरचनाओं के निर्माण से सिंचाई सुविधाओं का विस्तार हुआ है।

आंरभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा कन्या-पूजन किया गया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने लोकार्पित जल-संरचनाओं की जानकारी दी। लोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री गोपाल भार्गव, लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी राज्य मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह यादव तथा नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्री ओ.पी.एस. भदौरिया आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम से प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतें जुड़ी और कार्यक्रम का विभिन्न संचार माध्यमों से सीधा प्रसारण किया गया।

क्रमांक/641/फरवरी-148/मनोज

 

सिंचाई अधोसंरचना विस्तार में कृषकों की सुविधा और सहमति महत्वपूर्ण - मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा नियंत्रण मंडल की बैठक ली 

जबलपुर, 11 फरवरी, 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सिंचाई अधोसंरचना विस्तार में कृषकों की सुविधा और सहमति को ध्यान में रखा जाए। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए और वरिष्ठ अधिकारी निर्माणाधीन कार्यों का निरंतर निरीक्षण सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यों की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए गति देने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में नर्मदा नियंत्रण मंडल की 69वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह उपस्थित थे। जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट इंदौर से वर्चुअली सम्मिलित हुए। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव नर्मदा घाटी विकास श्री आई.सी.पी. केशरी, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन श्री एस.एन. मिश्रा और प्रमुख सचिव वित्त श्री मनोज गोविल भी उपस्थित थे।

योजनावार कार्यों की समीक्षा

बैठक में मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा योजनावार कार्यों की समीक्षा की गई। छैगांवमाखन उद्वहन सिंचाई परियोजना, अलीराजपुर उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना, इंदिरा सागर परियोजना के अंतर्गत बड़वानी जिले में टनल निर्माण, बरगी व्यपवर्तन परियोजना की स्लीमनाबाद टनल के कार्य, ढ़ीमरखेड़ा उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना की समीक्षा की गई।

कई परियोजनाओं के कार्य पूर्ण

आत्म-निर्भर भारत के परिप्रेक्ष्य में तैयार कार्य-योजना में नर्मदा-मालवा-गंभीर लिंक, हरसूद माइक्रो सिंचाई परियोजना, अपर बेदा दांई तट नहर, ओंकारेश्वर नहर चरण-4 सिंचाई तथा उज्जैनी-देवास-उज्जैन पाईप लाईन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इससे 1 लाख 50 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में सिंचाई क्षमता का विस्तार होगा।

क्रमांक/642/फरवरी-149/मनोज

 राजस्व अधिकारियों की बैठक संपन्न,

कलेक्टर श्री शर्मा ने दिये आवश्यक निर्देश

जबलपुर, 11 फरवरी, 2021

कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा की अध्यक्षता में आज कलेक्टर सभागृह में राजस्व अधिकारियों की बैठक संपन्न हुई। बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर श्री संदीप जीआर, श्री राजेश बाथम सहित सभी एसडीएम तहसीलदार एवं आरआई उपस्थित थे।

कलेक्टर श्री शर्मा ने इस दौरान राजस्व से जुड़े एक-एक प्रकरणों की समीक्षा की और कहा कि संवेदनशीलता एवं पारदर्शिता से सभी प्रकरणों को समय सीमा में निराकृत करें। उन्होंने सीएम हेल्प लाइन में लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर संतुष्टि के साथ समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिये। नजूल पट्टों के नवीनीकरण के लिए चलाये जा रहे शिविरों की जानकारी तथा नजूल पट्टों के नवीनीकरण, राजस्व प्रकरणों के पंजीयन व निराकरण, तत्परता से करने के निर्देश के साथ कहा कि सक्रियता से कार्य कर जनता को सुशासन देना है, प्राथमिकता से योजनाओं को बिना देरी किये आमजन तक पहुंचायें एवं उन्हें लाभान्वित करें।

कलेक्टर श्री शर्मा ने पिछले राजस्व बैठक में दिये गये निर्देशों का पालन पर चर्चा कर कहा कि आमजन तक योजनाओं को पहुंचाने व उन्हें लाभान्वित करने के लिए उत्तरदायित्व का निर्धारण करें। इस दौरान नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, अतिक्रमण, बीपीएल कार्ड, चिटफंड कंपनियों, माफियाओं व मिलावटखोरों के विरूद्ध कार्यवाही तेज करने, प्रधानमंत्री आवास, प्रधानमंत्री स्वनिधि तथा स्ट्रीट वेंडर के साथ पीएम किसान समृद्धि व मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि, नजूल कैंप, अवमानना के प्रकरण, बैंक वसूली, गिरदावली खादन्न वितरण, सीएम मॉनिट के प्रकरण, अवैध खनन व परिवहन पर रोक लगाने के साथ आयुष्मान कार्ड बनाने तथा अभ्युदय मिशन व कमिश्नर टीएल के प्रकरणों पर विस्तार से चर्चा कर इस दिशा में प्रगति लाने के निर्देश दिये।

कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा कि अभ्युदय मिशन के तहत अधिकारी प्रत्येक गांव में विभिन्न योजनाओं के पात्र व्यक्तियों को चिन्हित करें एवं इसके साथ-साथ उन्हें लाभान्वित भी करें। इसके लिए ब्लॉक या संकुल स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त कर तेजी से कार्य कर सुशासन सुनिश्चित करना है। पटवारी व आरआई के प्रतिदिन के कार्यों की रिपोर्ट तहसीलदार लें। सीमांकन के तीन माह से अधिक के प्रकरणों को पूरी तरह से निराकृत करें और 6 माह से अधिक पर भी ध्यान दें और सीमांकन करायें यदि 6 माह से अधिक के सीमांकन के प्रकरण मिलते हैं तो अगली बैठक में संबंधित तहसीलदार के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। उसके साथ ही 300 दिनों के लंबित प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता से करें।

खाद्यान्न वितरण एवं रबी पंजीयन के संबंध में कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा कि गेंहू-चना के पंजीयन कियोस्क में करायें और यह प्रयास करें कि भविष्य में सचिव व रोजगार सहायक से रबी फसल पंजीयन कराने की व्यवस्था शुरू हो।

उन्होंने कहा कि खाद्यान्न वितरण पंचायत सचिव व रोजगार सहायक के माध्यम से कराने की व्यवस्था करें ताकि पात्र व्यक्तियों को समय पर खाद्यान्न मिल सके। इसके साथ ही प्रत्येक विकासखंड में रबी उपार्जन के लिए स्व-सहायता समूहों को चिन्हित करें। कलेक्टर शर्मा ने कहा कि नजूल पट्टों के नवीनीकरण तेजी से करायें यदि देरी होगी तो नये बाजार मूल्य निर्धारण की दरों के कारण नजूल पट्टों के शुल्क में बढ़ोत्तरी निश्चित है।

मिलावट के विरूद्ध कार्यवाही में कहा कि अधिक से अधिक सेम्पल लें और मिलावट पाये जाने पर कार्यवाही करें। स्वनिधि स्कीम में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सीएमओ नगर पालिका व बैंकर्स को बुलाकर स्ट्रीट वेंडर्स को लाभान्वित करें।

कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा कि चिटफंड कंपनी संचालक व माफियाओं पर कार्यवाही करें और विपत्तिग्रस्त व आपदा की स्थिति में लोगों की सहायता करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि सुशासन को ध्यान में रखकर कार्य करें समय पर बिना रुके लोगों के काम हो, पटवारी कहीं भी लापरवाही न करें बल्कि पारदर्शिता से कार्य करें।  तहसीलदार निगरानी रखें और पटवारियों व आरआई की दैनिक रिपोर्ट भी लें। उन्होंने कहा कि राजस्व से जुड़े प्रकरणों को उच्च प्राथमिकता में रखकर कार्य करें और त्वरित कार्यवाही, संवेदनशीलता व पारदर्शिता के साथ सुशासन लायें।

कलेक्टर श्री शर्मा ने बैठक के दौरान रांझी अनुभाग के दो राजस्व निरीक्षकों को कार्य में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिये हैं।

क्रमांक/643/फरवरी-150/उइके

 नेताजी सुभाषचंद्र बोस केन्द्रीय जेल के बंदी

पढ़ रहे हैं इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्यालय में

जबलपुर, 11 फरवरी, 2021

वर्तमान में प्रदेश के कारागार बंदीगृह के साथ-साथ में सुधारात्मक गृहों की ओर अग्रसर हो रही हैं। जहां पर बंदियों को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इसी अनुक्रम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल जबलपुर में जहां एक ओर राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा बंदियों को इलेक्ट्रीशियन, टीवी रिपेयरिंग, बेकरी इत्यादि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वहीं दूसरी और बंदियों को साक्षरता से लेकर उच्च शिक्षा तक की व्यवस्थाएं की गई हैं। इस हेतु नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल जबलपुर में इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्यालय दिल्ली का केंद्र खोला गया है। जहां पर बंधुओं को स्कूली पाठ्यक्रमों के साथ-साथ कॉलेज स्तर तक का अध्ययन कराया जाता है और उन्हें विभिन्न प्रकार के रोजगार मूलक ज्ञान-परक व व्यवसायिक पाठ्यक्रमों की शिक्षा भी दी जाती है। इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्यालय का यह केन्द्र नेताजी सुभाष चंद्र बोस, केंद्रीय जेल जबलपुर में 20 जनवरी 2010 को खोला गया और अब तक 1800 बंदियों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में शिक्षा दी जाकर उन्हें शिक्षित किया गया तथा बाहर निकलने पर सामाजिक पुनस्र्थापना के लायक बनाया गया।

विदित हो कि 3 अप्रैल 2019 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस, केंद्रीय जेल जबलपुर में इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्यालय का जेल इतिहास में प्रथम दीक्षांत समारोह कराया गया जो कि जेलों के लिए स्मरणीय और प्रेरणास्पद रहा।

वर्तमान में केंद्रीय जेल जबलपुर में परीक्षाओं का सत्र प्रारंभ है। 08 फरवरी 2021 से परीक्षा प्रारंभ होकर 13 मार्च 2021 तक आयोजित की जाएगी। सत्र 2020-21 में 190 पुरुष और 30 महिला बंदी इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षाओं में सम्मिलित हो रहे हैं। बंधुओं हेतु यह शैक्षणिक कार्यक्रम पूर्णत: नि:शुल्क है और बंदियों द्वारा भी बड़े उत्साह से इन पाठ्यक्रमों में भाग लिया जा रहा है। 11 फरवरी 2021 तक भाषा विज्ञान और हिंदी भाषा, आपका भोजन और उसकी उपयोगिता लागत लेखा के मूल तत्व, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में आधार पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया में सरकार और राजनीति भारत में सामाजिक समस्याएं, भारत में मानव अधिकार, भोजन एवं पोषण में प्रमाण पत्र की परीक्षाएं आयोजित की जा चुकी हैं। आगे भी इसी तरह अन्य कई विषयों पर परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं।

10 एवं 11 फरवरी 2021 को जेल मुख्यालय भोपाल से आये अतिरिक्त महानिदेशक आशुतोष राय ने प्रधानमंत्री कौशल उन्नयन प्रशिक्षण केंद्र तथा जेल में चलाए जा रहे इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों और परीक्षाओं का निरीक्षण किया तथा इन व्यवस्थाओं से अत्यधिक प्रभावित होते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल जबलपुर के लिए यह बड़े गौरव का विषय है कि इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्यालय का केंद्र यहां पर खुला हुआ है। इस तरह के केन्द्र अन्यत्र जिलों में भी खोले जाने चाहिए।

क्रमांक/644/फरवरी-151/ मनोज